पानीपत जिले के समालखा के रहने वाले एक ग्राहक से बैंककर्मी ने धोखाधड़ी कर ली। लोन क्लोज करने के लिए 4 लाख से ज्यादा के पेंडिंग अमाउंट को बैंककर्मी ने अपने खाते में डलवा लिए। इतना ही नहीं आरोपी ने रुपए मिलने की बात को भी नकार दिया। जब किसी तरह उसने रुपए मिलने की हामी भरी, तो उसने वापस करने के नाम पर कई दिन टाल दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। एनओसी मांगने गया, तो ठगी का पता लगा समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में विजय कुमार ने बताया कि वह गांव करहंस का रहने वाला है। उसने एक निजी बैंक से कार लोन लिया था। जून 2024 में उसने अपना कार लोन खाता बंद करवाने के लिए बैंक से संपर्क किया तो उसे बैंक में उसे गोपाल पंचाल नाम का बैंककर्मी मिला। उसने उससे नंबर लिया और कहा कि वह कार लोन का खाता नंबर व अमाउंट राशि वॉट्सऐप कर देगा। इस तरह उसने उससे 4 लाख 68 हजार 460 रुपए अपने जमा करवा लिए। गोपाल ने एनओसी देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। एक सप्ताह के बाद जब गोपाल को एनओसी देने के लिए कहा तो उसने कहा कि आपने पैसे ही जमा नहीं करवाए, तो एनओसी कहां से दूं। तब गोपाल को कहा कि उसके बताए खाते में उसने रुपए भेजे थे। साथ ही उसे कहा कि अगर उसने एनओसी नहीं दी तो वह उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। इसके बाद गोपाल ने उसे कहा कि वह उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न करें। उसे रुपए की जरूरत थी, उसने उक्त रुपए अपने जानकार के खाते में ट्रांसफर करवाए हैं। वह एक सप्ताह बाद लौटा देगा। इसके बाद वह उसे अलग-अलग समय में रुपए लौटाने की बात कह कर टालता रहा। पानीपत जिले के समालखा के रहने वाले एक ग्राहक से बैंककर्मी ने धोखाधड़ी कर ली। लोन क्लोज करने के लिए 4 लाख से ज्यादा के पेंडिंग अमाउंट को बैंककर्मी ने अपने खाते में डलवा लिए। इतना ही नहीं आरोपी ने रुपए मिलने की बात को भी नकार दिया। जब किसी तरह उसने रुपए मिलने की हामी भरी, तो उसने वापस करने के नाम पर कई दिन टाल दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। एनओसी मांगने गया, तो ठगी का पता लगा समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में विजय कुमार ने बताया कि वह गांव करहंस का रहने वाला है। उसने एक निजी बैंक से कार लोन लिया था। जून 2024 में उसने अपना कार लोन खाता बंद करवाने के लिए बैंक से संपर्क किया तो उसे बैंक में उसे गोपाल पंचाल नाम का बैंककर्मी मिला। उसने उससे नंबर लिया और कहा कि वह कार लोन का खाता नंबर व अमाउंट राशि वॉट्सऐप कर देगा। इस तरह उसने उससे 4 लाख 68 हजार 460 रुपए अपने जमा करवा लिए। गोपाल ने एनओसी देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। एक सप्ताह के बाद जब गोपाल को एनओसी देने के लिए कहा तो उसने कहा कि आपने पैसे ही जमा नहीं करवाए, तो एनओसी कहां से दूं। तब गोपाल को कहा कि उसके बताए खाते में उसने रुपए भेजे थे। साथ ही उसे कहा कि अगर उसने एनओसी नहीं दी तो वह उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। इसके बाद गोपाल ने उसे कहा कि वह उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न करें। उसे रुपए की जरूरत थी, उसने उक्त रुपए अपने जानकार के खाते में ट्रांसफर करवाए हैं। वह एक सप्ताह बाद लौटा देगा। इसके बाद वह उसे अलग-अलग समय में रुपए लौटाने की बात कह कर टालता रहा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में पार्किंग को लेकर झगड़ा:पड़ोसी ने दोस्तों को बुलाकर युवक को पीटा, बचाने आए परिवार पर भी हमला हरियाणा के पानीपत शहर के सुखदेव नगर में युवक को पड़ोसी ने अपने साथियों संग मिलकर खूब पीटा। बीच-बचाव करने आए युवक के परिजनों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी, उनसे भी आरोपियों ने मारपीट की। स्थानीय निवासियों ने बचाव करने की बजाय वीडियो बनाई। आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। घटना की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में अंकित मिगलानी ने बताया कि वह सुखेदव नगर का रहने वाला है। 1 जून की रात करीब पौने 9 बजे उसके पड़ोसी रवीश ने पार्किंग के नाम से उससे झगड़ा शुरू किया। घर के बाहर गाली-गलौज करते हुए उसे घर से बाहर बुलाया। बाहर आते ही उससे गाली-गलौज की। गाड़ियों में सवार होकर आए थे आरोपी शिकायत में अंकित मिगलानी ने बताया कि आरोपी फोन कर अपने दोस्तों को वहां बुला लिया। कुछ ही देर में वहां 4 गाड़ियों में सवार होकर करीब 8 युवक आ गए। जिन में दो गाड़ियों के नंबर HR13T0001 (फॉर्च्यूनर) व HR06BB0003(कीया) थी। जिन्होंने वहां आते ही उसके समेत उसके पिता कृष्ण मिगलानी, मां प्रवीण, पत्नी भावना, बहनों के साथ बदतमीजी शुरू कर दी। उन्हें ताबड़तोड़ थप्पड़ मारने लगे। बहनों को बदनीयती से हाथ लगाया। इसके बाद सभी आरोपी युवकों ने उसे धमकी दी कि वह रवीश की सभी बातें मान लिया करें, नहीं तो वे उसे जान से मार देंगे। धमकी देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष बोले- किरण चौधरी ने विश्वासघात किया:बंसीलाल के बेटे को हरवाया, पहले ही BJP से मिली थीं, माकन को भी हराया
