अमृतसर में कांग्रेस कैंडिडेट को घसीटकर ले गई पुलिस:पूर्व विधायक ने पुलिस का रास्ता रोका, दफ्तर से उठाया, मिली जमानत

अमृतसर में कांग्रेस कैंडिडेट को घसीटकर ले गई पुलिस:पूर्व विधायक ने पुलिस का रास्ता रोका, दफ्तर से उठाया, मिली जमानत

अमृतसर में वार्ड नंबर 40 के कांग्रेस के उम्मीदवार बलविंदर सिंह बिल्ला को आज घसीटते हुए पुलिस ले गई। पुलिस के मुताबिक, बलविंदर सिंह बिल्ला 2015 में एक मामले में पीओ करार था, जबकि परिवार का आरोप है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्हें कोई समन नहीं दिया गया, न ही कोई जानकारी दी गई। फिलहाल उन्हें जमानत दे दी गई है। परिजनों ने कराई जमानत आज शाम करीब 4 बजे सुल्तान विंड इलाके में बलविंदर सिंह बिल्ला के दफ्तर में पुलिस पहुंच गई। पुलिस को रोकने के लिए पूर्व विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया ने रास्ता रोक दिया, लेकिन फिर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें कागज दिखाए और घसीटते हुए बलविंदर सिंह को थाने ले गई। पुलिस के मुताबिक वो 2015 के एक मामले में पीओ करार है और उन्होंने समन का जवाब नहीं दिया और न ही पेशी पर आए थे। जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ 2015 में 23,24 और 95 की धारा लगाकर मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद थाने जाकर उनके परिवार वालों ने उनकी जमानत करवाई और उन्हें घर लेकर आए। नहीं दिया कोई समन – सिंकदर बलविंदर सिंह के बेटे सिकंदर सिंह ने बताया कि उनके पिता के साथ धक्का किया गया है। उन्हें कोई समन नहीं मिला और ना ही उन्हें यह पता कि उनके पिता को किस मामले में पुलिस लेकर गई है। उनके पिता को थाना चाटी विंड लेकर गए थे, लेकिन उन्हें थाना बी डिविजन बताया गया। उसके बाद उनका कुछ ही समय में मेडिकल भी करा दिया गया। सिकंदर सिंह के मुताबिक उनकी लीगल टीम के सहयोग से उन्हें थाने से जमानत मिल गई, लेकिन उनके पिता के साथ धक्का किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी की ओर से जबरन लोगों में दहशत का माहौल बनाया जा रहा है और दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को डराया जा रहा है। सांसद गुरजीत औजला मिलने पहुंचे जमानत पर रिहा होने के बाद बलविंदर सिंह सीधा प्रचार करने पहुंचे। जहां सांसद गुरजीत सिंह औजला भी उनसे मिलने पहुंचे। सांसद औजला ने कहा कि बलविंदर सिंह बिल्ला के खिलाफ यह कार्रवाई सरकार की बौखलाहट दिखा रही है। सरकार सिर्फ प्रत्याशियों को डराकर जीत हासिल करना चाहती है, लेकिन जब लोग ही साथ न दे तो कोई भी सरकार को बचा नहीं सकता। अमृतसर में वार्ड नंबर 40 के कांग्रेस के उम्मीदवार बलविंदर सिंह बिल्ला को आज घसीटते हुए पुलिस ले गई। पुलिस के मुताबिक, बलविंदर सिंह बिल्ला 2015 में एक मामले में पीओ करार था, जबकि परिवार का आरोप है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्हें कोई समन नहीं दिया गया, न ही कोई जानकारी दी गई। फिलहाल उन्हें जमानत दे दी गई है। परिजनों ने कराई जमानत आज शाम करीब 4 बजे सुल्तान विंड इलाके में बलविंदर सिंह बिल्ला के दफ्तर में पुलिस पहुंच गई। पुलिस को रोकने के लिए पूर्व विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया ने रास्ता रोक दिया, लेकिन फिर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें कागज दिखाए और घसीटते हुए बलविंदर सिंह को थाने ले गई। पुलिस के मुताबिक वो 2015 के एक मामले में पीओ करार है और उन्होंने समन का जवाब नहीं दिया और न ही पेशी पर आए थे। जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ 2015 में 23,24 और 95 की धारा लगाकर मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद थाने जाकर उनके परिवार वालों ने उनकी जमानत करवाई और उन्हें घर लेकर आए। नहीं दिया कोई समन – सिंकदर बलविंदर सिंह के बेटे सिकंदर सिंह ने बताया कि उनके पिता के साथ धक्का किया गया है। उन्हें कोई समन नहीं मिला और ना ही उन्हें यह पता कि उनके पिता को किस मामले में पुलिस लेकर गई है। उनके पिता को थाना चाटी विंड लेकर गए थे, लेकिन उन्हें थाना बी डिविजन बताया गया। उसके बाद उनका कुछ ही समय में मेडिकल भी करा दिया गया। सिकंदर सिंह के मुताबिक उनकी लीगल टीम के सहयोग से उन्हें थाने से जमानत मिल गई, लेकिन उनके पिता के साथ धक्का किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी की ओर से जबरन लोगों में दहशत का माहौल बनाया जा रहा है और दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को डराया जा रहा है। सांसद गुरजीत औजला मिलने पहुंचे जमानत पर रिहा होने के बाद बलविंदर सिंह सीधा प्रचार करने पहुंचे। जहां सांसद गुरजीत सिंह औजला भी उनसे मिलने पहुंचे। सांसद औजला ने कहा कि बलविंदर सिंह बिल्ला के खिलाफ यह कार्रवाई सरकार की बौखलाहट दिखा रही है। सरकार सिर्फ प्रत्याशियों को डराकर जीत हासिल करना चाहती है, लेकिन जब लोग ही साथ न दे तो कोई भी सरकार को बचा नहीं सकता।   पंजाब | दैनिक भास्कर