यमुनानगर में बीते कल हुए डबल मर्डर केस में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शॉल ओढ़कर मौके पर पहुंचे थे और जिम से घर जा रहे तीन युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। जिसमें दो की मौत हो गई थी। जबकि तीसरा गंभीर घायल था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि खेडी लक्खा सिंह में फायरिंग के मामले में पुलिस की 4 टीमों का गठन किया गया था। पुलिस की संयुक्त टीम ने वारदात में शामिल आरोपी अरबाज निवासी गांव ताजेवाला और सचिन हाण्डा निवासी छछरौली को गिरफ्तार कर लिया है। आज कोर्ट में पेश होंगे दोनों आरोपी आरोपियों से काफी गहनता से पूछताछ की जा रही है। आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। यमुनानगर पुलिस द्वारा देर रात को ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था ये है मामला बीते कल करीब सवा 8 बजे रादौर के गांव खेड़ी लक्खा सिंह में तीनों युवक पावर नाम के जिम में एक्सरसाइज करने आए थे। वह एक्सरसाइज करने के बाद घर जाने के लिए स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठने लगे तो हमलावरों ने उन पर 30 से 40 राउंड फायरिंग कर दी। तीनों को निजी अस्पताल में लाया गया। यहां यमुनानगर के गांव गोलानी के वीरेंद्र कुमार और उत्तर प्रदेश के बड़ौत के पंकज कुमार की मौत हो गई, जबकि यमुनानगर के गांव उनहेड़ी का रहने वाला अर्जुन घायल हो गया। हमलावरों की संख्या 4 से 5 बताई जा रही है। अभी हमला करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। यमुनानगर में बीते कल हुए डबल मर्डर केस में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शॉल ओढ़कर मौके पर पहुंचे थे और जिम से घर जा रहे तीन युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। जिसमें दो की मौत हो गई थी। जबकि तीसरा गंभीर घायल था। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि खेडी लक्खा सिंह में फायरिंग के मामले में पुलिस की 4 टीमों का गठन किया गया था। पुलिस की संयुक्त टीम ने वारदात में शामिल आरोपी अरबाज निवासी गांव ताजेवाला और सचिन हाण्डा निवासी छछरौली को गिरफ्तार कर लिया है। आज कोर्ट में पेश होंगे दोनों आरोपी आरोपियों से काफी गहनता से पूछताछ की जा रही है। आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। यमुनानगर पुलिस द्वारा देर रात को ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था ये है मामला बीते कल करीब सवा 8 बजे रादौर के गांव खेड़ी लक्खा सिंह में तीनों युवक पावर नाम के जिम में एक्सरसाइज करने आए थे। वह एक्सरसाइज करने के बाद घर जाने के लिए स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठने लगे तो हमलावरों ने उन पर 30 से 40 राउंड फायरिंग कर दी। तीनों को निजी अस्पताल में लाया गया। यहां यमुनानगर के गांव गोलानी के वीरेंद्र कुमार और उत्तर प्रदेश के बड़ौत के पंकज कुमार की मौत हो गई, जबकि यमुनानगर के गांव उनहेड़ी का रहने वाला अर्जुन घायल हो गया। हमलावरों की संख्या 4 से 5 बताई जा रही है। अभी हमला करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में दादा-दादी और पोते ने जहर खाकर सुसाइड किया:ठेके पर खेती करता था परिवार; हिसार के जमीन मालिक ने रुपए नहीं दिए हरियाणा के हिसार में मंगलवार को परिवार के 3 सदस्यों ने जहर निगलकर सुसाइड कर लिया। घटना ढंढूर गांव की है। मरने वालों में दादा-दादी व पोता शामिल हैं। परिवार करीब 10 साल से गांव के पास बीड़ के