हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर अच्छी धूप खिल रही है। इससे मौसम सुहावना हो गया है। शीतलहर से भी लोगों ने राहत की सांस ली है। बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में भी हल्का उछाल आने लगा है। मौसम विभाग (IMD) ने आज और कल 3 जिले शिमला, किन्नौर और कुल्लू में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। सड़कों और रास्तों पर बहता हुआ पानी जम सकता है। इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ेगी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। मंडी बिलासपुर में कोहरे का अलर्ट इसी तरह मंडी और बिलासपुर जिले के कुछ स्थानों पर दोपहर तक घना कोहरा लोगों को परेशान करेगा। इससे खासकर सुबह के वक्त विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है। 4 दिन तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं IMD की माने तो प्रदेश में अगले 4 दिनों तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। बारिश और बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। इससे तापमान में उछाल आएगा। मंगलवार को प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 4.4 डिग्री नीचे गिर गया था। कई जगह यह माइनस 12 डिग्री हो गया था। पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश बेशक, 8 और 9 दिसंबर को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई है। मगर सूखे से पूरी तरह अभी राहत नहीं मिल पाई है। क्योंकि प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश नहीं हुई है। प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन यानी 1 अक्टूबर से 10 दिसंबर तक नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 50.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 2.1 मिलीमीटर बादल बरसे है। हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर अच्छी धूप खिल रही है। इससे मौसम सुहावना हो गया है। शीतलहर से भी लोगों ने राहत की सांस ली है। बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में भी हल्का उछाल आने लगा है। मौसम विभाग (IMD) ने आज और कल 3 जिले शिमला, किन्नौर और कुल्लू में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। सड़कों और रास्तों पर बहता हुआ पानी जम सकता है। इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ेगी। इसे देखते हुए लोगों को सावधानी से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। मंडी बिलासपुर में कोहरे का अलर्ट इसी तरह मंडी और बिलासपुर जिले के कुछ स्थानों पर दोपहर तक घना कोहरा लोगों को परेशान करेगा। इससे खासकर सुबह के वक्त विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो सकती है। 4 दिन तक बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं IMD की माने तो प्रदेश में अगले 4 दिनों तक मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। बारिश और बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। इससे तापमान में उछाल आएगा। मंगलवार को प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 4.4 डिग्री नीचे गिर गया था। कई जगह यह माइनस 12 डिग्री हो गया था। पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश बेशक, 8 और 9 दिसंबर को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हुई है। मगर सूखे से पूरी तरह अभी राहत नहीं मिल पाई है। क्योंकि प्रदेश के ज्यादातर भागों में बारिश नहीं हुई है। प्रदेश में पोस्ट मानसून सीजन यानी 1 अक्टूबर से 10 दिसंबर तक नॉर्मल से 96 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 50.4 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 2.1 मिलीमीटर बादल बरसे है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में सरकारी बस में वसूला प्रेशर-कुकर का किराया:विपक्ष ने सरकार को घेरा, HRTC ने कहा-घरेलू सामान का किराया नहीं लेने का नियम
