‘मुठभेड़ के दौरान हम लोग यही कहते हैं कि सरेंडर कर दो। लेकिन, उस कुख्यात ने ऐसा नहीं किया और ढेर हो गया। जब मुझे पता चला कि 10 महीने बाद उसकी बेटी की शादी है। मुझसे रहा नहीं गया। मैं उसके घर गया। कहा- चिंता न करिएगा। हम आपकी शादी करवाएंगे। लड़के पक्ष के लोगों से मिला। बिटिया की शादी करवाई।’ यह कहना है यूपी पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP गिरजा शंकर त्रिपाठी का। पीपीएस अधिकारी गिरजा शंकर ने अब 36 से ज्यादा एनकाउंटर किए। जिस जिले में तैनात रहे, वहां अपराधियों का खात्मा कर दिया। खाकी वर्दी पहने गिरजा शंकर त्रिपाठी को 26 साल हो गए हैं। इस समय बुलंदशहर के अनूपशहर में बतौर डीएसपी तैनात हैं। डेढ़ लाख के इनामी बदमाश राकेश जाटव के एनकाउंटर के बाद गिरजा शंकर खासा चर्चा में रहे। दैनिक भास्कर की स्पेशल सीरीज खाकी वर्दी में आज गिरजा शंकर त्रिपाठी की कहानी 6 चैप्टर में पढ़ेंगे… गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- मेरा जन्मदिन 12 अक्टूबर को पड़ता है। बर्थ ईयर 1972 है। गांव देवरिया का महेशपुर है। मेरे पिता प्रेम शंकर त्रिपाठी सिंचाई विभाग में इंजीनियर थे। मां क्षेमदा त्रिपाठी हाउस वाइफ। हमारे दौर में स्कूल को पाठशाला कहते थे। शुरुआत में मैं गांव की पाठशाला में ही पढ़ा। इसके बाद पिता जी का ट्रांसफर मिर्जापुर हो गया। यहां मैंने आगे की पढ़ाई शुरू की। मिर्जापुर में 1984 में मैंने हाईस्कूल पास किया, फिर 1986 में इंटर। उन दिनों इंटर पास करना आज का पीएचडी करने जैसा होता था। मैं आगे पढ़ना चाहता था। पापा को बताया कि अभी और पढ़ूंगा। तो वो बोल पड़े- हां, पढ़ाई के साथ-साथ सपने देखना भी जरूरी है। उन्होंने मुझसे कहा कि एक लक्ष्य भी बनाना चाहिए कि आगे क्या करना है। गिरजा शंकर बताते हैं- मुझे वकील बनना था। इंटर के बाद मैंने 1989 में बीएससी पूरा किया। इसके बाद मैंने वकालत की पढ़ाई शुरू की। मैं वाराणसी पहुंचा। यहां BHU से मैंने 1994 में लॉ की पढ़ाई पूरी कर ली। गिरजा शंकर त्रिपाठी कहते हैं- जब मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। तब पूर्वांचल में क्राइम ग्राफ बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा था। आए दिन हत्या-लूट, छिनैती-रेप जैसी घटनाएं हो रहीं थीं। मैंने आंखों के सामने एक आदमी का मर्डर होते हुए देखा। इतना डर गया कि वहां से दौड़कर सीधे घर पहुंचा। बस यहीं से मेरे मन में अपराधियों के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। वह बताते हैं- मैंने ठान लिया कि अपराध को खत्म करने के लिए ग्राउंड पर उतरना होगा। अपराधियों की धर-पकड़ करनी होगी। बस यहीं से मैंने पुलिस फोर्स जॉइन करने की सोच ली। 1997 में दरोगा की भर्ती निकली। मैंने परीक्षा दी और पास हो गया। इसके बाद मेरी ट्रेनिंग हुई। गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- मैं ट्रेनी दरोगा था। मुझे लखनऊ के सहादतगंज थाने भेजा गया। उन दिनों इस एरिया में कल्लू उर्फ सलीम का बड़ा खौफ था। वह लोगों को मारता और फरार हो जाता। तब आज की तरह टेक्नोलॉजी नहीं थी। ट्रेनिंग के दौरान मैं फील्ड पर जाने लगा। सीनियर मुझे क्राइम स्पॉट पर ले जाते। एविडेंस कैसे कलेक्ट करने हैं, केस सॉल्व करने के लिए क्या कुछ जरूरी होता है, हर एक चीज के बारे में बताते थे। मैं आपको सच बताऊं तो आधा क्राइम लोगों के बयानों से सॉल्व हो जाता है। मैंने ट्रेनिंग के दौरान सबसे पहले यही चीज पकड़ी। दूसरा एविडेंस होता है, जो अपराधी तक पहुंचा देता