खेतों को ठेके पर लेकर खेती करता था। यह जमीन हिसार निवासी किसी व्यक्ति की है। पड़ोसियों के अनुसार, ठेके पर जमीन लेकर खेती करने के बाद भी जब जमीन मालिक ने हिसाब नहीं किया तो परिवार ने परेशान होकर जहर खा लिया। तीनों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान पहले पोते ने दम तोड़ दिया। इसके बाद दादा-दादी की भी मौत हो गई। मृतकों की पहचान प्रताप (65), बिमला (60) और नसीब के रूप में हुई है। डाबड़ा का रहने वाला था प्रताप पुलिस के अनुसार, प्रताप मूल रूप से डाबड़ा गांव का रहने वाला था। वह ढंढूर गांव में रह कर ठेके पर जमीन लेकर खेती करता था। वह पूरे खेत संभालता था और बदले में उसे पैदावार का 10वां हिस्सा मिलता था। इससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का बेटा नशे का आदि है। इस कारण प्रताप का पोता नसीब, दादा-दादी के पास ही रहता था। प्रताप का बेटा कई दिनों तक नशे के कारण घर नहीं आता था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी प्रताप के ऊपर ही थी। नसीब के माता-पिता का तलाक हो चुका नसीब के माता-पिता का कई साल पहले तलाक हो चुका है। इसके बाद पिता ने दूसरी शादी की और वह भी नहीं चल सकी। इसके बाद पिता नशे का आदि हो गया। जब परिवार ने जहर निगला तो बेटा घर पर नहीं था। सदर थाना पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है।
रोहतक में पति ने किया पत्नी की हत्या का प्रयास:तार से गला दबाया, विरोध करने पर पीटा, देवर ने बचाया, खाना देने गई थी
रोहतक में पति ने किया पत्नी की हत्या का प्रयास:तार से गला दबाया, विरोध करने पर पीटा, देवर ने बचाया, खाना देने गई थी रोहतक जिले में एक महिला के साथ उसके पति द्वारा बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई जब महिला अपने पति को खाना देने गई थी। इसी दौरान पति ने गाली-गलौज की, और मारपीट करते हुए तार से गला घोटने का प्रयास किया। इसमें घायल महिला को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है। वहीं मामले की शिकायत पुलिस को दे दी गई है। गांव इस्माईला 11बी निवासी सुरेखा ने सांपला पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी करीब 14 वर्ष पहले नरेंद्र के साथ हुई थी। वहीं उसे दो बच्चे (बड़ी लड़की और छोटा लड़का) हैं। 15 दिसंबर को उसके पति जान से मारने की नीयत से ही घर आए थे और इसकी पहले से प्लानिंग थी। घर आते ही पहले बेटी को थप्पड़ मारा और इसके बाद चौबारे में चले गए। सुरेखा ने कहा कि जब वह अपने पति नरेंद्र को खाना देने गई, तो उन्होंने खाना खाने से मना करते हुए गाली-गलौज की। वहीं थाली फेंककर मारपीट करने लगे। सुरेखा ने आरोप लगाया कि उसके पति ने मारपीट करने के दौरान तार से गला घोंटकर हत्या करने का प्रयास भी किया। पड़ोसन और देवर ने बचाया सुरेखा ने कहा कि उसने बचने के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। उसकी आवाज सुनकर उनके पड़ोस की एक महिला और उसका देवर चौबारे में पहुंचे, जिन्होंने उसे बचाया। उसके पति ने परिवार वालों को भी जान से मारने की धमकी दी। वहीं इसके बाद घटना की सूचना अपने परिवार वालों को दी। सुरेखा के पिता गांव बहु अकबरपुर निवासी चांद सिंह ने बताया कि फोन आने के बाद उन्होंने वीडियो कॉल पर बेटी की हालत देखी। जिसके बाद डायल 112 पर कॉल की। पुलिस ने घर पहुंचकर उसकी बेटी को संभाला और बचाया। वहीं इसके बाद उन्होंने अपने बेटी को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। 