प्रयागराज में 32 साल के इंस्पेक्टर की चलती बस में मौत हो गई। वह लखनऊ से प्रयागराज जा रहे थे। घटना का पता उस वक्त चला, जब बस प्रयागराज पहुंची। मगर वह बस से नहीं उतरे। कंडक्टर जगाने आया तो उनका शरीर बेजान था। कंडक्टर ने हिलाया तो वह गिर गए। तुरंत सीनियर अफसरों और पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में उनको SRN हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार में पत्नी, 10 और 8 साल के दो बेटे हैं। पत्नी मौत की खबर सुनते ही बेहोश हो गई। वह मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले थे। लखनऊ में कोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे
2013 बैच के अनुराग शर्मा अभी लखनऊ कोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे। अनुराग प्रयागराज क्राइम ब्रांच के साथ-साथ करेली और खुल्दाबाद थानों के प्रभारी भी रहे थे। हाल ही में उनका ट्रांसफर लखनऊ हुआ था। ऐसे में परिवार अभी प्रयागराज के खुल्दाबाद में रहता है। रविवार को छुट्टी थी। इस वजह से प्रयागराज आ रहे थे। बस में बैठे थे, सो गए…और मौत
अनुराग शनिवार देर शाम को लखनऊ से मिर्जापुर जाने वाली बस में बैठे थे। प्रयागराज का टिकट लिया। थोड़ी देर बाद सो गए। रात ढाई बजे बस प्रयागराज पहुंची। उन्हें जीरो रोड बस स्टैंड पर उतरना था, लेकिन नहीं उतरे। इसके बाद कंडक्टर उनके पास आया तो घटना का पता चला। पुलिस ने बताया कि चूंकि वह सादे कपड़ों में थे, इसलिए उनकी तुरंत पहचान नहीं हो पाई। उनकी जेब से मोबाइल और आईडी मिली। इसके बाद उनकी शिनाख्त हुई। मौत की वजह स्पष्ट नहीं, सभी एंगल पर जांच
इंस्पेक्टर की मौत पर अभी पुलिस अफसरों ने कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पुलिस सभी एंगल से मौत की जांच शुरू कर दी है। कंडक्टर से भी पूछताछ की गई है। इसके अलावा, लखनऊ और प्रयागराज के बस स्टेशन में लगे हुए सीसीटीवी की जांच की जा रही है। लखनऊ से प्रयागराज आते समय अनुराग की मौत हुई। शव को SRN अस्पताल में रखवा दिया है। मोबाइल से उनकी पहचान हुई। घरवालों को बताया गया है। प्रथम दृष्ट्या हार्ट अटैक से मौत लगती है। -मनोज सिंह, ACP अनुराग के साथियों ने बताया- उनकी तबीयत इन दिनों कुछ ठीक नहीं थी। लिवर से रिलेटेड कोई समस्या थी। हालांकि, वह किस स्तर पर थी इसकी जानकारी नहीं है। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। इसलिए पुलिस उन्हें अस्पताल नहीं ले गई। प्रयागराज का अटाला कांड
प्रयागराज में जून 2022 में अटाला कांड हुआ था। पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन में बवाल हो गया था। इसमें मास्टरमाइंड जावेद पंप के मकान पर बुलडोजर चला था। इसमें 113 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। 10 आरोपियों पर गैंगस्टर लगा था। पथराव करने वालों की तस्वीरें खुल्दाबाद पुलिस ने जारी की थीं। इस दौरान खुल्दाबाद के थाना प्रभारी अनुराग ही थे। इससे बाद वह चर्चा में आ गए थे। 2022 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंकने का खुलासा
यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान प्रयागराज के करेली में लेखपाल कॉलेज के पास बम फेंका गया। जो कि साइकिल से जाते समय एक युवक के सीने पर लगा और उसकी मौत हो गई। मतदान के दिन बम चलने की सूचना पर चुनाव आयोग के अफसर भी पहुंचे। इस पूरे मामले की जांच इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने की। जांच पड़ताल के बाद करेली के 3 युवकों को जेल भेजा गया था। तब पता चला कि अफरातफरी मचाने के लिए युवकों ने बमबाजी की थी। यह खबर भी पढ़ें…
