मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक मुख्य सचिवालय के कमेटी रूम में शुरू हो गई है। मंत्रिमंडल की यह दूसरी अहम बैठक है, उम्मीद की जा रही है कि इसमें लगभग ढाई दर्जन एजेंडों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में कर्मचारियों से जुड़े एजेंडों पर चर्चा की उम्मीद है। इसके अलावा अन्य वित्त विभाग से संबंधित एजेंडों पर भी चर्चा संभावित है। सबसे ज्यादा नजरें कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में संशोधन पर टिकी हुई हैं। सीईटी में संशोधन होने के बाद नया सीईटी हो सके। संभावना है कि सीईटी में संशोधन का एजेंडा मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जा सकता है। अभी तक सीईटी पास उम्मीदवारों में से स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए चार गुना को शॉर्टलिस्ट करने का प्रावधान है। सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक भी सीईटी में शामिल हैं। चूंकि हाईकोर्ट ने सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों को असंवैधानिक करार दे दिया है। इसलिए सीईटी पॉलिसी में से सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक हटाने जरूरी हो गए हैं। 10 गुना उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने का प्रस्ताव सरकारी नौकरी में सरकार का प्रस्ताव है कि 10 गुना सीईटी पास उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाए। अब मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर चर्चा होगी चर्चा के बाद तय होगा कि सीईटी क्वालीफाई किया जाएगा या 10 गुना को ही शॉर्टलिस्ट करने का प्रावधान किया जाएगा या 10 गुना से ज्यादा का प्रावधान किया जाएगा। अनुभव के जो अंक मिलते थे, अब सीईटी संशोधन में उन्हें भी हटा दिया जाएगा। सीईटी में एक बड़ा संशोधन यह प्रस्तावित है कि जब ग्रुप अनुसार स्क्रीनिंग टेस्ट होगा तो वेटिंग लिस्ट भी ग्रुप अनुसार तैयार की जाए, मगर अंतिम फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में होगा। सीईटी में प्रावधान है कि एक बार सीईटी पास उम्मीदवार अगर चयनित हो जाता है तो दूसरे पदों के चयन प्रक्रिया में उसका सीईटी समाप्त हो जाता है मगर अब इस प्रावधान को बदला जा सकता है। HKRNL पॉलिसी में भी संशोधन पर होगी चर्चा हरियाणा कौशल रोजगार निगम पॉलिसी में भी संशोधन होगा चूंकि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सीईटी में किए सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के प्रावधान को असंवैधानिक करार दे दिया है और हरियाणा कौशल रोजगार निगम पॉलिसी में भी सामाजिक- आर्थिक मानदंड के अंकों और अनुभव के अंकों को जोड़ने का प्रावधान है, इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में हरियाणा कौशल रोजगार निगम की पॉलिसी में से सामाजिक – आर्थिक मानदंड के अंक और अनुभव के अंक हटाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा के बाद पॉलिसी में संशोधन होगा। अभी इन दोनों के 10-10 अंक मिलते थे मगर इन्हें हटाने के बाद 80 अंक रह जाएंगे । इसके अलावा कौशल रोजगार निगम की पॉलिसी में प्रावधान किया जा सकता है कि अगर किसी कर्मचारी को हटाया जाता है तो बाद में उसे तवज्जो दी जाएगी। जॉब सिक्योरिटी एक्ट में संशोधन संभव हरियाणा विधानसभा में जॉब सिक्योरिटी विधेयक पारित हुआ था। राज्यपाल की मंजूरी के बाद वह अधिसूचित भी हो गया, इसमें प्रावधान किया गया है कि 14 अगस्त तक पांच साल या इससे ज्यादा सर्विस वाले अस्थायी कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी दी जाएगी। इसमें यह भी प्रावधान किया गया है कि