झांसी में आजाद समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष धर्मेंद्र बाल्मीकि के अपहरण में नया मोड़ आ गया है। उसने ही अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। दरअसल, दो साल पहले धर्मेंद्र ने शहर में एक घर खरीदा था। घर की रकम चुकाने के लिए वह पिता से पैसे ऐंठना चाहता था। इसलिए आज सुबह घर से मॉर्निंग वॉक की बात कहकर निकला और बांदा जाकर छुप गया। रास्ते में अपने मोबाइल से पिता को मैसेज किया कि बेटे का अपहरण हो गया। 5 लाख रुपए बताए पते पर लेकर आ जाओ। पिता ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई और धर्मेंद्र को बांदा से बरामद कर लिया। पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो गया। मॉर्निंग वॉक से लौटकर नहीं आया धर्मेंद्र कुमार (36) मोंठ के मोहल्ला बड़ापुरा का रहने वाला है। रोजाना की तरह गुरुवार सुबह करीब 5:30 बजे वह मॉर्निंग वॉक पर गया था। इसके बाद वह लौटकर नहीं आया। इससे परिजनों को चिंता सताने लगी। कुछ देर बाद धर्मेंद्र के मोबाइल से उसके पिता के मोबाइल पर वॉट्सऐप मैसेज आया। इसमें लिखा था कि आपके बेटे का अपहरण हो गया है। 5 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। पुलिस को न बताना। मेरे बताए स्थान पर पैसे लेकर आ जाना। परिजनों ने फोन लगाया तो नंबर बंद था। इससे घर में दहशत का माहौल हो गया और परिजन रोने लगे। परिवार और रिश्तेदार भी घर पहुंच गए। पुलिस जांच में जुटी
कुछ देर तक परिजन इंतजार करते रहे, मगर धर्मेंद्र कुमार लौटकर नहीं आया और न ही उसका मोबाइल ऑन हुआ। इस पर परिजनों ने डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंच गई। अपहरण की बात सुनते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पिता सतीश कुमार की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले में एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी का कहना है कि धर्मेंद्र की तलाश में 3 टीमें लगी थी। रात को धर्मेंद्र को बांदा से बरामद कर लिया। उसका अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उसने खुद ही अपहरण की मनगढ़ंत कहानी बनाई थी। घर के पैसे देने थे, इसलिए रची कहानी एसपी ग्रामीण ने बताया कि धर्मेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ में शिवाजी नगर झांसी में शिफ्ट होना चाहता था। जहां पर दो साल पहले मंगल कुशवाहा नाम के एक व्यक्ति से मकान खरीदा था। इसका एग्रीमेंट हो चुका था। एग्रीमेंट मार्च 2025 में समाप्त होने वाला था। उसे 6 लाख रुपए देने थे। उसे 5 लाख रुपए की जरूरत थी। 5 लाख रुपए ऐंठने के लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। अभी पूछताछ की जा रही है। ———————————————
ये भी पढ़ें… आगरा में बेकरी का ओवन फटा, 14 कर्मचारी झुलसे:चमड़ी जल गई, सड़क पर तड़पते रहे….मदद के लिए चिल्लाते रहे आगरा में बेकरी का ओवन फटने से 14 से अधिक कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। इस दौरान अफरातफरी मच गई। झुलसे कर्मचारी रोड पर करीब 1 घंटे तक तड़पते और मदद की गुहार लगाते रहे। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस पहुंची। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना दोपहर 1 बजे की हरीपर्वत के ट्रांसपोर्ट नगर में मेडले बेकर्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की है। पढे़ं पूरी खबर… झांसी में आजाद समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष धर्मेंद्र बाल्मीकि के अपहरण में नया मोड़ आ गया है। उसने ही अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। दरअसल, दो साल पहले धर्मेंद्र ने शहर में एक घर खरीदा था। घर की रकम चुकाने के लिए वह पिता से पैसे ऐंठना चाहता था। इसलिए आज सुबह घर से मॉर्निंग वॉक की बात कहकर निकला और बांदा जाकर छुप गया। रास्ते में अपने मोबाइल से पिता को मैसेज किया कि बेटे का अपहरण हो गया। 5 लाख रुपए बताए पते पर लेकर आ जाओ। पिता ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस एक्टिव हो गई और धर्मेंद्र को बांदा से बरामद कर लिया। पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हो गया। मॉर्निंग वॉक से लौटकर नहीं आया धर्मेंद्र कुमार (36) मोंठ के मोहल्ला बड़ापुरा का रहने वाला है। रोजाना की तरह गुरुवार सुबह करीब 5:30 बजे वह मॉर्निंग वॉक पर गया था। इसके बाद वह लौटकर नहीं आया। इससे परिजनों को चिंता सताने लगी। कुछ देर बाद धर्मेंद्र के मोबाइल से उसके पिता के मोबाइल पर वॉट्सऐप मैसेज आया। इसमें लिखा था कि आपके बेटे का अपहरण हो गया है। 5 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। पुलिस को न बताना। मेरे बताए स्थान पर पैसे लेकर आ जाना। परिजनों ने फोन लगाया तो नंबर बंद था। इससे घर में दहशत का माहौल हो गया और परिजन रोने लगे। परिवार और रिश्तेदार भी घर पहुंच गए। पुलिस जांच में जुटी
कुछ देर तक परिजन इंतजार करते रहे, मगर धर्मेंद्र कुमार लौटकर नहीं आया और न ही उसका मोबाइल ऑन हुआ। इस पर परिजनों ने डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंच गई। अपहरण की बात सुनते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पिता सतीश कुमार की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले में एसपी ग्रामीण गोपीनाथ सोनी का कहना है कि धर्मेंद्र की तलाश में 3 टीमें लगी थी। रात को धर्मेंद्र को बांदा से बरामद कर लिया। उसका अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उसने खुद ही अपहरण की मनगढ़ंत कहानी बनाई थी। घर के पैसे देने थे, इसलिए रची कहानी एसपी ग्रामीण ने बताया कि धर्मेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ में शिवाजी नगर झांसी में शिफ्ट होना चाहता था। जहां पर दो साल पहले मंगल कुशवाहा नाम के एक व्यक्ति से मकान खरीदा था। इसका एग्रीमेंट हो चुका था। एग्रीमेंट मार्च 2025 में समाप्त होने वाला था। उसे 6 लाख रुपए देने थे। उसे 5 लाख रुपए की जरूरत थी। 5 लाख रुपए ऐंठने के लिए उसने अपहरण की झूठी कहानी रची थी। अभी पूछताछ की जा रही है। ———————————————
ये भी पढ़ें… आगरा में बेकरी का ओवन फटा, 14 कर्मचारी झुलसे:चमड़ी जल गई, सड़क पर तड़पते रहे….मदद के लिए चिल्लाते रहे आगरा में बेकरी का ओवन फटने से 14 से अधिक कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। इस दौरान अफरातफरी मच गई। झुलसे कर्मचारी रोड पर करीब 1 घंटे तक तड़पते और मदद की गुहार लगाते रहे। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस पहुंची। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना दोपहर 1 बजे की हरीपर्वत के ट्रांसपोर्ट नगर में मेडले बेकर्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की है। पढे़ं पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर