हरियाणा के रेवाड़ी में आज देर शाम को रेवाड़ी नारनौल रोड गोपाल देव चौक के नजदीक रोडवेज बस और ट्रक की टक्कर में 12 यात्री घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज रेवाड़ी शहर के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। यह बस रेवाड़ी बस स्टेंड से गांव कवाली के लिए निकली थी। सूचना मिलने के बाद ही रामपुरा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। देर शाम तक मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी बस स्टेंड से रोडवेज बस गांव कवाली जाने के लिए जब निकली तो बस खचाखच भरी हुई थी और बहुत यात्रियों को सीट नहीं मिलने पर खड़े हुए थे। बस में लगभग 50-60 सवारियां थीं। बस स्टैंड से 3 किलोमीटर दूर शहर के नारनौल रोड स्थित राव गोपाल देव चौक के पास बस पहुंची तो ब्रेक नहीं लगने पर आगे चल रहे ट्रक से जा टकराई। अचानक टक्कर होते ही सीट पर बैठे यात्रियों के सिर अगली सीट से जा टकराए। टक्कर होते ही बस में चीख पुकार मच गई। यात्री एक दूसरे की मदद करते दिखाई दिए। इस हादसे में 12 सवारियां घायल हो गई। सूचना मिलते ही रामपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को रेवाड़ी के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। उपचाराधीन सवारी यतेन्द्र कुमार, प्रिया, रजनीश कुमारी ने कहा कि यह हादसा रोडवेज चालक की गलती से हुआ। यदि उसने समय पर ब्रेक ले लिये जाते तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि बस में सवार लगभग सभी लोगों को चोटें आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरियाणा के रेवाड़ी में आज देर शाम को रेवाड़ी नारनौल रोड गोपाल देव चौक के नजदीक रोडवेज बस और ट्रक की टक्कर में 12 यात्री घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज रेवाड़ी शहर के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। यह बस रेवाड़ी बस स्टेंड से गांव कवाली के लिए निकली थी। सूचना मिलने के बाद ही रामपुरा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। देर शाम तक मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी बस स्टेंड से रोडवेज बस गांव कवाली जाने के लिए जब निकली तो बस खचाखच भरी हुई थी और बहुत यात्रियों को सीट नहीं मिलने पर खड़े हुए थे। बस में लगभग 50-60 सवारियां थीं। बस स्टैंड से 3 किलोमीटर दूर शहर के नारनौल रोड स्थित राव गोपाल देव चौक के पास बस पहुंची तो ब्रेक नहीं लगने पर आगे चल रहे ट्रक से जा टकराई। अचानक टक्कर होते ही सीट पर बैठे यात्रियों के सिर अगली सीट से जा टकराए। टक्कर होते ही बस में चीख पुकार मच गई। यात्री एक दूसरे की मदद करते दिखाई दिए। इस हादसे में 12 सवारियां घायल हो गई। सूचना मिलते ही रामपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को रेवाड़ी के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। उपचाराधीन सवारी यतेन्द्र कुमार, प्रिया, रजनीश कुमारी ने कहा कि यह हादसा रोडवेज चालक की गलती से हुआ। यदि उसने समय पर ब्रेक ले लिये जाते तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि बस में सवार लगभग सभी लोगों को चोटें आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भतीजे पर राजनीति:सुबह कांग्रेसी विधायक बत्तरा संग तो शाम को भाजपा प्रत्याशी मनीष ग्रोवर के साथ दिखे
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भतीजे पर राजनीति:सुबह कांग्रेसी विधायक बत्तरा संग तो शाम को भाजपा प्रत्याशी मनीष ग्रोवर के साथ दिखे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के भतीजे रमित खट्टर के पार्टी में शामिल करने को लेकर राजनीति देखने को मिल रही है। सुबह रोहतक से कांग्रेसी विधायक ने रमित बत्तरा को कांग्रेस का पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया। वहीं जानकारी भी सांझा की। वहीं शाम होते-होते रमित खट्टर भाजपा के रोहतक से प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के पास पहुंचे। जहां वे भाजपा के पटके में नजर आए और कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं को नकार दिया। सुबह विधायक ने रमित खट्टर को ज्वाइन करवाई
विधायक भारत भूषण बत्तरा ने वीरवार को सुबह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भतीजे रमित खट्टर का कांग्रेस में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन की लहर है। जनता अब भाजपा के किसी भी वायदे या बात पर यकीन नहीं करने वाली। पूरे साढ़े 9 साल शहर के लोग गंदा पानी पीने पर मजबूर हुए। लोग बीमारियों का शिकार हुए, स्वच्छ पेयजल के लिए प्रदर्शन किए गए, लेकिन स्वच्छ पेयजल आज तक भी लोगों को नहीं मिला। विधायक ने कहा कि इस सरकार की नियत और नीति दोनों में खोट है। भाजपा का दोहरा चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है। शाम को भाजपा में शामिल
केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भतीजे रमित खट्टर ने कांग्रेस में शामिल होने की बात का खंडन करते हुए कहा कि वह कहीं नहीं गए और रोहतक में भाजपा प्रत्याशी मनीष ग्रोवर के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। गौरतलब है कि दिनभर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भतीजे के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं थी। लेकिन शाम होते-होते खुद उनके भतीजे ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कहीं नहीं गए हैं और अभी भी अपनी पार्टी भाजपा में है। रमित खट्टर ने कांग्रेस ज्वाइन करने की खबरों को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के सिपाही हैं और भाजपा उनकी नस नस में है। वहीं रोहतक विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी मनीष कुमार ग्रोवर ने कहा कि रमित परिवार का बच्चा है और वह पूरी तरह बीजेपी का सिपाही है।
