हिसार जिले के हांसी में झुग्गियों में रहने वाले युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी है। युवक पर उसके पड़ोसियों ने लाठी डंडों व ईंटों से हमला किया। आरोपी शहद निकालने को लेकर रंजिश रखते थे। पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर चार नामजद आरोपियों की केस दर्ज कर लिया है। मृतक की पहचान आला निवासी गांव दतेली सीतापुर यूपी के तौर पर हुई है। पुलिस को दी शिकायत में मृतक की पत्नी गुड़िया ने बताया कि वह पति आला के साथ एक सप्ताह पहले हांसी में अपने चाचा सागर के पास मेहनत मजदूरी करने के लिये आए थे। दिल्ली रोड़ पर नहर के पास नई सब्जी मंडी के सामने झुग्गी झोपड़ी मे रहते हैं। शहद निकालने का करता था काम गुड़िया ने बताया कि हमारे पड़ोस में उतर प्रदेश सीतापुर के चम्पापुर गांव निवासी सुरेन्द्र, मरसन्डा गांव निवासी जयपाल उर्फ मिक्कू व परसंन्डी गांव निवासी छोटू भी रहते है। ये सभी शहद निकाल कर बेचने का काम करते थे। मेरा पति आला भी शहद निकालकर बेचने का काम करता था। ईंट और लाठी डंडों से पीटा गुड़िया ने आरोप लगाया है कि सभी हमे यहां से जाने के लिये कहते थे कि यहां पर हम ही काम करेंगे। 27 नवंबर को शाम करीब 8 बजे खाना बनाकर अपने पति को खाना परोसकर दिया था। इसके इसके बाद पड़ोस से सुनीता उर्फ बिट्टनी हमारी झुग्गी में आई और मेरे पति से झगड़ा करने लगी और पास से ईंट उठाकर मार दी। शोर सुनकर उसी समय सुरेन्द्र भी लाठी लेकर आ गया और आला के साथ जमकर मारपीट की।इसके बाद जयपाल उर्फ मिक्कू व छोटू भी अपने हाथ मे लाठी लेकर आ गए। शोर सुनकर वहां पर लोग एकत्रित हो गए और सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल आला को नागरिक अस्पताल हांसी मे ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हिसार जिले के हांसी में झुग्गियों में रहने वाले युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी है। युवक पर उसके पड़ोसियों ने लाठी डंडों व ईंटों से हमला किया। आरोपी शहद निकालने को लेकर रंजिश रखते थे। पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर चार नामजद आरोपियों की केस दर्ज कर लिया है। मृतक की पहचान आला निवासी गांव दतेली सीतापुर यूपी के तौर पर हुई है। पुलिस को दी शिकायत में मृतक की पत्नी गुड़िया ने बताया कि वह पति आला के साथ एक सप्ताह पहले हांसी में अपने चाचा सागर के पास मेहनत मजदूरी करने के लिये आए थे। दिल्ली रोड़ पर नहर के पास नई सब्जी मंडी के सामने झुग्गी झोपड़ी मे रहते हैं। शहद निकालने का करता था काम गुड़िया ने बताया कि हमारे पड़ोस में उतर प्रदेश सीतापुर के चम्पापुर गांव निवासी सुरेन्द्र, मरसन्डा गांव निवासी जयपाल उर्फ मिक्कू व परसंन्डी गांव निवासी छोटू भी रहते है। ये सभी शहद निकाल कर बेचने का काम करते थे। मेरा पति आला भी शहद निकालकर बेचने का काम करता था। ईंट और लाठी डंडों से पीटा गुड़िया ने आरोप लगाया है कि सभी हमे यहां से जाने के लिये कहते थे कि यहां पर हम ही काम करेंगे। 27 नवंबर को शाम करीब 8 बजे खाना बनाकर अपने पति को खाना परोसकर दिया था। इसके इसके बाद पड़ोस से सुनीता उर्फ बिट्टनी हमारी झुग्गी में आई और मेरे पति से झगड़ा करने लगी और पास से ईंट उठाकर मार दी। शोर सुनकर उसी समय सुरेन्द्र भी लाठी लेकर आ गया और आला के साथ जमकर मारपीट की।