हिमाचल सरकार ने साल 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी बिमल गुप्ता के तबादला आदेश जारी किए है। बिमल गुप्ता को इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो लगाया है। इसे लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आदेश जारी कर दिए है।बिमल गुप्ता अभी आईजी वेलफेयर एंड एडमिनिस्ट्रेशन मुख्यालय में तैनात थे। इससे पहले भी बिमल गुप्ता आईजी विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो का काम देख चुके हैं। सरकार ने बीते 4 मार्च को ही उन्हें आईजी वेल्फेयर एंड एडमिनिस्ट्रेशन पुलिस मुख्यालय शिमला लगाया था। अब दोबारा विजिलेंस का जिम्मा दिया गया है। हिमाचल सरकार ने साल 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी बिमल गुप्ता के तबादला आदेश जारी किए है। बिमल गुप्ता को इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो लगाया है। इसे लेकर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आदेश जारी कर दिए है।बिमल गुप्ता अभी आईजी वेलफेयर एंड एडमिनिस्ट्रेशन मुख्यालय में तैनात थे। इससे पहले भी बिमल गुप्ता आईजी विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो का काम देख चुके हैं। सरकार ने बीते 4 मार्च को ही उन्हें आईजी वेल्फेयर एंड एडमिनिस्ट्रेशन पुलिस मुख्यालय शिमला लगाया था। अब दोबारा विजिलेंस का जिम्मा दिया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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किन्नोर में नेशनल हाईवे 17 घंटे से बंद:पहाड़ों से लगातार गिर रहा मलबा, काजा-स्पीति की ओर जाने वाले वाहन रुके हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जनपद किन्नौर के निगुलसरी में पहाड़ियों का दरकना लोगों के लिए परेशानियों का सबब बनी हुई है। यहां पर लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण सफर भी जानलेवा बना है। देश की सुरक्षा दृष्टि से अहम जिला किन्नौर को जोड़ने वाली NH-5 निगुलसरी के करीब 17 घंटे से बंद पड़ा है। ऐसे में किन्नौर, काजा-स्पीति तथा शिमला की ओर जाने वाले हजारों लोगों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। कल शाम 6 बजे से बंद एनएच के दोनों ओर वाहनों की लंबी लंबी कतार लगी रही। लोग मार्ग बहाली का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन ऊपरी पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिरने से एनएच को बहाल करना चुनौती बना रहा।आपको बता दें कि, गुरुवार रात करीब 8 बजे से यहां पर यातायात बंद हो गया। शुक्रवार को भी ऊपरी पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थरों के गिरने का क्रम जारी रहा। जिस कारण मार्ग को बहाल करने में दिक्कतें पेश आई। करीब 4 बजे बजे बाधित एचएच को बहाल किया गया, लेकिन फिर शाम 6 बजे से NH-5 एक बार फिर से बंद हो गया है। बरसात शुरू होने से जारी है भूस्खलन गौरतलब है कि निगुलसारी में बरसात के शुरू होते ही ऊपरी पहाड़ी से भूस्खलन का सिलसिला जारी हो जाता है। ऐसे में एनएच-5 पर सफर कर रहे हजारों लोगों को भी खतरा बना हुआ है। लोग डर के साये में सफर करने को मजबूर हैं। बहरहाल, यहां पर भूस्खलन को रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हो पाए हैं। रात को हुई बारिश से एक बार फिर निगुलसरी के पास ऊपरी पहाड़ी से लगातार पत्थरों के गिर रहे हैं। इस कारण NH-5 को बहाल करने में काफी दिक्कतें पेश आ रही है। सड़क से पत्थर और दलदल को हटाने के लिए मौके पर मशीन तैनात की गई है। जैसे ही पहाड़ी से पत्थर गिरना रुक जाएगा, वैसे ही सड़क को खोलने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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सोलन में भारी बारिश से खतरे में गंभरपुल:कुनिहार-नालागढ़ हाईवे 8 घंटे बंद, सुबह 9 बजे बहाल, सड़क पर मलबा आना जारी हिमाचल के सोलन जिले में कुनिहार को नालागढ़ से जोड़ने वाला गंभर पुल भारी बारिश के बाद बीती रात फिर वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। कुनिहार और आसपास के इलाकों में बीती रात 10.30 बजे से 1 बजे तक भारी बारिश हुई। इसके चलते गंभर पुल पर रात को भारी मलबा आ गया और पानी के तेज बहाव के कारण पुल की नींव खोखली हो रही है। हाईवे पर मलबा आने के बाद करीब 8 घंटे तक मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहा। सुबह करीब 9 बजे हाईवे को बहाल किया जा सका। लेकिन अभी भी नाले से मलबा आ रहा है। इसके चलते हाईवे बार-बार बंद हो रहा है और गंभर पुल भी खतरे की जद में आ गया है। कुनिहार क्षेत्र में कई ग्रामीण सड़कें भी बंद भारी बारिश के बाद कुनिहार-नालागढ़ स्टेट हाईवे के अलावा क्षेत्र की आधा दर्जन ग्रामीण सड़कें भी बंद हो गई है। सड़कों पर जगह-जगह लैंडस्लाइड और नालों में पानी के तेज बहाव के साथ मलबा आने से यातायात अवरुद्ध हुआ है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज सुबह के वक्त कामकाजी लोगों और स्कूली बच्चों को भी स्कूल पहुंचने में परेशानी हुई। 4 दिन पहले भी गंभरपुल में फटा था बादल बता दें कि चार दिन पहले भी सोलन के गंभरपुल में बादल फटने से सड़क पर सैलाब आ गया था। एक ढाबा पूरी तरह तबाह हो गया था, जबकि दो दुकानों व एक घर में मलबा घुस गया था। दो गाड़ियों को भी इससे नुकसान पहुंचा था। बीती रात को उसी पॉइंट पर भारी बारिश के बाद नाले से सारा मलबा सड़क पर आ गया। PWD के सहायक अभियंता जीएन शर्मा ने बताया कि विभाग ने सुबह के समय ही क्षेत्र की बंद सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया था।
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सोलन में नगर निगम ने 42% बढ़ाया पार्किंग शुल्क:लोग बोले- मुश्किल से वाहन खरीद पाते हैं, महीने में 2050 रुपए कैसे देंगे सोलन शहर में बहुत कम पार्किंग है, जो पार्किंग नगर निगम ने बनाई हैं, उनका शुल्क ही बहुत अधिक है। पिछले वर्ष जो पार्किंग शुल्क महीने का 1400 रूपए था उसे बढ़ा कर 2050 कर दिया गया है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगों में ख़ासा रोष है। उन्होंने कहा कि शहर की जनता बहुत मुश्किल से वाहन खरीदती है। लेकिन उसके बाद उसे खड़ी करने के लिए काफी ज़्यादा शुल्क उसे देना पड़ रहा है। जिसकी वजह से एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। निगम ने बढ़ाया 42%पार्किंग शुल्क क्षेत्र वासियों ने कहा कि पार्किंग शुल्क को करीब 42 प्रतिशत बढ़ा दिया गया है। जो न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अधिक शुल्क भी देने को तैयार है। लेकिन कम से कम नगर निगम को चाहिए कि वह पार्किंग में सुविधाएं भी बढ़ाएं। नशेड़ियों का अड्डा बन रही पार्किग उन्होंने कहा कि पार्किंग केवल नशे का अड्डा बनती जा रही है। जिसकी वजह से महिलाएं रात को यहाँ आने से भी कतराती हैं। अगर किसी ने आपात स्थिति में यहां से गुजरना हो तो महिलाएं तो छोड़ो पुरुषों का भी निकलना मुश्किल है। क्योंकि असामाजिक तत्वों का यह अड्डा बन चुका है। जो चोरियों को भी अंजाम देते रहते है। रात के समय यहां बेतरतीब गाड़ियां लगा दी जाती है। आपातकाल में गाड़ियां निकालना बेहद मुश्किल है। उन्हें पूर्ण उम्मीद है कि सोलन की मेयर इस और ध्यान देंगी और उनकी समस्या का हल अवश्य निकालेंगी।