मंडी जिले के नेशनल हाईवे 154 जोगिंद्रनगर पठानकोट मार्ग पर शुक्रवार देर शाम एक तेंदुए को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इस दौरान सिर में गंभीर चोट लगने से तेंदुए की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय युवक अंकित जम्वाल ने घटना की सूचना तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही डीएफओ कमल भारती अपनी वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृत तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया। इस बारे में जानकारी देते हुए डीएफओ कमल भारती ने बताया कि किसी वाहन की टक्कर लगने से तेंदुए की मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद होगा अंतिम संस्कार वन विभाग ने पंचनामा व रिपोर्ट तैयार कर मृत तेंदुए के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। शनिवार को उच्च स्तरीय जांच कमेटी की देखरेख में शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जब वाहन गुजर रहा था तो अचानक तेंदुआ वाहन के नीचे आ गया। वहीं, सनोर घाटी के बालू गांव व इसके आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीण डरे हुए हैं। ग्रामीणों ने वन मंडल अधिकारी मंडी से यहां तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। मंडी जिले के नेशनल हाईवे 154 जोगिंद्रनगर पठानकोट मार्ग पर शुक्रवार देर शाम एक तेंदुए को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इस दौरान सिर में गंभीर चोट लगने से तेंदुए की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय युवक अंकित जम्वाल ने घटना की सूचना तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही डीएफओ कमल भारती अपनी वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृत तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया। इस बारे में जानकारी देते हुए डीएफओ कमल भारती ने बताया कि किसी वाहन की टक्कर लगने से तेंदुए की मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद होगा अंतिम संस्कार वन विभाग ने पंचनामा व रिपोर्ट तैयार कर मृत तेंदुए के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। शनिवार को उच्च स्तरीय जांच कमेटी की देखरेख में शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जब वाहन गुजर रहा था तो अचानक तेंदुआ वाहन के नीचे आ गया। वहीं, सनोर घाटी के बालू गांव व इसके आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए की बढ़ती सक्रियता से ग्रामीण डरे हुए हैं। ग्रामीणों ने वन मंडल अधिकारी मंडी से यहां तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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क्रिसमस मनाने हिमाचल के हिल स्टेशन पहुंचे टूरिस्ट:कई सालों बाद व्हाइट-क्रिसमस, क्राइस्ट-चर्च में पहली बार लगेगी पहाड़ी नाटी; बाहर विंटर कार्निवल की धूम
क्रिसमस मनाने हिमाचल के हिल स्टेशन पहुंचे टूरिस्ट:कई सालों बाद व्हाइट-क्रिसमस, क्राइस्ट-चर्च में पहली बार लगेगी पहाड़ी नाटी; बाहर विंटर कार्निवल की धूम देशभर से बड़ी संख्या में लोग क्रिसमस-ईव पर हिल स्टेशन पर पहुंच चुके हैं। आज भी टूरिस्ट क्रिसमस मनाने पहाड़ों का रुख करेंगे। खासकर शिमला में इस बार का क्रिसमस खास रहने वाला है। इसकी दो बड़ी वजह है। पहली वजह- बर्फबारी और दूसरी- रिज पर विंटर कार्निवल का आयोजन। इससे शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट के मनोरंजन में कोई कमी रहने वाली नहीं है और व्हाइट क्रिसमस की आस भी पहले ही पूरी हो चुकी है। कुदरत ने बर्फ के रूप में क्रिसमस गिफ्ट दिया टूरिस्ट हर बार व्हाइट क्रिसमस की आस में शिमला पहुंचता है। मगर क्रिसमस पर कई सालों से बर्फबारी नहीं हो रही थी। इस बार क़ुदरत ने कई सालों बाद बर्फ के रूप में लोगों को क्रिसमस-गिफ्ट दिया है। इससे टूरिस्ट का हिल स्टेशन का टूर पूरी तरह पैसा वसूल रहने वाला है। क्रिसमस के लिए शिमला के सभी चर्च को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। इनमें देशभर से पहुंचने वाले लोग आज प्रभु यीशु की पूजा व अराधना करेंगे। चर्च में पहली बार लगेगी पहाड़ी नाटी रिज पर क्राइस्ट चर्च में पहली बार पहाड़ी नाटी लगेगी। पहाड़ की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नाटी डालकर इस पर्व की शोभा बढ़ाएगी। हर साल क्रिसमस पर प्रार्थना सभा और कैरोल गायन होता है। क्राइस्ट चर्च इंचार्ज वीनिता रॉय ने बताया कि क्रिसमस पर लोग सुबह जल्दी उठकर अपने दोस्त व रिश्तेदारों के घर जाकर नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। इसके बाद चर्च आकर प्रभु यीशु की पूजा करते हैं। इस दौरान धन्यवाद और मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रार्थनाएं की जाती हैं। उन्होंने बताया कि चर्च में इस दिन राष्ट्र की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए भी प्रार्थनाएं की जाती हैं। इसके बाद दुखी, बीमार, वृद्ध या अकेले लोगों के पास जाकर खुशी जाहिर कर त्योहार को मनाते हैं। विंटर कार्निवल में ये रहेगा आकर्षण का केंद्र वहीं रिज पर विंटर कार्निवल बीते मंगलवार को शुरू हो गया है। 10 दिनों तक चलने वाले इस विंटर कार्निवल में पंजाबी, बॉलीवुड और लोक गायक शिमला पहुंचने वाले टूरिस्ट का भरपूर मनोरंजन करेंगे। शिमला में चुनी जाएगी मिस कार्निवल इसके अलावा मिस कार्निवल, वॉयस ऑफ शिमला, प्रिंस और प्रिंसेस जूनियर, स्ट्रांगेस्ट यूथ ऑफ शिमला, साइकिलिंग, क्राफ्ट मेला, लिट-फेस्ट जैसे कार्यक्रम भी विंटर कार्निवल का मुख्य आकर्षण रहने वाले हैं।