मेरठ में 3 मंजिला मकान गिरा, परिवार के 10 की मौत यूपी के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 10 की मौत हो गई। मृतकों को मां, बेटा, बहुएं और पोता-पोती शामिल हैं। 5 लोगों का रेस्क्यू कर हॉस्पिटल भेजा गया। 15 लोग दबे थे। 16 घंटे के रेस्क्यू में सभी को बाहर निकाला गया। हालांकि SDRF और NDRF की टीम अभी भी मलबे को हटाकर देख रही है। पढ़ें पूरी खबर प्रयागराज में 32 साल के इंस्पेक्टर की चलती बस में मौत हो गई। वह लखनऊ से प्रयागराज जा रहे थे। घटना का पता उस वक्त चला, जब बस प्रयागराज पहुंची। मगर वह बस से नहीं उतरे। कंडक्टर जगाने आया तो उनका शरीर बेजान था। कंडक्टर ने हिलाया तो वह गिर गए। तुरंत सीनियर अफसरों और पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में उनको SRN हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार में पत्नी, 10 और 8 साल के दो बेटे हैं। पत्नी मौत की खबर सुनते ही बेहोश हो गई। वह मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले थे। लखनऊ में कोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे
2013 बैच के अनुराग शर्मा अभी लखनऊ कोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे। अनुराग प्रयागराज क्राइम ब्रांच के साथ-साथ करेली और खुल्दाबाद थानों के प्रभारी भी रहे थे। हाल ही में उनका ट्रांसफर लखनऊ हुआ था। ऐसे में परिवार अभी प्रयागराज के खुल्दाबाद में रहता है। रविवार को छुट्टी थी। इस वजह से प्रयागराज आ रहे थे। बस में बैठे थे, सो गए…और मौत
अनुराग शनिवार देर शाम को लखनऊ से मिर्जापुर जाने वाली बस में बैठे थे। प्रयागराज का टिकट लिया। थोड़ी देर बाद सो गए। रात ढाई बजे बस प्रयागराज पहुंची। उन्हें जीरो रोड बस स्टैंड पर उतरना था, लेकिन नहीं उतरे। इसके बाद कंडक्टर उनके पास आया तो घटना का पता चला। पुलिस ने बताया कि चूंकि वह सादे कपड़ों में थे, इसलिए उनकी तुरंत पहचान नहीं हो पाई। उनकी जेब से मोबाइल और आईडी मिली। इसके बाद उनकी शिनाख्त हुई। मौत की वजह स्पष्ट नहीं, सभी एंगल पर जांच
इंस्पेक्टर की मौत पर अभी पुलिस अफसरों ने कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि पुलिस सभी एंगल से मौत की जांच शुरू कर दी है। कंडक्टर से भी पूछताछ की गई है। इसके अलावा, लखनऊ और प्रयागराज के बस स्टेशन में लगे हुए सीसीटीवी की जांच की जा रही है। लखनऊ से प्रयागराज आते समय अनुराग की मौत हुई। शव को SRN अस्पताल में रखवा दिया है। मोबाइल से उनकी पहचान हुई। घरवालों को बताया गया है। प्रथम दृष्ट्या हार्ट अटैक से मौत लगती है। -मनोज सिंह, ACP अनुराग के साथियों ने बताया- उनकी तबीयत इन दिनों कुछ ठीक नहीं थी। लिवर से रिलेटेड कोई समस्या थी। हालांकि, वह किस स्तर पर थी इसकी जानकारी नहीं है। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। इसलिए पुलिस उन्हें अस्पताल नहीं ले गई। प्रयागराज का अटाला कांड
प्रयागराज में जून 2022 में अटाला कांड हुआ था। पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन में बवाल हो गया था। इसमें मास्टरमाइंड जावेद पंप के मकान पर बुलडोजर चला था। इसमें 113 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। 10 आरोपियों पर गैंगस्टर लगा था। पथराव करने वालों की तस्वीरें खुल्दाबाद पुलिस ने जारी की थीं। इस दौरान खुल्दाबाद के थाना प्रभारी अनुराग ही थे। इससे बाद वह चर्चा में आ गए थे। 2022 में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंकने का खुलासा
यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान प्रयागराज के करेली में लेखपाल कॉलेज के पास बम फेंका गया। जो कि साइकिल से जाते समय एक युवक के सीने पर लगा और उसकी मौत हो गई। मतदान के दिन बम चलने की सूचना पर चुनाव आयोग के अफसर भी पहुंचे। इस पूरे मामले की जांच इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने की। जांच पड़ताल के बाद करेली के 3 युवकों को जेल भेजा गया था। तब पता चला कि अफरातफरी मचाने के लिए युवकों ने बमबाजी की थी। यह खबर भी पढ़ें…
मेरठ में 3 मंजिला मकान गिरा, परिवार के 10 की मौत यूपी के मेरठ में शनिवार शाम हुए हादसे में अब तक 10 की मौत हो गई। मृतकों को मां, बेटा, बहुएं और पोता-पोती शामिल हैं। 5 लोगों का रेस्क्यू कर हॉस्पिटल भेजा गया। 15 लोग दबे थे। 16 घंटे के रेस्क्यू में सभी को बाहर निकाला गया। हालांकि SDRF और NDRF की टीम अभी भी मलबे को हटाकर देख रही है। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर