हरियाणा के फरीदाबाद में बीती रात शादी की एक रिसेप्शन पार्टी में विवाद के बाद वेटर की गोली मार कर हत्या कर दी गई। वह कॉकटेल पार्टी में सर्विस दे रहा था। इसमें खाने-पीने का सामान सर्व करने में देरी पर भड़के युवक ने गोली चला दी। हत्या के बाद मैरिज पार्टी में हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बादशाह खान अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने 2 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार फरीदाबाद में आदर्श कॉलोनी में रहने वाला युवक मुबारिक उर्फ बादशाह खान शादी समारोह में वेटर का काम करता था। बीती रात को मुकेश लखानी के बेटे जय लखानी की शादी का प्रोग्राम था। ठेकेदार के कहने पर बादशाह खान शादी के प्रोग्राम में काम करने के लिए सैनिक कॉलोनी में गया था। शादी के रिसेप्शन में कॉकटेल पार्टी चल रही थी। सर्विस में थोड़ी देरी हुई तो शादी में आए एक शख्स ने बादशाह खान को गोली मार दी। सैनिक कॉलोनी में था शादी प्रोग्राम बड़खल के रहने वाले इमरान खान ने पुलिस को बताया कि उसका भतीजा मुबारिक उर्फ बादशाह खान निवासी आदर्श कालोनी वेटर का काम करता था। 13 दिसंबर को मुबारिक उर्फ बादशाह फकरुदीन ठेकेदार के कहने पर सैनिक कालोनी सेक्टर 49 फरीदाबाद में मुकेश लखानी के बेटे की शादी के प्रोग्राम में वेटर का काम करने के लिए सैनिक कालोनी गया था। वहां पर HDFC बैंक के पास टेंट लगाया गया था। वहां गोली मार कर उसकी हत्या कर दी गई। रात 11 बजे मिली हत्या की सूचना इमरान खान ने बताया कि रात को 11 बजे सूचना के बाद वे मौके पर पहुंचे तो वहां पर आदर्श कॉलोनी के रहने वाले शाहिद व फखरुद्दीन ने बताया कि वे मुकेश लखानी के कहे अनुसार वेटर का काम कर रहे थे। एक टेबल पर मुकेश लखानी के छोटे बेटे (दुल्हा का भाई) व उसके दोस्त मोहित व मोनू निवासी सैनिक कॉलोनी ओर एक अन्य व्यक्ति टेबल पर बैठ कर एक साथ खाना खा रहे थे। खाना सर्व करने पर हुई कहासुनी मुकेश लखानी के छोटे बेटे, उसके दोस्त मोहित व मोनू आदि ने बादशाह को खाना लाने को कहा। वह खाना लेने के लिए चला ही था कि युवकों ने उसके साथ गाली गलौज किया। लखानी के छोटे बेटे के दोस्त मोनू व उसके साथ बैठे अन्य व्यक्ति ने शोर मचा कर मोहित को कहा कि इस वेटर को अपनी पिस्टल से गोली मार दे। इसके बाद मोहित ने मोनू व अन्य कहने पर मुबारिक उर्फ बादशाह को अपनी पिस्टल से छाती में गोली मार दी। वेटर के साथियों ने बताया कि गोली लगने के बाद मुबारिक उर्फ बादशाह जमीन पर गिर पड़ा। शाहिद व फखरुद्दीन ने उसको जमीन पर गिरते हुए देखा और गोली की आवाज भी सुनी। इस बीच वहां मौजूद लोगों ने मुबारिक को एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मुबारिक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दो को हिरासत में लिया डबुआ थाना की चौकी के SI सतबीर के अनुसार, डायल 112 से सूचना मिली थी कि सैनिक कॉलोनी में एक पार्टी में काम कर रहे युवक को गोली मारी गई है। उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। उसका शव नीलम बाटा रोड पर एक निजी अस्पताल में रखा है। वे टीम के साथ अस्पताल गए तो वहां पर मृत युवक की पहचान आदर्श कॉलोनी के मुबारिक उर्फ बादशाह के तौर पर हुई। पुलिस को उसके चाचा इमरान खान ने शिकायत देकर पूरी घटना बताई। पुलिस ने मोहित व मोनू