झज्जर में देर रात भतीजे ने चाचा के घर के बाहर हवाई फायरिंग कर दी। पीड़ित को देखकर युवक मौके भाग गया। घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कीl मामला झज्जर शहर की ऋषि कॉलोनी की है। नवीन ने पुलिस को दी शिकायत में कहर कि हम पांच बहन भाई है। जिसमें तीन बहने और दो भाई हैं। मेरा छोटा भाई अजय कुमार है और जो कि हम सभी शादीशुदा हैं। मेरे माता-पिता रिटायर्ड हेडमास्टर है और झज्जर शहर की ऋषि कॉलोनी में रहते हैं। दोनों भाइयों में नहीं होती है बातचीत नवीन ने कहा कि मेरा गाड़ी मशीन व रोड कांट्रैक्टर का कार्य करता हूं l मेरा भाई रोहतक में रहता है। जिसका एक लड़का कुनाल व एक लड़की है l मेरे माता-पिता मेरे साथ रहते हैं और कई सालों से हम दोनों भाई अलग-अलग रहते हैं और हमारी आपस में कोई बातचीत नहीं होती है l फायरिंग कर मौके भागा युवक रात को मेरे भाई अजय का लड़का कुनाल अपनी गाड़ी में सवार होकर आया और मेरे घर के सामने गाड़ी रोक कर गाली गलौज करने लगा। आवाज सुनकर अपने कमरे से बालकोनी में आकर देखा, तो भतीजे कुनाल ने फायरिंग की और मौके भाग गया। झज्जर में देर रात भतीजे ने चाचा के घर के बाहर हवाई फायरिंग कर दी। पीड़ित को देखकर युवक मौके भाग गया। घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कीl मामला झज्जर शहर की ऋषि कॉलोनी की है। नवीन ने पुलिस को दी शिकायत में कहर कि हम पांच बहन भाई है। जिसमें तीन बहने और दो भाई हैं। मेरा छोटा भाई अजय कुमार है और जो कि हम सभी शादीशुदा हैं। मेरे माता-पिता रिटायर्ड हेडमास्टर है और झज्जर शहर की ऋषि कॉलोनी में रहते हैं। दोनों भाइयों में नहीं होती है बातचीत नवीन ने कहा कि मेरा गाड़ी मशीन व रोड कांट्रैक्टर का कार्य करता हूं l मेरा भाई रोहतक में रहता है। जिसका एक लड़का कुनाल व एक लड़की है l मेरे माता-पिता मेरे साथ रहते हैं और कई सालों से हम दोनों भाई अलग-अलग रहते हैं और हमारी आपस में कोई बातचीत नहीं होती है l फायरिंग कर मौके भागा युवक रात को मेरे भाई अजय का लड़का कुनाल अपनी गाड़ी में सवार होकर आया और मेरे घर के सामने गाड़ी रोक कर गाली गलौज करने लगा। आवाज सुनकर अपने कमरे से बालकोनी में आकर देखा, तो भतीजे कुनाल ने फायरिंग की और मौके भाग गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में जानलेवा हमले के तीन दोषियों को कैद:सो रहे युवक से की थी मारपीट-लूटपाट; 5 साल की सजा, 16 माह में आया फैसला हरियाणा के पानीपत जिले के बापौली थाना क्षेत्र के गांव खोजकीपुर में खेत के कमरे में सो रहे युवक पर हथियारों से जानलेवा हमला करके घायल करने के चार दोषियों को कोर्ट ने सजा सुनाई है। सेशन जज सुदेश कुमार शर्मा की कोर्ट ने दोषी साहिल, राहुल और अजय तीनों निवासी गांव खोजकीपुर को 5-5 साल की सजा, साढ़े 13 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर 6 माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। 16 माह चली केस की सुनवाई के बाद बुधवार को यह फैसला आया। किसी को बताने पर दी थी जान से मारने की धमकी
7 फरवरी 2023 को बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में नीरज ने बताया था कि वह गांव खोजकीपुर खुर्द का रहने वाला है। 6 फरवरी की रात करीब 9 बजे वह अपने खेतों में पानी चलाने गया था। गेहूं में पानी चलाने के बाद वह खेत में ही बने कमरे में बिछी चारपाई पर सो गया था। रात करीब 12 बजे गांव के रहने वाले अजय, प्रिंस, राहुल, साहिल उसके कमरे में आ घुसे। कमरे में घुसते ही आरोपियों ने कस्सी, रॉड, चाकू, पंच आदि से उस पर सोते हुए पर ही हमला कर दिया। साहिल ने उसकी जेब से 2 हजार रुपए और मोबाइल फोन निकाल लिया। मोबाइल-कैश मिलने के बाद उन्होंने धमकी दी कि अगर वह इस बारे में किसी को बताएगा तो वे उसे जान से मार देंगे।
नारनौल में व्यक्ति की डंडों से पीटकर हत्या:बारात में DJ पर नाचने पर परिवार में झगड़ा; घायल दो बेटों में एक गंभीर
नारनौल में व्यक्ति की डंडों से पीटकर हत्या:बारात में DJ पर नाचने पर परिवार में झगड़ा; घायल दो बेटों में एक गंभीर हरियाणा के नारनौल में शादी समारोह में झगड़े के बाद एक बुजुर्ग व्यक्ति की लाठी डंडों से पीट कर हत्या कर दी गई। बीच बचाव करने में व्यक्ति के दो बेटे इसमें घायल हुए हैं, इनमें एक की हालत गंभीर है। पुलिस ने दूसरे बेटे की शिकायत पर 6 नामजद के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार अटेली थाना में पुलिस को दी शिकायत में गांव राता कला के प्रशांत ने बताया कि उनके परिवार में ताऊ के लड़के की शादी थी। इसमें बारात अटेली के ही गांव कलवाड़ी गई थी। बारात में डीजे पर नाचते समय उसके पिता इंद्रजीत के साथ उसके ही परिवार वालों में नवीन और अमरीत के साथ झगड़ा हो गया। वहां पर तो बीच बचाव कर झगड़ा शांत कर दिया गया। बारात से गांव आते ही घेरा प्रशांत ने बताया कि इसके बाद वे ऑल्टो कार में बैठकर वापस गांव आ गए। गांव राता आने पर अमरीत, अभिषेक, अमित, देवेंद्र, नवीन और अनूप ने उसके पिता इंद्रजीत सिंह को रोक लिया। इसके बाद वे उसके पिता के साथ लाठी डंडों से मारपीट करने लगे। इस बीच इंद्रजीत का लड़का निकेश भी अपने पिता के बचाव में आ गया। इस लड़ाई झगड़े में इंद्रजीत और निकेश को गंभीर चोटें आई। तीनों को पहुंचाया अस्पताल, पिता की मौत परिजन तीनों को लेकर अटेली सीएचसी में पहुंचे। वहां पर डॉक्टर ने जांच के बाद इंद्रजीत को मृत घोषित कर दिया। वहीं निकेश की हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि निकेश को रेवाड़ी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मकान के शीशे तोड़े, सामान फेंका प्रशांत ने बताया कि मार पिटाई से पहले यह सभी हमलावर उनके घर पर भी पहुंच गए थे। उन्होंने मकान के शीशे तोड़ दिए थे। वह घर में रखा सामान भी बाहर फेंक दिया था। उसकी मां के साथ भी मार पिटाई की थी और जान से मारने की धमकी दी थी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में खट्टर का UPS का दांव:2.5 लाख सरकारी कर्मचारी; OPS को मुद्दा बना रही कांग्रेस, IAS खेमका साथ आए
हरियाणा विधानसभा चुनाव में खट्टर का UPS का दांव:2.5 लाख सरकारी कर्मचारी; OPS को मुद्दा बना रही कांग्रेस, IAS खेमका साथ आए हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार BJP नए दांव खेल रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को लेकर नाराज चल रहे कर्मचारियों को लेकर बड़ा दांव खेल दिया है। उन्होंने संकेत दे दिया कि यदि हरियाणा में BJP तीसरी बार सत्ता में आती है तो कर्मचारियों के हित में केंद्र की यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) स्कीम को लागू करेंगे। बीजेपी अपने मेनिफेस्टो में भी नई स्कीम को लागू करने का वादा करेगी। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस OPS को प्रदेश में लागू करने का वादा कर रही है। इस बीच केंद्र की UPS पर हरियाणा के एक सीनियर IAS अशोक खेमका ने भी अपना समर्थन दिया है। अब पढ़िए बीजेपी के ऐलान के पीछे की 3 वजह हरियाणा में ढाई लाख सरकारी कर्मचारी
हरियाणा में चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस दांव को चलने की खास वजह प्रदेश के ढाई लाख कर्मचारी हैं। ये कर्मचारी OPS को लेकर पिछले एक साल से आंदोलनरत हैं। इसके लिए कर्मचारियों के एक गुट ने OPS संघर्ष मोर्चा भी बनाया हुआ है। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को कर्मचारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। खट्टर ने इस बड़े सरकारी कर्मचारी वर्ग को साधने के लिए ये दांव चला है। 40 हजार कर्मचारी केंद्र में कर रहे नौकरी
हरियाणा के 2.5 लाख कर्मचारियों में 40 हजार कर्मचारी केंद्र सरकार में काम कर रहे हैं। हालांकि ये हरियाणा के ही वोटर हैं, केंद्र की UPS का केंद्रीय कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा। ये प्रदेश में चुनाव के दौरान यूपीएस के पक्ष में माहौल बनाने में पार्टी की अच्छी मदद कर सकते हैं। राज्य में 90 हजार कर्मचारी ऐसे हैं, जो 2004 के पहले से काम कर रहे हैं। हिमाचल में दिखा था OPS का असर
हिमाचल प्रदेश में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ओपीएस के चक्कर में ही करारी हार का सामना करना पड़ा था। हिमाचल हरियाणा का सीमावर्ती स्टेट है, इसलिए भाजपा नहीं चाहती कि वहां का कोई भी मुद्दा हरियाणा में प्रभावी हो। यही वजह है कि खट्टर कर्मचारियों की नाराजगी को दूर करने में लगे हुए हैं। अब यहां समझिए UPS क्या है? कब से लागू होगी
दिसंबर 2003 तक सरकारी कर्मचारियों के लिए OPS लागू थी। जनवरी 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार इसे हटाकर न्यू पेंशन स्कीम यानी NPS लाई। NPS पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे। मोदी सरकार ने अप्रैल 2023 में टीवी सोमनाथन की अगुआई में एक कमेटी बनाई। इस कमेटी ने हर राज्य के वित्तीय सचिव, नेताओं, सैकड़ों कर्मचारी यूनियन के साथ चर्चा की। उसके बाद कमेटी ने कैबिनेट को न्यू पेंशन स्कीम में बदलाव के लिए कुछ सिफारिशें कीं। 24 अगस्त 2024 को मोदी सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी UPS को मंजूरी दी है। इसे अगले वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा। यहां पढ़िए यूपीएस और ओपीएस में क्या हैं 3 बड़े अंतर… UPS-OPS में पेंशन कैलकुलेट करने का अलग तरीका यूपीएस और ओपीएस दोनों ही पेंशन स्कीमों में सरकारी कर्मचारियों को एश्योर्ड पेंशन देने का प्रावधान है। लेकिन पेंशन की गणना करने के तौर तरीकों में बड़ा अंतर है। ओपीएस में सरकारी कर्मचारी के रिटायरमेंट से ठीक पहले की आखिरी बेसिक सैलेरी और महंगाई भत्ता का 50% पेंशन के तौर पर दिया जाता है। जबकि यूनिफाइड पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट से पहले की 12 महीने की बेसिक सैलेरी और डीए का जो औसत बनेगा वही एश्योर्ड पेंशन के तौर पर दिया जाएगा। UPS में योगदान जरूरी, OPS में ये प्रावधान नहीं यूपीएस में कर्मचारियों को यूपीएस में अपने बेसिक पे और डीए का 10 फीसदी पेंशन फंड में देना होगा जैसे वे एनपीएस में करते आए हैं। सरकार, कर्मचारी के लिए पेंशन फंड में अपनी तरफ से 18.5% का योगदान करेगी जिसकी लिमिट एनपीएस में 14 फीसदी थी। ओपीएस में कर्मचारियों को अपनी ओर से पेंशन फंड में कोई योगदान नहीं करना पड़ता था। पेंशन पाने के लिए OPS में 20 साल, UPS में 25 साल जरूरी यूपीएस में कम से कम 25 वर्षों तक के सर्विस के बाद ही तय फॉर्मूले के तहत सरकारी कर्मचारी एश्योर्ड पेंशन पाने का हकदार होंगे। ओपीएस में नियम कुछ और था। ओल्ड पेंशन स्कीम में केंद्रीय कर्मचारी 20 साल की नौकरी के बाद ही पेंशन पाने का हकदार हो जाते थे। यानी यूनिफाइड पेंशन स्कीम में एश्योर्ड पेंशन के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम से 5 साल ज्यादा लंबे समय तक सर्विस करना होगा। यूपीएस पर हरियाणा में इन वजहों से फंस रहा पेंच 1. एक अप्रैल 2025 से लागू होने वाली यूपीएस के लिए 25 वर्ष की सेवा को अनिवार्य किया गया है। इससे पहले ओपीएस में सिर्फ 20 वर्ष की नौकरी का प्रावधान था। हरियाणा के कर्मचारियों को सरकार का यह बाध्यता ठीक नहीं लग रही है। 2. एक आंकड़े के तहत प्रदेश में काफी संख्या में लोग 40 वर्ष के बाद नौकरी में आते हैं। इस तरह से करीब आधे कर्मचारी इस योजना में शामिल ही नहीं हो सकते हैं। वहीं कर्मचारियों के वेतन से जो 10 फीसदी पैसा कटेगा उसे उसे सरकार अपने पास रखेगी। सेवानिवृत्त के बाद कर्मचारियों को इसमें से कुछ भी नहीं मिलेगा। 3. यूपीएस में मेडिकल व डीए की बात नहीं की गई है। कर्मचारियों को सेवानिवृत्त के समय महज 6 महीने का वेतन ही दिया जाएगा। हालांकि इसमें सरकार अपना शेयर 14 से 18.5 फीसदी करने जा रही है, लेकिन कर्मचारी इसमें अपना कोई लाभ नहीं देख रहे हैं। 4. हरियाणा के कर्मचारी संगठनों का कहना है कि पहले केंद्र सरकार एनपीएस में कमी नहीं मान रही थी। लेकिन जब उसे कमी महसूस हुई तो यूपीएस बनाने के लिए एक बार भी केंद्र सरकार ने उन्हें सुझाव के लिए नहीं बुलाया। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल ने कहा कि हमारी मांग ओपीएस बहाली की थी और ओपीएस बहाली तक ही आंदोलन जारी रहेगा। IAS अशोक खेमका समर्थन में आए हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. अशोक खेमका ने केंद्र सरकार की ओर से घोषित यूपीएस योजना का समर्थन किया है। सोशल प्लेटफार्म X पर लिखी पोस्ट में खेमका ने कहा कि 2004 के बाद के केंद्रीय कर्मचारियों को यूपीएस योजना की घोषणा से बड़ी राहत मिली है। मुझे आशा है कि जल्द ही राज्यों द्वारा बिना देरी किए इसे लागू किया लाएगा। वहीं प्रदेश के कई अन्य आईएएस अफसरों ने भी यूपीएस को एनपीएस से बेहतर बताया है।