रामपुर लवी मेला पहुंचे झोलाछाप डाक्टरों को डीएसपी ने खदेड़ा:बोले- दोबारा आए तो करेंगे सख्त कार्रवाई; ऑटो चालकों को भी चेतावनी दी
रामपुर लवी मेला पहुंचे झोलाछाप डाक्टरों को डीएसपी ने खदेड़ा:बोले- दोबारा आए तो करेंगे सख्त कार्रवाई; ऑटो चालकों को भी चेतावनी दी शिमला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में पहुंचे झोलाछाप डॉक्टरों को डीएसपी नरेश शर्मा ने खदेड़ दिया है। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि यदि फिर से रामपुर व आसपास के गांवों में आए, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं बुद्ध मंदिर के पास पार्क ऑटो चालकों को रूट पर नियमित चलते रहने की चेतावनी दी है। रामपुर का अंतरराष्ट्रीय मेला शुरू होते ही बाहरी राज्यों से सैकड़ों व्यापारी व्यापार करने आते हैं, लेकिन कुछ आयुर्वेद का ज्ञाता मानने वाले झोलाछाप डॉक्टर भी यहां पहुंचते हैं, जो सड़कों किनारे बैठकर ग्रामीणों को बातों में फंसा कर उनसे रूपए ऐंठ रहे थे। डीएसपी ने ऑटो चालकों को दी चेतावनी वहीं दूसरी ओर बुद्ध मंदिर र के पास पार्क ऑटो चालकों की मनमानी की शिकायतें पुलिस के पास आ रही थी। जिस पर डीएसपी ने ऑटो चालकों नियमित रूप से रचोली या जो भी उनके रूप हैं, पर चलने के लिए कहा। अक्सर देखा गया है कि रचोली जाने के लिए ऑटो चालक आनाकानी भी करते रहते हैं। डीएसपी ने इस पर सभी ऑटो चालकों को कहा कि वे इस तरह से बिना चालक के ऑटो छोड़ कर नहीं जा सकते हैं। उन्हें नियमित अपने रूट पर चलने के लिए कहा, ऐसा न करने पर उनके चालान काटने की चेतावनी भी दी।
हिमाचल के बद्दी की हवा हुई खतरनाक:आज 329 पहुंचा AQI, 10 दिनों से खराब हुई हवा; सांस लेने में हो रही दिक्कत
हिमाचल के बद्दी की हवा हुई खतरनाक:आज 329 पहुंचा AQI, 10 दिनों से खराब हुई हवा; सांस लेने में हो रही दिक्कत हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की हवा बेहद खतरनाक हो गई है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 10 दिन से निरंतर 250 से 351 के बीच चल रहा है। आज भी सुबह AQI 329 रिकॉर्ड किया गया। रिचर्ड ए. मिलर और एलिजाबोथ मिलर की स्टडी के अनुसार, बद्दी की हवा दिन में 10 से 20 सिगरेट के धुएं जैसी खतरनाक हो गई है। जिस शहर में AQI जब 250 होता तो, वहां की लगभग 8 से 9 सिगरेट पीने जैसी खतरनाक होती है। जहां AQI 350 पहुंच जाता है, वहां 18 से 19 सिगरेट पीने जैसी खतरनाक होती है। 6 नवंबर से हवा खराब होनी शुरू हुई दिवाली के दूसरे दिन यानी 1 नवंबर को भी बद्दी का AQI 305 माइक्रो ग्राम पहुंचा था। मगर 2 नवंबर से इसमें सुधार होना शुरू हो गया और AQI 166 माइक्रो ग्राम तक गिर गया। बद्दी में 5 नवंबर को संतोषजनक हो गई थी। मगर 6 नवंबर से दोबारा हालात बिगड़ने लगे और दिन प्रतिदिन हवा खराब होती गई और 3 दिन से AQI 300 से ज्यादा चल रहा है। पिछले 10 दिन में सात बार AQI 300 से ज्यादा रहा है। इन वजह से खराब हुई हवा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की माने तो बद्दी की खराब हवा का सबसे बड़ा कारण यहां के उद्योग है। इसमें कुछ योगदान गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण का भी है। इसी तरह लंबे ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल और पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली भी इसकी एक वजह बताई जा रही है। मगर एनवायरमेंट इंजीनियर प्रदूषण में पराली का नाम मात्र योगदान मानते है, क्योंकि इन दिनों हवाएं से उत्तर से पश्चिम की ओर चलती है। बद्दी में देशभर के लोग करते हैं नौकरी औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में हिमाचल के साथ-साथ देशभर से लोग नौकरी करते हैं। जिन्हें खराब हवा के कारण रोजाना परेशानियां झेलनी पड़ रही है। खासकर अस्थमा और सांस के रोगियों को ज्यादा कठिनाई हो रही है। क्या है AQI और इसका हाई लेवल खतरा क्यों ? AQI एक तरह का थर्मामीटर है। थर्मामीटर तापमान मापता है, जबकि AQI प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पोल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन बद्दी में यह 300 पार हो चुका है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। AQI खराब करने वाले धूल के इतने सूक्ष्म होते है, इन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता। ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में 45 दिन से बारिश नहीं हुई। इससे चौतरफा धूल के गुबार उड़ रहे हैं। धूल की वजह से भी हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। ऐसे में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनकर घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है। प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ सुथरी अच्छी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ या संतोषजनक बनी हुई है। पांटवा साहिब का AQI 119, कालाअंब का 145, बरोटीवाला 150 और नालागढ़ का AQI 130 है। वहीं शिमला में शिमला में 57, मनाली 30 और धर्मशाला में 73 है।