के खिलाफ धारा 103(1), 61(2) BNS और 25-54-59 आर्म्स एक्ट में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में पूछताछ के लिए दो युवकों को हिरासत में लिया है। हरियाणा के फरीदाबाद में बीती रात शादी की एक रिसेप्शन पार्टी में विवाद के बाद वेटर की गोली मार कर हत्या कर दी गई। वह कॉकटेल पार्टी में सर्विस दे रहा था। इसमें खाने-पीने का सामान सर्व करने में देरी पर भड़के युवक ने गोली चला दी। हत्या के बाद मैरिज पार्टी में हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बादशाह खान अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने 2 के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार फरीदाबाद में आदर्श कॉलोनी में रहने वाला युवक मुबारिक उर्फ बादशाह खान शादी समारोह में वेटर का काम करता था। बीती रात को मुकेश लखानी के बेटे जय लखानी की शादी का प्रोग्राम था। ठेकेदार के कहने पर बादशाह खान शादी के प्रोग्राम में काम करने के लिए सैनिक कॉलोनी में गया था। शादी के रिसेप्शन में कॉकटेल पार्टी चल रही थी। सर्विस में थोड़ी देरी हुई तो शादी में आए एक शख्स ने बादशाह खान को गोली मार दी। सैनिक कॉलोनी में था शादी प्रोग्राम बड़खल के रहने वाले इमरान खान ने पुलिस को बताया कि उसका भतीजा मुबारिक उर्फ बादशाह खान निवासी आदर्श कालोनी वेटर का काम करता था। 13 दिसंबर को मुबारिक उर्फ बादशाह फकरुदीन ठेकेदार के कहने पर सैनिक कालोनी सेक्टर 49 फरीदाबाद में मुकेश लखानी के बेटे की शादी के प्रोग्राम में वेटर का काम करने के लिए सैनिक कालोनी गया था। वहां पर HDFC बैंक के पास टेंट लगाया गया था। वहां गोली मार कर उसकी हत्या कर दी गई। रात 11 बजे मिली हत्या की सूचना इमरान खान ने बताया कि रात को 11 बजे सूचना के बाद वे मौके पर पहुंचे तो वहां पर आदर्श कॉलोनी के रहने वाले शाहिद व फखरुद्दीन ने बताया कि वे मुकेश लखानी के कहे अनुसार वेटर का काम कर रहे थे। एक टेबल पर मुकेश लखानी के छोटे बेटे (दुल्हा का भाई) व उसके दोस्त मोहित व मोनू निवासी सैनिक कॉलोनी ओर एक अन्य व्यक्ति टेबल पर बैठ कर एक साथ खाना खा रहे थे। खाना सर्व करने पर हुई कहासुनी मुकेश लखानी के छोटे बेटे, उसके दोस्त मोहित व मोनू आदि ने बादशाह को खाना लाने को कहा। वह खाना लेने के लिए चला ही था कि युवकों ने उसके साथ गाली गलौज किया। लखानी के छोटे बेटे के दोस्त मोनू व उसके साथ बैठे अन्य व्यक्ति ने शोर मचा कर मोहित को कहा कि इस वेटर को अपनी पिस्टल से गोली मार दे। इसके बाद मोहित ने मोनू व अन्य कहने पर मुबारिक उर्फ बादशाह को अपनी पिस्टल से छाती में गोली मार दी। वेटर के साथियों ने बताया कि गोली लगने के बाद मुबारिक उर्फ बादशाह जमीन पर गिर पड़ा। शाहिद व फखरुद्दीन ने उसको जमीन पर गिरते हुए देखा और गोली की आवाज भी सुनी। इस बीच वहां मौजूद लोगों ने मुबारिक को एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मुबारिक को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दो को हिरासत में लिया डबुआ थाना की चौकी के SI सतबीर के अनुसार, डायल 112 से सूचना मिली थी कि सैनिक कॉलोनी में एक पार्टी में काम कर रहे युवक को गोली मारी गई है। उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। उसका शव नीलम बाटा रोड पर एक निजी अस्पताल में रखा है। वे टीम के साथ अस्पताल