जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। जालंधर| आबादपुरा में भगवान वाल्मीकि महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। इस दौरान शामिल भक्तों ने माथा टेका। पंजाब के रक्षा कल्याण, बागवानी तथा स्वतंत्रता सेनानी मंत्री मोहिंदर भगत भी आबादपुरा स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भक्तों के बीच शामिल हुए। इस मौके मोहिंदर भगत ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज में पूर्ण समरसता के लिए यह भी अति आवश्यक है कि लोग भगवान वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलें। इस मौके पर मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में श्रद्धालु उपस्थित रहे। उन्होंने शहर में विभिन्न संस्थाओं द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत कर हाजिरी लगाई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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कंगना थप्पड़कांड में कांस्टेबल के समर्थन में उतरे किसान:बोले- DGP से करेंगे मुलाकात, 9 जून को निकालेंगे मोहाली में न्याय मार्च हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा की लोकसभा सांसद चुनी गईं बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को थप्पड़ मारने का मामला गरमा गया है। पंजाब के किसान संगठन कंगना को थप्पड़ मारने वाली सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल कुलविंदर के समर्थन में उतर आए हैं। किसान भवन में किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया है कि वे इस मामले में डीजीपी पंजाब गौरव यादव से मिलेंगे। किसानों ने कहा कि डीजीपी से मिलकर मांग करेंगे कि महिला कांस्टेबल के साथ अन्याय न हो। वहीं, 9 तारीख को किसान संगठन मोहाली में गुरुद्वारा अंब साहिब से एसएसपी ऑफिस तक इंसाफ मार्च निकालेंगे। किसान नेता ने बताई विवाद की वजह दल्लेवाल ने कहा कि भाजपा नेता ने चैनल पर उनके साथ हुई बहस में माना है कि विवाद असल में मोबाइल और पर्स की चेकिंग को लेकर हुआ था। लेकिन कंगना चेकिंग के लिए लगेज निकालकर सांसद होने के कारण खुद को वीआईपी समझ रही थीं। ऐसे में मुझे लगता है कि लड़की की कोई गलती नहीं है। उसने अपना फर्ज निभाया है। इसी वजह से झगड़ा हुआ। हालांकि, यह अभी जांच का विषय है। वहीं उन्होंने कहा कि कंगना के खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है। लेकिन उसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ। इसके अलावा जिस तरह से कंगना ने पंजाब में आतंकवाद को लेकर बयान दिया है। इस तरह से जहर उगला है। पंजाब में ऐसा कुछ नहीं है। 400 पार करने का दावा करने वाले अब 240 पर आ गए किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि पिछले दो कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी को जिस तरह का बहुमत मिल रहा है। इस बहुमत के बल पर उन्होंने पूरे देश पर कब्जा करने की कोशिश की, लोगों को धकेला। इसका नतीजा क्या है। वे दावा करते थे कि इस बार 400 पार करेंगे, लेकिन अब वे 240 पर आ गए हैं। पूरे देश ने भाजपा को एहसास करा दिया कि अब वे कुछ नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा भाजपा ने ध्रुवीकरण की कोशिश की। पंजाब में भी ऐसी कोशिशें की गईं। लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। आंदोलन के कारण हर जगह नुकसान किसान नेता दल्लेवाल ने कहा कि पिछले चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा के 236 सांसद जीते थे। लेकिन इस बार 73 सांसद हार गए, जबकि 165 रह गए। किसानों और मजदूरों के साथ जो किया है, उसका यह नतीजा है। किसान शुभकरण की कलश यात्रा ने भाजपा को नुकसान पहुंचाया। इसके कारण हरियाणा में उन्हें सिर्फ पांच सीटें मिलीं। यूपी में उन्हें आधी सीटें ही मिलीं। राजस्थान और दक्षिण के राज्यों में भी इसी तरह का नुकसान हुआ है।

जीरकपुर में ट्रैफिक पुलिस पर चढ़ाई कार:पंचकूला से आ रहे थे आरोपी, पुलिस ने पीछा कर 1 को पकड़ा, दूसरा फरार
जीरकपुर में ट्रैफिक पुलिस पर चढ़ाई कार:पंचकूला से आ रहे थे आरोपी, पुलिस ने पीछा कर 1 को पकड़ा, दूसरा फरार जीरकपुर के कालका चौक पर तेज रफ्तार कार सवार दो युवकों ने एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल पुलिसकर्मी अमरजीत सिंह को तुरंत ढकोली के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद कार सवार युवकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनका पीछा कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया। बलटाना थाना प्रभारी सतनाम सिंह ने बताया कि कालका चौक पर विशेष चेक पोस्ट लगाई गई थी। रात करीब साढ़े आठ बजे पंचकूला से जीरकपुर की तरफ आ रही तेज रफ्तार कार को रुकने का इशारा किया। लेकिन आरोपी पीयूष ने कार की स्पीड बढ़ा दी और ट्रैफिक इंचार्ज अमरजीत सिंह को टक्कर मार दी। पुलिस ने बलटाना के पास कार को रोका घटना के तुरंत बाद आरोपी कार को लेकर पंचकूला की ओर भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा करते हुए बलटाना के पास कार को रोका और पीयूष को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा आरोपी बलविंदर सिंह उर्फ लाली मौके से फरार हो गया। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई पुलिस ने पीयूष और बलविंदर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फरार आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस के मुताबिक, घायल ट्रैफिक पुलिसकर्मी का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है।

लॉरेंस इंटरव्यू मामले में पुलिसकर्मियों के पॉलीग्राफ टेस्ट पर रोक:नोटिस जारी कर जवाब मांगा, अगली सुनवाई 28 अप्रैल को; अब तक 6 अधिकारी सस्पेंड
लॉरेंस इंटरव्यू मामले में पुलिसकर्मियों के पॉलीग्राफ टेस्ट पर रोक:नोटिस जारी कर जवाब मांगा, अगली सुनवाई 28 अप्रैल को; अब तक 6 अधिकारी सस्पेंड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के पुलिस हिरासत में इंटरव्यू मामले में मोहाली कोर्ट ने पुलिस कर्मियों के पॉलीग्राफ टेस्ट के आदेश पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है। साथ ही इस मामले में नोटिस जारी कर पुलिस से जवाब मांगा गया है। मामले की अगली सुनवाई 28 अप्रैल तय की गई है। पांचों पुलिसकर्मियों के वकील ने अतिरिक्त जिला जज की अदालत में पुनरीक्षण याचिका दायर कर कहा कि उनके मुवक्किलों ने पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अपनी सहमति वापस ले ली है। इन कर्मियों ने पहले जताई थी सहमति जानकारी के मुताबिक पहले छह पुलिसकर्मी- मुख्तियार सिंह, कॉन्स्टेबल सिमरनजीत सिंह, कॉन्स्टेबल हरप्रीत सिंह, कॉन्स्टेबल बलविंदर सिंह, कॉन्स्टेबल सतनाम सिंह और कॉन्स्टेबल अमृतपाल सिंह ने पहले पॉलीग्राफ टेस्ट से गुजरने के लिए सहमति व्यक्त की थी और उनके बयान दर्ज किए गए थे। बाद में उक्त पुलिसकर्मियों के वकील सुल्तान सिंह संघा ने मीडिया को बताया कि एडीजीपी रैंक का एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आदेश पारित होने के समय अदालत में ही मौजूद था और उनके मुवक्किलों ने दबाव में पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए सहमति दी थी। संघा ने कहा, “संबंधित अदालत के समक्ष अपनी सहमति दर्ज करने के समय पुलिसकर्मियों के साथ कोई वकील नहीं था। पॉलीग्राफ टेस्ट इसलिए करवाना जरूरी सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों को संदेह है कि जेल के अंदर हुआ इंटरव्यू सुरक्षा व्यवस्था में अंदरूनी मिलीभगत के बिना संभव नहीं था। ऐसे में यह पॉलीग्राफ टेस्ट यह पता लगाने के लिए कराया जाएगा कि जेल स्टाफ या पुलिस मुलाजिमों में से किसी ने लॉरेंस बिश्नोई को मीडिया तक पहुंचाने में कोई मदद तो नहीं की। 6 अधिकारी किए थे सस्पेंड जेल में हुए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में हाईकोर्ट के दखल के बाद हरकत में आई थी पंजाब सरकार, जिसके बाद डीएसपी गुरशेर सिंह संधू सहित 6 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया था। इन सभी को 3 अप्रैल 2022 को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू करने का दोषी पाया गया था। लॉरेंस तब सीआईए पुलिस स्टेशन खरड़ में बंद था। ड्यूटी में कोताही और लापरवाही बरतने के आरोप में इन सभी को सस्पेंड किया गया था। करीब डेढ़ साल बाद लॉरेंस का यह इंटरव्यू एक टीवी चैनल पर चला था जो खूब वायरल हुआ। मोहाली के डीएसपी स्पेशल ऑपरेशन सेल गुरशेर सिंह संधू के अलावा जिन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया था, उनमें समर वनीत पीपीएस डीएसपी, सब इंस्पेक्टर रीना सीआईए खरड़, सब इंस्पेक्टर एलआर जगतपाल जग्गू एजीटीएफ, सब इंस्पेक्टर एलआर शगनजीत सिंह, एएसआई मुख्तियार सिंह, एचसी ओम प्रकाश शामिल थे। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है