एक कैलेंडर वर्ष में कम से कम 240 कार्य दिवस होने चाहिएं। इस वजह से कई कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी नहीं मिल पा रही है क्योंकि 2019 में भी 14 अगस्त तक 240 दिन नहीं बनते हैं और 2024 में भी 14 अगस्त तक 240 दिन नहीं बनते हैं या किसी के 240 दिन पूरे होने में दो दिन कम पड़ते हैं कैलेंडर वर्ष एक जनवरी से 31 दिसंबर तक होता है । इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में संशोधन प्रस्ताव रखा जाएगा कि कैलेंडर वर्ष को उस दिन से शुरू माना जाए। एमपीएचडब्ल्यू मेल पद के सर्विस रूल्स को मिल सकती है मंजूरी स्वास्थ्य विभाग में एमपीएचडब्ल्यू मेल का पद होता है। इस पद पर अभी तक इसलिए भर्ती नहीं हो पा रही है क्योंकि इसके सर्विस रूल्स में संशोधन नहीं हो पा रहा है। इस पद के योग्य युवा लगातार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर से मिलकर आग्रह करते रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मंत्रिमंडल की बैठक में इन नियमों को संशोधित करने की मंजूरी मुख्यमंत्री से मांगी थी। मुख्यमंत्री ने यह मंजूरी 26 दिसंबर , 2024 को दे दी है, इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में स्वास्थ्य विभाग का यह प्रस्ताव लाया जा सकता है। मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद ये पद भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास भेजे जाएंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक मुख्य सचिवालय के कमेटी रूम में शुरू हो गई है। मंत्रिमंडल की यह दूसरी अहम बैठक है, उम्मीद की जा रही है कि इसमें लगभग ढाई दर्जन एजेंडों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में कर्मचारियों से जुड़े एजेंडों पर चर्चा की उम्मीद है। इसके अलावा अन्य वित्त विभाग से संबंधित एजेंडों पर भी चर्चा संभावित है। सबसे ज्यादा नजरें कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) में संशोधन पर टिकी हुई हैं। सीईटी में संशोधन होने के बाद नया सीईटी हो सके। संभावना है कि सीईटी में संशोधन का एजेंडा मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जा सकता है। अभी तक सीईटी पास उम्मीदवारों में से स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए चार गुना को शॉर्टलिस्ट करने का प्रावधान है। सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक भी सीईटी में शामिल हैं। चूंकि हाईकोर्ट ने सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों को असंवैधानिक करार दे दिया है। इसलिए सीईटी पॉलिसी में से सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक हटाने जरूरी हो गए हैं। 10 गुना उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने का प्रस्ताव सरकारी नौकरी में सरकार का प्रस्ताव है कि 10 गुना सीईटी पास उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाए। अब मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर चर्चा होगी चर्चा के बाद तय होगा कि सीईटी क्वालीफाई किया जाएगा या 10 गुना को ही शॉर्टलिस्ट करने का प्रावधान किया जाएगा या 10 गुना से ज्यादा का प्रावधान किया जाएगा। अनुभव के जो अंक मिलते थे, अब सीईटी संशोधन में उन्हें भी हटा दिया जाएगा। सीईटी में एक बड़ा संशोधन यह प्रस्तावित है कि जब ग्रुप अनुसार स्क्रीनिंग टेस्ट होगा तो वेटिंग लिस्ट भी ग्रुप अनुसार तैयार की जाए, मगर अंतिम फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में होगा। सीईटी में प्रावधान है कि एक बार सीईटी पास उम्मीदवार अगर चयनित हो जाता है तो दूसरे पदों के चयन प्रक्रिया में उसका