लुधियाना में आज डोर टू डोर प्रचार:साइकिलिंग कर लोगों से मिल रहे हैं राजा वड़िंग, उम्मीदवारों पर चुनाव आयोग की नजर

लुधियाना में आज डोर टू डोर प्रचार:साइकिलिंग कर लोगों से मिल रहे हैं राजा वड़िंग, उम्मीदवारों पर चुनाव आयोग की नजर

पंजाब में लोकसभा चुनाव प्रचार एक दिन पहले यानी गुरुवार को थम गया है। आज सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने दिन की शुरुआत साइकिल चलाकर की। उन्होंने आज सुबह सिधवां नहर पर 10 किलोमीटर से अधिक साइकिल चलाई। वडिंग ने सुबह की सैर पर निकले लोगों और साइकिल सवारों से मुलाकात की। लंबे समय बाद साइकिल चलाई वडिंग ने कहा कि उन्होंने आज लंबे समय बाद साइकिल चलाई है। पिछले एक महीने से उनका शेड्यूल लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त था। आज सुबह साइकिल चला रहे कई लोग मिले जो इस बार खुलकर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं और लुधियाना में बदलाव चाहते हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी, भाजपा के उम्मीदवार एमपी रवनीत सिंह बिट्टू और शिअद के उम्मीदवार रणजीत सिंह ढिल्लों सुबह से ही अलग-अलग इलाकों में लोगों से डोर-टू-डोर मिल रहे हैं। चुनाव आयोग की टीम सभी उम्मीदवारों पर नजर रख रही है। उम्मीदवारों पर है यह पाबंंदियां
चुनाव अधिकारी के मुताबिक राजनेताओं से लेकर हर प्लेटफॉर्म से यह अपेक्षा की जाती है कि शहर में साइलेंस पीरियड लागू है। इस दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने से बचें। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सीमा के लिए जिला मजिस्ट्रेट गैरकानूनी सभाओं, सार्वजनिक बैठक, लाउड स्पिकर के उपयोग पर प्रतिबंध और सभाओं को 5 से कम लोगों तक सीमित रखने को लेकर निर्देश जारी किया है। साइलेंस पीरियड शुरू होने के बाद टेलीविजन या अन्य प्लेटफॉर्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के सर्वे चलाने पर प्रतिबंध है। धारा-126 के तहत ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं होगी, जिससे चुनाव का रिजल्ट प्रभावित हो। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक विज्ञापन भी नहीं चलेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार साइलेंस पीरियड के समय घर-घर जाकर (डोर-टू-डोर) चुनाव प्रचार करने की अनुमित होती है। इन नियमों पर होगी सख्ती
-कोई भी सियासी शख्स जो उस लोकसभा सीट का वोटर नहीं है, साथ ही सांसद या विधायक भी नहीं है, वो उस लोकसभा सीट में नहीं रुक सकता है
-चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद चुनाव वाले राज्यों के बीच की सीमाएं भी सील रहेंगी
-राज्य की सुरक्षा हासिल करने वाले सियासी शख्स यदि लोकसभा सीट के वोटर्स है, तो वो अपने वोटिंग राइट्स का उपयोग करने के बाद क्षेत्र में नहीं घूम सकते है।
-प्रिट मीडिया में सियासी विज्ञापन भी जांच के बाद छापा जा सकता पंजाब में लोकसभा चुनाव प्रचार एक दिन पहले यानी गुरुवार को थम गया है। आज सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने दिन की शुरुआत साइकिल चलाकर की। उन्होंने आज सुबह सिधवां नहर पर 10 किलोमीटर से अधिक साइकिल चलाई। वडिंग ने सुबह की सैर पर निकले लोगों और साइकिल सवारों से मुलाकात की। लंबे समय बाद साइकिल चलाई वडिंग ने कहा कि उन्होंने आज लंबे समय बाद साइकिल चलाई है। पिछले एक महीने से उनका शेड्यूल लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त था। आज सुबह साइकिल चला रहे कई लोग मिले जो इस बार खुलकर कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं और लुधियाना में बदलाव चाहते हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी, भाजपा के उम्मीदवार एमपी रवनीत सिंह बिट्टू और शिअद के उम्मीदवार रणजीत सिंह ढिल्लों सुबह से ही अलग-अलग इलाकों में लोगों से डोर-टू-डोर मिल रहे हैं। चुनाव आयोग की टीम सभी उम्मीदवारों पर नजर रख रही है। उम्मीदवारों पर है यह पाबंंदियां
चुनाव अधिकारी के मुताबिक राजनेताओं से लेकर हर प्लेटफॉर्म से यह अपेक्षा की जाती है कि शहर में साइलेंस पीरियड लागू है। इस दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने से बचें। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सीमा के लिए जिला मजिस्ट्रेट गैरकानूनी सभाओं, सार्वजनिक बैठक, लाउड स्पिकर के उपयोग पर प्रतिबंध और सभाओं को 5 से कम लोगों तक सीमित रखने को लेकर निर्देश जारी किया है। साइलेंस पीरियड शुरू होने के बाद टेलीविजन या अन्य प्लेटफॉर्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के सर्वे चलाने पर प्रतिबंध है। धारा-126 के तहत ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं होगी, जिससे चुनाव का रिजल्ट प्रभावित हो। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक विज्ञापन भी नहीं चलेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार साइलेंस पीरियड के समय घर-घर जाकर (डोर-टू-डोर) चुनाव प्रचार करने की अनुमित होती है। इन नियमों पर होगी सख्ती
-कोई भी सियासी शख्स जो उस लोकसभा सीट का वोटर नहीं है, साथ ही सांसद या विधायक भी नहीं है, वो उस लोकसभा सीट में नहीं रुक सकता है
-चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद चुनाव वाले राज्यों के बीच की सीमाएं भी सील रहेंगी
-राज्य की सुरक्षा हासिल करने वाले सियासी शख्स यदि लोकसभा सीट के वोटर्स है, तो वो अपने वोटिंग राइट्स का उपयोग करने के बाद क्षेत्र में नहीं घूम सकते है।
-प्रिट मीडिया में सियासी विज्ञापन भी जांच के बाद छापा जा सकता   पंजाब | दैनिक भास्कर