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष बोले- किरण चौधरी ने विश्वासघात किया:बंसीलाल के बेटे को हरवाया, पहले ही BJP से मिली थीं, माकन को भी हराया हरियाणा में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाली पूर्व मंत्री किरण चौधरी पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तीखा हमला बोला है। उदयभान ने कहा है कि उनके जाने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। वह कह रही थीं कि कांग्रेस का हरियाणा में कोई भविष्य नहीं है। उन्हें जहां अपना भविष्य सुरक्षित लगा वहां चली गईं। उदयभान ने सवाल किया कि उनकी बेटी को टिकट नहीं मिली, इसलिए छोड़कर चली गईं। उन्हें (किरण) हर बार टिकट मिली। उन्हें कांग्रेस ने विधायक दल का नेता बनाया। उनकी बेटी (श्रुति) को कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बनाया, टिकट देकर सांसद बनाया। इस बार दूसरे आदमी को टिकट दे दी तो उन्हें कांग्रेस में भविष्य सुरक्षित नहीं लगा। नैना को सपोर्ट कर बंसीलाल के बेटे को हरवाया
उदयभान ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही किरण चौधरी हैं, जिन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला और चौधरी धर्मबीर के साथ मिलकर नैना चौटाला को सपोर्ट किया और बंसीलाल के बड़े पुत्र चौधरी महेंद्रा को हरवाने का काम किया था। उनसे मिलकर एक आदमी को टिकट दिलाया, जो रिजर्व कैटेगरी का था। उदयभान बोले कि यह वहीं किरण चौधरी हैं, जिन्होंने अजय माकन को राज्यसभा चुनाव हरवाने का काम किया था। वह इस तरह से कांग्रेस में रहकर कांग्रेस के साथ विश्वासघात करने में लगी हुई थीं।वह पहले से BJP से मिली हुई थीं। जहां उनका तालमेल चल रहा था, वह वहीं पर गई हैं। यह सबको पहले से पता था। राव दानसिंह बोले- किरण का मन पहले से था
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव हारे कांग्रेस उम्मीदवार राव दान सिंह ने कहा है कि लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं। उन्होंने (किरण चौधरी) राज्यसभा चुनाव में भी BJP को सपोर्ट किया। 2014, 2019 और 2024 में तीनों चुनाव में कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया। यह बहुत पहले हो जाना था, लेकिन आज हुआ ठीक हुआ। वह 3 चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने का काम करती रहीं और सिर्फ अपनी सीट बचाती रहीं। भाजपा से मिलीभगत कर पार्टी विरोधी काम किया। इस चुनाव में भी जो भी वह कर सकती थीं, किया। उन्होंने भितरघात किया, यह जगजाहिर हो चुका है। किरण चौधरी का मन पहले से ही बीजेपी से मिला हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खुद माना कि उनका मन पहले से BJP में था। किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण पर निशाना साधा
किसान नेता रवि आजाद ने भी किरण चौधरी के BJP में शामिल होने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चौधरी बंसीलाल भले ही शरीर से हमारे बीच में नहीं थे, लेकिन उनके विचार जिंदा थे। पूर्व मंत्री किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने BJP में शामिल होकर उनके विचारों की हत्या की है, और उनकी आत्मा का सौदा किया। इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। वीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत, अशोक तंवर, कुलदीप बिश्नाई, जो CM बनने के लिए BJP में गए, आज वे कहां हैं। दूसरी पार्टियों से नेता BJP में आते तो दिखते हैं, लेकिन उसके बाद किसी को दिखाई नहीं देते। किरण का BJP में शामिल होना आत्मघाती कदम है। उन्होंने तोशाम हलके की उम्मीदों पर पानी फेरा है। जनता वोट की चोट से जवाब देगी। भले ही दुष्यंत चौटाला हों या जयंत चौधरी ने पद और पैसा पा लिया हो, लेकिन किसान कौम में उनका कोई सम्मान नहीं है। भले ही किरण चौधरी घर बैठ जातीं, लेकिन वह किसानों के हत्यारों के साथ खड़ी हैं।
हिसार में मिली युवक की लाश:नहर में तैरता देख ग्रामीणों ने पुलिस बुलाई; नहीं हुई पहचान
हिसार में मिली युवक की लाश:नहर में तैरता देख ग्रामीणों ने पुलिस बुलाई; नहीं हुई पहचान हिसार जिले में नहर से युवक शव बरामद हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जब्त कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना सदर थाना क्षेत्र के नियाना गांव की है। ग्रामीण रविन्द्र राणा ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे नहर के घाट के पास शव तैरने की जानकारी लगी मिली थी। मृतक युवक ने बनियान और कच्छा पहना हुआ है। लेकिन उसकी पहचान नहीं हुई कि वह कहां का है। पुलिस ने शव बरामद कर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है। शव में आ रही थी दुर्गंध पुलिस ने बताया कि नियाना गांव में बालसमंद नहर से लगभग 35 साल के एक अज्ञात युवक का शव नहर में तैरता हुआ देखा गया। गांव वालों ने इसी सूचना पुलिस को दी। अज्ञात शव में दुर्गंध आ रही थी, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शव पांच दिन पुराना हो सकता है। इससे पहले बालसमंद नहर में राजली गांव के पास एक 65 साल के व्यक्ति का शव बरामद किया गया था। लेकिन उसकी भी कोई पहचान नहीं हो सकी थी।