सीईटी समाप्त हो जाता है मगर अब इस प्रावधान को बदला जा सकता है। HKRNL पॉलिसी में भी संशोधन पर होगी चर्चा हरियाणा कौशल रोजगार निगम पॉलिसी में भी संशोधन होगा चूंकि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सीईटी में किए सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंकों के प्रावधान को असंवैधानिक करार दे दिया है और हरियाणा कौशल रोजगार निगम पॉलिसी में भी सामाजिक- आर्थिक मानदंड के अंकों और अनुभव के अंकों को जोड़ने का प्रावधान है, इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में हरियाणा कौशल रोजगार निगम की पॉलिसी में से सामाजिक – आर्थिक मानदंड के अंक और अनुभव के अंक हटाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा के बाद पॉलिसी में संशोधन होगा। अभी इन दोनों के 10-10 अंक मिलते थे मगर इन्हें हटाने के बाद 80 अंक रह जाएंगे । इसके अलावा कौशल रोजगार निगम की पॉलिसी में प्रावधान किया जा सकता है कि अगर किसी कर्मचारी को हटाया जाता है तो बाद में उसे तवज्जो दी जाएगी। जॉब सिक्योरिटी एक्ट में संशोधन संभव हरियाणा विधानसभा में जॉब सिक्योरिटी विधेयक पारित हुआ था। राज्यपाल की मंजूरी के बाद वह अधिसूचित भी हो गया, इसमें प्रावधान किया गया है कि 14 अगस्त तक पांच साल या इससे ज्यादा सर्विस वाले अस्थायी कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी दी जाएगी। इसमें यह भी प्रावधान किया गया है कि एक कैलेंडर वर्ष में कम से कम 240 कार्य दिवस होने चाहिएं। इस वजह से कई कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी नहीं मिल पा रही है क्योंकि 2019 में भी 14 अगस्त तक 240 दिन नहीं बनते हैं और 2024 में भी 14 अगस्त तक 240 दिन नहीं बनते हैं या किसी के 240 दिन पूरे होने में दो दिन कम पड़ते हैं कैलेंडर वर्ष एक जनवरी से 31 दिसंबर तक होता है । इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में संशोधन प्रस्ताव रखा जाएगा कि कैलेंडर वर्ष को उस दिन से शुरू माना जाए। एमपीएचडब्ल्यू मेल पद के सर्विस रूल्स को मिल सकती है मंजूरी स्वास्थ्य विभाग में एमपीएचडब्ल्यू मेल का पद होता है। इस पद पर अभी तक इसलिए भर्ती नहीं हो पा रही है क्योंकि इसके सर्विस रूल्स में संशोधन नहीं हो पा रहा है। इस पद के योग्य युवा लगातार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर से मिलकर आग्रह करते रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मंत्रिमंडल की बैठक में इन नियमों को संशोधित करने की मंजूरी मुख्यमंत्री से मांगी थी। मुख्यमंत्री ने यह मंजूरी 26 दिसंबर , 2024 को दे दी है, इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में स्वास्थ्य विभाग का यह प्रस्ताव लाया जा सकता है। मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद ये पद भर्ती के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास भेजे जाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में पराली जलने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई:मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के निर्देश; पानीपत डीसी के 4 एसएचओ समेत 7 को नोटिस देने के आदेश
