हरियाणा में दुकानदार ने सुसाइड नोट छोड़ आत्महत्या की:पार्टनर पर चोरी का शक, पैसे नहीं दिए, धमकी भी दी; परिजनों ने रोड जाम किया

हरियाणा में दुकानदार ने सुसाइड नोट छोड़ आत्महत्या की:पार्टनर पर चोरी का शक, पैसे नहीं दिए, धमकी भी दी; परिजनों ने रोड जाम किया

हरियाणा में हिसार के हांसी में दुकानदार के सुसाइड करने पर बवाल हो गया। मंगलवार को परिजनों ने लोगों के साथ मिलकर मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए गए 4 लोगों की गिरफ्तारी के लिए रोड जाम कर दिया। वह हांसी के नागरिक अस्पताल के बाहर रोड पर करीब आधा घंटा तक बैठे रहे। इसकी सूचना मिलते ही सिटी थाना SHO सदानंद और हांसी SDM राजेश खोथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद वह पोस्टमॉर्टम के लिए राज हुए और जाम खोला। इस दौरान परिजनों ने भी पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया कि आज शाम तक गिरफ्तारी न हुई तो वह शव को रोड पर रख देंगे। घर में लगाया था फंदा
हांसी की मुल्तान कॉलोनी के अरुण मेहता ने सोमवार को घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी एसडी महिला कॉलेज के नजदीक श्री बाला जी कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल फोन की दुकान थी। अरुण ने दोपहर को सुसाइड किया। उस समय उसके पिता घर पर नहीं थे। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर था। उसकी पत्नी नीचे घर का काम कर रही थी। मौके से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला
इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस को अरुण के पास से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला। उसने 4 युवकों को मौत का जिम्मेदार बताया था। इनसे उसको पैसे लेने थे। पुलिस ने उसके पिता सुभाष चंद्र की शिकायत पर निहार खुराना, रवि मलिक, नीरज आर्य व पारस पंडित के खिलाफ धारा 108 व 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। डेढ़ साल पहले शादी हुई थी
अरुण की बहन पानीपत में विवाहित है। उसकी मां का करीब 3 वर्ष पहले निधन हो गया था। वह ही घर को संभाले हुए था। डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। अभी उनके कोई बच्चा नहीं है। 2 साल पहले उनसे दुकान की थी। इसमें निहार खुराना नाम का युवक उसका पार्टनर था, जिस पर चोरी का शक जताया था और बाद में उसे हटा दिया था। सुसाइड नोट में लिखी 3 अहम बातें…. 1. अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं
प्रिय पापा मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं। अब जीने का मन नहीं करता। इतना परेशान हो चुका हूं कि अब जीने का मन नहीं करता। मेरी सबसे बड़ी परेशानी का कारण है मेरे पैसे गुम होना और दुकान से पैसे चोरी होना। दूसरी परेशानी हे कि मैंने जिस जिस को उधार दी, उसके पैसे वापस नहीं आए। वो मुझे मारने की धमकी देते हैं। 2. जान से मारने की धमकी दी
दुकान पर काम कम हुआ है और पैसे न होने की वजह से मैं परेशान हूं। जिसके मैंने नाम लिखे हैं ये मुझे जान से मारने की धमकी देते हैं। निहार खुराना हांसी से, रवि मलिक ढडेरी गांव से और नीरज आर्य हांसी से, इन सबने मिलकर मुझे बहुत परेशान किया। मेरी दुकान पर काम कम हुआ। पैसे ना होने की वजह से मैं और परेशान हुआ। ऐसे में मुझे ये फैसला लेना पड़ा। 3. निहार खुराना पर चोरी का शक था
