पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार

पंजाब में पूर्व मंत्री की जमानत याचिका पर सुनवाई आज:मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हैं बंद, अगस्त में ED ने किया था गिरफ्तार

पंजाब में टेंडर घोटाले से जुडे़ मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से जमानत के लिए दायर की गई याचिका पर आज (29 नवंबर) को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट हो सुनवाई होगी। वह अगस्त में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी दफ्तर गए थे। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने पूरे मामले की जांच की थी। राज्य में विभिन्न जगहों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर अनाज परिवहन टेंडर घोटाले में कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत विजिलेंस को की गई थी। धन शोधन में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य भागों में स्थित अचल संपत्तियां तथा एफडीआर, सोने के आभूषण, सोना और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। इससे पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस केस में आशु का नाम भी शामिल किया गया। 22 अगस्त 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापा मारकर उसे सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस केस में आशु करीब छह महीने पटियाला जेल में भी बंद रह चुका है। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में आरोपी अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करता था। इतना ही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। जांच में पता चला कि जो नंबर लिखे गए थे, वे भी स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के थे। ये वाहन अनाज ढुलाई के लिए वैध नहीं थे। इसके बाद ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया था। पंजाब में टेंडर घोटाले से जुडे़ मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की तरफ से जमानत के लिए दायर की गई याचिका पर आज (29 नवंबर) को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट हो सुनवाई होगी। वह अगस्त में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी दफ्तर गए थे। इसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने पूरे मामले की जांच की थी। राज्य में विभिन्न जगहों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर अनाज परिवहन टेंडर घोटाले में कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत विजिलेंस को की गई थी। धन शोधन में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य भागों में स्थित अचल संपत्तियां तथा एफडीआर, सोने के आभूषण, सोना और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। इससे पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस केस में आशु का नाम भी शामिल किया गया। 22 अगस्त 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापा मारकर उसे सैलून में बाल कटवाते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस केस में आशु करीब छह महीने पटियाला जेल में भी बंद रह चुका है। आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में आरोपी अनाज मंडियों में वाहनों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करता था। इतना ही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए जाते थे। जांच में पता चला कि जो नंबर लिखे गए थे, वे भी स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के थे। ये वाहन अनाज ढुलाई के लिए वैध नहीं थे। इसके बाद ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर