हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मेगा ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने 18 करोड़ रुपए में खरीदा है। वह IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बन गए हैं। चहल क्रिकेट में आने से पहले चैस के नेशनल स्तर के खिलाड़ी रहे हैं। वह 2018 से दिल्ली में इनकम टैक्स सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। युजवेंद्र चहल 4-5 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलने लगे थे। उनका पैतृक गांव जींद का दरियावाला है। युजवेंद्र चहल का क्रिकेट का सफर आरंभ से ही बड़ा चुनौतीपूर्ण रहा है। उनके पिता केके चहल जींद जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रहे हैं। उन्होंने उनके लिए रेलवे स्टेशन के साथ लगते अपने खेत में ही क्रिकेट की पिच तैयार करके दी थी। साल 2000 में उन्होंने हरियाणा की अंडर 14 टीम में खेले। 2009 में उन्होंने हरियाणा से रणजी मैच खेला। 2011 में मुंबई इंडियंस टीम से उनकी IPL की शुरुआत हुई। युजवेंद्र चहल ने 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू किया। पहला मैच उन्होंने जिम्बाब्वे में खेला। 2013 में IPL मैच के दौरान जब वे बेंगलुरु में थे तो तब एक साथी खिलाड़ी ने शराब के नशे में उन्हें नीचे लटका दिया था। इसका खुलासा चहल ने खुद यूट्यूब चैनल पर टीम के खिलाड़ी आर अश्निन और करुण नायक के साथ बातचीत के दौरान किया था। रोज 4 से 5 घंटे क्रिकेट खेलते थे चहल युजवेंद्र ने बताया था कि मेरे पहले गुरु पिता एडवोकेट कृष्ण कुमार हैं। उन्होंने ही खेलने में मदद की। मैं ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न का फैन हूं। 2012 में IPL के दौरान उनसे मुलाकात हुई थी। तब उन्होंने बॉलिंग के बारे में कई अच्छी जानकारियां दीं। तभी से मेरा भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का सपना था। स्कूल के समय से ही रोज 4 से 5 घंटे क्रिकेट खेलता था। दिल्ली में कोच रणधीर सिंह की एकेडमी जॉइन की। वहां रहते हुए IPL खेला। भारतीय क्रिकेट टीम में सिलेक्ट होने से पहले फरीदाबाद में जिम्बाब्वे-इंडिया और चंडीगढ़ में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के मैच स्टेडियम में जाकर देखता था। सालासर बालाजी में गहरी आस्था युजवेंद्र चहल ने मीडिया चैनल को बताया था कि राजस्थान स्थित सालासर बालाजी हमारे इष्ट देव हैं। उनमें पूरी आस्था है। कई साल से लगातार वे बालाजी महाराज के दर्शन करने जाते हैं। हालांकि माता पिता पिछले कई साल से यहां आ रहे हैं। मां सुनीता चहल करीब 10 साल से शरद पूर्णिमा पर मेले में पैदल यात्रियों के साथ आती थीं। दिसंबर 2020 में धनश्री से शादी हुई युजवेंद्र चहल की 22 दिसंबर 2020 को कोरियोग्राफर धनश्री से गुरुग्राम में शादी हुई थी। दोनों की पहचान डांस क्लास के दौरान हुई। लॉकडाउन के दौरान धनश्री मुंबई में ऑनलाइन डांस एकेडमी चलाती थीं। चहल ने भी क्लास जॉइन की थी। 2019 में अप्रैल से जून महीने तक क्लास के दौरान धनश्री को पसंद करने लगे और फिर दोनों में प्यार हो गया। 8 अगस्त 2020 को उनकी संगाई हुई थी। ***************************************************** IPL से जुूड़ी ये खबर भी पढ़ें :- IPL मेगा ऑक्शन में हरियाणा-पंजाब के खिलाड़ियों की नीलामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के लिए मेगा ऑक्शन सऊदी अरब के जेद्दा में शुरू हो गया है। हरियाणा और पंजाब के कई खिलाड़ियों पर मेगा ऑक्शन में बोली लगाई जाएगी। पंजाब किंग्स ने मोहाली के रहने वाले बॉलर अर्शदीप सिंह और जींद के रहने वाले युजवेंद्र चहल को 18 करोड़ रुपए में खरीदा है। चहल IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मेगा ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने 18 करोड़ रुपए में खरीदा है। वह IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बन गए हैं। चहल क्रिकेट में आने से पहले चैस के नेशनल स्तर के खिलाड़ी रहे हैं। वह 2018 से दिल्ली में इनकम टैक्स सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। युजवेंद्र चहल 4-5 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलने लगे थे। उनका पैतृक गांव जींद का दरियावाला है। युजवेंद्र चहल का क्रिकेट का सफर आरंभ से ही बड़ा चुनौतीपूर्ण रहा है। उनके पिता केके चहल जींद जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव रहे हैं। उन्होंने उनके लिए रेलवे स्टेशन के साथ लगते अपने खेत में ही क्रिकेट की पिच तैयार करके दी थी। साल 2000 में उन्होंने हरियाणा की अंडर 14 टीम में खेले। 2009 में उन्होंने हरियाणा से रणजी मैच खेला। 2011 में मुंबई इंडियंस टीम से उनकी IPL की शुरुआत हुई। युजवेंद्र चहल ने 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू किया। पहला मैच उन्होंने जिम्बाब्वे में खेला। 2013 में IPL मैच के दौरान जब वे बेंगलुरु में थे तो तब एक साथी खिलाड़ी ने शराब के नशे में उन्हें नीचे लटका दिया था। इसका खुलासा चहल ने खुद यूट्यूब चैनल पर टीम के खिलाड़ी आर अश्निन और करुण नायक के साथ बातचीत के दौरान किया था। रोज 4 से 5 घंटे क्रिकेट खेलते थे चहल युजवेंद्र ने बताया था कि मेरे पहले गुरु पिता एडवोकेट कृष्ण कुमार हैं। उन्होंने ही खेलने में मदद की। मैं ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न का फैन हूं। 2012 में IPL के दौरान उनसे मुलाकात हुई थी। तब उन्होंने बॉलिंग के बारे में कई अच्छी जानकारियां दीं। तभी से मेरा भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने का सपना था। स्कूल के समय से ही रोज 4 से 5 घंटे क्रिकेट खेलता था। दिल्ली में कोच रणधीर सिंह की एकेडमी जॉइन की। वहां रहते हुए IPL खेला। भारतीय क्रिकेट टीम में सिलेक्ट होने से पहले फरीदाबाद में जिम्बाब्वे-इंडिया और चंडीगढ़ में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के मैच स्टेडियम में जाकर देखता था। सालासर बालाजी में गहरी आस्था युजवेंद्र चहल ने मीडिया चैनल को बताया था कि राजस्थान स्थित सालासर बालाजी हमारे इष्ट देव हैं। उनमें पूरी आस्था है। कई साल से लगातार वे बालाजी महाराज के दर्शन करने जाते हैं। हालांकि माता पिता पिछले कई साल से यहां आ रहे हैं। मां सुनीता चहल करीब 10 साल से शरद पूर्णिमा पर मेले में पैदल यात्रियों के साथ आती थीं। दिसंबर 2020 में धनश्री से शादी हुई युजवेंद्र चहल की 22 दिसंबर 2020 को कोरियोग्राफर धनश्री से गुरुग्राम में शादी हुई थी। दोनों की पहचान डांस क्लास के दौरान हुई। लॉकडाउन के दौरान धनश्री मुंबई में ऑनलाइन डांस एकेडमी चलाती थीं। चहल ने भी क्लास जॉइन की थी। 2019 में अप्रैल से जून महीने तक क्लास के दौरान धनश्री को पसंद करने लगे और फिर दोनों में प्यार हो गया। 8 अगस्त 2020 को उनकी संगाई हुई थी। ***************************************************** IPL से जुूड़ी ये खबर भी पढ़ें :- IPL मेगा ऑक्शन में हरियाणा-पंजाब के खिलाड़ियों की नीलामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के लिए मेगा ऑक्शन सऊदी अरब के जेद्दा में शुरू हो गया है। हरियाणा और पंजाब के कई खिलाड़ियों पर मेगा ऑक्शन में बोली लगाई जाएगी। पंजाब किंग्स ने मोहाली के रहने वाले बॉलर अर्शदीप सिंह और जींद के रहने वाले युजवेंद्र चहल को 18 करोड़ रुपए में खरीदा है। चहल IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बन गए हैं। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नाडा से मेल आया है कि मेरे ऊपर 4 साल का बैन लगाया गया है। मैं बताना चाहता हूं कि 13 दिसंबर 2023 को नाडा की टीम मेरे पास आई थी। 2 दिन बाद 15 दिसंबर को मैंने पोस्ट डाली थी कि वह मेरे पास एक्सपायरी किट लेकर आए हैं। मैंने दिसंबर से लेकर मार्च तक 3 से 4 मेल की हैं। जिसमें कार्रवाई के बारे में जवाब मांगा था। जो डीसीओ उस दिन मेरा डोप टेस्ट लेने आया था, वह 3-4 बार पहले भी मेरा डोप टेस्ट लेकर जा चुका है। इसके बावजूद मुझे कोई जवाब नहीं दिया गया। 2. वेन्यू छोड़कर नहीं भागा, कुश्ती के बीच सैंपल लेने आए
मार्च 2024 ओलिंपिक क्वालिफाई के लिए ट्रायल हुए। उसमें मुझ पर नाडा ने आरोप लगाए कि बजरंग डोप सैंपल देने से पहले वेन्यू छोड़कर भाग गए। मैं बताना चाहता हूं कि मेरे पास सबूत है कि वे कुश्ती के बीच मेरे पास आए। उसके बाद मेरी एक और कुश्ती थी। रूल के हिसाब से कुश्ती के बीच में आपके पास कोई भी डोप टेस्ट लेने के लिए नहीं आ सकता। कुश्ती या टूर्नामेंट खत्म होने या बाहर होने के बाद सैंपल ले सकते हैं। जब वे मेरे पास आए तो मुझे कोई ID नहीं दिखाई। मैंने उन्हें कहा कि मेरी एक और बाउट है, उसके बाद आना। मैंने वहां SAI के डॉक्टर को मेडिकल देकर वेन्यू छोड़ा। उसके बाद मेरे पास कोई सूचना तक देने के लिए नहीं आया। 3. पहलवान आंदोलन के वक्त कभी सैंपल के लिए मना नहीं किया
फिर उन्होंने पैनल बनाया। जिसमें मेरी सुनवाई हुई। उसने मुझे बहाल कर दिया। उसके बाद फिर से पैनल बनाकर मुझे सस्पेंड कर दिया गया। अब मैंने फिर जवाब दिए तो उस पर जवाब आया कि आप पर 4 साल का बैन लगा रहे हैं। मैं ये पूछना चाहता हूं कि क्या यह कसूर महिला खिलाड़ियों के साथ खड़े होने का है। यह सब पहलवान आंदोलन से चल रहा है। उस समय मेरा 6 बार सैंपल लिया गया, मैंने कभी मना नहीं किया। 4. आंदोलन की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा
हमने तब भी कहा था कि सरकार हमें टारगेट कर रही है। एक्सपायरी किट को देखकर हमने आवाज उठाई। अब साबित हो गया कि बड़े खिलाड़ियों के साथ बेहूदा हरकत करते हैं तो आप पर कौन भरोसा कर सकता है। मुझे लगता है कि प्रोटेस्ट की वजह से हमें टारगेट किया जा रहा है। 2 महिला खिलाड़ियों को भी बताया गया कि उनके पास डोप टेस्ट वाले आ रहे हैं। वैसे डोप टेस्ट लेने के बारे में किसी को पता नहीं होता, लेकिन बृजभूषण के लोगों को सब पता रहता है। उन्हें पीछे हटने की धमकी दी जाती है कि वह भी फंस सकती हैं। 5. शर्म की बात, न्याय मांगने वालों को लाठी-डंडे मिल रहे
यह बहुत शर्म की बात है कि देश की बेटियां और किसान न्याय मांगते हैं, उन्हें लाठी-डंडे मिलते हैं। रोड पर घसीटा जाता है। हमें डरा-धमकाकर पीछे करने की कोशिश की जा रही है। हम न डरेंगे और न ही पीछे हटेंगे। मैं कोर्ट में लड़ रहा हूं। मैं लास्ट तक लड़ाई लडूंगा। 6. सरकार के इशारे पर चल रही नाडा
यह बैन व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। भाजपा सरकार और फेडरेशन ने मुझे फंसाने और मेरे करियर को खत्म करने के लिए यह चाल चली है। यह फैसला निष्पक्ष नहीं है, बल्कि मेरे और मेरे जैसे अन्य खिलाड़ियों को चुप कराने की कोशिश है। NADA की इस हरकत ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें निष्पक्षता से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह के तमाम संस्थान सरकार के इशारे पर चल रहें हैं। बजरंग पूनिया से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… रेसलर बजरंग पूनिया चार साल के लिए सस्पेंड नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने पहलवान बजरंग पूनिया को चार साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। पूनिया ने 10 मार्च को राष्ट्रीय टीम के सिलेक्शन ट्रायल के दौरान डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था, जिसके चलते उन पर कार्रवाई हुई। पूरी खबर पढ़ें…