लुधियाना में घोड़ी अनियंत्रित होकर खंभे से टकराई:बारात में पैसे लूटने लगा रथ चालक, 1 किलोमीटर तक भागा, कमर में घुस गई लोहे की पत्ती

लुधियाना में घोड़ी अनियंत्रित होकर खंभे से टकराई:बारात में पैसे लूटने लगा रथ चालक, 1 किलोमीटर तक भागा, कमर में घुस गई लोहे की पत्ती

पंजाब के लुधियाना में आज उपकार नगर में एक शादी समारोह के दौरान बैंड बाजे और पटाखों की आवाज से दो घोड़े बेकाबू हो गए। घोड़ों के रथ का चालक बारात में पैसे लूटने गया था। इसी दौरान अचानक घोड़े बेकाबू हो गए। घोड़े करीब 1 किलोमीटर तक तेज रफ्तार से भागते रहे। गनीमत रही कि जिस समय घोड़े बेकाबू हुए उस समय रथ पर दूल्हा या उसका कोई रिश्तेदार नहीं बैठा था, वरना आज बड़ा हादसा हो सकता था। खंभे से टकराई, कमर में घुसी लोहे की पत्ती बेकाबू घोड़ियां एक खंभे से टकरा गई। खंभे के पास लगी लोहे की पत्ती घोड़ी की कमर में घुस गई। खून से लथपथ घोड़ी सड़क पर तड़पने लगी। आस-पास के लोगों ने घोड़ी चालक को सूचित किया। जिसके बाद एक एनजीओं की मदद से घायल घोड़ी को उपचार के लिए पशुओं के अस्पताल ले जाया गया। घोड़े का कूल्हा टूटा प्रत्यक्षदर्शी पवन ने बताया कि उपकार नगर में उनकी खाने की दुकान है। उन्होंने देखा कि दो घोड़े अनियंत्रित होकर रथ के साथ सड़क पर दौड़ रहे थे। उनके पीछे कोई नहीं था। अचानक घोड़े इलाके में लगे एक खंभे से टकरा गए। हादसे के दौरान खंभे पर लगी लोहे की चादर घोड़े की पीठ में घुस गई। ऐसा लग रहा है कि घोड़े का कूल्हा टूट गया है। समाज सेवक अनमोल संधू ने कहा कि उनकी एनजीओ का नाम हैल्प फॉर ऐनिमल है। उन्हें इलाके से किसी की कॉल आई थी कि इलाके में घोड़ियों का एक्सीडेंट हो गया है। घोड़ी का रथ चलाने वाला व्यक्ति नशेड़ी है। रथ चालक बारात में पैसे लूटने चला गया। रथ बेकाबू होने से घोड़ियां खंभे से टकरा गई। घोड़ी की हालत हुई नाजुक खंभे के पास लगी लोहे की पत्ती एक घोड़ी की कमर में लग गई। एम्बुलेंस मौके पर लेकर आए है लेकिन ये एम्बुलेंस छोटी है। इस कारण अब बड़ा रेहड़ा मंगवाया है उस में लाद कर घोड़ी को जानवरों के अस्पताल लेकर जाया जाएगा। घोड़ी की हालत नाजुक है। रथ चालक की बड़ी लापरवाही है जिसने घोड़ियों की लगाम छोड़ी और पैसे इक्ट्ठे करने चला गया। अनमोल ने कहा कि जिस जगह हादसे हुआ है वहां सरकारी स्कूल भी है। शुक्र है कि जिस समय घोड़ियां बेकाबू हुई उस समय स्कूल की छुट्टी नहीं हुई थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। घोड़ी चालक बोला… घोड़ी चालक मंदीप ने कहा कि घोड़ियों की आंखों पर लगाई चश्में टूट गए थे। इस कारण वह बेकाबू हुई है। मंदीप ने कहा कि वह पैसे लूटने नहीं गए थे। मंदीप मुताबिक जब घोड़ियां बेकाबू हुई तब वह रथ उतर कर उसके बराबर भागने लगे। इस बीच उसके एक साथी की छात्ती पर भी चोट लगी। पंजाब के लुधियाना में आज उपकार नगर में एक शादी समारोह के दौरान बैंड बाजे और पटाखों की आवाज से दो घोड़े बेकाबू हो गए। घोड़ों के रथ का चालक बारात में पैसे लूटने गया था। इसी दौरान अचानक घोड़े बेकाबू हो गए। घोड़े करीब 1 किलोमीटर तक तेज रफ्तार से भागते रहे। गनीमत रही कि जिस समय घोड़े बेकाबू हुए उस समय रथ पर दूल्हा या उसका कोई रिश्तेदार नहीं बैठा था, वरना आज बड़ा हादसा हो सकता था। खंभे से टकराई, कमर में घुसी लोहे की पत्ती बेकाबू घोड़ियां एक खंभे से टकरा गई। खंभे के पास लगी लोहे की पत्ती घोड़ी की कमर में घुस गई। खून से लथपथ घोड़ी सड़क पर तड़पने लगी। आस-पास के लोगों ने घोड़ी चालक को सूचित किया। जिसके बाद एक एनजीओं की मदद से घायल घोड़ी को उपचार के लिए पशुओं के अस्पताल ले जाया गया। घोड़े का कूल्हा टूटा प्रत्यक्षदर्शी पवन ने बताया कि उपकार नगर में उनकी खाने की दुकान है। उन्होंने देखा कि दो घोड़े अनियंत्रित होकर रथ के साथ सड़क पर दौड़ रहे थे। उनके पीछे कोई नहीं था। अचानक घोड़े इलाके में लगे एक खंभे से टकरा गए। हादसे के दौरान खंभे पर लगी लोहे की चादर घोड़े की पीठ में घुस गई। ऐसा लग रहा है कि घोड़े का कूल्हा टूट गया है। समाज सेवक अनमोल संधू ने कहा कि उनकी एनजीओ का नाम हैल्प फॉर ऐनिमल है। उन्हें इलाके से किसी की कॉल आई थी कि इलाके में घोड़ियों का एक्सीडेंट हो गया है। घोड़ी का रथ चलाने वाला व्यक्ति नशेड़ी है। रथ चालक बारात में पैसे लूटने चला गया। रथ बेकाबू होने से घोड़ियां खंभे से टकरा गई। घोड़ी की हालत हुई नाजुक खंभे के पास लगी लोहे की पत्ती एक घोड़ी की कमर में लग गई। एम्बुलेंस मौके पर लेकर आए है लेकिन ये एम्बुलेंस छोटी है। इस कारण अब बड़ा रेहड़ा मंगवाया है उस में लाद कर घोड़ी को जानवरों के अस्पताल लेकर जाया जाएगा। घोड़ी की हालत नाजुक है। रथ चालक की बड़ी लापरवाही है जिसने घोड़ियों की लगाम छोड़ी और पैसे इक्ट्ठे करने चला गया। अनमोल ने कहा कि जिस जगह हादसे हुआ है वहां सरकारी स्कूल भी है। शुक्र है कि जिस समय घोड़ियां बेकाबू हुई उस समय स्कूल की छुट्टी नहीं हुई थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। घोड़ी चालक बोला… घोड़ी चालक मंदीप ने कहा कि घोड़ियों की आंखों पर लगाई चश्में टूट गए थे। इस कारण वह बेकाबू हुई है। मंदीप ने कहा कि वह पैसे लूटने नहीं गए थे। मंदीप मुताबिक जब घोड़ियां बेकाबू हुई तब वह रथ उतर कर उसके बराबर भागने लगे। इस बीच उसके एक साथी की छात्ती पर भी चोट लगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर