6 महीने में इंटरनेशनल फिल्म सिटी का काम होगा शुरू:बोनी कपूर फर्स्ट फेज में 230 एकड़ जमीन करेंगे विकसित, 1510 करोड़ होंगे खर्च

6 महीने में इंटरनेशनल फिल्म सिटी का काम होगा शुरू:बोनी कपूर फर्स्ट फेज में 230 एकड़ जमीन करेंगे विकसित, 1510 करोड़ होंगे खर्च

नोएडा में छह महीने में इंटरनेशनल फिल्म सिटी निर्माण का काम शुरू होगा। 12 जून को कंपनी मेसर्स बेव्यू प्रोजेक्ट्स जमीन पर कब्जा लेगी। 1000 एकड़ में फिल्म सिटी बनाई जानी है। छह महीने में पहले फेज यानी 230 एकड़ पर काम शुरू होगा। इस पर 1510 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ये जमीन यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-21 में है। जिसकी फेंसिंग कराई जा चुकी है। जमीन पर कब्जा लेने से पहले कंपनी को स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी का गठन करना होगा। बैंक गारंटी 80 करोड़ रुपए जमा करना होगा। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण में एक बैठक के दौरान फिल्म निर्माता बोनी कपूर की तरफ से आश्वासन दिया गया कि 12 जून से पहले सारी प्रक्रिया पूरी कर जमीन पर कब्जा लेंगे। कंपनी का प्रयास होगा कि जमीन पर कब्जा मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। कंपनी द्वारा लगाई गई सबसे बड़ी आर्थिक बिड के हिसाब से कंपनी का चयन किया गया था। मार्च में बेव्यू कंपनी को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के हाथों से आवंटन पत्र सौंपा गया था। फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज में होगा निर्माण 18 फीसदी रेवेन्यू शेयरिंग के साथ लगाई थी बोली
फिल्म सिटी निर्माण को लेकर फरवरी में फाइनेंशियल बिड खोली गई थी। जिसमें फिल्म निर्माता व निर्देशक बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने रियल एस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे ज्यादा 18 फीसदी रेवेन्यू शेयरिंग की बोली लगाकर फर्स्ट फेज के निर्माण के लिए विकास कर्ता कंपनी का अधिकार प्राप्त किया था। फिल्म सिटी रन होने के 8 साल बाद विकास कर्ता कंपनी को होने वाली कुल आय का 18 फीसदी हिस्सा प्राधिकरण को मिलेगा। 90 साल की लीज पर दी जाएगी जमीन
डॉ़ अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण ने बताया कि फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज के निर्माण के लिए प्राधिकरण पहले से ही जमीन पर कब्जा ले चुका है। 12 जून को बे-व्यू प्रोजेक्ट्स को जमीन पर कब्जा दे दिया जाएगा। 90 साल की लीज पर जमीन दिया गया। यमुना प्राधिकरण फिल्म सिटी के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण करेगा। इसके अलावा आंतरिक विकास से लेकर फिल्म सिटी की डिजाइन, फाइनेंस आपरेट, राजस्व इकट्ठा इन सब की जिम्मेदारी विकास कर्ता कंपनी की होगी। कंपनी जमीन का ट्रांसफर, सब लीज आदि नहीं कर पाएगी। सिर्फ किसी को भी सब लाइसेंस देने की छूट होगी। दूसरे चरण में होटल और तीसरे चरण में रिटेल स्टोर
फिल्म सिटी के दूसरे चरण में होटल, रिसोर्ट और व्यवसायिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल सेक्टर का विकास होगा। इस दौरान पूरी फिल्म सिटी के सभी विकास कार्य पूर्ण हों। अनोखी होगी नोएडा की फिल्म सिटी नोएडा में छह महीने में इंटरनेशनल फिल्म सिटी निर्माण का काम शुरू होगा। 12 जून को कंपनी मेसर्स बेव्यू प्रोजेक्ट्स जमीन पर कब्जा लेगी। 1000 एकड़ में फिल्म सिटी बनाई जानी है। छह महीने में पहले फेज यानी 230 एकड़ पर काम शुरू होगा। इस पर 1510 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ये जमीन यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-21 में है। जिसकी फेंसिंग कराई जा चुकी है। जमीन पर कब्जा लेने से पहले कंपनी को स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी का गठन करना होगा। बैंक गारंटी 80 करोड़ रुपए जमा करना होगा। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण में एक बैठक के दौरान फिल्म निर्माता बोनी कपूर की तरफ से आश्वासन दिया गया कि 12 जून से पहले सारी प्रक्रिया पूरी कर जमीन पर कब्जा लेंगे। कंपनी का प्रयास होगा कि जमीन पर कब्जा मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। कंपनी द्वारा लगाई गई सबसे बड़ी आर्थिक बिड के हिसाब से कंपनी का चयन किया गया था। मार्च में बेव्यू कंपनी को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के हाथों से आवंटन पत्र सौंपा गया था। फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज में होगा निर्माण 18 फीसदी रेवेन्यू शेयरिंग के साथ लगाई थी बोली
फिल्म सिटी निर्माण को लेकर फरवरी में फाइनेंशियल बिड खोली गई थी। जिसमें फिल्म निर्माता व निर्देशक बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने रियल एस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे ज्यादा 18 फीसदी रेवेन्यू शेयरिंग की बोली लगाकर फर्स्ट फेज के निर्माण के लिए विकास कर्ता कंपनी का अधिकार प्राप्त किया था। फिल्म सिटी रन होने के 8 साल बाद विकास कर्ता कंपनी को होने वाली कुल आय का 18 फीसदी हिस्सा प्राधिकरण को मिलेगा। 90 साल की लीज पर दी जाएगी जमीन
डॉ़ अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण ने बताया कि फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज के निर्माण के लिए प्राधिकरण पहले से ही जमीन पर कब्जा ले चुका है। 12 जून को बे-व्यू प्रोजेक्ट्स को जमीन पर कब्जा दे दिया जाएगा। 90 साल की लीज पर जमीन दिया गया। यमुना प्राधिकरण फिल्म सिटी के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण करेगा। इसके अलावा आंतरिक विकास से लेकर फिल्म सिटी की डिजाइन, फाइनेंस आपरेट, राजस्व इकट्ठा इन सब की जिम्मेदारी विकास कर्ता कंपनी की होगी। कंपनी जमीन का ट्रांसफर, सब लीज आदि नहीं कर पाएगी। सिर्फ किसी को भी सब लाइसेंस देने की छूट होगी। दूसरे चरण में होटल और तीसरे चरण में रिटेल स्टोर
फिल्म सिटी के दूसरे चरण में होटल, रिसोर्ट और व्यवसायिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल सेक्टर का विकास होगा। इस दौरान पूरी फिल्म सिटी के सभी विकास कार्य पूर्ण हों। अनोखी होगी नोएडा की फिल्म सिटी   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर