जिला भदोही, तारीख- 21 अक्टूबर 2024, प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह (55) इंटर कॉलेज के लिए कार से निकलते हैं। ड्राइवर कार ड्राइव कर रहा था। वह अपने अमिलोरी गांव से कुछ दूरी पर बसवानपुर गांव पहुंचे थे। इस बीच अपाचे बाइक पर सवार दो युवकों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। योगेंद्र जिस नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल थे, वो भाजपा नेता आशीष बघेल का है, जो काशी प्रांत के क्षेत्रीय मंत्री हैं। भाजपा नेता के काॅलेज के प्रिसिंपल की दिनदाहड़े हत्या से पुलिस दबाव में आ गई। इस हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए लखनऊ से दबाव भी आने लगा। 7 दिन बाद जो सामने आया है, वो पुलिस से लेकर प्रिसिंपल के परिवार को भी चौंका गया। पढ़िए इस बार की संडे बिग स्टोरी में फिल्म बदलापुर की तरह भदोही में लिए गए बदला की कहानी… जिला भदोही, तारीख- 21 अक्टूबर 2024, प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह (55) इंटर कॉलेज के लिए कार से निकलते हैं। ड्राइवर कार ड्राइव कर रहा था। वह अपने अमिलोरी गांव से कुछ दूरी पर बसवानपुर गांव पहुंचे थे। इस बीच अपाचे बाइक पर सवार दो युवकों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। योगेंद्र जिस नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल थे, वो भाजपा नेता आशीष बघेल का है, जो काशी प्रांत के क्षेत्रीय मंत्री हैं। भाजपा नेता के काॅलेज के प्रिसिंपल की दिनदाहड़े हत्या से पुलिस दबाव में आ गई। इस हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए लखनऊ से दबाव भी आने लगा। 7 दिन बाद जो सामने आया है, वो पुलिस से लेकर प्रिसिंपल के परिवार को भी चौंका गया। पढ़िए इस बार की संडे बिग स्टोरी में फिल्म बदलापुर की तरह भदोही में लिए गए बदला की कहानी… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था
विनेश फोगाट ने खेले 3 ओलिंपिक, तीनों में वेट अलग:इस बार ट्रायल में 2 वेट कैटेगरी में लड़ीं, हंगामा भी हुआ था पेरिस ओलिंपिक में केवल 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिस्क्वालिफाई की गईं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ट्रायल के समय वेट कैटेगरी में क्लैरिटी न होने के चलते 50 किलोग्राम कैटेगरी में लड़ी थीं। उन्होंने ट्रायल तो 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भी दिया था, लेकिन वहां उन्हें सफलता नहीं मिली। जबकि 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उन्हें जीत मिली थी। इसलिए उन्होंने इसी कैटेगरी में ओलिंपिक जाने का फैसला किया। इससे पहले भी विनेश फोगाट अपने करियर में कई नेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ चुकी हैं। जब वह पेरिस ओलिंपिक में वूमेन रेसलिंग की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में पहुंची तो देश में दीवाली जैसा माहौल बन गया था। गोल्ड नहीं तो सिल्वर पक्का था। हालांकि, कुछ ही समय में यह खुशी उदासी में बदल गई, क्योंकि विनेश फोगाट अपनी कैटेगरी में तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाई गईं। इंटरनेशनल रेसलिंग फेडरेशन के नियम बेहद सख्त हैं। एक ग्राम वजन भी अधिक होता है तो रेसलर को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसकी जानकारी विनेश को भी थी। जब उन्हें रात में ही पता चला कि उनका वजन बढ़ा है तो उन्होंने रात में ही वजन कम करने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली। नियम के मुताबिक, महिलाओं की फ्रीस्टाइल रेसलिंग में 50, 53, 57, 62, 68 और 76 किलोग्राम की कैटेगरी होती हैं। मुकाबले से पहले सुबह रेसलर का वजन मापा जाता है। टूर्नामेंट के दोनों दिन रेसलर को अपने वजन के भीतर रहना होता है। यदि रेसलर फाइनल में पहुंचती है तो उसे सुबह अपना वजन कराना होता है। विनेश फोगाट मंगलवार को मुकाबले के लिए जब गईं तो उनका वजन तय मानक से अधिक था। लगातार तीसरा ओलिंपिक, तीनों अलग-अलग भार वर्ग में
विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक था। रियो ओलिंपिक 2016 में उन्होंने 48 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया था। टोक्यो ओलिंपिक 2020 में वह 53 किलोग्राम कैटेगरी में खेलीं, लेकिन पेरिस ओलिंपिक में आकर उन्होंने 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलना तय किया। यह सही है कि 53 किलोग्राम की कैटेगरी में खेलना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि दुनिया के बेस्ट रेसलर 53 किलोग्राम की कैटेगरी में आते हैं। पटियाला कैंप में ट्रायल के दौरान हुआ था हंगामा
पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान के हॉल में 12 मार्च 2024 को हंगामा हुआ था। पहलवान विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम और 53 किलोग्राम दोनों कैटेगरी में हिस्सा लेने का विकल्प चुना। इसके बाद वह 50 किलोग्राम का ट्रायल जीतीं, जबकि 53 किलोग्राम के ट्रायल में टॉप 4 में रहीं। नियमों की क्लैरिटी न होने के कारण विनेश फोगाट को यह नहीं पता था कि वह किस कैटेगरी का हिस्सा होंगी। इसलिए उन्होंने दो कैटेगरी में हिस्सा लिया। महज 5 महीने बाद विनेश फोगाट के इस फैसले ने उन्हें 2024 पेरिस ओलिंपिक में रजत या स्वर्ण पदक दिलाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
वहीं इस बीच अंतिम पंघाल ने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इससे भारत को 53 किलोग्राम वर्ग में पेरिस ओलिंपिक का कोटा मिला। भारतीय कुश्ती महासंघ के नियमों के अनुसार, कोटा विजेता को ओलिंपिक के लिए हरी झंडी मिल गई थी। अब विनेश फोगाट असमंजस में थीं। उस समय भारत में कुश्ती का संचालन एडहॉक कमेटी कर रही थी। उन्होंने उनसे वादा किया था कि 53 किलोग्राम वर्ग के लिए ट्रायल होगा, लेकिन ऐसा शायद ही हो पाता। क्योंकि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव हो गया था। संजय सिंह नए अध्यक्ष चुन लिए गए थे। 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प
12 मार्च आ गया। फोगाट का मानना था कि WFI की वापसी से उन्हें 53 किलोग्राम वर्ग में ओलिंपिक में हिस्सा लेने का मौका नहीं मिलेगा। उनके पास 50 किलोग्राम वर्ग या 57 किलोग्राम का विकल्प था। उन्होंने 50 किलोग्राम चुना। इस वर्ग में उन्होंने आखिरी बार 2018 में हिस्सा लिया था। इसे लेकर विनेश ने कहा था, “मुझे 53 किग्रा कोटा के लिए ट्रायल को लेकर कोई स्पष्टता नहीं थी। आमतौर पर कोटा देश को मिलता है, लेकिन उन्होंने पहले ट्रायल नहीं किए थे। उन्होंने (एडहॉक कमेटी) कहा था कि इस बार ऐसा नहीं होगा। मेरे पास ऐसा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। क्योंकि मुझे ओलिंपिक में हिस्सा लेना था।” इस दौरान विनेश फोगाट ने ये भी कहा था कि उन्होंने वजन में ये बदलाव इसलिए किया क्योंकि और कोई विकल्प नहीं था। मैं खुश हूं कि ओलिंपिक खेलने का मौका मिल रहा है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल
विनेश फोगाट का वजन आमतौर पर 55-56 किलोग्राम के आसपास होता है। लगातार दो दिनों तक 50 तक वजन रखना काफी मुश्किल है। इसीलिए, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के अध्यक्ष नेनाद लालोविक ने कहा कि यह एक किलो का मामला नहीं था बल्कि 100 ग्राम के आंकड़े तक पहुंचने के लिए उन्हें पहले ही बहुत अधिक वजन कम करना पड़ा। जिसकी वजह से समस्या हुई। ये खबर भी पढ़ें… विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल की उम्मीद जगी:CAS में अब सुनवाई कल दोपहर डेढ़ बजे; ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई होने पर संन्यास ले चुकीं पेरिस ओलिंपिक में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दी गईं रेसलर विनेश फोगाट की अपनी डिसक्वालीफिकेशन के खिलाफ दायर अपील पर अब 9 अगस्त (शुक्रवार) को सुनवाई होगी। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में यह सुनवाई आज यानि गुरुवार रात साढ़े 9 बजे ही होनी थी मगर विनेश के साथ मौजूद दल ने भारतीय वकील को पेश करने के लिए समय की मांग की। इसके बाद CAS ने कल सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे) तक का वक्त दे दिया। (पूरी खबर पढ़ें)
UP उपचुनाव के रिजल्ट के दिन जयंत चौधरी के लिए खुशखबरी, RLD के पक्ष में पहला रुझान
UP उपचुनाव के रिजल्ट के दिन जयंत चौधरी के लिए खुशखबरी, RLD के पक्ष में पहला रुझान <p style=”text-align: justify;”><strong>UP ByPolls Results 2024:</strong> उत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं. यूपी में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच में सीधा मुकाबला है. ठीक सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई. सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती हो रही है. इसके बाद ईवीएम का ताला खोला जाएगा. शुरुआती रुझानों में बीजेपी आगे दिखाई दे रही है. पहला रुझान बीजेपी नीत NDA के पक्ष में आया है. पोस्टल बैलट की गिनती में मीरापुर सीट से राष्ट्रीय लोकदल की मिथलेश पाल आगे चल रहीं हैं. वहीं करहल सीट से समाजवादी पार्टी के तेज प्रताप सिंह यादव, सीसामऊ सीट से नसीमा सोलंकी आगे हैं. इसके साथ ही मझवां से बीजेपी की सुचिस्मिता मौर्य आगे हैं. शुरुआती रुझानों में 6 सीटों पर बीजेपी और 3 पर सपा आगे है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि यूपी की नौ सीटों पर करहल, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर में उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. 20 नवंबर को इन सभी सीटों पर वोट डाले गए थे. हालांकि इस दिन कुछ सीटों पर सपा और बीजेपी के बीच जमकर घमासान देखने को मिला. सपा ने मीरापुर, कुंदरकी और सीसामऊ सीट पर प्रशासन द्वारा मतदाताओं पर दबाव बनाने का आरोप लगाया. सपा ने इस संबंध में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर शिकायत भी की है और इन सीटों पर हुए चुनाव को रद्द कराने तक की मांग की. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी उपचुनाव में वोटिंग के दौरान इस बार काफी विवाद भी देखने को मिला. समाजवादी पार्टी का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने मुस्लिम मतदाताओं को वोटिंग करने से रोका. पुलिस ने उन्हें पोलिंग बूथ तक ही नहीं जाने दिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तो वीडियो तक शेयर किया. जो मीरापुर की ककरौली का बताया जा रहा है. जिसमें एक दारोगा हाथ में पिस्टल लेकर लोगों को रोक रहा है सामने की ओर कुछ महिला मतदाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/uppsc-ro-aro-examination-date-and-exam-format-will-be-announced-soon-2828728″><strong>UPPSC RO/ARO Exam को लेकर बड़ी खबर, परीक्षा को लेकर जल्द हो सकता है ये अहम फैसला</strong></a></p>
पलवल में लव मैरिज का खौफनाक अंजाम:लड़की वालों ने युवक की हत्या कर शव जलाया; नहर में बहाई राख-अस्थियां
पलवल में लव मैरिज का खौफनाक अंजाम:लड़की वालों ने युवक की हत्या कर शव जलाया; नहर में बहाई राख-अस्थियां हरियाणा के पलवल में लव मैरिज के बाद युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला मामला सामने आया है। युवक 25 जून से लापता था। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि लड़की वालों ने युवक की हत्या कर शव को जला दिया और इसके बाद उसकी अस्थियों तक को पानी में बहा दिया। पुलिस ले लड़की की मां, नाबालिग भाई समेत 3 को गिरफ्तार किया है। युवक लड़की से शादी के बाद गुरुग्राम में रहने लगा था। पलवल पुलिस के एसआईटी प्रमुख डीएसपी विशाल कुमार ने बताया कि जवां गांव निवासी मुकेश मलिक ने मुंडकटी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि उसके बेटे गौरव मलिक का एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग था। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की वाले मान नहीं रहे थे। इसके बाद वह मुंडकटी थाना क्षेत्र से युवती काे अपने साथ ले गया। लड़की के परिजनों ने 31 मई को बेटे पर लड़की के अपहरण का मामला दर्ज करा दिया था। बाद में उनको पता चला कि गौरव ने 30 मई को युवती के साथ आर्य समाज मंडल ट्रस्ट में शादी कर ली थी। उसके बाद लड़की वाले उसके बेटे व पत्नी से नफरत रखने लगे। शादी के बाद से ही उसका बेटा गौरव अपनी पत्नी के साथ गुरुग्राम में रहने लगा था। 25 जून को उसका बेटा गौरव बंचारी गांव में अपनी बुआ से मिलने के लिए आया था, लेकिन वह बुआ के घर पहुंचा ही नहीं। उन्होंने बताया कि जब वह गौरव की तलाश कर रहे थे तो उन्हें पता चला कि घोड़ी गांव निवासी राजू, रविंद्र, रामजीत, सदरपुर गांव निवासी वीरेश, भूपेश, मोहित, रोहित, होडल धारम पट्टी निवासी भूपेंद्र, शाहपुर निवासी बच्चू अपने अन्य 10-12 अन्य साथियों के साथ गौरव का अपहरण करके ले गए हैं। वे उनके घर भी गए, लेकिन उनके घरों पर ताले लगे मिले। पुलिस ने शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर कर दी थी। इनकी हुई गिरफ्तारी, खुला राज
पलवल एसपी चंद्रमोहन ने युवक के अपहरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। सीआईए होडल प्रभारी रविंद्र कुमार को भी शामिल किया गया। एसआईटी ने नाबालिग युवक, लड़की की मां (युवक की सास) व शाहपुर खुर्द गांव निवासी बच्चू को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि गौरव की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। ये हुआ खुलासा
डीएसपी विशाल कुमार ने बताया कि लापता युवक गौरव की हत्या की गई है। अपहरण के बाद उसे मार डाला और फिर शव को जला दिया। कोई सबूत न मिले, इसके लिए गौरव की अस्थियों व राख को नहर में कहा दिया गया। आरोपियों ने गौरव का अपहरण कर उसकी हत्या करने व हत्या करने के बाद शव को खुर्द-बुर्द करने की वारदात को अंजाम देना बतलाया।