जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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BSF जवान 72 घंटे से पाकिस्तान की कैद में:फ्लैग मीटिंग के बाद भी रिहाई नहीं हुई, परिवार बोला- बेटे को टॉर्चर मत करना
BSF जवान 72 घंटे से पाकिस्तान की कैद में:फ्लैग मीटिंग के बाद भी रिहाई नहीं हुई, परिवार बोला- बेटे को टॉर्चर मत करना पंजाब के फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से पकड़ा गया BSF का जवान 72 घंटे बाद भी पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में है। 3 फ्लैग मीटिंग के बाद भी उनकी रिहाई नहीं हुई। शुक्रवार शाम को उन्हें छुड़ाने के लिए BSF के डायरेक्टर जनरल दलजीत सिंह चौधरी (DG) ने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से बात की है। जवान पीके साहू के भाई श्याम सुंदर साहू ने केंद्रीय सरकार से भाई को छुड़वाने में मदद करने की अपील की है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में तनाव के कारण पीके सिंह की रिहाई में देरी हो रही है। जवान पीके सिंह की मां देवंती देबी साहू और पिता भोलेनाथ साहू ने कहा- हमारा बेटा सुरक्षित घर आ जाना चाहिए। उसकी पत्नी रजनी साहू का रो-रो कर बुरा हाल है। ध्यान रखना कि उसे टॉर्चर ना किया जाए। पीके साहू की पत्नी रजनी साहू ने कहा, “मैंने उनसे आखिरी बार मंगलवार (22 अप्रैल) रात को बात की थी। मैं बस यही चाहती हूं कि वे जल्द ही घर लौट आएं।” BSF जवान के मामले में अब तक क्या-क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… जीरो लाइन क्रॉस की, पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ा
श्रीनगर से आई BSF की 24वीं बटालियन ममदोट सेक्टर में तैनात है। बुधवार (23 अप्रैल) सुबह किसान अपनी कंबाइन मशीन लेकर खेत में गेहूं काटने गए थे। यह खेत फेंसिंग पर लगे गेट नंबर-208/1 के पास था। किसानों की निगरानी के लिए 2 BSF जवान भी उनके साथ थे। इसी समय जवान पीके साहू की तबीयत बिगड़ी और पेड़ के नीचे बैठने के लिए चले गए। पेड़ बॉर्डर पार था। तभी पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया और उसके हथियार भी ले लिए। BSF अफसर मौके पर पहुंचे, छोड़ने से इनकार किया
जैसे ही BSF के बड़े अफसरों को जवान पीके साहू के पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा पकड़े जाने की यह खबर मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और पाकिस्तानी रेंजर्स से बातचीत शुरू की। उन्हें बताया गया है कि यह जवान कुछ दिन पहले ट्रांसफर होकर आया था। उसे जीरो लाइन का पता नहीं था। वह गलती से जीरो लाइन क्रॉस कर गया था। रिहा करने के लिए कहा गया। मगर, पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे रिहा करने से इनकार कर दिया। 3 फ्लैग मीटिंग हुई, कोई नतीजा नहीं निकला
भारत की ओर से लगातार फ्लैग मीटिंग के जरिए जवान पीके साहू को वापस लाने की कोशिश की गई। BSF के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स से अब तक 2 से 3 फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक नतीजा सामने नहीं आया। 31 मार्च को ड्यूटी पर लौटे थे साहू, पत्नी हुई बेसुध
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 40 वर्षीय पीके साहू कोलकाता के हुगली के रहने वाले हैं। घर से छुट्टी बिताने के बाद 31 मार्च को ड्यूटी पर लौटे थे। साहू के परिवार के सदस्यों के अनुसार, वह BSF में 17 साल से हैं और अपने माता-पिता, पत्नी और 7 साल के बेटे के साथ रहते हैं। इस घटना से परिवार गहरे सदमे में है। खबर मिलने के बाद से उनकी पत्नी रजनी साहू बेसुध हैं। पत्नी रजनी साहू ने कहा, “उनके एक सहकर्मी ने हमें फोन करके बताया कि उन्हें ड्यूटी के दौरान पकड़ लिया गया है। जीरो लाइन और उसके प्रोटोकाल के बारे में जानें… बेहद संवेदनशील हिस्सा है जीरो लाइन