हरियाणा के पूर्व कांग्रेसी मंत्री की किरकिरी:अपने गढ़ में राज बब्बर को नहीं जिता पाए; दावा था-मुझे टिकट देते तो 1 लाख वोटों से जीतता
हरियाणा के पूर्व कांग्रेसी मंत्री की किरकिरी:अपने गढ़ में राज बब्बर को नहीं जिता पाए; दावा था-मुझे टिकट देते तो 1 लाख वोटों से जीतता मुझे टिकट दी जाती तो भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह को कम से कम एक लाख वोटों से हराता। जातीय समीकरण को मैं जानता हूं। इसमें राज बब्बर की कोई गलती नहीं है। टिकट दिलाने वालों की चूक है। ये बात 2 दिन पहले कांग्रेस नेता कैप्टन यादव ने कही थी, लेकिन चुनाव के रिजल्ट पर नजर दौड़ाएं तो उनके गढ़ में ही पार्टी का कैंडिडेट हार गया। हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व वित्त मंत्री और 6 बार विधायक रहे कैप्टन अजय सिंह यादव की टिकट काटकर फिल्म स्टार राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा। टिकट कटने की नाराजगी पर कुछ समय के लिए कैप्टन ने विरोधी सुर भी अपनाए। बाद में राज बब्बर के चुनावी प्रचार में बेटे सहित कूद गए, लेकिन चुनावी परिणाम सामने आए तो कैप्टन के गढ़ रेवाड़ी में राज बब्बर हार गए। रेवाड़ी-बावल दोनों विधानसभा में राज बब्बर को हार का सामना करना पड़ा। जबकि बावल के मुकाबले रेवाड़ी में हार का मार्जिन ज्यादा रहा। यहां से कांग्रेस को सबसे ज्यादा उम्मीद थी, क्योंकि इस सीट पर कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव MLA हैं। रेवाड़ी से राव इंद्रजीत को 96,938 वोट और राज बब्बर को 60,409 वोट मिले। बब्बर को सिर्फ नूंह जिले की 3 विधानसभाओं में लीड मिल पाई
वहीं कैप्टन के पैतृक गांव साहरनवास में राज बब्बर दोनों बूथ पर जीते, लेकिन शहर से लगते गांव गोकलगढ़ में 5 में से 4 बूथ पर हार का सामना करना पड़ा। गांव गोकलगढ़ में कैप्टन अजय सिंह यादव का ससुराल है। राज बब्बर को गुरुग्राम लोकसभा में नूंह जिले की तीनों विधानसभा सीट को छोड़कर किसी अन्य विधानसभा में लीड नहीं मिल पाई। हालांकि सोहना से उन्हें जितनी उम्मीद थी, उससे कहीं ज्यादा वोट मिले हैं। बावल में रामपुरा हाउस का दबदबा होने के बावजूद राज बब्बर 63 हजार से ज्यादा वोट लेने में कामयाब रहे। गुरुग्राम सीट पर बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है। राव इंद्रजीत ने राज बब्बर को इस बार 70 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। पिछला चुनाव कैप्टन ने लड़ा, इस बार कटी टिकट
2019 में गुरुग्राम सीट पर कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह के सामने कैप्टन बुरी तरह हार गए थे। इस बार भी कैप्टन ने गुरुग्राम सीट पर दावेदारी ठोकी हुई थी। एक साल पहले ही चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन चुनाव से ठीक पहले टिकट कटने की आशंका के बीच कैप्टन ने एक तरह से विरोधी सुर अपना लिए थे। कैप्टन को भी अभास हो गया था कि इस बार उन्हें टिकट नहीं मिलेगी। आखिर में कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन की टिकट काटकर राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा। इसके बाद कैप्टन ने प्रदेश की लीडरशिप पर सवाल खड़ कर दिए। हालांकि राज बब्बर ने खुद कैप्टन अजय को मनाया। कैप्टन भी अपने बेटे विधायक चिरंजीव के साथ प्रचार में उतर गए। रेवाड़ी से 36 हजार से ज्यादा वोटों से हारे
कैप्टन और चिरंजीव राव ने रेवाड़ी विधानसभा सीट पर राज बब्बर के लिए काफी जनसभाएं भी की। इतना ही नहीं प्रचार के अंतिम दौर में अपने गढ़ रेवाड़ी शहर में राज बब्बर का रोड शो भी निकलवाया, लेकिन जिस तरह की उम्मीद कांग्रेस पार्टी को रेवाड़ी सीट से थी, उसके अनुरूप यहां से कांग्रेस कैंडिडेट को बढ़त नहीं मिल पाई। राज बब्बर रेवाड़ी से 36 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए।
जींद में इनेलो को लगा बड़ा झटका:विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नरेन्द्रनाथ शर्मा ने छोड़ी पार्टी; हलका प्रभारी भी थे
जींद में इनेलो को लगा बड़ा झटका:विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नरेन्द्रनाथ शर्मा ने छोड़ी पार्टी; हलका प्रभारी भी थे हरियाणा के जींद में इनेलो (INLD) को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव में जींद से इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले नरेंद्र नाथ शर्मा ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि वे निजी कारणों से इनेलो के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहे हैं। नरेंद्र नाथ शर्मा ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि मैं अपने निजी कारणों से इनेलो पार्टी के सभी पदों व दायित्वों से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। शिक्षा के क्षेत्र में, सामाजिक क्षेत्र में पहले की तरह लगातार कार्य करता रहूंगा और आगे भी लोगों की सेवा करता रहूंगा। इनेलो में नरेंद्रनाथ शर्मा जींद में हलका प्रभारी थे। विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ते हुए नरेंद्र नाथ शर्मा को केवल 1127 मत ही मिल पाए थे। यहां उनकी करारी हार हुई थी।