खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को कनाडा कोर्ट ने जमानत दे दी है। हॉल्टन में हुई शूटिंग के मामले में आतंकी अर्श डल्ला को गिरफ्तार किया गया था। अर्श डल्ला की जमानत के लिए 30,000 कनाडाई डॉलर (18 लाख 11 हजार रुपए) की जमानत राशि जमा कराई गई है। बता दें कि अर्श डल्ला के खिलाफ भारत में 70 से ज्यादा FRI दर्ज हैं। भारत ने आतंकी घोषित कर चुका है। मामले में अगली सुनवाई 24 फरवरी 2025 को होगी। अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर को कनाडा में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद भारत सरकार द्वारा भी डल्ला के समर्पण को लेकर बातचीत की कोशिश चल रही थी। मगर भारत कुछ करता, इससे पहले ही डल्ला को कनाडा में जमानत मिल गई। कनाडा में हुए शूटआउट के दौरान डल्ला के हाथ में लगी थी गोली
कनाडा के सरे में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का आतंकी संगठन को चला रहे अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर को कनाडा के मिल्टन शहर में एक शूटआउट के दौरान गोली लगी थी। ये गोली उसके हाथ में लगी थी। घटना में उसका साथी गुरजंट सिंह भी जख्मी हुए है। कनाडा में उसके खिलाफ 11 चार्ज फ्रेम किए गए थे। 29 अक्टूबर को वहां की स्थानीय पुलिस ने बयान जारी करते हुए बताया था कि उन्होंने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस दौरान पुलिस ने आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की थी। मगर रविवार को चर्चा शूरू हुई कि उक्त आरोपी कोई और नहीं बल्कि अर्श डल्ला और उसका साथी था। कनाडा और भारत के बीच डिप्लोमैटिक बातचीत बंद थी। ऐसे में दोनों देशों के बीच सूचनाएं साझा नहीं की थी। डल्ला को गृह मंत्रालय ने घोषित किया था आतंकी 2022 में गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के ऑपरेटिव अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्शदीप डल्ला को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित किया था। पंजाब के मोगा से कनाडा में जाकर छिपे अर्श पर देश-विदेश में हत्या, जबरन वसूली और जघन्य अपराधों के अलावा आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त रहने का आरोप है। नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने उसे हत्या, आतंक के लिए धन उगाही, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक मुद्दों को बढ़ावा देना और पंजाब में लोगों के बीच आतंक पैदा करने के मामलों में दोषी पाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार अर्शदीप UAPA के तहत वांटेड आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का बेहद करीबी है। उसकी ओर से आतंकी मॉड्यूल ऑपरेट करता है। वह आतंकी गतिविधियों, हत्या, जबरन वसूली के अलावा बड़े पैमाने पर ड्रग्स व हथियारों की तस्करी से भी जुड़ा हुआ है। गैंग में 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी घोषित होने के बाद अर्श के 60 से ज्यादा साथियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे हथियार बरामद किए गए। ज्यादातर हथियारों का लिंक पाकिस्तान से पाया गया। इस वक्त कनाडा से खालिस्तान संगठन ऑपरेट कर रहे अर्श के साथ करीब 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर हैं, जो उसके इशारे पर वारदात करते हैं। साथ ही निज्जर की मौत के बाद अब KTF का भी सारा कार्यभार अर्श डल्ला देखता है। खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को कनाडा कोर्ट ने जमानत दे दी है। हॉल्टन में हुई शूटिंग के मामले में आतंकी अर्श डल्ला को गिरफ्तार किया गया था। अर्श डल्ला की जमानत के लिए 30,000 कनाडाई डॉलर (18 लाख 11 हजार रुपए) की जमानत राशि जमा कराई गई है। बता दें कि अर्श डल्ला के खिलाफ भारत में 70 से ज्यादा FRI दर्ज हैं। भारत ने आतंकी घोषित कर चुका है। मामले में अगली सुनवाई 24 फरवरी 2025 को होगी। अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर को कनाडा में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद भारत सरकार द्वारा भी डल्ला के समर्पण को लेकर बातचीत की कोशिश चल रही थी। मगर भारत कुछ करता, इससे पहले ही डल्ला को कनाडा में जमानत मिल गई। कनाडा में हुए शूटआउट के दौरान डल्ला के हाथ में लगी थी गोली
कनाडा के सरे में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का आतंकी संगठन को चला रहे अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को 28 अक्टूबर को कनाडा के मिल्टन शहर में एक शूटआउट के दौरान गोली लगी थी। ये गोली उसके हाथ में लगी थी। घटना में उसका साथी गुरजंट सिंह भी जख्मी हुए है। कनाडा में उसके खिलाफ 11 चार्ज फ्रेम किए गए थे। 29 अक्टूबर को वहां की स्थानीय पुलिस ने बयान जारी करते हुए बताया था कि उन्होंने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन इस दौरान पुलिस ने आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की थी। मगर रविवार को चर्चा शूरू हुई कि उक्त आरोपी कोई और नहीं बल्कि अर्श डल्ला और उसका साथी था। कनाडा और भारत के बीच डिप्लोमैटिक बातचीत बंद थी। ऐसे में दोनों देशों के बीच सूचनाएं साझा नहीं की थी। डल्ला को गृह मंत्रालय ने घोषित किया था आतंकी 2022 में गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के ऑपरेटिव अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्शदीप डल्ला को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवादी घोषित किया था। पंजाब के मोगा से कनाडा में जाकर छिपे अर्श पर देश-विदेश में हत्या, जबरन वसूली और जघन्य अपराधों के अलावा आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त रहने का आरोप है। नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने उसे हत्या, आतंक के लिए धन उगाही, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक मुद्दों को बढ़ावा देना और पंजाब में लोगों के बीच आतंक पैदा करने के मामलों में दोषी पाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार अर्शदीप UAPA के तहत वांटेड आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का बेहद करीबी है। उसकी ओर से आतंकी मॉड्यूल ऑपरेट करता है। वह आतंकी गतिविधियों, हत्या, जबरन वसूली के अलावा बड़े पैमाने पर ड्रग्स व हथियारों की तस्करी से भी जुड़ा हुआ है। गैंग में 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी घोषित होने के बाद अर्श के 60 से ज्यादा साथियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनसे हथियार बरामद किए गए। ज्यादातर हथियारों का लिंक पाकिस्तान से पाया गया। इस वक्त कनाडा से खालिस्तान संगठन ऑपरेट कर रहे अर्श के साथ करीब 300 से ज्यादा एक्टिव मेंबर हैं, जो उसके इशारे पर वारदात करते हैं। साथ ही निज्जर की मौत के बाद अब KTF का भी सारा कार्यभार अर्श डल्ला देखता है। पंजाब | दैनिक भास्कर