14 साल में 4 बार किए जानलेवा हमले सुरेखा ने आरोप लगाया कि उसके पति पहले भी कई बार जानलेवा हमला कर चुके है। 14 साल की शादी में 4 बार जान से मारने का प्रयास किया। उसके पति अपनी मां और बहनों के बहकावे में आकर इस तरह की वारदात करते हैं। कई सालों से उसे परेशान कर रहे हैं। महिला के पिता चांद सिंह ने कहा कि पुलिस ने भी कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की। बड़ी मुश्किल से घायल के बयान दर्ज किए गए हैं। इधर, सांपला थाना पुलिस ने बयान के आधार पर सुरेखा के पति नरेंद्र के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
कांग्रेस करेगी सर्वे रिपोर्ट देखकर टिकटों का फैसला:हरियाणा में पार्टी के 2 अलग-अलग सर्वे जारी, प्राइवेट एजेंसियां सीटवाइज सुझाएंगी 3-3 नाम
कांग्रेस करेगी सर्वे रिपोर्ट देखकर टिकटों का फैसला:हरियाणा में पार्टी के 2 अलग-अलग सर्वे जारी, प्राइवेट एजेंसियां सीटवाइज सुझाएंगी 3-3 नाम हरियाणा में लोकसभा की 5 सीटें जीत चुकी कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद नजर आने लगी है। 10 साल से सरकार चला रही BJP के प्रति एंटी इन्कंबेंसी और सत्ताविरोधी रूझान को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व को लग रहा है कि बदलाव के इस माहौल में उसका नंबर लग सकता है। इसी क्रम में पार्टी ने हाल में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक अपने नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। कांग्रेस नेतृत्व को 90 सीटों पर 25 सौ से अधिक दावेदारों के आवेदन मिले हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने टिकट दावेदारों की लंबी-चौड़ी फौज के बीच सभी सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों का पता लगाने के लिए दो प्राइवेट एजेंसियों से सर्वे कराने का फैसला लिया है। ये दोनों सर्वे अलग-अलग होंगे और ग्राउंड जीरो पर इनका काम शुरू हो चुका है। दोनों एजेंसियां विधानसभा सीटवाइज सबसे मजबूत तीन-तीन दावेदारों के नाम पार्टी को सौंपेगी। ये नाम कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के सामने रखे जाएंगे। उसके बाद कमेटी टिकटों पर फाइनल फैसला लेगी। जल्द से जल्द टिकट अनाउंस करने की कोशिश केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम दो दिन हरियाणा का दौरा कर, पुलिस-प्रशासनिक अफसरों और पार्टियों के साथ मीटिंग करके लौट चुकी है। विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किसी भी समय किया जा सकता है। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व की कोशिश है कि जल्द से जल्द टिकटों का ऐलान कर दिया जाए ताकि प्रत्याशियों को अपने-अपने एरिया में प्रचार करने के लिए अधिक से अधिक समय मिल पाए। एक सर्वे पूरा, दो का काम जारी कांग्रेस पार्टी हरियाणा में टिकटों के ऐलान से पहले एक सर्वे पूरा करवा चुकी है। टिकट आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने और 25 सौ से अधिक दावेदारों के एप्लीकेशन मिलने के बाद पार्टी नेतृत्व किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसी वजह से अब दो अलग-अलग प्राइवेट एजेंसियों से दो और सर्वे करवाने का फैसला लिया गया है। इन सर्वे का काम शुरू हो चुका है। पार्टी नेतृत्व ने फैसला लिया है कि दोनों एजेंसियों की सर्वे रिपोर्ट देखने के बाद ही टिकटों के बारे में आगे विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नए सिरे से सर्वे की जानकारी मिलते ही टिकट के लिए अप्लाई करने वाले नेता भी अपने-अपने इलाके में सक्रिय हो गए हैं। निष्पक्ष रिपोर्ट के लिए एजेंसियों के नाम सीक्रेट रखने की रणनीति कांग्रेस हाईकमान ने सर्वे के लिए जिन दो एजेंसियों को हायर किया है, उनसे जुड़ी डिटेल्स गोपनीय रखने पर खास फोकस है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि इन एजेंसियों की रिपोर्ट निष्पक्ष रहनी चाहिए इसलिए एजेंसियों के नाम भी गुप्त रखे गए हैं। जिताऊ उम्मीदवारों की पहचान के लिए एजेंसियां अपने सर्वे में कई प्वाइंट्स पर जानकारियां जुटा रही हैं। इसके बाद वह सीटवाइज तीन-तीन सबसे मजबूत नेताओं के नाम प्रपोज करेंगी। इन नामों पर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में चर्चा होगी और उसके बाद टिकटों का ऐलान किया जाएगा। पहले सर्वे में पॉजिटिव रिस्पांस से पार्टी उत्साहित सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने हरियाणा में जो पहला सर्वे करवाया, उसमें राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर आम वोटर का मिजाज भांपने की कोशिश की गई। पार्टी नेतृत्व ने यह जानने का प्रयास किया कि आम लोग BJP सरकार के दस साल के कामकाज से कितने संतुष्ट और कितने नाखुश हैं। साथ ही वोटर इस बार के चुनाव को लेकर क्या सोचता है? इस सर्वे में कांग्रेस के प्रति पॉजिटिव रिस्पांस और BJP के खिलाफ बदलाव की लहर का संकेत मिलने से पार्टी नेतृत्व उत्साहित है। शुरुआती सर्वे में कांग्रेस को 55 से 60 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई। पूर्ण बहुमत से 10-15 सीटें अधिक मिलने के संकेतों के बाद कांग्रेस में टिकट के लिए मारामारी बढ़ गई है। 2 चुनाव हारने वालों के नाम कटे तो हुड्डा होंगे कमजोर कांग्रेस में इस बात पर भी गंभीरता से विचार-मंथन चल रहा है कि 2014 और 2019 यानि लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को तीसरी बार टिकट दिया जाए या नहीं? पार्टी सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत एक धड़ा इस पक्ष में है कि जनता की ओर से दो बार खारिज किए जा चुके नेताओं की जगह इस बार नए चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए। अगर सैलजा कैंप की ये मुहिम सिरे चढ़ गई तो इसका सबसे बड़ा नुकसान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके खेमे के नेताओं को होगा। लगातार पिछले दो चुनाव हारने वाले दर्जनभर नेता हुड्डा खेमे से ही ताल्लुक रखते हैं। लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने वाले कांग्रेस नेताओं में नारनौल से राव नरेंद्र सिंह, कोसली से राव यादवेंद्र सिंह, पटौदी से सुधीर चौधरी, पृथला से रघुवीर तेवतिया, फतेहाबाद से प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, टोहाना से परमवीर सिंह, बाढ़ड़ा से रणबीर महेंद्रा, बवानीखेड़ा से रामकिशन फौजी, जुलाना से धर्मेंद्र सिंह ढुल, नरवाना से विद्यारानी, रतिया से जरनैल सिंह, गुहला से दिल्लूराम बाजीगर, पेहवा से मनदीप सिंह चट्ठा और लोहारू से सोमवीर सिंह शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर हुड्डा कैंप के हैं। BJP की बंद कमरों में मीटिंग्स जारी राज्य में 10 साल से सरकार चला रही भाजपा को भी ग्राउंड जीरो के हालात की भनक है और वह बदलाव के माहौल का तोड़ निकालने की कोशिश में जुटी है। हालांकि यह बात भी काफी हद तक सही है कि खुद बीजेपी के अंदर इस बार 2014 और 2019 जैसा उत्साह देखने को नहीं मिल रहा। पार्टी के तमाम रणनीतिकार और बड़े नेता बंद कमरों में मीटिंग्स करने में व्यस्त हैं।