हिमाचल के लाहौल स्पीति में रविवार रात दिल्ली के पर्यटकों की एक गाड़ी बर्फ से स्किड होने के बाद टिप्पर से टकरा गई। इससे एक टूरिस्ट की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हुए। तीनों घायलों को रोहतांग में प्राथमिक उपचार के बाद कुल्लू अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, रोहतांग टनल से आगे स्नो-गैलरी और पागल नाला के बीच यह हादसा हुआ। सड़क पर फिसलन की वजह से लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। इस दौरान DL-9CAT9501 नंबर की गाड़ी लाइन को ओवर टेक करते हुए तेज रफ्तार में आगे निकली। इससे चालक ने गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया और दूसरी लेन पर जाम में फंसे टिप्पर से जोरदार टक्कर हो गई। दुर्घटनाग्रस्त वाहन का अगला हिस्सा टिप्पर के नीचे घुस गया। इससे गाड़ी के सभी एयर-बैग खुल गए और गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई। मृतक भीषण एक कंपनी का मालिक हेड कांस्टेलब गजेंद्र ने बताया कि मृतक की पहचान दिल्ली के भीषण गर्ग (49) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि परवेज आलम, लेखराज और तरुण इस हादसे में घायल हुए हैं। गाड़ी में सवार सभी मोहन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली के रहने वाले हैं। पिछली सीट पर बैठा पांचवां शख्स पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि मृतक के शव का आज पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। मृतक भीषण गर्ग दिल्ली में एक कंपनी के मालिक थे। सभी सिस्सू की तरफ घूमने गए थे और बीती शाम को वापस लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। पुलिस की एडवाइजरी ताजा हिमपात के बाद पुलिस ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की है, क्योंकि ज्यादातर लोग बर्फ पर भी आम दिनों की तरह ड्राइविंग करते है। बर्फ का सड़कों पर शीशा सा जम गया है। इससे सावधानी जरूरी है। ऐसे में पुलिस ने धीमी रफ्तार के साथ और ब्रेक का कम इस्तेमाल करने की एडवाइजरी जारी की है। ऊंचे क्षेत्रों में फंसे पर्यटक देर तक सुरक्षित रेस्क्यू प्रदेश में आज और कल भी कुछेक स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। इसे देखते हुए पर्यटकों को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि ऊंचाई वाले इलाकों में अचानक बर्फबारी हो जाती है। इससे फंसने की संभावना बनी रहती है। बीती शाम को भी लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में 150 से ज्यादा पर्यटक जगह जगह फंस गए थे, जिन्हें लोकल पुलिस ने देर रात तक सुरक्षित होटलों में पहुंचाया। यह भी पढ़ें- हिमाचल में सीजन की पहली बर्फबारी:खुशी से झूम उठे पर्यटक, बर्फ में खेलते दिखे; गाड़ियां फिसलीं, 70 दिन का ड्राइ स्पेल टूटा हिमाचल के लाहौल स्पीति में रविवार रात दिल्ली के पर्यटकों की एक गाड़ी बर्फ से स्किड होने के बाद टिप्पर से टकरा गई। इससे एक टूरिस्ट की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हुए। तीनों घायलों को रोहतांग में प्राथमिक उपचार के बाद कुल्लू अस्पताल रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, रोहतांग टनल से आगे स्नो-गैलरी और पागल नाला के बीच यह हादसा हुआ। सड़क पर फिसलन की वजह से लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। इस दौरान DL-9CAT9501 नंबर की गाड़ी लाइन को ओवर टेक करते हुए तेज रफ्तार में आगे निकली। इससे चालक ने गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया और दूसरी लेन पर जाम में फंसे टिप्पर से जोरदार टक्कर हो गई। दुर्घटनाग्रस्त वाहन का अगला हिस्सा टिप्पर के नीचे घुस गया। इससे गाड़ी के सभी एयर-बैग खुल गए और गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई। मृतक भीषण एक कंपनी का मालिक हेड कांस्टेलब गजेंद्र ने बताया कि मृतक की पहचान दिल्ली के भीषण गर्ग (49) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि परवेज आलम, लेखराज और तरुण इस हादसे में घायल हुए हैं। गाड़ी में सवार सभी मोहन गार्डन उत्तम नगर दिल्ली के रहने वाले हैं। पिछली सीट पर बैठा पांचवां शख्स पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि मृतक के शव का आज पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। मृतक भीषण गर्ग दिल्ली में एक कंपनी के मालिक थे। सभी सिस्सू की तरफ घूमने गए थे और बीती शाम को वापस लौटते वक्त हादसे का शिकार हो गए। पुलिस की एडवाइजरी ताजा हिमपात के बाद पुलिस ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की है, क्योंकि ज्यादातर लोग बर्फ पर भी आम दिनों की तरह ड्राइविंग करते है। बर्फ का सड़कों पर शीशा सा जम गया है। इससे सावधानी जरूरी है। ऐसे में पुलिस ने धीमी रफ्तार के साथ और ब्रेक का कम इस्तेमाल करने की एडवाइजरी जारी की है। ऊंचे क्षेत्रों में फंसे पर्यटक देर तक सुरक्षित रेस्क्यू प्रदेश में आज और कल भी कुछेक स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। इसे देखते हुए पर्यटकों को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि ऊंचाई वाले इलाकों में अचानक बर्फबारी हो जाती है। इससे फंसने की संभावना बनी रहती है। बीती शाम को भी लाहौल स्पीति के ऊंचे क्षेत्रों में 150 से ज्यादा पर्यटक जगह जगह फंस गए थे, जिन्हें लोकल पुलिस ने देर रात तक सुरक्षित होटलों में पहुंचाया। यह भी पढ़ें- हिमाचल में सीजन की पहली बर्फबारी:खुशी से झूम उठे पर्यटक, बर्फ में खेलते दिखे; गाड़ियां फिसलीं, 70 दिन का ड्राइ स्पेल टूटा हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में श्रीखंड यात्रा में गए युवक की मौत:पैर फिसलने से खाई में गिरा, लंगर सेवा करने आया; 5 साल की बेटी, पत्नी गर्भवती
हिमाचल में श्रीखंड यात्रा में गए युवक की मौत:पैर फिसलने से खाई में गिरा, लंगर सेवा करने आया; 5 साल की बेटी, पत्नी गर्भवती हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में मशहूर श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान लंगर सेवा के लिए जा रहे एक सेवादार की पहाड़ी से गिरकर मौत हो गई। मृतक की पहचान रामपुर के रहने वाले सिद्धार्थ शर्मा (31) के रूप में हुई है। सिद्धार्थ को शुक्रवार शाम को ही रामपुर के खनेरी अस्पताल से IGMC शिमला रेफर किया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। सिद्धार्थ शर्मा अपने पीछे 5 साल की बेटी, गर्भवती पत्नी, माता-पिता और बहन को छोड़ गए हैं। परिजनों का घर पर रो रोकर बुरा हाल है। परिवार के मुताबिक सिद्धार्थ शर्मा श्रीखंड यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर सेवा के लिए घर से निकला था। सामान ले जाते वक्त गुरुवार दोपहर चढ़ाई चढ़ते वक्त बराहटी नाला के समीप पैर फिसलने के बाद करीब 50 मीटर गहरी खाई में जा गिरा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद सिद्धार्थ को सिंहगाड बेस कैंप तक पहुंचाया गया। यहां से गुरुवार रात करीब ढाई बजे उसे घायल अवस्था में निरमंड अस्पताल लाया गया। हालत खराब होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे खनेरी अस्पताल भेज दिया। यहां भी जब सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ तो शिमला IGMC रेफर किया गया। यहां उनकी मौत हो गई। पहले 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी बीते डेढ़ महीने में श्रीखंड यात्रा के दौरान यह पांचवें व्यक्ति की मौत हो गई है। चार श्रद्धालुओं की जान आधिकारिक यात्रा शुरू होने से पहले गई है। निरमंड पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। रामपुर में दुकान चलाता था सिद्धार्थ परिवार के मुताबिक सिद्धार्थ शर्मा रामपुर बाजार में दुकान चलाता था। वह रामपुर की एक समिति का भी सदस्य है। यह समिति हर साल श्रीखंड यात्रा के दौरान लंगर सेवा करती है। सिद्धार्थ सहित समिति के दूसरे सदस्य गुरुवार को लंगर के लिए सामान लेकर जा रहे था। इस दौरान सिद्धार्थ के साथ यह हादसा हो गया। 27 जुलाई तक चलेगी श्रीखंड यात्रा श्रीखंड यात्रा 14 जुलाई से शुरू हुई थी और 27 जुलाई तक चलेगी। श्रीखंड में महादेव रूप पिंडी समुद्र तल से 18,570 फीट की ऊंचाई पर है। इस वजह से यात्रा को दुनिया की सबसे खतरनाक ट्रैकिंग वाली धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। श्रीखंड पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर के संकरे व खतरनाक रास्ते पर पैदल चलना पड़ता है। इस दौरान उन्हें बर्फ के 4 ग्लेशियर और चट्टाननुमा पहाड़ियां पार करनी पड़ती हैं। यही नहीं ढांक (खाई के ऊपर खड़ी पहाड़ी) से भी गुजरना पड़ता है। इस दौरान यहां ऑक्सीजन की भी कमी की दिक्कत होती है। खासकर, यात्रा के मार्ग में पार्वती बाग के आगे कुछ इलाकों में यह परेशानी ज्यादा होती है। ऐसी सूरत में श्रद्धालुओं को इलाज या फिर वापस नीचे उतारना पड़ जाता है। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रहता है। कैसे पहुंचे श्रीखंड श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू जिला के निरमंड होकर बागीपुल और जाओ तक गाड़ियों व बस में पहुंच सकते हैं। शिमला से रामपुर की दूरी 130 किमी, रामपुरा से निरमंड 17 किमी, निरमंड से बागीपुल 17 किमी और बागीपुल से जाओ की दूरी 12 किमी है। यहां से आगे 32 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होती है। श्रीखंड यात्रा को लेकर प्रशासन की तैयारियां…. 1. 5 जगह बेस कैंप, यहां स्वास्थ्य जांच के बाद आगे जाने की इजाजत यात्रा की कठिनाई को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहता है। श्रीखंड ट्रस्ट समिति और कुल्लू जिला प्रशासन ने यात्रा के रास्तों पर 5 जगह बेस कैंप बनाए गए हैं। पहला बेस कैंप सिंहगड़ है। इसके बाद थाचरू, कुनशा, भीम द्वार और पार्वती बाग में बेस कैंप बनाए गए हैं। इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी या इंचार्ज के अलावा मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू टीमें भी तैनात की गई हैं। यहां दवाओं और ऑक्सीजन की भी व्यवस्था रहती है। जहां स्वास्थ्य जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को आगे भेजा जाएगा। यहां ठहरने व खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है। ठहरने के लिए प्राइवेट टैंट तथा खाने के लिए ट्रस्ट द्वारा जगह-जगह लंगर लगाए गए हैं। 2. पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट तैनात इस यात्रा में पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट को पार्वती बाग में तैनात किया गया है, क्योंकि संकरे रास्ते की वजह से इस यात्रा के दौरान कई बार हादसे हो जाते हैं। खासकर बरसात की वजह से इस यात्रा में बाधा आती है। 3. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल बनाया किसी भी श्रद्धालु को बिना पंजीकरण के श्रीखंड नहीं भेजा जा रहा। बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल बनाया गया है। ऑफलाइन भी इसके लिए पंजीकरण किया जा रहा है। पंजीकरण की फीस 250 रुपए रखी गई है। श्रीखंड यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं की रजिस्ट्रेशन की जांच करते पुलिसकर्मी। इसके बाद यहां से उन्हें पैदल आगे बढ़ने की परमिशन दी जाती है।
नालागढ़ उपचुनाव में हरप्रीत ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला:बावा के खिलाफ धरतीपुत्र के नारे से बीजेपी को उम्मीद; कांग्रेस को भितरघात में भरोसा
नालागढ़ उपचुनाव में हरप्रीत ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला:बावा के खिलाफ धरतीपुत्र के नारे से बीजेपी को उम्मीद; कांग्रेस को भितरघात में भरोसा हिमाचल प्रदेश की नालागढ़ विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार हरप्रीत सिंह ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। अब तक मुकाबला कांग्रेस के बाबा हरदीप और भाजपा के केएल ठाकुर के बीच माना जा रहा था। लेकिन कुछ राजनीतिक समीकरणों के चलते मुकाबला त्रिकोणीय होता दिख रहा है। त्रिकोणीय मुकाबले के पीछे तीन अहम वजहें मानी जा रही हैं। पहली- बाबा हरदीप के खिलाफ धरती पुत्र का नारा, दूसरी- पूर्व विधायक लखविंदर राणा का सिख वोटरों को इशारा और तीसरी वजह है महज 15 महीने में केएल ठाकुर का इस्तीफा। दरअसल, भाजपा नेता हरप्रीत सिंह पार्टी से बगावत कर चुनावी मैदान में उतर आए हैं। उनके चुनाव लड़ने से भाजपा उम्मीदवार केएल ठाकुर को चुनौती मिल रही है। पार्टी को अब यहां भितरघात का डर सता रहा है। कांग्रेस-भाजपा हरप्रीत सिंह को हल्के में नहीं ले रही है, क्योंकि वह तीन बार भाजपा विधायक रहे हरिनारायण सैनी के भतीजे हैं। नालागढ़ में हरिनारायण सैनी की मजबूत पकड़ है और वे लगातार तीन बार यहां से विधायक बने हैं। उनके भतीजे हरप्रीत सिंह के चुनाव लड़ने से समीकरण बदल गए हैं। हरप्रीत का वोट ग्राफ जितना ऊपर जाएगा, भाजपा को उतना ही नुकसान उठाना पड़ सकता है। सिख मतदाताओं को लखविंदर का संकेत सूत्रों का कहना है कि पूर्व विधायक लखविंदर राणा ने अपने समर्थकों और खासकर सिख मतदाताओं को कांग्रेस के बाबा हरदीप को वोट न देने का संकेत दिया है। लेकिन कुछ लोग केएल ठाकुर के महज 18 महीने में इस्तीफा देने से नाराज भी हैं। ऐसे में केएल ठाकुर से नाराज मतदाता हरप्रीत सिंह का समर्थन कर सकते हैं। यह फैक्टर जीत-हार का कारण बन सकता है। केएल के खिलाफ के लोगों में इसलिए रोष बता दें कि दिसंबर 2022 में ही निर्दलीय विधायक चुने गए केएल ठाकुर के इस्तीफा देने से जनता में रोष देखा जा रहा है। उनके इस्तीफे की वजह से ही उपचुनाव की नौबत आई है। उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट के बाद विधायक पद से त्यागपत्र दिया और बीजेपी जॉइन की, जबकि वह बिना रिजाइन के भी बीजेपी का बाहरी तौर पर समर्थन कर सकते थे। अब इस वजह से कुछ लोगों में उनके खिलाफ नाराजगी भी देखी जा सकती है। बावा के खिलाफ धरती पुत्र का नारा वहीं कुछ लोग कांग्रेस प्रत्याशी बावा हरदीप को बाहरी बता रहे हैं। यही नारा 2022 के चुनाव में भी उनके खिलाफ चला था। अब कौन फैक्टर किसके पक्ष में और किसने विरोध में जाता है यह तो 10 जुलाई को पता चलेगा। मगर अभी के सियासी समीकरण ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। नालागढ़ में बीजेपी को उम्मीद है कि बावा के खिलाफ धरती पुत्र का नारा केएल ठाकुर को जीत दिलाएगा, वहीं कांग्रेस आश्वस्त है कि बीजेपी की आपसी लड़ाई की वजह से बावा हरदीप चुनाव जीतेंगे।
शिमला में T-10 टैनिस क्रिकेट का प्रशिक्षण शिविर आयोजित:लखनऊ में होगी 3 दिवसीय प्रतियोगिता, 15 खिलाड़ियों को किया गया चयनित
शिमला में T-10 टैनिस क्रिकेट का प्रशिक्षण शिविर आयोजित:लखनऊ में होगी 3 दिवसीय प्रतियोगिता, 15 खिलाड़ियों को किया गया चयनित हिमाचल प्रदेश के T-10 टैनिस क्रिकेट एसोसिएशन ने लखनऊ में होने वाली तीन दिवसीय नेशनल टैनिस क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए हिमाचल प्रदेश की 15 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। एसोसिएशन ने तीन दिवसीय अभ्यास सत्र के बाद अंतिम टीम की घोषणा की है, शिमला जिला के ठियोग से सबंध रखने वाले रोशन को हिमाचल प्रदेश टीम का कप्तान बनाया गया है। 16 से 19 अक्टूबर तक लखनऊ में होगी राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता
एसोसिएशन अध्यक्ष यदुराज ने बताया कि शिमला जिला के उपमंडल ठियोग के तहत केलवी पंचायत के गड़ाकुफरी में स्थित सरा मैदान में हिमाचल प्रदेश T-10 टैनिस क्रिकेट एसोसिएशन ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया, जिसमें प्रदेश भर से करीब 20 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। एसोसिएशन ने इसमें से शिविर के बाद अंतिम 15 खिलाड़ियों का चयन किया है। जो लखनऊ में होने वाले प्रतियोगिता में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 16 से 19 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में टी10 टैनिस क्रिकेट प्रतियोगिता होने जा रही है, जिसमें देश भर की टीमें हिस्सा लेगी। यह होगी हिमाचल की टीम
हिमाचल प्रदेश टी 10 क्रिकेट एसोसिएशन टीम में रोशन चौहान (कप्तान), हर्ष कायथ ,क्षितिज, विशाल वर्मा, कनिष्क चौहान, साहिल वेकटा, गौतम शर्मा, लोकिंदर,अमित, अक्षित सन्नाटा, साहिल, शिवांश, शुभम वर्मा, युवराज, सुरेश शर्मा को शामिल किया गया है। इसके अलावा टीम के साथ मनीष ठाकुर टीम के कोच व सुरेश शर्मा टीम मैनेजर भी टीम के साथ रहेंगे।प्रदेश T10 टेनिस क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष यदुराज ने बताया कि सोमवार को हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची ने प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और प्रदेश के T-10 टैनिस क्रिकेट खिलाड़ियों को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें शुभकामनाएं दी। अध्यक्ष ने कहा कि तीन दिन तक चले इस प्रशिक्षण शिविर में पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय जनता ने काफी सहयोग किया है, जिसके लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया। 2017 में हिमाचल प्रदेश जीत चुका के गोल्ड
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश T10 टेनिस क्रिकेट की टीम वर्ष 2017 में गोल्ड मेडल जीत चुकी है और एक बार रजत पदक भी जीता है इस बार चुनी गई टीम पिछली सालों से बेहतर है और तीन दिन का कैंप लगाने के बाद जा रही है जिससे सबको टीम के अच्छे प्रदर्शन और जीत की उम्मीद है।