जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में माइनिंग टीम पर हुए हमले पर भड़के चन्नी:पूर्व सीएम ने कहा- AAP नेता करवा रहे खनन, कार्रवाई करने गए तो हमला करवाया
जालंधर में माइनिंग टीम पर हुए हमले पर भड़के चन्नी:पूर्व सीएम ने कहा- AAP नेता करवा रहे खनन, कार्रवाई करने गए तो हमला करवाया जालंधर में शाहकोट के पास सतलुज नदी के पास अवैध खनन को रोकने गई माइनिंग टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसे लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा ये हमला किया गया। अब पुलिस को चाहिए कि वह मामले में बाइनेम केस दर्ज करे। चन्नी ने कहा कि, इस वक्त इलेक्शन कमीशन के अधीन पुलिस और माइनिंग टीम काम कर रही है। पहले आम आदमी पार्टी द्वारा दोनों के हाथ बांधे हुए थे। जब माइनिंग अधिकारी जब शाहकोट में रेड के लिए गए तो आरोपियों ने टीम जानलेवा हमला कर दिया। अधिकारियों ने हवाई फायरिंग कर किसी तरह अपनी जान बचाई। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस को आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए था। चन्नी ने आरोप लगाया गया है कि ये सारा काम आप नेताओं के कहने पर हो रहा है। चंडीगढ़ से आदेश मिलने पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी टीम जिला खनन अधिकारी फरीदकोट जगसीर सिंह ने कहा था कि चंडीगढ़ से मिले निर्देशों के आधार पर खनन स्थान के आधार पर उनकी टीम ने रात को शाहकोट के साथ लगते नदी क्षेत्र में औचक जांच की। इसी दौरान उन्होंने देखा कि दो ट्रॉली में रेत भरी जा रही है। जब वे मौके पर पहुंचे तो उनकी टीम को देखकर जयकार कर रहे लोग छिप गये और इसी दौरान मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों पर सवार होकर 30-35 अज्ञात लोग आए और टीम के वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जिसके बाद टीम ने हवाई फायरिंग कर अपनी जान बचाई।
30 साल बाद पंजाब से केंद्रीय मंत्री की उम्मीद नहीं:लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई भाजपा; राज्यसभा में भी कोई नहीं
30 साल बाद पंजाब से केंद्रीय मंत्री की उम्मीद नहीं:लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई भाजपा; राज्यसभा में भी कोई नहीं देश में नई बनने जा रही सरकार में तकरीबन 30 सालों के बाद पंजाब से कोई मंत्री बनता नहीं दिख रहा। दरअसल, पंजाब से भाजपा को इन लोकसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली। राज्यसभा में भी पंजाब से भाजपा के पास कोई सीट नहीं है। हालात ऐसे बन चुके हैं कि इस बार केंद्र में मंत्री पद पर बैठ पंजाब की आवाज उठाने वाला कोई नहीं होगा। तकरीबन 3 दशक पहले, 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की कैबिनेट में पंजाब से कोई मंत्री नहीं था। हालांकि इस कैबिनेट में तीन नाम डॉ. मनमोहन सिंह, बलराम जाखड़ व बूटा सिंह पंजाब से संबंधित तो थे, लेकिन राज्य से चुनाव जीत कर संसद तक नहीं पहुंचा था। इन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सात, शिरोमणि अकाली दल को एक, आम आदमी पार्टी को तीन सीटें मिली हैं, जबकि दो सांसद निर्दलीय जीते हैं। भाजपा के पास एक भी सांसद नहीं है, जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जा सके। आजादी के बाद से दसवीं लोकसभा को छोड़ पंजाब को हमेशा प्रतिनिधित्व मिला है। पंजाब से हार के बाद भी मंत्री पद दिया गया मोदी सरकार में 2014 के बाद से हमेशा मंत्री पद में पंजाब को प्रतिनिधित्व मिला है। 2014 में अरुण जेटली को अमृतसर से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्हें राज्यसभा सदस्य बनाया गया और वित्त-मंत्री बनाया गया। 2019 में हरदीप पुरी फिर अमृतसर से चुनाव हारे, लेकिन उन्हें राज्यसभा से चुन मंत्री पद दिया गया। इसके अलावा 2014 में विजय सांपला को भी केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया था। 2019 में होशियारपुर से सांसद सोमप्रकाश को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया। 