इसके बाद जयपाल उर्फ मिक्कू व छोटू भी अपने हाथ मे लाठी लेकर आ गए। शोर सुनकर वहां पर लोग एकत्रित हो गए और सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल आला को नागरिक अस्पताल हांसी मे ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हनीप्रीत ने डेरामुखी को बताया अपना हीरो:फादर डे पर किया याद, गुरमीत को बताया अपने जीवन का आधार और पसंदीदा व्यक्ति बलात्कार और हत्या मामले में सजा काट रहे डेरामुखी राम रहीम को उसकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा ने फादर डे पर विश किया है। हनीप्रीत ने अपने X अकाउंट से एक पोस्ट की है। इस पोस्ट में उनके अपनी और गुरमीत की फोटो के साथ एक कार्ड शेयर किया है। इस कार्ड पर हनीप्रीत ने लिखा है ” गमों को अपने हिस्से लेकर खुशियां देने का नाम हैं पापा, हमेशा महफूज हैं रखते, मेरे जीवन का आधार हैं पापा”। राम रहीम की मुंह बोली बोली हनीप्रीत ने इतना ही नहीं X पोस्ट पर कार्ड पोस्ट के दौरान गुरमीत के प्रति अपने भावनाएं भी प्रकट की हैं और लिखा है कि “बड़े सुनहरे दिल, दिव्य ज्ञान और अंतहीन समर्थन वाले मेरे पसंदीदा व्यक्ति- मेरे गुरु पापा। मैं हमेशा आपको गौरवान्वित करने का प्रयास करूंगी और अपना दिल और आत्मा मानवता की सेवा में लगाऊंगी, एक शांतिपूर्ण, खुशहाल और दयालु दुनिया को बढ़ावा देने का प्रयास करूंगी। आपके साथ, सब कुछ संभव है। मेरे सदाबहार हीरो, मेरे गुरु पापा को हैप्पी फादर्स डे”। कार्ड पर सुनहरी पट्टी लगाकर आप मेरे सब कुछ इतना ही नहीं हनीप्रीत जितनी भावनाएं गुरमीत के लिए व्यक्त करना चाहती थी उसने वह सब लिखी। गुरमीत के लिए बनाए कार्ड पर हनीप्रीत ने गोल्डन कलर के रिबन भी लगाए हैं। इस रिबन पर हनीप्रीत ने गुरमीत को खास मैसेज देने की कोशिश की है। इसमें लिखा है” मेरी ताकत बनने के लिए धन्यवाद, मेरे पक्के दोस्त, मेरे सबकुछ मेरे गुरु पापा”। फादर- डे पर जेल से बाहर आना चाहता था गुरमीत बता दें कि सिरसा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम इस समय रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में उम्रकैद हुई है। गुरमीत राम रहीम ने अभी हाल ही में कोर्ट में पेरोल के लिए याचिका लगाई थी। गुरमीत ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट से 21 दिन की फरलो देने की मांग की थी। गुरमीत जेल से बाहर आकर परमार्थ के काम करना चाहता है। याचिका में उसने “सेवादार श्रद्धांजलि भंडारा” कार्यक्रम का हवाला दिया, जो हर दो साल में जून माह में ही होता है। इस पर हाईकोर्ट के जस्टिस विनोद एस भारद्वाज पर आधारित बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा कि आप अपना कार्यक्रम स्थगित कर लो, आप पहले कार्यक्रम रख लेते हो फिर बाद में कोर्ट आकर इसमें शामिल होने का दबाव डालते हो। कोर्ट ने कहा कि चीफ जस्टिस की बेंच ही अब इस अर्जी पर जुलाई में सुनवाई करेगी क्योंकि उसी बेंच में यह मामला विचाराधीन है। डेरामुखी की गैरमौजूदगी में हनीप्रीत संभाल रही काम लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक दलों ने सिरसा डेरा सच्चा सौदा की ओर रूख कर लिया था। भाजपा सहित तमाम दलों ने डेरे का समर्थन हासिल करने के प्रयास शुरू कर दिए थे। भाजपा नेताओं ने डेरे में जाकर हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा से मुलाकात की थी। हनीप्रीत को ही डेरा के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता रहा है। डेरा में हनीप्रीत का अलग ही रूतबा और कद है। हनीप्रीत को वह सब सुविधा व सुख हासिल है जो गुरमीत को मिला करते हैं। कौन है हनीप्रीत, गुरमीत से क्या है रिश्ता राम रहीम के रेप केस में जेल जाने के बाद से सबसे ज्यादा सुर्खियों में हनीप्रीत ही रहीं। हनीप्रीत इन्सां एक अभिनेत्री एवं बाबा गुरमीत राम रहीम की मुंह बोली बेटी है। 2017 में बाबा राम रहीम को साध्वी यौन शोषण मामले में जेल होने के बाद से हनीप्रीत का नाम जमकर सुर्खियों में था। हरियाणा पुलिस की टीम ने उसे देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी तलाश था। हालांकि उसने सरेंडर कर दिया था और 2019 में जेल से बाहर आ गई। जिसके बाद से वो ही राम रहीम की सत्ता संभाल रही हैं। 1990 से गद्दी पर विराजमान है गुरमीत राम रहीम शाह सतनाम सिंह ने 23 सितंबर 1990 को डेरा सच्चा सौदा में औपचारिक समारोह में गुरमीत सिंह राम रहीम को अपना उत्तराधिकारी घोषित करके गद्दी सौंप दी। तब से लेकर अब तक राम रहीम गद्दी पर विराजमान है। उसकी परम शिष्य हनीप्रीत है, जिसे गुरु-शिष्य की परंपरा का निर्वाह करते हुए डेरा सच्चा सौदा की गद्दी सौंपने की तैयारी की जा चुकी है, जिसकी घोषणा होना बाकी है।
हरियाणा में किसानों-प्रशासन में टकराव, माहौल तनावपूर्ण:इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप का काम बंद कराने का ऐलान; जमीन मुआवजा न मिलने पर भड़के
हरियाणा में किसानों-प्रशासन में टकराव, माहौल तनावपूर्ण:इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप का काम बंद कराने का ऐलान; जमीन मुआवजा न मिलने पर भड़के हरियाणा के नूंह में किसानों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने मंगलवार को गांव धीरदोका में धरना स्थल पर हुई महापंचायत में इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (IMT) रोजकामेव में काम रोकने का ऐलान किया। इसके बाद किसान धरनास्थल से उठ कर हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (HSIIDC) के दफ्तर पहुंच गए और वहां धरना लगा दिया। यहां काफी संख्या में महिलाएं और पुरुष पहुंचे। इसको देखते हुए पुलिस बल भी तैनात किया गया है। आईएमटी रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में मुआवजे को लेकर पिछले 5 महीने से किसानों का अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। 9 गांवों के किसानों ने मंगलवार को एक बार फिर महापंचायत बुलाई। इस महापंचायत में किसानों ने कहा कि प्रशासन को दिया गया 35 दिनों का समय पूरा हो गया, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद किसान व महिलाएं HSIIDC के ऑफिस के आगे पहुंच गए। किसान नेता रवि आजाद ने प्रशासन काे किसानों की मांगों के बारे में जानकारी दी। इस पर नूंह के SDM विशाल ने बताया कि 23 अगस्त को किसानों की सीएम नायब सैनी के प्रधान सचिव से मीटिंग होगी किसानों के धरने के कुछ PHOTOS… ये है पूरा मामला
आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव खेड़ली कंकर, मेहरोला, बडेलाकी, कंवरसीका, रोजकामेव, धीरदोका, रूपाहेड़ी, खोड (बहादरी) और रेवासन के किसानों की साल 2010 में 1600 एकड़ जमीन अधिग्रहण की गई थी। उस दौरान जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देकर प्रति एकड़ अधिग्रहण किया गया था, लेकिन इसके बाद सरकार ने फरीदाबाद के चंदावली, मच्छगर गांवों की जमीन को भी अधिग्रहण किया। यहां के किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर कर जमीन को सस्ते दामों में सरकार पर लेने का आरोप लगाकर मुआवजा बढ़ाने की मांग की थी। जिस पर कोर्ट ने किसानों को प्रति एकड़ 2 करोड़ की राशि देने के आदेश दिए थे। इस दौरान जब 9 गांवों के किसानों को पता चला कि इन गांवों के किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले हैं तो उन्होंने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 46 लाख मुआवजा देने की बात कही, दिया 21 लाख ही
इस पर सरकार ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी जमीन को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की बात कही और उनसे एफिडेविट पर साइन करा लिए, ताकि किसान कोर्ट में ना जा सके। सभी किसानों को 21- 21 लाख रुपए देकर कहा कि आगे आपको 25-25 लाख रुपए ओर दे दिए जाएंगे, लेकिन आज तक भी किसानों को 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं।
हरियाणा की संयुक्त सचिव से राहत नहीं:1 लाख की रिश्वत लेने का मामला, हाईकोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार
हरियाणा की संयुक्त सचिव से राहत नहीं:1 लाख की रिश्वत लेने का मामला, हाईकोर्ट ने जमानत देने से किया इनकार हरियाणा के मत्स्य विभाग की संयुक्त सचिव मीनाक्षी दहिया को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली। जस्टिस अनूप चितकारा की अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि मामले के गंभीर तथ्यों को देखते हुए जमानत नहीं दी जा सकती। इससे पहले, हाईकोर्ट ने उन्हें अंतरिम राहत देते हुए जांच में सहयोग करने का आदेश दिया था, लेकिन अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच में मिले सबूतों के आधार पर कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी। रिश्वत का मामला और एसीबी की कार्रवाई मीनाक्षी दहिया पर आरोप है कि उन्होंने एक चार्जशीट किए गए मत्स्य विभाग के अधिकारी को राहत देने के बदले 1 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। यह रिश्वत उनके स्टैनोग्राफर जोगिंद्र सिंह और सेवादार सत्येंद्र सिंह के जरिए ली गई। एसीबी ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा था। मामले में शिकायतकर्ता, पंचकूला निवासी राजन खोड़ा ने आरोप लगाया था कि चार्जशीट को हटाने और पदोन्नति देने के लिए यह रिश्वत मांगी गई थी। पार्टी में दी पर्ची और स्कूटर से जुड़ी जांच हाईकोर्ट ने इस बात का भी उल्लेख किया कि शिकायतकर्ता को मीनाक्षी दहिया का फोन नंबर एक विदाई पार्टी के दौरान पर्ची पर दिया गया था। बाद में, रिश्वत की रकम लेने के लिए मीनाक्षी दहिया का सेवादार सत्येंद्र सिंह पंचकूला एडीसी सेक्टर-5 स्थित कार्यालय में चंडीगढ़ नंबर के स्कूटर पर पहुंचा था, जो जांच में मीनाक्षी दहिया का निकला। हाईकोर्ट का सख्त रुख हाईकोर्ट ने माना कि मामले की गंभीरता और जांच में मिले तथ्यों को देखते हुए इस स्तर पर अग्रिम जमानत देना उचित नहीं है। कोर्ट ने दहिया की भूमिका और मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी, जिससे उनके खिलाफ एसीबी की कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।