‘जिस जमीन पर मस्जिद बनी है वही असली गर्भगृह’:मथुरा में शुरू हुई धर्म संसद, श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष बोले-सनातन बोर्ड का गठन करना मकसद

‘जिस जमीन पर मस्जिद बनी है वही असली गर्भगृह’:मथुरा में शुरू हुई धर्म संसद, श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष बोले-सनातन बोर्ड का गठन करना मकसद

बुधवार को मथुरा के वृंदावन में अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। इस धर्म संसद में शामिल होने के लिए देश विदेश के साधु संत शामिल होने के लिए वृंदावन पहुंच गए हैं। धर्म संसद में श्री कृष्ण जन्मस्थान की जमीन मुक्त कराकर भव्य मंदिर बनाने की रणनीति बनाई जाएगी। श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन केशव धाम परिसर में स्थित सभागार में किया जा रहा है। इस धर्म संसद में देश विदेश के साधु संतों के अलावा धर्माचार्य,विद्वान शामिल होंगे। श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार इस धर्म संसद में एक हजार से ज्यादा लोग शामिल हैं। संसद में महेंद्र प्रताप सिंह,श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष ने एजेंडा रखा। उन्होंने कहा, श्री कृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ जमीन में से जो ढाई एकड़ जमीन पर मस्जिद बनी है। वही असली गर्भगृह है। उसी को लेना है, यही मुख्य मकसद है। वह बोले संसद का दूसरा एजेंडा जातियां छोड़ो समाज जोड़ो है। जबकि तीसरा एजेंडा सनातन बोर्ड का गठन करवाना है। उन्होंने आगे कहा, श्री कृष्ण जन्मस्थान का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा है। सभी तथ्य कोर्ट में रखे। जिसके बाद कोर्ट ने माना हिन्दू पक्ष का केस चलने लायक हैं। कल वाद बिंदु तय किए जाएंगे। उच्च न्यायालय ने सर्वे का आदेश दे दिया गया था पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है। लेकिन ASI के द्वारा संभल की तरह सर्वे हो। वहां हिन्दू प्रतीक मौजूद हैं। खसरा खतौनी में जन्मस्थान का नाम है। मुस्लिम लेखकों की पुस्तक में साक्ष्यों का जिक्र है। बुधवार को मथुरा के वृंदावन में अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। इस धर्म संसद में शामिल होने के लिए देश विदेश के साधु संत शामिल होने के लिए वृंदावन पहुंच गए हैं। धर्म संसद में श्री कृष्ण जन्मस्थान की जमीन मुक्त कराकर भव्य मंदिर बनाने की रणनीति बनाई जाएगी। श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय धर्म संसद का आयोजन केशव धाम परिसर में स्थित सभागार में किया जा रहा है। इस धर्म संसद में देश विदेश के साधु संतों के अलावा धर्माचार्य,विद्वान शामिल होंगे। श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार इस धर्म संसद में एक हजार से ज्यादा लोग शामिल हैं। संसद में महेंद्र प्रताप सिंह,श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष ने एजेंडा रखा। उन्होंने कहा, श्री कृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ जमीन में से जो ढाई एकड़ जमीन पर मस्जिद बनी है। वही असली गर्भगृह है। उसी को लेना है, यही मुख्य मकसद है। वह बोले संसद का दूसरा एजेंडा जातियां छोड़ो समाज जोड़ो है। जबकि तीसरा एजेंडा सनातन बोर्ड का गठन करवाना है। उन्होंने आगे कहा, श्री कृष्ण जन्मस्थान का मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में चल रहा है। सभी तथ्य कोर्ट में रखे। जिसके बाद कोर्ट ने माना हिन्दू पक्ष का केस चलने लायक हैं। कल वाद बिंदु तय किए जाएंगे। उच्च न्यायालय ने सर्वे का आदेश दे दिया गया था पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है। लेकिन ASI के द्वारा संभल की तरह सर्वे हो। वहां हिन्दू प्रतीक मौजूद हैं। खसरा खतौनी में जन्मस्थान का नाम है। मुस्लिम लेखकों की पुस्तक में साक्ष्यों का जिक्र है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर