पंजाब में 21 दिसंबर को नगर निगम चुनाव होने हैं। शाम को नतीजे भी आ जाएंगे। आज कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कल टिब्बा रोड पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजय तलवार की अगुवाई में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में सभी हलकों से दावेदार शामिल हुए और कमेटी पदाधिकारियों के सवालों के जवाब दिए। आवेदकों का पिछला रिकॉर्ड भी चेक किया गया। आवेदनों की पूरी रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को भेजी गई। जिसके बाद यह पहली सूची जारी की गई है। कांग्रेस अपने पुराने चेहरों पर दांव लगा रही है। कांग्रेस छोड़कर दूसरे राजनीतिक दलों में शामिल हुए पार्षदों की जगह नए चेहरे उतारे जा रहे हैं। निगम हाउस में कांग्रेस का मेयर चुना जाएगा-ममता पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु ने जानकारी देते हुए कहा कि शुक्र है कि शहर में निकाय चुनाव हो रहे हैं। मौजूदा सरकार ने निकाय चुनाव न करवाने पर जोर दिया था। अब चुनाव के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है। शहर के रुके हुए विकास कार्य पूरे होंगे। निगम हाउस में कांग्रेस का मेयर चुना जाएगा। पंजाब में 21 दिसंबर को नगर निगम चुनाव होने हैं। शाम को नतीजे भी आ जाएंगे। आज कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। कल टिब्बा रोड पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजय तलवार की अगुवाई में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में सभी हलकों से दावेदार शामिल हुए और कमेटी पदाधिकारियों के सवालों के जवाब दिए। आवेदकों का पिछला रिकॉर्ड भी चेक किया गया। आवेदनों की पूरी रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को भेजी गई। जिसके बाद यह पहली सूची जारी की गई है। कांग्रेस अपने पुराने चेहरों पर दांव लगा रही है। कांग्रेस छोड़कर दूसरे राजनीतिक दलों में शामिल हुए पार्षदों की जगह नए चेहरे उतारे जा रहे हैं। निगम हाउस में कांग्रेस का मेयर चुना जाएगा-ममता पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु ने जानकारी देते हुए कहा कि शुक्र है कि शहर में निकाय चुनाव हो रहे हैं। मौजूदा सरकार ने निकाय चुनाव न करवाने पर जोर दिया था। अब चुनाव के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है। शहर के रुके हुए विकास कार्य पूरे होंगे। निगम हाउस में कांग्रेस का मेयर चुना जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब उपचुनावः परिवारवाद-दलबदलुओं और बड़े चेहरों का मुकाबला:4 सीटों पर AAP-कांग्रेस, BJP के 12 कैंडिडेट्स में 6 दलबदलू, 3 सांसदों की पत्नी-बेटा मैदान में
पंजाब उपचुनावः परिवारवाद-दलबदलुओं और बड़े चेहरों का मुकाबला:4 सीटों पर AAP-कांग्रेस, BJP के 12 कैंडिडेट्स में 6 दलबदलू, 3 सांसदों की पत्नी-बेटा मैदान में पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पार्टियों ने टिकट बांटते समय परिवारवाद और दलबदलुओं पर ज्यादा भरोसा दिखाया। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और BJP ने जो 12 उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें 6 दलबदलू, 2 सांसदों की पत्नियां और एक सांसद का बेटा शामिल है। भाजपा के चारों प्रत्याशी दूसरे दलों से आए हैं। कांग्रेस और AAP ने भी अपने कैडर को सिर्फ 3 टिकट दिए। बड़े सियासी चेहरों और राजनीतिक परिवारों के मैदान में उतरने से उपचुनाव रोचक बन गए हैं। अकाली दल ने उपचुनाव न लड़ने का फैसला किया है। जिन चारों सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, उनमें गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और बरनाला शामिल है। यहां के विधायक लोकसभा सदस्य बन चुके हैं। इनमें से गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक व चब्बेवाल सीट कांग्रेस के पास थी, जबकि बरनाला से AAP के गुरमीत सिंह मीत हेयर MLA थे। यह चारों सीटें पंजाब की रूरल बेल्ट में आती हैं जहां कांग्रेस और अकाली दल का जनाधार रहा। 