गए तो वहां पर मृत युवक की पहचान आदर्श कॉलोनी के मुबारिक उर्फ बादशाह के तौर पर हुई। पुलिस को उसके चाचा इमरान खान ने शिकायत देकर पूरी घटना बताई। पुलिस ने मोहित व मोनू के खिलाफ धारा 103(1), 61(2) BNS और 25-54-59 आर्म्स एक्ट में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में पूछताछ के लिए दो युवकों को हिरासत में लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के शहीद मेजर की मां बोली-बहू ने तेवर बदले:कहा- सारा फंड लेकर मायके गई; घर ताला लगाया, सरकार उसे नौकरी न दे
हरियाणा के शहीद मेजर की मां बोली-बहू ने तेवर बदले:कहा- सारा फंड लेकर मायके गई; घर ताला लगाया, सरकार उसे नौकरी न दे हरियाणा के पानीपत के शहीद मेजर आशीष धौंचक की शहादत को 1 साल भी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनके मां-बाप अब इधर-उधर भटकने को मजबूर हो गए हैं। सरकार की ओर से तमाम घोषणाएं की गई। शहादत फंड भी मिला, इसके बाद भी मां-बाप का बुढ़ापा अंधकार में है। क्योंकि इकलौते बेटे की शहादत के बाद मां-बाप की आस उनकी बहू और पोती है, जोकि अब उनसे दूर चली गई। परिवार का आरोप है कि बहू सरकार से मिलने वाली राशि, घर-मकान समेत अन्य लाभ अपने नाम करवा कर मायके चली गई। कई माह बीत जाने के बाद वह वापस नहीं लौटी। यहां तक कि उसने और उसके परिवार वालों ने बातचीत तक करनी बंद कर दी। जिसके बाद मां-बाप ने हरियाणा पंचायत मंत्री एवं पानीपत ग्रामीण विधानसभा से विधायक महीपाल ढांडा के जरिए सीएम नायब सिंह सैनी से गुहार लगाई है। जिसमें उन्होंने सरकारी नौकरी उनकी बहू को न दिए जाने समेत अन्य मांग रखी है। सीएम ने उचित फैसला लिए जाने का आश्वासन दिया है। आखिरी चेक पर साइन करवा कर चली गई बहू
दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में शहीद की मां कमला ने बताया कि 13 सितंबर 2023 को उनका इकलौता बेटा मेजर आशीष धौंचक (36) जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया था। बेटे की शहादत के बाद से बहू ज्योति ने अपने तेवर बदल लिए थे। जब तक सरकार की ओर से निर्धारित पूरी राशि नहीं मिली वह बहुत प्यार से बात करती थी। आखिर चेक आने पर उसने घर से जाने का प्लान बना लिया था। शहादत के कुछ समय बाद ही उसने जींद स्थित अपने मायका में 7 दिन जाने की बात कही थी। इसके बाद वह अपनी ढाई साल की बेटी वामिनी को लेकर घर से चली गई और वापस नहीं लौटी। 30 तोला सोना भी ले गई ज्योति
ज्योति से जब भी बात करते हैं, वह कभी भी वापस न आने की बात कहती है। उसके मां-बाप से बात की तो उन्होंने भी बात करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं पंचायती, सामाजिक तौर पर भी उन्होंने किसी भी तरह की बात करने से मना कर दिया। मां ने कहा कि ज्योति जाते समय घर से 30 तोला सोना भी ले गई है। इसके अलावा फरीदपुर टीडीआई में नवनिर्मित मकान, जोकि आधा आशीष के नाम था वह भी अपने नाम करवा गई। जाते हुए उसने घर के ऊपर वाले हिस्से में ताला लगा दिया था। उन्होंने कहा कि वह सरकार से मांग करती हैं कि उनकी बहू ज्योति को सरकारी नौकरी देने का जो प्रस्ताव मंजूर हुआ था, वह नामंजूर किया जाए। क्योंकि ज्योति उनके साथ नहीं रहती है। वह इस नौकरी को अपनी बेटी को दिलवाना चाहती है। क्योंकि बेटी ही उनकी सेवा कर रही है। ये बात पॉलिसी में भी लिखा है कि जिसे नौकरी दी जाएगी, अगर वह मां-बाप की केयर नहीं करेगा/करेगी, तो उसकी नौकरी को मां-बाप के कहने पर नामंजूर किया जाएगा। इसके अलावा मां ने यह भी कहा कि भारतीय सेना की ओर से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। वह अपने कैंटीन कार्ड बनवाने के लिए भी जद्दोजहद कर रही हैं। सेना से कई बार संपर्क किया। सेना की ओर से उन्हें मेडिकल सुविधा भी नहीं दी गई। पंचायत मंत्री ने CM के सामने उठाया मामला
इस मामले को पंचायत मंत्री महीपाल ढांडा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने रखा। उन्होंने कहा कि कि हमारे बिंझौल गांव का रहने वाला शहीद मेजर धौंचक का परिवार भटक गया है। उसकी पत्नी ज्योति ने तेहरवीं रस्म भी नहीं होने दी थी और वह चली गई। वह अपना तमाम हिस्सा ले गई। घर पर भी आकर वह ताला लगा गई। उसकी नौकरी का हरियाणा सरकार ने प्रस्ताव मंजूर कर लिया है, लेकिन अब जब वह यहां है नहीं तो उसकी जगह पर आशीष की बहन को नौकरी दी जाए। शहीद के नाम पर एक पार्क, स्टैच्यू और सरकारी भवन का नाम दिया जाने की भी घोषणा की थी। हमारी मांग है कि पानीपत के बस स्टैंड का नामकरण शहीद मेजर आशीष धौंचक के नाम पर हो। जिस परिवार का बेटा शहीद हुआ था, उसके मां-बाप दर-दर भटकने को मजबूर हैं, उनके साथ न्याय किया जाए। 3 बहनों के इकलौते भाई थे मेजर, चचेरा भाई भी मेजर
मेजर आशीष 3 बहनों के इकलौते भाई थे। उनकी तीनों बहनें अंजू, सुमन और ममता शादीशुदा हैं। उनकी मां कमला गृहिणी और पिता लालचंद NFL से सेवामुक्त हुए हैं। उनके चाचा का बेटा विकास भी भारतीय सेना में मेजर हैं। लेफ्टिनेंट भर्ती हुए थे, प्रमोट होकर मेजर बने
आशीष ने केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई की थी। 12वीं के बाद उन्होंने बरवाला के कॉलेज से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक की। इसके बाद वह एमटेक कर रहे थे। इसका एक साल पूरा हुआ था कि 25 साल की उम्र में 2012 में भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट भर्ती हुए थे। इसके बाद वह बठिंडा, बारामूला और मेरठ में तैनात रहे। 2018 में प्रमोट होकर मेजर बन गए। ढाई साल पहले उन्हें मेरठ से राजौरी में पोस्टिंग मिली। जिसके बाद वह परिवार को साथ नहीं ले गए। उन्होंने पानीपत के सेक्टर 7 में मकान लिया और उन्हें यहां छोड़ दिया। सरकार ने ये किया था ऐलान
पूर्व सीएम मनोहर लाल ने शहीद मेजर आशीष धौंचक के नाम पर टीडीआई में पार्क और पैतृक गांव बिंझौल में स्वागत द्वार बनाने की बात कही थी। साथ ही शहीद परिवार को सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए नकद और पत्नी ज्योति को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दिए जाने का ऐलान किया था। ये खबर भी पढ़ें… शहीद मेजर आशीष का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार:मेजर भाई ने मुखाग्नि दी; अंतिम यात्रा में हाथ जोड़े रहीं मां, बहन करती रही सैल्यूट कश्मीर के अनंतनाग में 13 सितंबर को आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद मेजर आशीष धौंचक (36) का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बिंझौल में हुआ। उन्हें चचेरे भाई मेजर विकास ने मुखाग्नि दी। इससे पहले सिख रेजीमेंट के जवानों ने उन्हें गन सैल्यूट दिया। शहीद मेजर की अंतिम यात्रा पानीपत TDI सिटी से 14 किमी दूर उनके गांव बिंझौल पहुंची। यात्रा के साथ एक किलोमीटर लंबे काफिले में करीब 10 हजार लोग शामिल हुए। सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों ने आशीष की पार्थिव देह पर फूल बरसाकर उन्हें विदा किया। (पूरी खबर पढ़ें)
रोहतक में व्यक्ति ने किया सुसाइड:खिड़की पर फंदे से लटका मिला शव, पैसों को लेकर विवाद, नहीं की थी शादी
रोहतक में व्यक्ति ने किया सुसाइड:खिड़की पर फंदे से लटका मिला शव, पैसों को लेकर विवाद, नहीं की थी शादी रोहतक के गांव जसिया में एक व्यक्ति ने अपने घर पर फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। जब परिवार वालों ने उसे फांसी पर लटका देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। प्राथमिक जांच में सामने आया कि मृतक ने यह कदम घरेलू झगड़े के कारण उठाया है। पुलिस टीम जांच में जुट गई है। मृतक की पहचान गांव जसिया निवासी 39 वर्षीय जगत के रूप में हुई है। मृतक अविवाहित था और उसका एक एक भाई व दो बहनें हैं। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। जगत फिलहाल बेरोजगार भी था। जिसने अपने घर पर ही खिड़की से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जमीन के पैसों को लेकर भी था विवाद
सदर थाना प्रभारी सतपाल सिंह ने बताया कि गांव जसिया निवासी जगत द्वारा फांसी लगाकर सुसाइड लेने की सूचना मिली थी। प्राथमिक जांच में सामने आया कि इनकी जमीन बिकी थी। उस जमीन के पैसे को लेकर घर में विवाद चल रहा था। जिसके चलते जगत ने सुसाइड किया है। मामले की जांच की जा रही है, ताकि घटना की पूरी जानकारी मिल सके।
जींद में आढ़ती से 4 लाख रुपए का फ्रॉड:कनाडा से साढू का बेटा बन किया फोन; पीआर मिलने का दिया झांसा
जींद में आढ़ती से 4 लाख रुपए का फ्रॉड:कनाडा से साढू का बेटा बन किया फोन; पीआर मिलने का दिया झांसा हरियाणा के जींद की अनाज मंडी में आढ़ती के फोन पर कनाडा में रहने वाले साढू का लड़का बताकर 4 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में अनाज मंडी में आढ़त की दुकान चलाने वाले सुरेश कुमार ने बताया कि 12 जून को उसके मोबाइल पर काल आई और बताया कि वह उसका भतीजा कैथल जिले के सुल्तानिया गांव निवासी उसके साढू का लड़का सोनू बोल रहा है। वह कनाडा में रहता था। जहां पर उसने पीआर होने के लिए 4 लाख रुपए की राशि मांगी। इस बारे में परिजनों को बताने से मना कर दिया। फिर दूसरे नंबर से कॉल आई और बताया कि वह सोनू का एजेंट बोल रहा है। उसने बताया कि उसकी मां बीमार है। इसलिए उसके खाते में चार लाख रुपए डाल दें। अगर राशि जल्द नहीं दी तो वह सोनू को पीआर नहीं होने देगा। इस पर उसने 4लाख रुपए दो बार में आरोपियों द्वारा दिए गए खाते में डलवा दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसके पास स्क्रीन शॉट भेजा और कहा कि उन्होंने खाते में 9 लाख 40 हजार रुपए डलवाए हैं। एक से दो दिन में यह रुपए उसके बैंक खाते में आ जाएंगे, क्योंकि विदेश से रुपए ट्रांसफर होने में समय लगता है। आढ़ती ने बताया कि इस बात पर उसे शक हुआ और उसने उनके पास कॉल किया तो उन्होंने धमकी दी। जब उन्होंने अपने भतीजे सोनू के पास कॉल किया तो उसने राशि लेने की बात से मना कर दिया। इस मामले में साइबर थाना प्रभारी पूजा जाखड़ ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।