हरियाणा में पराली जलने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई:मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के निर्देश; पानीपत डीसी के 4 एसएचओ समेत 7 को नोटिस देने के आदेश प्रदेश में पराली जलाने को लेकर हरियाणा सरकार पूरी तरह सख्ती बरत रही है। इसी को लेकर हरियाणा मुख्य सचिव टीवीएस एन प्रसाद ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंस कर पराली जलाने की घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए। यही नहीं उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी पराली जलाने की घटनाओं को रोक पाने में कामयाब नहीं रहे हैं उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया जाए और जो भी कार्यवाही बनती है इसमें की जाए। इसको लेकर सोमवार को दोबारा 11 बजे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मुख्य सचिव बैठक लेंगे। वीसी के बाद डीसी एक्शन- नोटिस जारी
वीसी के बाद पानीपत डीसी डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने संबंधित अधिकारियों की बैठक संबोधित करते हुए 12 गांव में हुई पराली जलाने की घटनाओं को लेकर सख्त निर्देश दिए और संबंधित ग्राम सचिव और पटवारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। यही नहीं उन्होंने बैठक में कृषि विभाग के डीडीए को अनुपस्थित रहने के कारण भी स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक में उपस्थित डीएसपी सतीश वत्स को कहा कि पुलिस अधीक्षक के माध्यम से संबंधित एसएचओ को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, उनके विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई। उन्होंने सोमवार को इसको लेकर कोर्ट में चालान भी पेश करने के निर्देश दिए। पानीपत में 12 गांवों में जली पराली, 7 हुए मुकदमे दर्ज
डीसी डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने कहा कि जिले में 12 गांवों में पराली जलाने की घटनाएं हुई है। जिसको लेकर 7 एफआईआर दायर की जा चुकी है और आठ चालान पेश किए जा चुके हैं। जिनसे 20 हजार जुर्माना भी वसूल किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला के गांव बुडशाम, नौल्था, जौरासी, करहंस, शेरा, चुलकाना, राकशेडा, ग्वालडा, राजाखेड़ी, बराना, भादड़ और आटा गांव में 15 स्थान ऐसे चिन्हित किए गए हैं जहां पराली जलाने की घटना हुई है।
हरियाणा पुलिस के 2 सब इंस्पेक्टर रेप केस में फंसे:गर्भपात कराया, शादी होने पर भी नहीं छोड़ा; CIA टीम पर 50 लाख रिश्वत के आरोप
हरियाणा पुलिस के 2 सब इंस्पेक्टर रेप केस में फंसे:गर्भपात कराया, शादी होने पर भी नहीं छोड़ा; CIA टीम पर 50 लाख रिश्वत के आरोप हरियाणा के करनाल में 2 सब इंस्पेक्टर (SI) रेप केस में फंस गए। एक पर शादी का झांसा देकर और दूसरे पर ब्लैकमेल कर रेप करने के आरोप लगे हैं। वहीं आरोप है कि एक सब इंस्पेक्टर ने महिला का गर्भपात भी करवाया। दूसरे सब इंस्पेक्टर पर महिला पुलिसकर्मी से ही रेप का आरोप है। दोनों पर अलग-अलग केस दर्ज हुआ है। इस बीच रेप के बाद गर्भपात करवाने के आरोप में दर्ज की गई FIR में पीड़ित महिला ने CIA टीम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। किसी केस में 50 लाख रुपए को CIA स्टाफ में आपस में बांटने की बात सामने आई है। इसके बाद SP गंगाराम पूनिया ने गुरुवार को इस एफआईआर समेत संबंधित फाइल को मंगवा लिया है। एसपी ने कहा कि भ्रष्टाचार का गंभीर मामला है। इसकी जांच होगी। अब विस्तार से दोनों मामलों के बारे में पढ़िए… पहला मामला… शादी का झांसा देकर रेप किया
सदर थाना पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि SI सुनील ने पहले उसके साथ दोस्ती की। फिर शादी का झांसा देकर कई बार रेप किया। जब वह गर्भवती हो गई तो शादी से इनकार करने लगा। जब रेप करने की शिकायत दी तो आरोपी ने उसके साथ शादी कर ली और शादी करके उसका गर्भपात करवा दिया गया। CIA पर 50 लाख रिश्वत लेने का आरोप
FIR में महिला का आरोप है कि 2 मई 2024 की रात को उसकी और आरोपी SI सुनील के बीच बातचीत चल रही थी। उसमें आरोपी SI ने उसको कहा कि आज इंचार्ज मुझे फोन कर रहा है। एक बंदा है। वह कह रहा है कि 50 लाख रुपए का काम आया हुआ है, लेकिन डर इस बात का है कि उसकी डिपार्टमेंट इंक्वायरी न खुल जाए। वह अभी प्रमोशन पर बैठा है। इस तरह CIA में तैनात जवानों व अन्य ने मिलकर 50 लाख रुपए लेने का आरोप है। इसमें 10-10 लाख रुपए बांटने के आरोप हैं। पीड़ित महिला ने शिकायत में कहा- आरोपी SI ने हिस्से के 10 लाख रुपए लेकर एक रिश्तेदार को दे दिए हैं। इस बात की उसके पास रिकॉर्डिंग है। जो समय आने पर वह पेश कर देगी। इस स्थिति में SI की संपत्ति की भी जांच की जाए। दूसरा मामला… महिला पुलिसकर्मी बोली- शादी के बाद भी रेप किया
महिला पुलिसकर्मी ने करनाल पुलिस में तैनात SI सुमित के खिलाफ ब्लैकमेल कर रेप करने की शिकायत दी है। SI के खिलाफ रेप समेत विभिन्न धाराओं में 20 नवंबर को केस दर्ज किया है। महिला का आरोप है कि 6 साल से उसको ब्लैकमेल कर रहा है। महिला पुलिसकर्मी ने शिकायत में कहा… आरोपी सब इंस्पेक्टर के पास मेरी कुछ वीडियो हैं, जो उसने नशीला पदार्थ पिलाकर बना ली थी। मेरी अब शादी हो चुकी है। शादी के बाद भी आरोपी सब इंस्पेक्टर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी : एसपी
SP गंगाराम पूनिया ने कहा कि 2 पुलिस कर्मचारी सुनील श्योकंद और सुमित के खिलाफ अलग-अलग केस दर्ज किए हुए हैं। मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। गर्भपात की प्रतिबंधित दवाइयां का उपयोग करना भी जांच का विषय है। एक केस में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। उस फाइल को मंगवा लिया गया है। जांच के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
दान सिंह ने किरण के सिर फोड़ा हार का ठिकरा:भिवानी में बोले- भितरघात की; मीटिंग में समर्थक को बोलने से रोका
दान सिंह ने किरण के सिर फोड़ा हार का ठिकरा:भिवानी में बोले- भितरघात की; मीटिंग में समर्थक को बोलने से रोका हरियाणा में भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव हारे कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह ने अपनी हार का ठीकरा कांग्रेस MLA किरण चौधरी के सिर फोड़ा है। भिवानी में कार्यकर्ता मीटिंग में दान सिंह ने पहले तो उनका नाम नहीं लिया, लेकिन जब कार्यकर्ता नाम लेने लगे तो वे भी किरण चौध पर भितरघात के आरोप लगाने लगे। उनके समर्थकों ने किरण चौधरी के समर्थक को भाषण नहीं देने दिया और इसके बाद हंगामा हुआ। भिवानी में बीती शाम सीआर रिसोर्ट में कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह धन्यवादी दौरे पर वर्करों के बीच पहुंचे थे। मीटिंग में उस समय हंगामा हो गया, जब किरण चौधरी समर्थक देवराज महता को भाषण देने के लिए मंच पर बुलाया गया। भितरघात का लगाया आरोप देवराज महता भाषण देने के लिए उठे तो राव दान सिंह के एक समर्थक हंसराज ने उसका विरोध किया। हंसराज व अन्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि किरण के इशारे पर इन्होंने नुकसान पहुंचाया है, तो यहां उनको किस लिए बोलने दें। हालांकि राव दान सिंह ने कहा कि इन्हें बोलने दे। बाद में देवराज महता ने खुद ही मंच पर बोलने से इनकार कर दिया। इसे लेकर काफी देर तक विवाद बना रहा। साथ रहकर पहुंचाया नुकसान: दान सिंह मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह ने कहा कि किरण चौधरी ने खुद तोशाम में चुनाव कार्यालय खुलवाया और फिर भितरघात किया। इसकी वजह से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। दान सिंह ने कहा कि किरण को पहले मैंने फोन कर तालमेल करने का प्रयास किया। किरण चौधरी ने जब मुझे फोन किया तो मैं भाषण दे रहा था और फोन नहीं उठा पाया।