ये लोग जहां भी मिलते मुझे धमकियां देते हैं। इन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी। बहुत परेशान हूं। निहार खुराना पर मुझे शक था कि उसने मेरी दुकान से पैसे चुराए हैं, लेकिन मेरे पास कोई सबूत नहीं था। इसलिए मैंने इसको अपनी दुकान से हटा दिया। इसने मेरे लिए पैसे और जिस-जिस को मेरी दुकान से फोन दिलाए थे, उन्हें पैसे देने से मना कर दिया। सुसाइड नोट की कॉपी… हरियाणा में हिसार के हांसी में दुकानदार के सुसाइड करने पर बवाल हो गया। मंगलवार को परिजनों ने लोगों के साथ मिलकर मौत के लिए जिम्मेदार ठहराए गए 4 लोगों की गिरफ्तारी के लिए रोड जाम कर दिया। वह हांसी के नागरिक अस्पताल के बाहर रोड पर करीब आधा घंटा तक बैठे रहे। इसकी सूचना मिलते ही सिटी थाना SHO सदानंद और हांसी SDM राजेश खोथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद वह पोस्टमॉर्टम के लिए राज हुए और जाम खोला। इस दौरान परिजनों ने भी पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया कि आज शाम तक गिरफ्तारी न हुई तो वह शव को रोड पर रख देंगे। घर में लगाया था फंदा
हांसी की मुल्तान कॉलोनी के अरुण मेहता ने सोमवार को घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी एसडी महिला कॉलेज के नजदीक श्री बाला जी कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल फोन की दुकान थी। अरुण ने दोपहर को सुसाइड किया। उस समय उसके पिता घर पर नहीं थे। अरुण मकान के फर्स्ट फ्लोर पर था। उसकी पत्नी नीचे घर का काम कर रही थी। मौके से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला
इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस को अरुण के पास से 2 पेज का सुसाइड नोट मिला। उसने 4 युवकों को मौत का जिम्मेदार बताया था। इनसे उसको पैसे लेने थे। पुलिस ने उसके पिता सुभाष चंद्र की शिकायत पर निहार खुराना, रवि मलिक, नीरज आर्य व पारस पंडित के खिलाफ धारा 108 व 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। डेढ़ साल पहले शादी हुई थी
अरुण की बहन पानीपत में विवाहित है। उसकी मां का करीब 3 वर्ष पहले निधन हो गया था। वह ही घर को संभाले हुए था। डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। अभी उनके कोई बच्चा नहीं है। 2 साल पहले उनसे दुकान की थी। इसमें निहार खुराना नाम का युवक उसका पार्टनर था, जिस पर चोरी का शक जताया था और बाद में उसे हटा दिया था। सुसाइड नोट में लिखी 3 अहम बातें…. 1. अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं
प्रिय पापा मैं अपनी जिंदगी से बहुत दुखी हो चुका हूं। अब जीने का मन नहीं करता। इतना परेशान हो चुका हूं कि अब जीने का मन नहीं करता। मेरी सबसे बड़ी परेशानी का कारण है मेरे पैसे गुम होना और दुकान से पैसे चोरी होना। दूसरी परेशानी हे कि मैंने जिस जिस को उधार दी, उसके पैसे वापस नहीं आए। वो मुझे मारने की धमकी देते हैं। 2. जान से मारने की धमकी दी
दुकान पर काम कम हुआ है और पैसे न होने की वजह से मैं परेशान हूं। जिसके मैंने नाम लिखे हैं ये मुझे जान से मारने की धमकी देते हैं। निहार खुराना हांसी से, रवि मलिक ढडेरी गांव से और नीरज आर्य हांसी से, इन सबने मिलकर मुझे बहुत परेशान किया। मेरी दुकान पर काम कम हुआ। पैसे ना होने की वजह से मैं और परेशान हुआ। ऐसे में मुझे ये फैसला लेना पड़ा। 3. निहार खुराना पर चोरी का शक था
ये लोग जहां भी मिलते मुझे धमकियां देते हैं। इन्होंने मेरी जिंदगी खराब कर दी। बहुत परेशान हूं। निहार खुराना पर मुझे शक था कि उसने मेरी दुकान से पैसे चुराए हैं, लेकिन मेरे पास कोई सबूत नहीं था। इसलिए मैंने इसको अपनी दुकान से हटा दिया। इसने मेरे लिए पैसे और जिस-जिस को मेरी दुकान से फोन दिलाए थे, उन्हें पैसे देने से मना कर दिया। सुसाइड नोट की कॉपी…   हरियाणा | दैनिक भास्कर