जीरो लाइन अंतरराष्ट्रीय सीमा का वह संवेदनशील हिस्सा होता है जहां भारत और पाकिस्तान की सीमाएं बेहद पास होती हैं। भारत के कई किसानों की जमीनें फेंसिंग के उस पार, लेकिन भारतीय सीमा में हैं। यहां सीमित समय और परिस्थितियों में किसानों को खेती करने की अनुमति दी जाती है। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए भारत की तरफ से BSF के जवान तैनात किए जाते हैं। इन जवानों को ‘किसान गार्ड’ भी कहा जाता है। क्या कहता है प्रोटोकॉल
पकड़े गए जवान को लौटाने के लिए कोई नियम नहीं है, लेकिन आमतौर पर ऐसी घटनाओं में 24 घंटे के भीतर जवानों को लौटा दिया जाता है। एक अधिकारी ने बताया कि पहले दोनों देशों के बीच अगर कोई जवान बॉर्डर पार कर लेता था तो फ्लैग मीटिंग के बाद उसे वापस लौटा दिया जाता था। यह सामान्य बात थी, लेकिन पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बदले हालात में यह घटना असामान्य हो गई है। रिहाई के लिए दोनों देशों में बातचीत जारी है।

लुधियाना में होजरी व्यवसायी से लूट:बाइक सवार बदमाशों ने धारदार हथियारों से किया हमला, नकदी व मोबाइल छीना
लुधियाना में होजरी व्यवसायी से लूट:बाइक सवार बदमाशों ने धारदार हथियारों से किया हमला, नकदी व मोबाइल छीना लुधियाना में बीती रात एक्टिवा सवार एक बुजुर्ग को बाइक सवार बदमाशों ने लूट लिया, जो अपनी फैक्टरी जा रहे थे। लुटेरे उनकी नई एक्टिवा भी छीनना चाहते थे, लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद हमलावर सिर्फ 10 हजार रुपये की नकदी और मोबाइल ही छीन पाए। बुजुर्ग ने जब लुटेरों का विरोध किया तो लुटेरों ने उनके घुटनों और सिर पर तेजधार दांतों से हमला कर दिया। खून से लथपथ बुजुर्ग को उनके परिजनों ने सिविल अस्पताल पहुंचाया। डाबा इलाके के गुरपाल नगर निवासी होजरी कारोबारी सुखदेव राज के बेटे रवि वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनकी हरगोबिंद नगर में जैकेट की फैक्टरी है। जहां वीरवार रात उनके पिता सुखदेव राज नाइट शिफ्ट करने के लिए अपनी एक्टिवा पर जा रहे थे। शेरपुर के नजदीक ओसवाल पुल के नजदीक शिव चौक के पास 2 बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें पीछे से घेर लिया। उन लोगों ने उनसे जबरन नकदी और मोबाइल फोन छीन लिया। जैसे ही सुखदेव ने एक युवक को पकड़ा तो उसके साथियों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला कर दिया। हाथ-घुटनों पर दात मारे हमले के दौरान उनके हाथ-घुटनों पर दात मारे जाने से वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया। जांच में पता चला कि बुजुर्ग सुखदेव राज की टांग की हड्डी टूट गई है। जिसके बाद परिजन उन्हें सीएमसी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान घायल ने बताया कि हमलावर उनसे करीब 10 हजार रुपये की नकदी और मोबाइल छीनकर ले गए। पीड़ित परिवार ने मामले की सूचना थाना डिवीजन 6 की पुलिस को दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मोगा में कबड्डी खिलाड़ी ने जहर खाकर किया सुसाइड:25 लाख की ठगी का हुआ था शिकार, दो जालसाल गिरफ्तार
मोगा में कबड्डी खिलाड़ी ने जहर खाकर किया सुसाइड:25 लाख की ठगी का हुआ था शिकार, दो जालसाल गिरफ्तार पंजाब के मोगा जिले में एक कबड्डी खिलाड़ी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सामान्य अस्पताल में भिजवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं ठगी करने वाले तीन के खिलाफ केस दर्ज कर दो जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। विदेश भेजने के नाम पर ठगी जानकारी के अनुसार गांव हिम्मतपुरा के लखवीर सिंह को विदेश भेजने के नाम पर 25 लाख रुपए की ठगी की गई थी। मृतक की पत्नी बेअंत कौर की शिकायत पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी जगराज सिंह, अमरजीत कौर और गुरदेव कौर ने लखवीर को विदेश भेजने का झांसा दिया था। उन्होंने न तो लखवीर को विदेश भेजा और न ही पैसे वापस किए। तीसरे आरोपी की तलाश जारी डीएसपी अनवर अली के अनुसार पुलिस ने जगराज सिंह और अमरजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपी गुरदेव कौर की तलाश जारी है। पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। ठगी के बाद से लखवीर सिंह मानसिक तनाव में था। देर रात उन्होंने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।