है। गिरजा शंकर बताते हैं- लखनऊ में ट्रेनिंग के दौरान एक दिन मैं फील्ड पर निकला हुआ था। हमारी टीम को सूचना मिली कि कल्लू उर्फ सलीम फरारी काटने की फिराक में है। मुखबिर की सूचना मिलने के बाद हम लोग मौके पर पहुंचे। खुद को चारों तरफ से घिरा देख कल्लू ने हमारे ऊपर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जवाबी कार्रवाई में कल्लू मार गिराया गया। यह ट्रेनिंग के दौरान मेरा पहला एनकाउंटर था। गिरजा शंकर बताते हैं- मैं लखनऊ में ही तैनात था। यहां मेरे थाना क्षेत्र में एक सभासद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी कुख्यात बदमाश लालू वर्मा था। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली। हम लोग मौके पर पहुंचे। तमाम एविडेंस कलेक्ट किए। इसके बाद हम लोग लालू को पकड़ने के लिए दबिश देने लगे। लालू बहुत चालाक था। वह हमारे पहुंचने से पहले ही अपनी लोकेशन बदल लेता था। घटना के करीब 5 दिन बाद हमने उसे पकड़ना चाहा, तब उसने गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में लालू वर्मा मार गिराया गया। डीएसपी गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- लखनऊ के बाद मेरी पोस्टिंग बनारस में हुई। यहां क्राइम तेजी के साथ बढ़ा था। बदमाशों का कहर इस कदर था कि शाम के बाद लोग घर से बाहर निकलने में घबराते थे। इसी दौरान तत्कालीन कप्तान ने एसओजी प्रभारी की जिम्मेदारी देते हुए बनारस को भयमुक्त बनाने के लिए कहा। बनारस में एसओजी प्रभारी रहते हुए 18 एनकाउंटर किए। जिनमें बनारस के नामी बदमाश राजू तिवारी, गब्बर पांडे और मन्नू उपाध्याय को एक साथ ढेर किया। डीएसपी गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- बनारस में मुख्तार अंसारी से जुड़े मुन्ना बजरंगी गैंग ने बहुत आतंक मचा रखा था। मैं उसकी गैंग तोड़ना चाहता था। इस गैंग में उमेश पहलवान महाजन पटेल जैसे कुख्यात थे। साल 2009 में इनसे हमारी मुठभेड़ हुई। दोनों ढेर कर दिए गए। ये लोग आए दिन रंगदारी वसूलते थे। लोग पैसे न दें तो उनकी हत्या तक कर देते थे। साल 2010 की बात है। यूपी में 12 से ज्यादा मर्डर करने वाला बदमाश संतोष टिक्कू उर्फ अशोक बिहारी खुलेआम घूम रहा था। मैंने इसके क्राइम पैटर्न को समझा। इसके बाद इसके पीछे लग गया। एक रोज अशोक बिहारी से भी आमना-सामना हो गया। उसने पुलिस टीम पर बंदूक तान दी। रुकने को कहा गया तो फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में अशोक बिहारी भी मारा गया। गिरजा शंकर बताते हैं कि एनकाउंटर के दौरान कई अपराधियों ने सरेंडर भी किया। कुछ तो एनकाउंटर के डर से सरेंडर करने खुद ही थाने तक पहुंच गए। डीएसपी गिरजा शंकर ने बताया- 2023 मे जालौन में सीओ सिटी बना। ड्यूटी ज्वाइन करने के कुछ दिन बाद ही जिले के नामी बदमाश कल्लू और रमेश ने सिपाही भेद सिंह को मौत के घाट उतार दिया। सिपाही की मौत के एक हफ्ते के अंदर ही दोनों आरोपी एनकाउंटर में मारे गए। बदमाश रमेश के एनकाउंटर के 10 महीने बाद उसकी बेटी की शादी थी। मुझे जैसे ही इस बारे में पता चला। मैं अपनी टीम के साथ उसके घर पहुंचा। इस नेक काम के लिए हमारी पूरी पुलिस टीम उत्साहित थी। सभी ने बिटिया को कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर दिया। हम सभी ने अभिभावक की तरह उसे विदा किया। हमारा मानना है कि अपराध किसी एक ने किया, उसकी सजा उसके घर-परिवार वाले क्यों भुगते। अचीवमेंट्स राष्ट्रपति ने दो बार दिया पुलिस वीरता पुरस्कार ………………………………… यह खबर भी पढ़ें तांत्रिक ने कहा था- पत्नी तरक्की में बाधा: वाराणसी में पूरे परिवार का कत्ल करके जान दी, पत्नी-3 बच्चों को सोते वक्त गोली मारी वाराणसी में शराब कारोबारी ने अपने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। मंगलवार सुबह 4 बजे पत्नी, 2 बेटे और 1 बेटी को सोते वक्त गोली मारी, फिर सुसाइड कर लिया। वारदात का पता उस वक्त चला, जब दोपहर में नौकरानी सफाई करने पहुंची। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची तो 4 लाशें मकान में पड़ी थीं, लेकिन आरोपी घर पर नहीं था। पढ़ें पूरी खबर… ‘मुठभेड़ के दौरान हम लोग यही कहते हैं कि सरेंडर कर दो। लेकिन, उस कुख्यात ने ऐसा नहीं किया और ढेर हो गया। जब मुझे पता चला कि 10 महीने बाद उसकी बेटी की शादी है। मुझसे रहा नहीं गया। मैं उसके घर गया। कहा- चिंता न करिएगा। हम आपकी शादी करवाएंगे। लड़के पक्ष के लोगों से मिला। बिटिया की शादी करवाई।’ यह कहना है यूपी पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP गिरजा शंकर त्रिपाठी का। पीपीएस अधिकारी गिरजा शंकर ने अब 36 से ज्यादा एनकाउंटर किए। जिस जिले में तैनात रहे, वहां अपराधियों का खात्मा कर दिया। खाकी वर्दी पहने गिरजा शंकर त्रिपाठी को 26 साल हो गए हैं। इस समय बुलंदशहर के अनूपशहर में बतौर डीएसपी तैनात हैं। डेढ़ लाख के इनामी बदमाश राकेश जाटव के एनकाउंटर के बाद गिरजा शंकर खासा चर्चा में रहे। दैनिक भास्कर की स्पेशल सीरीज खाकी वर्दी में आज गिरजा शंकर त्रिपाठी की कहानी 6 चैप्टर में पढ़ेंगे… गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- मेरा जन्मदिन 12 अक्टूबर को पड़ता है। बर्थ ईयर 1972 है। गांव देवरिया का महेशपुर है। मेरे पिता प्रेम शंकर त्रिपाठी सिंचाई विभाग में इंजीनियर थे। मां क्षेमदा त्रिपाठी हाउस वाइफ। हमारे दौर में स्कूल को पाठशाला कहते थे। शुरुआत में मैं गांव की पाठशाला में ही पढ़ा। इसके बाद पिता जी का ट्रांसफर मिर्जापुर हो गया। यहां मैंने आगे की पढ़ाई शुरू की। मिर्जापुर में 1984 में मैंने हाईस्कूल पास किया, फिर 1986 में इंटर। उन दिनों इंटर पास करना आज का पीएचडी करने जैसा होता था। मैं आगे पढ़ना चाहता था। पापा को बताया कि अभी और पढ़ूंगा। तो वो बोल पड़े- हां, पढ़ाई के साथ-साथ सपने देखना भी जरूरी है। उन्होंने मुझसे कहा कि एक लक्ष्य भी बनाना चाहिए कि आगे क्या करना है। गिरजा शंकर बताते हैं- मुझे वकील बनना था। इंटर के बाद मैंने 1989 में बीएससी पूरा किया। इसके बाद मैंने वकालत की पढ़ाई शुरू की। मैं वाराणसी पहुंचा। यहां BHU से मैंने 1994 में लॉ की पढ़ाई पूरी कर ली। गिरजा शंकर त्रिपाठी कहते हैं- जब मैं कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। तब पूर्वांचल में क्राइम ग्राफ बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा था। आए दिन हत्या-लूट, छिनैती-रेप जैसी घटनाएं हो रहीं थीं। मैंने आंखों के सामने एक आदमी का मर्डर होते हुए देखा। इतना डर गया कि वहां से दौड़कर सीधे घर पहुंचा। बस यहीं से मेरे मन में अपराधियों के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। वह बताते हैं- मैंने ठान लिया कि अपराध को खत्म करने के लिए ग्राउंड पर उतरना होगा। अपराधियों की धर-पकड़ करनी होगी। बस यहीं से मैंने पुलिस फोर्स जॉइन करने की सोच ली। 