हिमाचल में सरकारी बस में वसूला प्रेशर-कुकर का किराया:विपक्ष ने सरकार को घेरा, HRTC ने कहा-घरेलू सामान का किराया नहीं लेने का नियम हिमाचल सरकार एक बार फिर से सरकारी बसों में प्रेशर-कूकर पर किराए की वजह से सुर्खियों में आई है। देशभर में इसे लेकर कांग्रेस सरकार की किरकिरी हो रही है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे लेकर सुक्खू सरकार को निशाने पर लिया है। इससे पहले भी हिमाचल की अफसरशाही कई बार सरकार की इसी तरह फजीहत करवा चुकी है। प्रेशर-कूकर पर किरकिरी झेलने के बाद मंगलवार देर शाम सरकार को क्लैरिफिकेशन देनी पड़ी, जिसमें हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) ने स्पष्ट कहा कि 30 किलो तक के घर में इस्तेमाल होने वाले सामान पर किराया लेने का कोई नियम नहीं है। लिहाजा यह गलती कंडक्टर के स्तर पर हुई है। हीटर का 264 रुपए टिकट काटने की खबर इस बीच ताजा खबर आ रही है कि मंडी जिले के सराज के गाड़ागुसैणी के एक व्यक्ति से डेढ़ किलो वजन वाले हीटर का 264 रुपए किराया काटा गया है। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति मंडी से धर्मशाला जा रहा था। इस दौरान कंडक्टर ने उससे हीटर का टिकट काट कर उसका किराया वसूल किया है। हालांकि इसका टिकट अभी मौजूद नहीं है। केलांग डिपो की बस के कंडक्टर ने काटा टिकट वहीं प्रेशर कूकर का 23 रुपए का टिकट केलांग डिपो की मंडी से ओट जा रही सरकारी बस के कंडक्टर ने बीते 8 दिसंबर को काट था। अब यह टिकट सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इससे सुक्खू सरकार सोशल मीडिया में बुरी तरह घिर गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम का तंज इस पर पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि शादी की एलबम, बुजुर्गों की दवाई, बच्चों के बस्ते, खिलौने के बाद खाना बनाने के प्रेशर कूकर पर हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) बस में किराया देना शर्मनाक कृत्य है। विपक्षी भाजपा को कांग्रेस सरकार बार बार इस तरह के मुद्दे बैठे बिठाए दे रही है। इससे पहले सुक्खू सरकार टॉयलेट टैक्स, HRTC की लगेज पॉलिसी और समेसा कांड की वजह से देशभर में बदनामी झेल चुकी है। इससे कांग्रेस सरकार हंसी का पात्र बन गई है। इससे सरकार की पूरे देश में छवि खराब हुई है। टॉयलेट टैक्स ने पूरे देश में सरकार की छवि को खराब किया पहली नोटिफिकेशन बीते 21 सितंबर को जल शक्ति विभाग ने की। इसमें टॉयलेट शीट पर टैक्स का जिक्र किया गया। हालांकि यह नया टैक्स नहीं था। पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल में भी 2018 में लगाया था। मगर, हिमाचल की अफसरशाही ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की बेला में जिस तरह यह नोटिफिकेशन कर दी, उससे हिमाचल सरकार का यह नोटिफिकेशन पूरे प्रदेश में चर्चा का कारण बना। इसके बाद CM सुक्खू को मीडिया के सामने आकर सफाई देनी पड़ी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी नेताओं ने हिमाचल के टॉयलेट टैक्स को बड़ा मुद्दा बनाया। HRTC की नोटिफिकेशन से भी किरकिरी इसके बाद HRTC ने अक्टूबर में लगेज पॉलिसी को लेकर नोटिफिकेशन की। इस अधिसूचना के कारण पूरे देश में हिमाचल फिर से चर्चा में आया। इसमें यात्रियों के सामान घरेलू इस्तेमाल के सामान पर किराया लेने की बात कही गई। नोटिफिकेशन मीडिया में आने से पहले विपक्ष के हाथ में लग गई और भाजपा नेताओं ने प्रेस कान्फ्रेंस करके तीखी प्रतिक्रिया दी। फिर 16 अक्टूबर को रात 9 बजे HRTC प्रबंधन ने एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें कहा गया कि यह किराया घरेलू इस्तेमाल की वस्तुओं पर नहीं लिया जाएगा। यात्री अपने साथ 30 किलो तक के बैग को मुफ्त में ले जा सकेंगे। प्रबंधन ने जो चीज स्पष्टीकरण में स्पष्ट की, यदि यही उल्लेख पहले नोटिफिकेशन में होता तो सरकार की किरकिरी न होती। अब पद समाप्त पर पलटी सरकार इसके बाद 23 अक्टूबर को फाइनेंस डिपार्टमेंट ने पद समाप्त करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी की। इससे भी सरकार कि किरकिरी हुई। इस अधिसूचना के 12 घंटे के भीतर ही सीएम सुक्खू को मीडिया के सामने आकर सफाई देनी पड़ी। हालांकि उन्होंने एक दूसरी चिट्टी का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार का ठीकरा फोड़ा। मगर, दूसरी नोटिफिकेशन यदि सरकार ने 23 अक्टूबर को की थी तो उसे भी फजीहत कराने वाली नोटिफिकेशन के साथ मीडिया के साथ साझा क्यों नहीं किया गया? जिस तरह सीएम सुक्खू ने कहा कि, पद समाप्त नहीं किए जा रहे बल्कि कन्वर्ट किए जा रहे हैं। यदि ऐसा है तो इसका जिक्र उस नोटिफिकेशन में नहीं किया गया, जो मीडिया से शेयर की गई। इससे पहले भी कांग्रेस सरकार फैसले से पलटी है। सरकार ने अप्रैल माह में टैम्परेरी टीचर भर्ती का फैसला लिया तो प्रदेशभर में विरोध के बाद ने टैम्परेरी टीचर रखने का फैसला पलटा। समोसा कांड से भी छवि खराब हुई इसके बाद प्रदेश में नवंबर माह में समोसा कांड हुआ। दरअसल, सीएम सुक्खू एक कार्यक्रम में शामिल होने सीआईडी मुख्यालय गए। पुलिस अधिकारियों ने सीएम के लिए समोसे और दूसरी खाद्य सामग्री ऑर्डर की। मगर जब सीएम आए तो पुलिस अधिकारियों द्वारा मंगवाई गई रिफ्रेशमेंट उनके मेन्यू में शामिल ही नहीं थी। इससे यह रिफ्रेशमेंट सीएम की सिक्योरिटी के जवानों को बांट दी गई। पुलिस अधिकारियों को जब इसका पता चला तो उन्होंने इसकी जांच बैठा दी। जांच में इसे सीआईडी और सरकार विरोधी कृत्य बताया गया।
हमीरपुर नगर निगम का नोटिफिकेशन जारी:94 गांव होंगे शामिल, वार्ड बंदी के लिए होगा परिसीमन; 26 को नो-कॉन्फिडेंस की बैठक
हमीरपुर नगर निगम का नोटिफिकेशन जारी:94 गांव होंगे शामिल, वार्ड बंदी के लिए होगा परिसीमन; 26 को नो-कॉन्फिडेंस की बैठक हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर नगर परिषद को नगर निगम बनाने की अधिसूचना जारी हो गई है। अब हमीरपुर नगर परिषद को नगर निगम के नाम से माना जाएगा। इसमें 94 गांव शामिल किए गए हैं। वहीं अब 26 दिसंबर को को नो-कॉन्फिडेंस की बैठक है। शहरी विकास के प्रधान सचिव देवेश कुमार के हवाले से जारी की गई इस अधिसूचना में कहा गया है कि अब हमीरपुर नगर निगम होगा राजपत्र (ई-गजट) में प्रकाशित होते ही नगर परिषद का नाम खत्म हो गया है। वार्ड बंदी के लिए होगी डीलिमिटेशन हमीरपुर नगर निगम के तकरीबन 18 वार्ड बनाए जाएंगे। जिनके लिए अलग से नोटिफिकेशन जारी होगी। इसके तहत डीलिमिटेशन होगी। यानी अभी इस नगर परिषद के 11 वार्ड थे, जो अब बढ़कर लगभग 18 हो जाएंगे। यानी राजनीतिक माहौल अब नए परिवेश में शुमार हो जाएगा। नो कॉन्फिडेंस बैठक 26 को ही होगी वर्तमान नगर परिषद की नो कॉन्फिडेंस बैठक 26 दिसंबर को ही होगी। इसका समय सुबह 11बजे की बजाय अब दोपहर बाद 4 बजे तय कर दिया गया है। उधर सूत्रों का कहना है कि एक पक्ष हाईकोर्ट में भी गया है और उस पर सुनवाई 26 तारीख को ही होने के लिए तय हुई है। नगर निगम में शामिल किए गए कई इलाकों के लोग विरोध में उतरे हुए थे। लेकिन अब नोटिफिकेशन जारी हो गया। इसलिए उनका विरोध अब औपचारिकता रह जाएगा। नगर निगम का दायरा बढ़ने से चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों का भी अभी से सुगबुगाहट का क्रम शुरू हो गया है।
हिमाचल में हीट-वेव का येलो अलर्ट:ऊना का पारा 45 डिग्री पहुंचा; 9 शहरों का तापमान 40 पार; एक जून को बारिश के आसार
हिमाचल में हीट-वेव का येलो अलर्ट:ऊना का पारा 45 डिग्री पहुंचा; 9 शहरों का तापमान 40 पार; एक जून को बारिश के आसार हिमाचल प्रदेश के पहाड़ भी अब गर्मी से पसीना-पसीना होने लगे हैं। राज्य के 9 शहरों का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। इससे खासकर मैदानी इलाकों में हाल बेहाल हो गए है। आज भी चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले को छोड़कर अन्य सभी 9 जिलों में हीट का येलो अलर्ट है। ऊना का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। यही हाल हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, सिरमौर और सोलन जिला के निचले इलाकों में भी है। प्रदेश के कई शहरों का तापमान तो नॉर्मल से 7 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। हमीरपुर के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 6.8 डिग्री का उछाल आया है। इसी तरह मंडी में 6.7 डिग्री, शिमला 4.6 डिग्री, सुंदरनगर 5.6 डिग्री, भुंतर 5.4 डिग्री, कल्पा 4.1 डिग्री, ऊना 5.9 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री अधिक हो गया है। एक जून को पूरे प्रदेश में बारिश के आसार थोड़ी राहत की बात यह है कि आज से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, WD सक्रिय होने से आज अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। अगले कल यानी 30 व 31 मई को अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भी बारिश हो सकती है। हिमाचल में एक जून को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होने का पूर्वानुमान है। ऐसे में बारिश होने पर ही तपते पहाड़ों पर ठंडक लौट सकती है। मौसम विभाग की एडवाइजरी मौसम विभाग ने हीट वेव की चेतावनी को देखते हुए स्थानीय लोगों सहित पहाड़ों पर घूमने आ रहे पर्यटकों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी है। हीट स्ट्रोक / लू लगने से बचाव के लिए सावधानी बरतें क्या करें: क्या न करें गर्मी लगने पर प्राथमिक चिकित्सा के उपाय