2019 में शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल भी कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राव ने डॉ. मनमोहन को बनाया था मंत्री 1991 में नरसिम्हा राव की सरकार बनी। देश की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी। कहा जाता है कि राव के कारण ही डॉ. मनमोहन सिंह राजनीति में आए। डॉ. मनमोहन सिंह ने 2005 में ब्रिटिश पत्रकार मार्क टुली से कहा था। जिस दिन राव अपने मंत्रिमंडल का गठन कर रहे थे, उन्होंने अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को मेरे पास यह कहते हुए भेजा कि प्रधानमंत्री चाहेंगे कि आप वित्त मंत्री बनें। मैंने इसे गंभीरता से ना लेते हुए स्वीकार नहीं किया। अगली सुबह राव सीधा उनके पास आए गुस्से में कहा कि तैयार होकर शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन आ जाएं। यहां से दस साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह का राजनीतिक सफर शुरू हुआ था। अमृतसर से संबंधित डॉ. मनमोहन सिंह को 1991 में असम से राज्यसभा सदस्य बनाया गया था। 1995 में मंत्री बनाए गए थे बूटा सिंह डॉ. मनमोहन सिंह के बाद बलराम जाखड़ का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राव ने मंत्री मंडल में शामिल किया, लेकिन वे सीकर से चुनाव जीत लोकसभा में पहुंचे थे। पूर्व कांग्रेसी व भाजपा के मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ उन्हीं के बेटे हैं। 10वीं लोकसभा में तीसरा नाम पंजाब से संबंधित बूटा सिंह का था। लेकिन उन्हें 1995 में मंत्रीमंडल में शामिल गया था और वे एक साल के लिए मंत्री बने। राज्यसभा एक मात्र ज़रिया, लेकिन प्रतिनिधित्व फिर भी पंजाब से नहीं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पंजाब से किसी भाजपा नेता को मंत्रिमंडल में जगह देने का एक मात्र तरीका राज्यसभा ही है। लेकिन उसमें भी समय लग सकता है। भाजपा को इसके लिए पंजाब के किसी उम्मीदवार या बड़े नेता को दूसरी स्टेट से राज्यसभा सदस्य बनाना होगा, तभी पंजाब को प्रतिनिधित्व मिलने की आस की जा सकती है।
लुधियाना में प्रॉपर्टी डीलर समेत तीन काबू:तहसीलदार ने फर्जी रजिस्ट्री कराते पकड़ा, तैयार की थी जाली एनओसी
लुधियाना में प्रॉपर्टी डीलर समेत तीन काबू:तहसीलदार ने फर्जी रजिस्ट्री कराते पकड़ा, तैयार की थी जाली एनओसी लुधियाना में फर्जी रजिस्ट्री करवाने पहुंचे प्रॉपर्टी डीलर समेत 3 दोषियों को तहसीलदार ने रंगेहाथ पकड लिया। जिसके बाद तहसीलदार ने पुलिस को मौके पर बुला तीनों आरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया। तहसीलदार लुधियाना रेशम सिंह ने बताया कि उनके पास पिछले दिनों फरीदकोट निवासी नीलम रानी ने शिकायत दी कि लुधियाना के लोहारा गांव में उनका 400 गज का प्लाट है, जिसका अज्ञात लोगों ने 100-100 गज में उसके चार हिस्से कर उसकी जाली रजिस्ट्री तैयार कर दी। यह भी पता लगा है कि उन्हीं लोगों ने रजिस्ट्री से पहले जाली एनओसी भी तैयार की है, जिसकी जांच की जाए। उसके बाद उनके द्वारा एक टीम का गठन किया गया और जांच शुरू की गई। शुक्रवार को पहुंचे थे आरोपी रजिस्ट्री लेने तहसीलदार ने बताया कि शुक्रवार को आरोपी फर्जी एनओसी तैयार कर गलत करवाई गई रजिस्ट्रियों की कापियां लेने पहुंचे थे। जब वह तहसील दफ्तर पहुंचे तो उनके स्टाफ के लोगों ने उन्हें पहचान लिया और पुलिस को सूचित किया गया। पहले भी करवा चुके हैं फर्जी रजिस्ट्री तहसीलदार ने बताया कि पकडे गए आराोपियों में एक की पहचान सन्नी निवासी लुधियाना के रुप में हुई है। जबकि दूसरा खुद को पांडे नामक प्रॉपर्टी डीलर का संचालक बताता है और तीसरा व्यक्ति खुद को समाजसेवी संगठन का नेता कहता है। इन तीनो दोषियों का गैंग है, जो पहले भी धोखाधड़ी से लोगों की गलत रजिस्ट्रियां करवा चुके हैं। एसएचओ तरसेम सिंह ने बताया कि तहसीलदार द्वारा तीन दोषियों को पुलिस के हवाले किया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है और बनती कानूनी कार्रवाई की जा रही है।