2022 में गिद्दड़बाहा व डेरा बाबा नानक में कांग्रेस जीती तो अकाली दल दूसरे स्थान पर रहा। AAP इन दोनों सीटों पर तीसरे और चब्बेवाल सीट पर दूसरे नंबर पर रही। बरनाला में AAP विजयी रही तो अकाली दल का कैंडिडेट दूसरे नंबर पर आया। अगर BJP की बात करें तो वह 2022 में बरनाला व डेरा बाबा नानक सीट पर पांचवें और चब्बेवाल में चौथे नंबर पर रही। गिद्दड़बाहा सीट पर उसके सहयोगी कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी, पीएलसी का उम्मीदवार महज 379 वोट लेकर पांचवें नंबर पर रहा। बाद में कैप्टन ने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया। आइये अब पढ़ते हैं तीनों दलों के उम्मीदवारों से जुड़े फैक्ट्स… कांग्रेस : 2 सांसदों की पत्नियों को टिकट, एक दलबदलू
कांग्रेस ने मुक्तसर जिले की गिद्दड़बाहा सीट से अमृता वड़िंग और डेरा बाबा नानक सीट से जतिंदर कौर को टिकट दी है। अमृता वड़िंग पंजाब कांग्रेस के प्रधान और लुधियाना के लोकसभा सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की पत्नी हैं। राजा वड़िंग गिद्दड़बाहा से 2012 से लेकर 2022 तक लगातार 3 चुनाव जीते। जतिंदर कौर गुरदासपुर के लोकसभा सांसद और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा की पत्नी हैं। बरनाला सीट से कुलदीप सिंह ढिल्लों को कैंडिडेट बनाया जो राजा वड़िंग के करीबी हैं। चब्बेवाल सीट से एक हफ्ता पहले ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) छोड़कर आए रंजीत कुमार को मौका मिला है। जिला बार एसोसिएशन के दो बार प्रधान रह चुके रंजीत ने इसी साल BSP के टिकट पर होशियारपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा। वह कांशीराम के समय से BSP से जुड़े हैं और 1996 से लगातार होशियारपुर में एक्टिव हैं। लोकसभा चुनाव में पंजाब की 13 में से 7 सीटें जीतने के बाद कांग्रेसी नेताओं के हौसले बुलंद है। उनका दावा है कि लोग ढाई साल में ही AAP सरकार से परेशान हो चुके हैं और विकल्प के रूप में एक बार फिर कांग्रेस की तरफ देख रहे हैं। सांसदों के परिवारजनों को टिकट देकर पार्टी ने सीधे उन्हें ही अपनी सीटें बरकरार रखने का जिम्मा दे दिया है। AAP: सांसद के बेटे और कॉलेज फ्रेंड को टिकटें, एक उम्मीदवार दलबदलू
आम आदमी पार्टी (AAP) ने बाकी दलों के मुकाबले अपने उम्मीदवारों का ऐलान सबसे पहले किया। उसके चार कैंडिडेट्स में से एक सांसद का बेटा, दूसरा सांसद का कॉलेज फ्रेंड और तीसरा दलबदलू है। AAP ने गिद्दड़बाहा सीट से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को उम्मीदवार बनाया। डिंपी ढिल्लों ने 2022 में अकाली दल के टिकट पर गिद्दड़बाहा से विधानसभा चुनाव लड़ा और 49,649 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे। उनकी गिनती सुखबीर बादल के करीबियों में होती थी। इस बार उपचुनाव में टिकट कटने की संभावना देखकर वह AAP में चले गए। 2022 में AAP इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी। होशियारपुर जिले की चब्बेवाल सीट से इशांक चब्बेवाल को टिकट दिया गया है। उनके पिता डॉ. राजकुमार चब्बेवाल होशियारपुर से AAP के लोकसभा सांसद हैं। डॉ. राजकुमार 2022 के चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चब्बेवाल से विधायक बने थे। लोकसभा चुनाव से पहले वह पार्टी बदलकर AAP में चले गए। बरनाला सीट से AAP ने हरिंदर सिंह धालीवाल को उम्मीदवार बनाया है। वह सांसद बन चुके गुरमीत सिंह मीत हेयर के कॉलेज टाइम के दोस्त हैं। यहां हरिंदर सिंह की उम्मीदवारी का ऐलान होते ही AAP के जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह बाठ ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए। जिला योजना बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके बाठ की मान-मनौव्वल के लिए पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा उनके घर भी गए। डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा को दोबारा प्रत्याशी बनाया गया है। 2022 के चुनाव में गुरदीप सिंह कांग्रेस उम्मीदवार सुखजिंदर सिंह रंधावा से महज 466 वोट से हार गए थे। भाजपा: चारों कैंडिडेट दूसरे दलों से आए
BJP के चारों कैंडिडेट दल-बदलकर पार्टी में आए हैं। चब्बेवाल सीट का टिकट तो पार्टी ने पूर्व मंत्री सोहन सिंह ठंडल के लिए दो दिन होल्ड करके भी रखा। अकाली दल से राजनीति की शुरुआत करने वाले ठंडल नॉमिनेशन की तारीख खत्म होने से एक दिन पहले, गुरुवार को भाजपा में शामिल हुए। BJP जॉइन करने के चंद घंटे बाद चब्बेवाल सीट से उनकी उम्मीदवारी का ऐलान हो गया। भाजपा ने गिद्दड़बाहा से मनप्रीत बादल को टिकट दिया है। मनप्रीत AAP को छोड़कर पंजाब की सभी पार्टियों में रह चुके हैं। उन्होंने शुरुआत अकाली दल से की। 2011 में अपनी पार्टी बनाई और 2012 के बाद कांग्रेस में चले गए। वह अकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस सरकार में सूबे के वित्त मंत्री रहे। जनवरी 2023 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर BJP जॉइन कर ली। वह पंजाब के पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल के भतीजे और अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल के चचेरे भाई हैं। मनप्रीत ही वो शख्स हैं जो पंजाब के मौजूदा सीएम भगवंत मान को सियासत में लाए। बरनाला सीट से भाजपा के उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद, 4 जून 2022 को कांग्रेस छोड़कर पार्टी में आए। ढिल्लों कांग्रेस के टिकट पर 2 बार, 2007 व 2012 में बरनाला से MLA रह चुके हैं। 2017 में वह AAP के मीत हेयर से हार गए। केवल ढिल्लों पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी नेताओं में हैं। भाजपा ने डेरा बाबा नानक सीट से रविकरण काहलों को मौका दिया है। उनके पिता निर्मल सिंह काहलों 2007 से 2012 तक अकाली-भाजपा सरकार के दौरान विधानसभा स्पीकर रहे। वह 1997 से 2002 तक पंजाब में मंत्री भी रहे। रविकरण काहलों ने 2022 में अकाली दल के टिकट पर डेरा बाबा नानक से चुनाव लड़ा और सिर्फ 466 वोट से हार गए। लोकसभा चुनाव से पहले वह BJP में शामिल हो गए। अकाली दल : 32 साल में पहली बार चुनाव से दूर
पंजाब में पिछले 32 बरसों के दौरान यह पहला मौका है जब प्रदेश की प्रमुख रीजनल पार्टी, शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने चुनाव मैदान में नहीं उतरने का फैसला किया है। इससे पहले अकाली दल ने 1992 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया था। इस बार अकाली दल के चुनाव में न उतरने की दो प्रमुख वजहें हैं। पहली वजह- अकाल तख्त साहिब, जो सिख कौम की सर्वोच्च संस्था है- अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को 2007 से 2017 के बीच अकाली–भाजपा सरकार के दौरान हुई गलतियों को लेकर तनखैया घोषित कर चुका है। फिलहाल सुखबीर को सजा नहीं सुनाई गई। उनकी सजा पर अकाल तख्त दिवाली के बाद फैसला सुनाएगा। तनखैया घोषित हो चुके सुखबीर अगर प्रचार में उतरते तो विरोधी दल इसे नैतिकता का मुद्दा बना सकते थे। दूसरी वजह- पार्टी नेतृत्व के मुद्दे पर अकाली नेताओं के बीच जबरदस्त आपसी खींचतान चल रही है। सुखबीर बादल को पार्टी के प्रधान पद से हटाने के लिए कई नेता अकाल तख्त पर गुहार लगा चुके हैं। 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार चुके अकाली दल की स्थिति चारों सीटों पर अच्छी नहीं है। ऐसे में उपचुनाव हारते तो सुखबीर के विरोधियों को उन पर हमलावर होने का एक और मौका मिल जाएगा। पार्टी ये नहीं चाहती। खालिस्तान समर्थक के सांसद बनने के बाद रूरल एरिया में पहला उपचुनाव
इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पंजाब की 13 में से 7 सीटें जीती वहीं AAP को 3 सीटें मिली। खडूर साहिब से खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सांसद चुने गए। फरीदकोट लोकसभा सीट से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा निर्दलीय चुनाव जीते क्योंकि लोगों में 1984 के दंगों के चलते कांग्रेस के प्रति नाराजगी और बेअंत सिंह के परिवार के प्रति सहानुभूति थी। बठिंडा सीट पर शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल विजयी रहीं। पंजाब में 1996 के बाद यह पहला मौका रहा जब चुनाव राजनीतिक दलों के लिए प्रतिष्ठा का माना जा रहा है। हालांकि जो नेता चुनावी मैदान में उतारे गए हैं। वह काफी समय से अपने इलाकों में एक्टिव हैं।
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में भूकंप के झटके, घर से बाहर निकले लोग; हिसार में ACB ने 4 लाख रिश्वत लेते व्यक्ति पकड़ा
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में भूकंप के झटके, घर से बाहर निकले लोग; हिसार में ACB ने 4 लाख रिश्वत लेते व्यक्ति पकड़ा हरियाणा के झज्जर में शनिवार को भूकंप आया। शाम करीब 5 बजे बेरी के महराणा के पास भूकंप के झटके महसूस हुए। झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर आ गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.3 रही। एनसीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र झज्जर शहर से 10 किमी उत्तर, नई दिल्ली से 53 किमी पश्चिम और 5 किलोमीटर की गहराई पर मौजूद था। फिलहाल भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। देहरादून से महेंद्रगढ़ तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। इसमें अनगिनत दरारें हैं। इन दिनों इन दरारों में गतिविधियां चल रही हैं। इसके तहत प्लेट मूवमेंट करती हैं। इसके आपस में हल्की सी टकराने पर ही कंपन पैदा होता है। यह कभी भी कहीं भी हो सकता है। इसी वजह से भूकंप के झटके महसूस होते हैं। हिसार में ACB ने 4 लाख रिश्वत लेते व्यक्ति पकड़ा हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने हिसार में रिश्वत के आरोप में 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। इनमें से 3 व्यक्ति पुलिस अधिकारी हैं, जबकि 3 निजी व्यक्ति हैं। ACB की टीम ने इनमें से संचित (गंगवा निवासी) नामक व्यक्ति को 4 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई की जा रही है। ब्यूरो की टीम को शिकायत मिली थी कि संचित द्वारा पुलिस अधिकारियों से मिली भगत करते हुए शिकायतकर्ता पर NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज न करने के बदले में 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही थी। (पूरी खबर पढ़ें) चंडीगढ़ पुलिस के एएसआई की मौत चंडीगढ़ पुलिस में तैनात एक एएसआई की आज मिरगी का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। वह चंडीगढ़ के सेक्टर 19 में अपने परिवार के साथ रहते थे। दौरा पड़ने के बाद परिवार के सदस्य उन्हें चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्थित अस्पताल में लेकर गए, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतक एएसआई मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक बिजेंद्र सिंह चंडीगढ़ की VIP सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात थे। वह पहले चंडीगढ़ के डीजीपी की सुरक्षा में लगे हुए थे। लेकिन पिछले कुछ समय से वह पुलिस लाइन सिक्योरिटी ब्रांच में कार्यरत थे। वह पहलवानी के बड़े शौकीन थे। उन्हें बिजेंद्र पहलवान के नाम से डिपार्टमेंट में जाना जाता है। वह खेल कोटे से ही चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुए थे। अभी वह चंडीगढ़ के सेक्टर 19 में रह रहे थे (पूरी खबर पढ़ें) कुरूक्षेत्र में नेशनल हाईवे पर बस से कार टकराई, 3 दोस्तों की मौत
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के इस्माईलाबाद में एक कार एनएच-152 पर खड़ी रोडवेज बस टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में कार सवार एक ही गांव के तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों जिला सोनीपत के गांव दुभेटा गांव के रहने वाले थे। मृतकों की शिनाख्त दिनेश (37), अनिल (32) व रमेश (40) के रूप में हुई है। तीनों दोस्त कार में सवार होकर अपने गांव से घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली जा रहे थे। रात करीब 12 बजे एनएच-152 पर बगैर कोई संकेत के खड़ी रोडवेज की बस से उनकी कार टकरा गई। हादसे में दो युवकों की मौत पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे ने अस्पताल पहुंचते हुए दम तोड़ दिया (पूरी खबर पढ़ें) पलवल में नौकरी के नाम पर 15 लाख ठगे, विधायक का साला बनकर दिया झांसा पलवल जिले कि होडल विधानसभा के भाजपा विधायक जगदीश नायर का साला बनकर नौकरी लगाने के नाम पर 15 लाख रुपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। विधायक से शिकायत करने पर आरोपी ने 7 लाख तो वापस दे दिए, लेकिन 8 लाख रुपए 4 वर्ष बीतने के बाद भी नहीं दिए। (पूरी खबर पढ़ें) रेवाड़ी में चेहरा कुचलकर शख्स की हत्या, सिर पर चोट के निशान मिले हरियाणा में रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा कस्बा स्थित गांव मालाहेड़ा में शनिवार को करीब 50 साल के एक शख्स की लाश बरामद हुई। उसके सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि उसकी तेजधार हथियार से हमला कर हत्या की गई। हालांकि मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) गुरुग्राम में ट्रैफिक पुलिसवालों के लिए AC जैकेट, गर्मी से बचाने के लिए बर्फ के पैड के ऊपर लगे हैं पंखे हरियाणा के गुरुग्राम में ट्रैफिक पुलिस कर्मी अब भीषण गर्मी से बचने के एसी जैकेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें बर्फ के पैड डाले जाते हैं और साथ में दो पंखे भी लगे हैं। इसका वजन तीन किलो के करीब है। हर सिग्नल पर जब ट्रैफिक पुलिस कर्मी तपती गर्मी में अपनी ड्यूटी निभाते हैं, तो ये खास जैकेट उनके जीवन की सुरक्षा करती है। फिलहाल पुलिस इसे एक प्रयोग के तौर पर ले रही है। परिणाम अच्छे रहते हैं तो इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा के कांग्रेस विधायक ने इस्तीफा दिया हरियाणा में कांग्रेस के विधायक वरुण चौधरी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के घर पहुंचे वरुण चौधरी ने अपना इस्तीफा सौंपा, जिसको स्पीकर ने मंजूर कर लिया। वरुण अब अंबाला लोकसभा सीट से सांसद बन चुके हैं। वह अंबाला की मुलाना विधानसभा से 2019 में विधायक बने थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को हराकर जीत हासिल की है। वरुण विधानसभा की सबसे महत्वपूर्ण समिति अर्थात पब्लिक अकाउंट कमेटी- पीएससी ( लोक लेखा समिति) के चेयरमैन भी थे। उनके विधायक पद से त्यागपत्र देने के साथ ही अब विधानसभा स्पीकर द्वारा इस लोक लेखा समिति के नए चेयरमैन के तौर पर किसी और विधायक को नामित किया जाएगा। चूंकि हरियाणा विधानसभा के अगले आम चुनाव इसी वर्ष अक्टूबर में निर्धारित हैं, इसलिए रिक्त होने वाली मुलाना विधानसभा सीट पर उप चुनाव नहीं होगा (पूरी खबर पढ़ें) पंजाब की मंत्री अनमोल गगन मान की शादी कल, मेहंदी की रस्म हुई पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान की शादी कल मोहाली के जीरकपुर कस्बे में स्थित एक मैरिज पैलेस में होने जा रही है। इससे पहले उनके घर पर मेहंदी की रस्म अदा की गई। मेहंदी की रस्म के बाद आज शाम जागो कार्यक्रम होगा। ये सारी रस्में चंडीगढ़ के सेक्टर 39 स्थित उनके आवास पर निभाई जा रही हैं। इस शादी समारोह में उनके परिवार और रिश्तेदार शामिल हैं। कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान की शादी शाहबाज से होगी। शाहबाज पेशे से वकील हैं। उनका परिवार जीरकपुर में रहता है (पूरी खबर पढ़ें)