1997 में दरोगा की भर्ती निकली। मैंने परीक्षा दी और पास हो गया। इसके बाद मेरी ट्रेनिंग हुई। गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- मैं ट्रेनी दरोगा था। मुझे लखनऊ के सहादतगंज थाने भेजा गया। उन दिनों इस एरिया में कल्लू उर्फ सलीम का बड़ा खौफ था। वह लोगों को मारता और फरार हो जाता। तब आज की तरह टेक्नोलॉजी नहीं थी। ट्रेनिंग के दौरान मैं फील्ड पर जाने लगा। सीनियर मुझे क्राइम स्पॉट पर ले जाते। एविडेंस कैसे कलेक्ट करने हैं, केस सॉल्व करने के लिए क्या कुछ जरूरी होता है, हर एक चीज के बारे में बताते थे। मैं आपको सच बताऊं तो आधा क्राइम लोगों के बयानों से सॉल्व हो जाता है। मैंने ट्रेनिंग के दौरान सबसे पहले यही चीज पकड़ी। दूसरा एविडेंस होता है, जो अपराधी तक पहुंचा देता है। गिरजा शंकर बताते हैं- लखनऊ में ट्रेनिंग के दौरान एक दिन मैं फील्ड पर निकला हुआ था। हमारी टीम को सूचना मिली कि कल्लू उर्फ सलीम फरारी काटने की फिराक में है। मुखबिर की सूचना मिलने के बाद हम लोग मौके पर पहुंचे। खुद को चारों तरफ से घिरा देख कल्लू ने हमारे ऊपर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जवाबी कार्रवाई में कल्लू मार गिराया गया। यह ट्रेनिंग के दौरान मेरा पहला एनकाउंटर था। गिरजा शंकर बताते हैं- मैं लखनऊ में ही तैनात था। यहां मेरे थाना क्षेत्र में एक सभासद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी कुख्यात बदमाश लालू वर्मा था। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली। हम लोग मौके पर पहुंचे। तमाम एविडेंस कलेक्ट किए। इसके बाद हम लोग लालू को पकड़ने के लिए दबिश देने लगे। लालू बहुत चालाक था। वह हमारे पहुंचने से पहले ही अपनी लोकेशन बदल लेता था। घटना के करीब 5 दिन बाद हमने उसे पकड़ना चाहा, तब उसने गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में लालू वर्मा मार गिराया गया। डीएसपी गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- लखनऊ के बाद मेरी पोस्टिंग बनारस में हुई। यहां क्राइम तेजी के साथ बढ़ा था। बदमाशों का कहर इस कदर था कि शाम के बाद लोग घर से बाहर निकलने में घबराते थे। इसी दौरान तत्कालीन कप्तान ने एसओजी प्रभारी की जिम्मेदारी देते हुए बनारस को भयमुक्त बनाने के लिए कहा। बनारस में एसओजी प्रभारी रहते हुए 18 एनकाउंटर किए। जिनमें बनारस के नामी बदमाश राजू तिवारी, गब्बर पांडे और मन्नू उपाध्याय को एक साथ ढेर किया। डीएसपी गिरजा शंकर त्रिपाठी बताते हैं- बनारस में मुख्तार अंसारी से जुड़े मुन्ना बजरंगी गैंग ने बहुत आतंक मचा रखा था। मैं उसकी गैंग तोड़ना चाहता था। इस गैंग में उमेश पहलवान महाजन पटेल जैसे कुख्यात थे। साल 2009 में इनसे हमारी मुठभेड़ हुई। दोनों ढेर कर दिए गए। ये लोग आए दिन रंगदारी वसूलते थे। लोग पैसे न दें तो उनकी हत्या तक कर देते थे। साल 2010 की बात है। यूपी में 12 से ज्यादा मर्डर करने वाला बदमाश संतोष टिक्कू उर्फ अशोक बिहारी खुलेआम घूम रहा था। मैंने इसके क्राइम पैटर्न को समझा। इसके बाद इसके पीछे लग गया। एक रोज अशोक बिहारी से भी आमना-सामना हो गया। उसने पुलिस टीम पर बंदूक तान दी। रुकने को कहा गया तो फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में अशोक बिहारी भी मारा गया। गिरजा शंकर बताते हैं कि एनकाउंटर के दौरान कई अपराधियों ने सरेंडर भी किया। कुछ तो एनकाउंटर के डर से सरेंडर करने खुद ही थाने तक पहुंच गए। डीएसपी गिरजा शंकर ने बताया- 2023 मे जालौन में सीओ सिटी बना। ड्यूटी ज्वाइन करने के कुछ दिन बाद ही जिले के नामी बदमाश कल्लू और रमेश ने सिपाही भेद सिंह को मौत के घाट उतार दिया। सिपाही की मौत के एक हफ्ते के अंदर ही दोनों आरोपी एनकाउंटर में मारे गए। बदमाश रमेश के