<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितना भी चालाक हो, कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकता. सात सालों तक पुलिस को चकमा देने वाला और घोषित अपराधी जियाउल शेख को आखिरकार धर दबोचा गया. चोरी के संगीन मामले में फरार चल रहा यह अपराधी अब कानून का सामना करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, 7 मार्च 2018 की रात टेम्पो चालक उद्गार कामत ने जैसे ही अपने वाहन को बुढ़पुर गांव के पास खड़ा किया, उसे क्या पता था कि कुछ घंटे बाद वह एक बड़ी साजिश का शिकार बनने वाला है. उसके टेम्पो में लोड किए गए महंगे एयर कंडीशनर अगली सुबह गायब थे. लेकिन किस्मत ने साथ दिया घटनास्थल पर मौजूद चारों चोरों में से एक को उसने मौके पर रंगे हाथों पकड़ लिया. बाकी तीन, जिनमें मुख्य आरोपी जियाउल शेख भी शामिल था, अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक अपराधी, कई नाम</strong><br />जियाउल शेख, जो लोनी (गाजियाबाद) का रहने वाला है, पुलिस रिकॉर्ड में एक जाना-पहचाना नाम था. तीन चोरी के मामलों में पहले ही नाम सामने आ चुका था, लेकिन गिरफ्तारी से वह हमेशा बचता रहा. उसे पकड़ना इतना आसान नहीं था. वह लगातार नाम और ठिकाने बदलता रहा, लेकिन अपराध शाखा की टीम ने हार नहीं मानी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने बिछाया ऐसा जाल</strong><br />निरीक्षक संदीप तुषीर के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने महीनों तक जियाउल की गतिविधियों पर नजर रखी. पुलिस ने उसकी अंतिम लोकेशन मुकरबा चौक, जहांगीरपुरी पता चली. इसके बाद सटीक प्लानिंग और फुर्ती से काम करते हुए पुलिस टीम ने इलाके में जाल बिछाया और जियाउल शेख को गिरफ्तार कर लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आपराधिक जीवन की शुरुआत स्कूल छोड़ने के बाद</strong><br />10वीं कक्षा के बाद स्कूल से नाता तोड़कर जियाउल गलत संगत में पड़ गया. छोटी-मोटी चोरी से शुरू हुआ उसका अपराध सफर धीरे-धीरे बड़े रैकेट की ओर बढ़ गया. पुलिस को चकमा देना, नाम बदलना, ठिकाने बदलना सब कुछ उसकी रणनीति का हिस्सा था. लेकिन वह भूल गया कि कानून की नजर हर कोने पर होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब कानून करेगा फैसला</strong><br />जियाउल शेख को अब अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उसके अपराधों का हिसाब-किताब होगा. दिल्ली पुलिस ने इस कार्रवाई से न केवल न्याय को मजबूती दी है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि कानून का पहिया चाहे धीरे चले, पर चलता जरूर है और जब चलता है, तो न्याय सुनिश्चित होता है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितना भी चालाक हो, कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकता. सात सालों तक पुलिस को चकमा देने वाला और घोषित अपराधी जियाउल शेख को आखिरकार धर दबोचा गया. चोरी के संगीन मामले में फरार चल रहा यह अपराधी अब कानून का सामना करेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, 7 मार्च 2018 की रात टेम्पो चालक उद्गार कामत ने जैसे ही अपने वाहन को बुढ़पुर गांव के पास खड़ा किया, उसे क्या पता था कि कुछ घंटे बाद वह एक बड़ी साजिश का शिकार बनने वाला है. उसके टेम्पो में लोड किए गए महंगे एयर कंडीशनर अगली सुबह गायब थे. लेकिन किस्मत ने साथ दिया घटनास्थल पर मौजूद चारों चोरों में से एक को उसने मौके पर रंगे हाथों पकड़ लिया. बाकी तीन, जिनमें मुख्य आरोपी जियाउल शेख भी शामिल था, अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एक अपराधी, कई नाम</strong><br />जियाउल शेख, जो लोनी (गाजियाबाद) का रहने वाला है, पुलिस रिकॉर्ड में एक जाना-पहचाना नाम था. तीन चोरी के मामलों में पहले ही नाम सामने आ चुका था, लेकिन गिरफ्तारी से वह हमेशा बचता रहा. उसे पकड़ना इतना आसान नहीं था. वह लगातार नाम और ठिकाने बदलता रहा, लेकिन अपराध शाखा की टीम ने हार नहीं मानी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने बिछाया ऐसा जाल</strong><br />निरीक्षक संदीप तुषीर के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने महीनों तक जियाउल की गतिविधियों पर नजर रखी. पुलिस ने उसकी अंतिम लोकेशन मुकरबा चौक, जहांगीरपुरी पता चली. इसके बाद सटीक प्लानिंग और फुर्ती से काम करते हुए पुलिस टीम ने इलाके में जाल बिछाया और जियाउल शेख को गिरफ्तार कर लिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आपराधिक जीवन की शुरुआत स्कूल छोड़ने के बाद</strong><br />10वीं कक्षा के बाद स्कूल से नाता तोड़कर जियाउल गलत संगत में पड़ गया. छोटी-मोटी चोरी से शुरू हुआ उसका अपराध सफर धीरे-धीरे बड़े रैकेट की ओर बढ़ गया. पुलिस को चकमा देना, नाम बदलना, ठिकाने बदलना सब कुछ उसकी रणनीति का हिस्सा था. लेकिन वह भूल गया कि कानून की नजर हर कोने पर होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब कानून करेगा फैसला</strong><br />जियाउल शेख को अब अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उसके अपराधों का हिसाब-किताब होगा. दिल्ली पुलिस ने इस कार्रवाई से न केवल न्याय को मजबूती दी है, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि कानून का पहिया चाहे धीरे चले, पर चलता जरूर है और जब चलता है, तो न्याय सुनिश्चित होता है.</p> दिल्ली NCR बस्ती: सास के प्यार में पड़ा होने वाला दामाद, फोन पर करते थे घंटों बात, शादी टूटने के बाद दोनों हुए फरार
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