मानसा में एक युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या करने के बाद खुद भी सुसाइड कर लिया। महिला की किसी दूसरे व्यक्ति के साथ शादी हो चुकी थी, इसके बावजूद भी दोनों के बीच बातचीचत होती थी। किसी बात को लेकर दोनों के बीच अनबन होने से युवक ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मानसा के बोडावाल गांव में मेजर सिंह नाम के शख्स ने अपनी प्रेमिका के ऊप मिट्टी का तेल डालकर जला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी प्रेमी ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वहीं गांव और परिवार के लोगों ने इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया एसएचओ जसप्रीत सिंह ने बताया कि मृतक मंजीत कौर के पति बलजिंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी। अपने बयान में उसने बताया कि उसकी पत्नी की मेजर सिंह से बातचीत होती थी। लेकिन अब मेरी पत्नी ने उससे बात करना बंद कर दिया था और उससे नफरत करती थी। जिसके कारण मेजर ने मेरी पत्नी को मिट्टी का तेल डाल कर मारने की कोशिश की। जिसके आधार पर मेजर सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मानसा में एक युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या करने के बाद खुद भी सुसाइड कर लिया। महिला की किसी दूसरे व्यक्ति के साथ शादी हो चुकी थी, इसके बावजूद भी दोनों के बीच बातचीचत होती थी। किसी बात को लेकर दोनों के बीच अनबन होने से युवक ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मानसा के बोडावाल गांव में मेजर सिंह नाम के शख्स ने अपनी प्रेमिका के ऊप मिट्टी का तेल डालकर जला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी प्रेमी ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वहीं गांव और परिवार के लोगों ने इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया एसएचओ जसप्रीत सिंह ने बताया कि मृतक मंजीत कौर के पति बलजिंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी। अपने बयान में उसने बताया कि उसकी पत्नी की मेजर सिंह से बातचीत होती थी। लेकिन अब मेरी पत्नी ने उससे बात करना बंद कर दिया था और उससे नफरत करती थी। जिसके कारण मेजर ने मेरी पत्नी को मिट्टी का तेल डाल कर मारने की कोशिश की। जिसके आधार पर मेजर सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
चंडीगढ़ निगम के नए कमिश्नर कल संभालेंगे कार्यभार:वह 2008 बैच के हैं IAS अधिकारी, केंद्र ने 5 अक्टूबर को दी थी नियुक्ति की मंजूरी
चंडीगढ़ निगम के नए कमिश्नर कल संभालेंगे कार्यभार:वह 2008 बैच के हैं IAS अधिकारी, केंद्र ने 5 अक्टूबर को दी थी नियुक्ति की मंजूरी चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर के रूप में पंजाब के 2008 बैच के IAS अमित कुमार सोमवार को अपनी जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। केंद्र सरकार की तरफ से पहले ही उनके नाम पर मोहर लगा दी गई थी। इसके बाद पंजाब सरकार की तरफ से उन्हें निगम कमिश्नर के पद पर जॉइन करने की मंजूरी दी है। वहीं, उनके जॉइन करने के बाद निगम के जनरल हाउस और एफएंडसी की मीटिंग भी होगी। पंजाब ने भेजे थे तीन नाम IAS आनंदिता मित्रा के पदमुक्त होने के बाद पंजाब सरकार ने इस पद के लिए तीन अधिकारियों के नामों का पैनल भेजा था। इनमें आईएएस रामवीर, अमित कुमार और गिरीश दयालन शामिल थे। पांच अक्टूबर को MHA की अप्वाइंटिंग कमेटी आफ कैबिनेट एसीसी ने उनके नाम पर मोहर लगा दी थी। जब आनंदिता मित्रा रिलीव होकर पंजाब वापस गई थीं, तो 20 सितंबर को केंद्र सरकार ने उनकी सेवा अवधि तीन महीने के लिए बढ़ा दी थी। जबकि पंजाब सरकार ने उन्हें नई जिम्मेदारी दी थी। हालांकि, इससे पहले पंजाब सरकार ने तीन अफसरों का पैनल भेजा था। लेकिन इसके बाद भी नगर निगम के कमिश्नर को लेकर उलझन बनी हुई थी। लेकिन इस आदेश से पूरी स्थिति साफ हो गई। वहीं, आने वाले दिनों में डीसी विनय प्रताप सिंह को भी चंडीगढ़ से रिलीव किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है। नए चीफ इंजीनियर भी जल्दी करेंगे जॉइन चंडीगढ़ नगर निगम में चीफ इंजीनियर के पद पर संजय अरोड़ा को नियुक्त किया है। अरोड़ा इस समय दिल्ली में एनडीएमसी में चीफ इंजीनियर पद पर तैनात है। हालांकि उन्हें अभी जॉइन करने में समय लग सकता है। उनकी नियुक्ति के बारे में फैसला 24 सितंबर को लिया गया था। लेकिन दिल्ली सरकार ने अभी तक उन्हें रिलीव नहीं किया है। अरोड़ा ने 1998 में यूटी प्रशासन में यूपीएसई के तहत एसडीए के तौर पर सेवाएं दी थी। अरोड़ा पहले भी निगम में सेवाएं दे चुके हैं।
बरनाला में हादसे में 2 छात्रों की मौत:कॉलेज से लौट रहे थे अपने घर, ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर
बरनाला में हादसे में 2 छात्रों की मौत:कॉलेज से लौट रहे थे अपने घर, ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर पंजाब में बरनाला जिले के कस्बा भदौड़ के बाजाखाना रोड पर हुए एक हादसे में दो छात्रों की मौत हो गई। यह हादसा मीरी पीरी खालसा कॉलेज भदौड़ के पास ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल की सीधी टक्कर दौरान हुआ। जानकारी के अनुसार गांव गुरुसर (बठिंडा) निवासी जसविंदर सिंह और भगता भाई (बठिंडा) निवासी तरनप्रीत सिंह दोनों अकाल अकादमी भदौड़ में बारहवीं कक्षा के छात्र थे। स्कूल में गुरुपर्व समारोह मनाया जा रहा था। दोनों छात्र अपने ड्यूटी कार्य में लगे हुए थे। डीएमसी लुधियाना में तोड़ा दम दोपहर बाद वह दोनों स्कूल से छुट्टी पाकर मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। जब वह मीरी पीरी खालसा कॉलेज के पास पहुंचे तो सामने से आ रहे ट्रैक्टर ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे दोनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें तुरंत सिवल अस्पताल बरनाला दाखिल कराया गया। जहां से डाक्टरों ने ने उन्हें डीएमसी लुधियाना रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उक्त दोनों छात्रों की मौत हो गई। अकाल अकादमी की प्रिंसिपल मेडल प्रीति ग्रोवर और जसवंत सिंह साइना समेत पूरे स्टाफ ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख जताया और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। भदौड़ पुलिस थाने के एएसआई कमलजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और ट्रैक्टर चालक भजन सिंह भदौड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
लुधियाना में 2 बहनें बनी एक दिन की डीसी:सरकारी गाड़ी से पहुंची थी कार्यालय, IAS बनने का है सपना
लुधियाना में 2 बहनें बनी एक दिन की डीसी:सरकारी गाड़ी से पहुंची थी कार्यालय, IAS बनने का है सपना पंजाब के लुधियाना में दो छोटी बहनें गुरलीन व कोमलदीप कौर को एक दिन के लिए लुधियाना की डीसी बनाई गई। जिन्हें उनके गांव से सरकारी गाड़ी लेकर आयी और वापस बाद में सरकारी गाड़ी ही उन्हें गांव के घर तक छोड़ने गई। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने दोनों बहनों को अपनी कुर्सी पर बैठाया। डीसी का दोनों बहनों ने पुरा कामकाज भी संभाला। डीसी साक्षी साहनी ने दोनों बहनों को सम्मानित भी किया। बनना चाहती हैं आईएएस लुधियाना के माछीवाड़ा इलाके के गांव धुलेवाल की रहने वाली 10 वर्षीय गुरलीन कौर और 7 वर्षीय कोमलदीप कौर शनिवार को लुधियाना की एक दिन के लिए डीसी बनी। दरअसल गुरलीन कौर आईएएस बनना चाहती है, और अपने इस सपने को साकार करने के लिए वह आज डीसी दफ्तर पहुंची। जहां उसने डीसी की कुर्सी पर बैठकर सारा कामकाज देखा। जबकि कोमलदीप एक टीचर बनना चाहती है। कुछ दिन पहले डीसी से जताई थी इच्छा बता दें कि डीसी साक्षी साहनी कुछ ही दिन पहले गांव धुलेवाल पहुंची थी। वहां गुरलीन कौर ने डीसी के समक्ष आईएएस बनने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके चलते डीसी साहनी ने उन्हें आज अपने पास बुलाकर डीसी की कुर्सी पर बैठाया। डीसी साहनी ने कहा कि इस तरह की पहलकदमी से विद्यार्थियों को उनके सपने को साकार करने के लिए उत्साहित करना है। बाकी बच्चे भी हो सकते हैं उत्साहित- डीसी डीसी साक्षी साहनी ने कहा कि इस पहलकदमी तहत विद्यार्थियों से उनके सपने बारें पूछा जाएगा। जो भी बच्चे आईएएस, आईपीएस, टीचर या जो भी उनका सपना है, उनके सपने को साकार बनाने के लिए उन्हें संबंधित दफ्तरों में ले जाया जाएगा। ताकि उन्हें हौसला मिले और वह अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए हमेशा तत्पर रहें। साथ ही वे कड़ी मेहनत भी करेंगे। डीसी ने जारी किया नंबर डीसी साक्षा साहनी ने कहा कि जो भी बच्चे इस तरह सरकारी दफ्तर में आना चाहते हैं और अपना सपना साकार होता देखना चाहते हैं तो वह कभी भी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने सपनों को साकार करने के लिए 77400-01682 पर भी कॉल कर या मैसेज दे सकते हैं।