एनकाउंटर के 10 महीने बाद उसकी बेटी की शादी थी। मुझे जैसे ही इस बारे में पता चला। मैं अपनी टीम के साथ उसके घर पहुंचा। इस नेक काम के लिए हमारी पूरी पुलिस टीम उत्साहित थी। सभी ने बिटिया को कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर दिया। हम सभी ने अभिभावक की तरह उसे विदा किया। हमारा मानना है कि अपराध किसी एक ने किया, उसकी सजा उसके घर-परिवार वाले क्यों भुगते। अचीवमेंट्स राष्ट्रपति ने दो बार दिया पुलिस वीरता पुरस्कार ………………………………… यह खबर भी पढ़ें तांत्रिक ने कहा था- पत्नी तरक्की में बाधा: वाराणसी में पूरे परिवार का कत्ल करके जान दी, पत्नी-3 बच्चों को सोते वक्त गोली मारी वाराणसी में शराब कारोबारी ने अपने पूरे परिवार को खत्म कर दिया। मंगलवार सुबह 4 बजे पत्नी, 2 बेटे और 1 बेटी को सोते वक्त गोली मारी, फिर सुसाइड कर लिया। वारदात का पता उस वक्त चला, जब दोपहर में नौकरानी सफाई करने पहुंची। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची तो 4 लाशें मकान में पड़ी थीं, लेकिन आरोपी घर पर नहीं था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में असिस्टेंट एनवायरमेंट इंजीनियर रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार; मनु कल तीसरे मेडल के लिए खेलेगी
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में असिस्टेंट एनवायरमेंट इंजीनियर रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार; मनु कल तीसरे मेडल के लिए खेलेगी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने पलवल में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) में कार्यरत असिस्टेंट एनवायरमेंट इंजीनियर रणदीप सिंधु को 5 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रणदीप सिंधु ईंट भट्ठे पर भारी जुर्माना लगाने का डर दिखाकर उससे निजी व्यक्ति योगेश के माध्यम से 5.50 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत मिलने के बाद टीम ने तथ्यों की जांच की और आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई। इसके बाद योगेश को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो फरीदाबाद में मामला दर्ज किया गया है। हरियाणा की मनु कल तीसरे मेडल के लिए खेलेगी भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक के 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने क्वालिफिकेशन इवेंट में दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। मनु भाकर ने 590 पॉइंट्स हासिल किए। उन्होंने प्रिसिजन में 294 और रैपिड में 296 अंक स्कोर किए। हंगरी की खिलाड़ी मेजर वरानिका 592 अंक के साथ टॉप पोजिशन पर रहीं। मनु पहले ही दो कांस्य पदक जीत चुकी हैं, जबकि आज महिलाओं की 25 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफिकेशन स्पर्धा में उतरी थीं। कल यानी 3 अगस्त को वह तीसरे पदक के लिए निशाना साधेंगी। मनु भाकर के साथ निशानेबाज ईशा सिंह भी इसी स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। (पूरी खबर पढ़ें) करनाल में आस्था से खिलवाड़, शिव की प्रतिमा पर सांप छोड़ा, अफवाह उड़ाई- सांप स्वयं लिपट गया हरियाणा में करनाल के सेक्टर-32 इलाके में शिवरात्रि के दिन आस्था के साथ खिलवाड़ का एक मामला सामने आया। यहां एक युवक ने झुग्गी-झोपड़ी में घूमते एक नाग को भगवान शिव की प्रतिमा के गले में डाल दिया और अफवाह फैला दी कि शिवरात्रि पर भगवान भोले बाबा के गले में नाग स्वयं आकर लिपट गया है। इस अफवाह के फैलते ही लोगों की भारी भीड़ मंदिर में इकट्ठा हो गई, जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल थे। हर कोई भगवान के इस चमत्कारी दर्शन के लिए मंदिर की ओर दौड़ पड़ा। इस युवक ने बताया कि वह थोड़ा बहुत सांप पकड़ने में माहिर है, और उसे शिव मंदिर के पास ही यह सांप मिल गया था। (पूरी खबर पढ़ें) भी नहीं खुलेगा शंभू बॉर्डर, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- मौजूदा स्थिति बनाए रखें हरियाणा और पंजाब का शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा। हरियाणा सरकार की याचिका पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा कि शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा। बॉर्डर पर यथास्थिति बनी रहेगी। मामले की अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। हरियाणा सरकार ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। हाईकोर्ट ने सरकार को 7 दिन में बॉर्डर खोलने के निर्देश दिए थे। (पूरी खबर पढ़ें) सोनीपत में महिला को गोली मारी हरियाणा के सोनीपत में एक महिला को गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया गया। गंभीर हालत में उसे सोनीपत के निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है। मामला आपसी मनमुटाव का है। इसमें पुलिस ने थाना खरखौदा में महिला के बेटे की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार, खरखौदा की छोटू राम कॉलोनी, वार्ड नंबर 4 निवासी धीरज ने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। उनके 3 बेटे हैं, जिनमें धीरज सबसे छोटा है। उसने बताया कि उसका राजेश उर्फ पोपा निवासी रोहतक रोड खरखौदा के साथ महीनों से मनमुटाव चल रहा है। 1 अगस्त की शाम को करीब 7 बजे उसने मां को गोली मार दी। (पूरी खबर पढ़ें) पंजाब पुलिस में बड़ा फेरबदल, 28 अधिकारियों का तबादला
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ओम प्रकाश राजभर का जिक्र सुनते ही हंसने लगे शिवपाल यादव, कहा- ‘आप शुरू से जानते हो’
ओम प्रकाश राजभर का जिक्र सुनते ही हंसने लगे शिवपाल यादव, कहा- ‘आप शुरू से जानते हो’ <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर का बयान बीते कुछ दिनों से सुर्खियों में रहा है. खास तौर पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ वह खुलकर जुबानी हमले करते रहे हैं. बीते दिनों अखिलेश यादव के सीएम आवास में शिवलिंग वाले बयान पर उन्होंने जमकर पलटवार किया. अब सपा नेता शिवपाल यादव का ओम प्रकाश राजभर पर दिया गया बयान चर्चा में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, ओम प्रकाश राजभर ने बीते दिनों हनुमान जी को राजभर समाज का बता दिया था. अब इसपर शिवपाल यादव से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने ये बात सुनते ही हंसना शुरू कर दिया. सपा नेता ने कहा कि उनके बारे में तो आप शुरू से जानते हो. वो कब क्या बोल देंगे कोई नहीं जानता है. उनके बारे में हम बहुत कुछ बोल चुके हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि राजभर के इस बयान का साधु-संतों ने काफी विरोध किया था. इसपर शिवपाल यादव ने कहा, ‘बताइए ये तो हनुमान जी भगवान राम के सेवक थे. अब ये उनको भी जाति में बदलना चाहते हैं.’गौरतलब है कि ओम प्रकाश राजभर ने भगवान हनुमान जी को राजभर जाति का बताते हुए कहा था, ‘अहिरावण राम लक्ष्मण को पातालपुरी ले गया था.'</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mohammad-kaif-kumbh-sangam-dip-yeti-narasimhanand-says-this-is-wrong-2854802″>’ये बहुत गलत हुआ’ मोहम्मद कैफ के गंगा में डुबकी लगाने पर बोले यति नरसिंहानंद</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले थे राजभर</strong><br />उन्होंने अपने बयान में आगे कहा था, ‘तब किसी में हिम्मत नहीं थी उनको निकाल कर लाने की. अगर हिम्मत थी, तो राजभर जाति के हनुमान जी की थी.’ जब इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया तो उन्होंने इसके बाद सफाई भी दी. तब उन्होंने कहा था कि भगवान राम क्षत्रिय कुल में पैदा हुए थे तो हनुमान जी भी किसी कुल में पैदा हुए होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अपनी सफाई में आगे कहा था कि अहिल्या और तारा दो सगी बहन थीं, अहिल्या की शादी गौतम ऋषि से हुई थी और तारा की शादी बाली से हुई थी. बाली वानर थे, जो बताया जाता है. नल नील अंगत, जामवंत सुग्रीव और हनुमान इन सबको वानर की संज्ञा दी गई थी.</p>
यूपी में आज नहीं बरसेंगे मानसून के बदरा:मौसम विभाग का 75 जिलों में ग्रीन अलर्ट, वाराणसी में 2 सेमी. के औसत से घट रही गंगा
यूपी में आज नहीं बरसेंगे मानसून के बदरा:मौसम विभाग का 75 जिलों में ग्रीन अलर्ट, वाराणसी में 2 सेमी. के औसत से घट रही गंगा यूपी में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है, रविवार को प्रदेश में मौसम साफ रहेगा। जबकि लोकल डिस्टरबेंस के चलते कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है- बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं से 3 दिन तक भारी बारिश होगी। कुछ जिलों में लोकल डिस्टरबेंस के चलते हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 7 सितंबर को प्रयागराज सबसे गर्म जिला रहा, यहां का तापमान 37.2°C दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सभी 75 जिलों को ग्रीन अलर्ट पर रखा है। पिछले दो दिनों में कम बारिश होने के चलते नदियों का जलस्तर भी घटने लगा है। गंगा का जलस्तर 2 सेमी. प्रति घंटा कम हो रहा
वाराणसी में गंगा 2 सेमी प्रति घंटे की स्पीड से घट रहा है। शनिवार तड़के गंगा का जलस्तर 65.50 मीटर था, जो कि रविवार सुबह 65.10 मीटर पहुंच गया। जिले में शहर से लेकर देहात तक 24 घंटे में महज 1 MM से भी कम बारिश हुई। अब तक 43 जिलों में औसत से कम बारिश
1 जून से अब तक 43 जिलों में औसत से कम बारिश हुई। सिर्फ 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। हिमालय के तराई और मध्यप्रदेश से सटे जिलों में ही अच्छी बारिश हुई। अब तक प्रदेश में 619.7 MM बारिश होनी थी, लेकिन 530.4 MM हुई। जो कि सामान्य से 14% कम है। 2023 में यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था। यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था। बारिश से धान-अरहर को फायदा, सब्जियों को रिस्क
कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर पीके सिंह ने बताया- सब्जियों को छोड़ दें तो बाकी सभी फसलों को बारिश से फायदा हुआ। हालांकि, इतनी भी जोर की बारिश नहीं हुई कि सब्जियां सड़ जाएं। जुलाई में धान के खेत सूख रहे थे। ज्यादातर इलाकों में रोपाई नहीं हो पाई थी। लेकिन, जुलाई के बाद हुई बारिश ने धान की रोपाई में बड़ी मदद की। अरहर और मूंग की फसलों के लिए भी अच्छी साबित हुई। पिछले साल 620.9 MM हुई थी बारिश
2023 में यूपी में पूरे मानसून सीजन यानी कि 120 दिनों में 620.9 MM बारिश हुई थी। ये नॉर्मल के 746.2 MM से 17% कम था। इस साल 90 दिनों में 523.7 MM बारिश हो चुकी है।