हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कैथल रोडवेज के दो कर्मचारियों को सस्पेंड किया है, जिनमें स्टेशन सुपरवाइज़र सुनील कुमार और बस चालक मोनू का नाम बताया गया है। जब अनिल विज कैथल बस स्टैंड पर पहुंचे, तब बस चालक मोनू कैथल से चीका जाने वाली बस को सवारी से धक्का लगवा रहा था, जैसे ही अनिल विच की गाड़ी उनके पास पहुंची, तो वह तुरंत अपनी बस लेकर वहां से निकल गए। कैंटीन में रखे सामान के सैंपल लेने के आदेश इसके बाद परिवहन मंत्री सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जहां बस स्टैंड के शौचालय से बहुत अधिक दुर्गंध आ रही थी वहां साफ सफाई न होने को लेकर उन्होंने स्टेशन सुपरवाइज़र सुनील कुमार को भी सस्पेंड किया है। साथ ही उन्होंने बस स्टैंड पर बनी कैंटीन पर रख खाद्य पदार्थों के सैंपल लेने के भी निर्देश दिए हैं, जब तक उनके सैंपल नहीं लिए जाते, तब तक पुलिस कर्मचारियों को वहां पर तैनात किया गया है। हर माह सुना करेंगे लोगों की समस्याएं इसके अलावा विज ने बताया कि वह कैथल जिला कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष है और वह हर महीने लोगों की समस्याएं सुना करेंगे। इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को भी सचेत किया है कि वह जल्द ही कैथल आ रहे हैं, तो सभी अधिकारी अपनी तैयारियां पूरी कर ले। हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कैथल रोडवेज के दो कर्मचारियों को सस्पेंड किया है, जिनमें स्टेशन सुपरवाइज़र सुनील कुमार और बस चालक मोनू का नाम बताया गया है। जब अनिल विज कैथल बस स्टैंड पर पहुंचे, तब बस चालक मोनू कैथल से चीका जाने वाली बस को सवारी से धक्का लगवा रहा था, जैसे ही अनिल विच की गाड़ी उनके पास पहुंची, तो वह तुरंत अपनी बस लेकर वहां से निकल गए। कैंटीन में रखे सामान के सैंपल लेने के आदेश इसके बाद परिवहन मंत्री सफाई व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जहां बस स्टैंड के शौचालय से बहुत अधिक दुर्गंध आ रही थी वहां साफ सफाई न होने को लेकर उन्होंने स्टेशन सुपरवाइज़र सुनील कुमार को भी सस्पेंड किया है। साथ ही उन्होंने बस स्टैंड पर बनी कैंटीन पर रख खाद्य पदार्थों के सैंपल लेने के भी निर्देश दिए हैं, जब तक उनके सैंपल नहीं लिए जाते, तब तक पुलिस कर्मचारियों को वहां पर तैनात किया गया है। हर माह सुना करेंगे लोगों की समस्याएं इसके अलावा विज ने बताया कि वह कैथल जिला कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष है और वह हर महीने लोगों की समस्याएं सुना करेंगे। इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को भी सचेत किया है कि वह जल्द ही कैथल आ रहे हैं, तो सभी अधिकारी अपनी तैयारियां पूरी कर ले। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई
हरियाणा में कांडा को समर्थन दे सकती है BJP:भाजपा उम्मीदवार के आज नामांकन वापस लेने की चर्चा; पार्टी ऑफिस में मीटिंग बुलाई हरियाणा में सिरसा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा आज अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। भाजपा इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन दे सकती है। रोहताश जांगड़ा ने खुद इसके संकेत दिए हैं। रोहताश जांगड़ा का कहना है कि पार्टी कार्यालय में मीटिंग बुलाई गई है। इसमें हरियाणा के प्रवासी प्रभारी सुरेंद्र सिंह टीटी मौजूद रहेंगे। पार्टी जो भी आदेश देगी, वह मानने के लिए तैयार हैं। हमारा बस एक ही लक्ष्य है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी चाहिए। वहीं एक दिन पहले गोपाल कांडा ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार शुरू से ही RSS से जुड़ा हुआ है। पिता मुरलीधर कांडा जनसंघ की टिकट पर 1952 में डबवाली सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और मेरी माता आज भी भाजपा को ही वोट डालती हैं। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। भाजपा के उम्मीदवार उतारते ही इनेलो-बसपा से गठबंधन किया गोपाल कांडा 2019 में सिरसा सीट से विधायक बने थे। जिसके बाद उन्होंने भाजपा को समर्थन दे दिया। 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान चर्चा थी कि भाजपा गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दे सकती है। हालांकि भाजपा ने यहां से रोहताश जांगड़ा को उम्मीदवार घोषित कर दिया। अगले ही दिन गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) में गठबंधन हो गया। INLD पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जिसके बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कांडा को सिरसा सीट से गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया। कांडा बोले- एक दूसरे की मदद को समझौता गठबंधन के बाद गोपाल कांडा ने कहा था कि सिरसा से बाहर रानियां और ऐलनाबाद हलके में हलोपा का जनाधार है। ऐलनाबाद उपचुनाव में गोबिंद कांडा को अच्छे वोट मिले थे। इसलिए अभय चाहते हैं कि हलोपा ऐलनाबाद और रानियां में मदद करे, बदले में वह सिरसा में मदद करेंगे। हम दोनों ही पार्टियां कांग्रेस के खिलाफ हैं। मैंने कभी भाजपा से कोई सीट नहीं मांगी। हमारा शुरू से ही बिना शर्त समझौता है। इस बार हरियाणा में कांग्रेस नहीं बल्कि भाजपा की सरकार आएगी। भाजपा प्रदेश में जीत की हैट्रिक बनाएगी और हमारा गठबंधन भाजपा को सपोर्ट करेगा। ओपी चौटाला के करीबी रहे गोपाल कांडा के करोड़पति बनने का असली सफर वर्ष 2000 के आसपास गुरुग्राम से शुरू हुआ। उस समय हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला की अगुआई में इनेलो की सरकार थी। उस दौर में गोपाल कांडा इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला के बेहद करीब थे। चौटाला सरकार के दौरान ही कांडा ने सिरसा जिले में तैनात रहे एक IAS अफसर से हाथ मिलाया। वह IAS अफसर गुरुग्राम में हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (हुडा, अब इसका नाम HSVP हो चुका है।) प्रशासक लग गया। उस अफसर से दोस्ती का फायदा उठाते हुए गोपाल कांडा ने गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त शुरू कर दी। यह वो दौर था जब गुरुग्राम में डेवलपमेंट शुरू ही हुई थी। दिल्ली से सटा होने के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियों ने वहां अपने कॉर्पोरेट दफ्तर बनाने शुरू किए तो गुरुग्राम के प्रॉपर्टी बाजार में ऐसा बूम आया कि रातोंरात लोगों के वारे न्यारे हो गए। गोपाल कांडा को इसका जमकर फायदा मिला। चौटाला सरकार के दौरान ही गोपाल कांडा के बाकी राजनेताओं से भी अच्छे संबंध बन गए। साल 2000 में कांडा ने ओपी चौटाला को नोटों की गडि्डयों से तोला था। तब ऐसी चर्चा रही कि कांडा ने चौटाला के वजन के बराबर तराजू में 80 लाख रुपए रखे थे। 2009 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते 2004 के विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी, इनेलो हार गई और राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनी। बिजनेस की समझ रखने वाले गोपाल कांडा ने जल्दी ही हुड्डा सरकार में पैठ बना ली। उसके साथ ही वह इनेलो और चौटाला परिवार से दूर होते चले गए। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में गोपाल कांडा ने सिरसा विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। वह 2005 से 2009 तक हुड्डा सरकार में उद्योगमंत्री रहे सिरसा के दिग्गज लक्ष्मण दास अरोड़ा को हराकर विधानसभा पहुंचे। विधानसभा चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। तब कांग्रेस ने 40 सीटें जीतीं। इनेलो 32 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय गोपाल कांडा ने सियासी हालात का फायदा उठाते हुए निर्दलीय जीतने वाले 5-6 विधायकों को रातोंरात हुड्डा को समर्थन दिलवा दिया। लगातार दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बने हुड्डा ने कांडा को बतौर ईनाम अपनी कैबिनेट में शामिल करते हुए गृह राज्यमंत्री बनाया।
हरियाणा में IAS की मां को BJP ने दिया टिकट:कांग्रेस ECI पहुंची; कहा- बेटा कुरुक्षेत्र का DC, विधानसभा क्षेत्र इनकी सीमा से लग रहा
हरियाणा में IAS की मां को BJP ने दिया टिकट:कांग्रेस ECI पहुंची; कहा- बेटा कुरुक्षेत्र का DC, विधानसभा क्षेत्र इनकी सीमा से लग रहा हरियाणा में आईएएस सुशील सारवान की मां संतोष सारवान को बीजेपी की टिकट दिए जाने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस ने इसकी शिकायत भारतीय चुनाव आयोग (ECI) और हरियाणा मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) से की है। शिकायत में कहा गया है कि IAS सुशील सारवान की मां काे बीजेपी ने अंबाला लोकसभा क्षेत्र की मुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। इस विधानसभा की सीमा कुरुक्षेत्र जिले की सीमा से लगती हुई है। दरअसल, शिकायत में लिखा है कि मुलाना विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा कुरुक्षेत्र जिले से लगता है और कुरुक्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी का बेटा यहां का डीसी है, ऐसे में वह चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई की जाए। आयोग को दी गई शिकायत में क्या? ECI में ये शिकायत हरियाणा कांग्रेस कमेटी के मेंबर सुरेश उनीसपुर ने की है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि ‘आपके संज्ञान में लाया जा रहा है कि सुशील सारवान IAS, जो संतोष सारवान BJP उम्मीदवार मुल्लाना (06) विधानसभा क्षेत्र का बेटा है, इनकी तुरंत प्रभाव से बदली की जाए। पिछले लोकसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग के आदेश पर सुशील सारवान को पंचकूला DC पद से हटाया गया था। अब ये DC कुरुक्षेत्र में तैनात हैं, जिसकी सीमा मुलाना विधानसभा क्षेत्र से लगती है। शिकायत में ये गंभीर आरोप… शिकायत में कुछ गंभीर आरोप कांग्रेस की तरफ से लगाए गए हैं। आरोप है कि सुशील सारवान ने टिकट के ऐलान की रात से ही स्थानीय लोगों पर दबाव डालना शुरू कर दिया है। वह कह रहे हैं कि BJP को ही वोट करनी है। शिकायत में नियमों का हवाला देते हुए कांग्रेस ने लिखा है कि कि चुनाव आयोग के नियम है किसी भी पार्टी के उमीदवार के रिश्तेदार चुनाव ड्यूटी में तैनात नहीं हो सकता और जिसका पिछले चुनाव में ही बदली हुआ हो वह तो चुनाव ड्यूटी कैसे कर सकता है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि हरियाणा में निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए सुशील सारवान DC कुरुक्षेत्र का तुरंत प्रभाव से तबादला किया जाए। ECI के ट्रांसफर के क्या है मापदंड लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय चुनाव आयोग की ओर से राज्यों को जारी निर्देश में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के तबादले का आधार संसदीय क्षेत्र को बनाया गया है। मसलन चुनाव के दौरान अपने गृह जिले वाले संसदीय क्षेत्र में अफसरों की तैनाती नहीं की जाएगी। इसी आधार पर ही चुनाव आयोग के पास अफसरों व कर्मचारियों की शिकायतें पहुंच रही हैं। RO के लिए ECI में स्पष्ट गाइडलाइन नहीं चुनावी प्रक्रिया में आरओ यानी रिटर्निंग अफसर की अहम भूमिका होती है। वह सीधे तौर से चुनाव से जुड़ा होता है। जबकि उपायुक्त यानी जिला चुनाव अधिकारी को लेकर आयोग की हिदायत स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस की शिकायत के बाद अब चुनाव आयोग की ओर से जिस तरह का निर्देश आता है वैसे ही सरकार की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
सिवानी में पुलिस ने बरामद की 1.5 करोड़ की राशि:गाड़ी में ले जा रहा था व्यापारी, पुलिस को मिली गुप्त सूचना
सिवानी में पुलिस ने बरामद की 1.5 करोड़ की राशि:गाड़ी में ले जा रहा था व्यापारी, पुलिस को मिली गुप्त सूचना भिवानी जिले के सिवानी के मुख्य बाजार में पुलिस ने शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर एक कार से करीब डेढ़ करोड़ रूपए बरामद किया। पुलिस को सूचना मिली की भारी मात्रा में एक कार में नगदी राशि ले जाई जा रही है। जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नगदी राशि जब्त कर ली। साथ ही पुलिस ने मौके पर FST टीम को बुलाकर पैसे को थाने भेजवाया। जहां उसकी गिनती हुई तो कुल डेढ़ करोड़ राशि पाई गई। अब पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है। जब्त राशि की हुई गिनती जानकारी के अनुसार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर शहर के मुख्य बाजार में मंडी मोड़ पर एक गाड़ी को रूकवाया। गाड़ी की जांच की तो पाया कि गाड़ी में भारी मात्रा में पैसे है। पैसे दो बैगों में भरे थे। पुलिस ने मौके पर FST की टीम को भी बुला लिया। पैसे जब्त करके जब पुलिस थाने में टीम ने पैसों की गिनती की तो करीब 1.5 करोड़ रुपए मिले। तीन लोगों ने साथ निकाला बैंक से पैसा कार्यवाहक थाना प्रभारी निकेश ने बताया की पुलिस ने सूचना के आधार पर कार की जांच की तो दो बैगों से 1.5 करोड़ रुपए मिला है। पैसा तीन व्यापारियों का बताया जा रहा है। पुलिस जांच में लग गई है। वहीं व्यापारी मांगे राम ने बताया की सिवानी में दो दिन पहले एक व्यापारी से लूट की घटना हुई थी। इसी के डर से तीन व्यापारी इकट्ठा होकर सिवानी के आई सी आई सी बैंक से पैसा निकलवा कर लाए थे। पैसा बैंक से फैक्ट्री ले कर जा रहे थे, लेकिन बैंक से 500 मीटर दूरी पर ही पैसा पकड़ लिया गया। बैंक से लिखवा कर टीम को पत्र दे दिया गया है।