हरियाणा के करनाल के पुलिस लाइन स्थित सेफ हाउस में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एक युवक सेफ हाऊस में रह रही अपनी बहन से मिलने पहुंचा। उसकी बहन ने घर से भाग कर लव मैरिज की थी। युवक बहन को साथ ले जाना चाहता था। उसने बातचीत की, लेकिन बहन अपने फैसले पर अड़ी रही। गुस्साए युवक ने अपने पेट में चाकू घोंप लिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। युवक का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, नगला मेघा गांव की रहने वाली लड़की कुछ दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। लड़की ने बाद में लव मैरिज कर ली। परिवार वालों से जान का खतरा बताते हुए प्रेमी युगल ने कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बाद लड़की को सेफ हाउस भेज दिया गया था। अब युवती के परिजनों को पता चला कि उनकी बहन सेफ हाउस में है। लड़की का भाई मनीष सोमवार को बहन से मिलने के लिए सेफ हाउस पहुंचा था। वहां उसने बहन से मुलाकात की। उसे विश्वास था कि बहन उसके साथ घर लौट आएगी। उसने बहन को काफी देर समझाया भी, लेकिन वह उसके साथ आने को राजी नहीं हुई। इसके बाद युवक गुस्सा उठा और उसने दुखी व भावनात्मक होकर खुद के पेट में ही चाकू घोंप लिया। युवक बहन की मैरिज के बाद लोगों द्वारा दिए जा रहे तानों से आहत था। पुलिस लाइन में युवक ने खुद के पेट में चाकू घोंपा तो हड़कंप मच गया। युवक लहूलुहान हो गया। उसकी हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस में भी हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे करनाल के नागरिक अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने सर्जरी कर चाकू बाहर निकाला और उसका इलाज शुरू किया। पुलिस का कहना है कि युवक की हालत अब स्थिर है, लेकिन वह अभी डॉक्टरों की निगरानी में है। हरियाणा के करनाल के पुलिस लाइन स्थित सेफ हाउस में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एक युवक सेफ हाऊस में रह रही अपनी बहन से मिलने पहुंचा। उसकी बहन ने घर से भाग कर लव मैरिज की थी। युवक बहन को साथ ले जाना चाहता था। उसने बातचीत की, लेकिन बहन अपने फैसले पर अड़ी रही। गुस्साए युवक ने अपने पेट में चाकू घोंप लिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। युवक का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, नगला मेघा गांव की रहने वाली लड़की कुछ दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। लड़की ने बाद में लव मैरिज कर ली। परिवार वालों से जान का खतरा बताते हुए प्रेमी युगल ने कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बाद लड़की को सेफ हाउस भेज दिया गया था। अब युवती के परिजनों को पता चला कि उनकी बहन सेफ हाउस में है। लड़की का भाई मनीष सोमवार को बहन से मिलने के लिए सेफ हाउस पहुंचा था। वहां उसने बहन से मुलाकात की। उसे विश्वास था कि बहन उसके साथ घर लौट आएगी। उसने बहन को काफी देर समझाया भी, लेकिन वह उसके साथ आने को राजी नहीं हुई। इसके बाद युवक गुस्सा उठा और उसने दुखी व भावनात्मक होकर खुद के पेट में ही चाकू घोंप लिया। युवक बहन की मैरिज के बाद लोगों द्वारा दिए जा रहे तानों से आहत था। पुलिस लाइन में युवक ने खुद के पेट में चाकू घोंपा तो हड़कंप मच गया। युवक लहूलुहान हो गया। उसकी हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस में भी हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे करनाल के नागरिक अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने सर्जरी कर चाकू बाहर निकाला और उसका इलाज शुरू किया। पुलिस का कहना है कि युवक की हालत अब स्थिर है, लेकिन वह अभी डॉक्टरों की निगरानी में है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
बहादुरगढ़ में भाजपा पर भड़के आप प्रदेश अध्यक्ष:सुशील गुप्ता बोले-विपक्ष की दबाई जा रही आवाज, किसानों को क्यों रोक रही सरकार
बहादुरगढ़ में भाजपा पर भड़के आप प्रदेश अध्यक्ष:सुशील गुप्ता बोले-विपक्ष की दबाई जा रही आवाज, किसानों को क्यों रोक रही सरकार हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के अग्रसेन मेडिकल यूनिवर्सिटी में बुधवार को आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता पहुंचे। इस अवसर पर सुशील गुप्ता ने कहा कि विपक्ष स्वयं को दबा हुआ महसूस कर रहा है, उसकी आवाज रोकी जा रही है, इसीलिए देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए सांकेतिक अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष द्वारा संसद में लाया गया है। संसद लोकतंत्र का मंदिर सुशील गुप्ता ने कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है, वहां पर सभी लोगों को अपनी बात रखने का अधिकार है। हालांकि देश के राष्ट्रपति उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के लिए सबके मन में पूरा आदर है, परंतु विपक्ष दबा हुआ महसूस कर रहा है, उसकी आवाज को रोका जा रहा है, इसलिए यह सांकेतिक अविश्वास प्रस्ताव विपक्षी की ओर से लाया गया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने इंडिया गठबंधन का नेतृत्व बदले जाने पर भी अपना बयान दिया। कांग्रेस और आप मिलकर करें फैसला सुशील गुप्ता का कहना है कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का हक है, लेकिन कोई भी फैसला सामूहिक रूप से होना चाहिए। उनका कहना है कि जब गठबंधन धर्म निभाएगा, तो ज्यादातर लोग जो चाहेंगे वही होगा। दिल्ली में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने पर भी सुशील गुप्ता ने अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों के शीर्ष नेतृत्व को मिलकर यह फैसला लेना होगा कि आखिर में चुनाव एक साथ लड़ेंगे या फिर अलग-अलग। हरियाणा में जल्द होने वाले नगर निकाय चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारने की बात कही है। सुशील गुप्ता का कहना है कि निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी अपने सिंबल पर सभी जगह उम्मीदवार उतारेगी l हरियाणा सरकार से किसानों को कुछ नहीं लेना हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर भी आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने केंद्र और प्रदेश की सरकारों पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि किसानों से जो वायदा भाजपा ने किया था, उसे पूरा करना चाहिए। उन्होंने नायब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों को हरियाणा से कुछ भी नहीं चाहिए, वह केंद्र सरकार से अपनी मांगे मनवाना चाहते हैं, तो हरियाणा सरकार किसानों को क्यों रोक रही है। लोगों को सड़क पर चलने देने से हरियाणा सरकार रोकना चाहती है।
करनाल में पुरानी टीम के साथ मनोहर लाल हुए एक्टिव:बिना संगठन कैसे होगी सुमिता सिंह की नैया पार, गुटबाजी से भीतरघात का खतारा
करनाल में पुरानी टीम के साथ मनोहर लाल हुए एक्टिव:बिना संगठन कैसे होगी सुमिता सिंह की नैया पार, गुटबाजी से भीतरघात का खतारा हरियाणा में करनाल विधानसभा चुनाव में एक बार पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर एक्टिव हो चुके है। ऐसे मे कांग्रेस प्रत्याशी सुमिता सिंह अब राह आसान नहीं है। क्योंकि पूर्व सीएम मनोहर लाल अब पूरे संगठन व पुरानी टीम के साथ करनाल विधासभा चुनाव में जगमोहन आनंद के प्रचार में उतर चुके है। वहीं अगर हम बात करे तो कांग्रेस पिछले 10 साल से अपना संगठन भी नहीं बना पाई है। करनाल कांग्रेस में कोई हुड्डा गुट से है तो कोई सैलजा-सुरजेवाला गुट से। टीम भी बिखरी पड़ी है। ऐसे में बिना संगठन सुमिता सिंह की नैया कैसे पार होगी? यह अपने आप में बड़ा सवाल है। दूसरी ओर, बीजेपी मजबूत संगठन के सहारे मैदान में है। बीजेपी पन्ना प्रमुख तक उतार चुकी है। भीतरघात का भी कांग्रेस को खतरा करनाल की राजनीति में अच्छी समझ रखने वाले DAV कॉलेज के प्राचार्य आर.पी सैनी की मांने तो इस बार सिर्फ संगठन ही नहीं, बल्कि कांग्रेस भीतरघात का शिकार भी होती नजर आ रही है। क्योंकि कई कांग्रेस के नेता मंचों पर तो दिख रहे है, लेकिन उनके मन में आज भी टिकट कटने की टिस है। अंदरूनी कलह कांग्रेस की प्रत्याशी के लिए बड़ी चुनौती है। इसके अतिरिक्त संगठन को लेकर कांग्रेस गंभीर भी नहीं दिख रही। चुनाव प्रचार के दौरान संगठन एक बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। पंजाबी वोटर का दबदबा करनाल विधानसभा की अगर हम बात करें तो इस सीट पर सबसे ज्यादा वोटर पंजाबी समाज से आते है, उसके बाद वैश्य समाज फिर जाट और जट सिख है। सैनी का मानना है कि पूर्व विधायक सुमिता सिंह लंबे समय तक लोगों के बीच से गायब रही, लेकिन चुनावों से पहले एक्टिव हो गई। जिससे लोगों में भी नाराजगी जरूर दिखी। कांग्रेस की नजर पंजाबी वोटर पर है और पंजाबी वोटर साधने के लिए कांग्रेस हर संभव प्रयास में जुटी हुई है। दूसरी ओर, बीजेपी के करनाल सांसद एवं कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल भी एक्टिव हो चुके है, हालांकि पिछले दिनों पंजाबी समाज ने कांग्रेस का समर्थन करने का ऐलान किया था, लेकिन मनोहर लाल पंजाबी तबके को अपने पक्ष में करने में जुटे हुए है। कांग्रेस प्रत्याशी के लिए मुश्किलें बढ़ रही है। करनाल में बीजेपी के पूर्व सीएम एक्टिव है, जबकि कांग्रेस की तरफ से ऐसा कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा कि वह पंजाबी वोटर को साध सके। तरलोचन सिंह भी मैदान में नजर तो आ रहे है, लेकिन अंदर से इनको भी टिकट कटने का दर्द है। पूर्व मेयर को मानने में कायब रही भाजपा सैनी ने कहा कि दूसरी ओर, बीजेपी पूर्व मेयर को मनाने में भी कामयाब हो चुकी है और उनके पति बृज गुप्ता को कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त करके राजनीति पैतरा फेंका है। इससे मेयर की नाराजगी तो दूर हुई, साथ ही उन्होंने भी बीजेपी को मजबूत करने के लिए प्रचार शुरू कर दिया। बीजेपी कांग्रेस को घेरने के लिए लगी हुई है। जिन पार्षदों ने अपने कार्यकाल में काम नहीं करवाए, और वे अब बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में जा रहे है, ऐसे पार्षदों से भी करनाल की जनता नाराज दिख रही है। ऐसे में दस साल से प्रदेश में कांग्रेस अपना संगठन नहीं बना पाई। दूसरा, पार्टी अलग-अलग धड़ों में बंटी है और गुटबाजी हावी है और तीसरा दिग्गज नेताओं के एक-दूसरे के क्षेत्र में मदद करने की संभावना कम नजर आ रही है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनावी राह आसान नहीं है और यह 8 अक्तूबर को पता चलेगा कि लोग किसके पक्ष में वोट करते है।
आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका: प्रो. सोमनाथ सचदेवा
आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका: प्रो. सोमनाथ सचदेवा भास्कर न्यूज | कुरुक्षेत्र कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के महिला अध्ययन शोध केंद्र में शुक्रवार को उद्यमशीलता प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्यातिथि केयू कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा रहे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका है। महिलाओं को कौशल युक्त कर आर्थिक रूप से स्वतंत्र, मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना वर्तमान समय की आवश्यकता है। प्रो. सोमनाथ ने 6 माह का प्रशिक्षण पूरा करने पर सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने उद्यम एवं कौशल से अपनी अगली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित कर सकती हैं। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोमनाथ ने महिला अध्ययन शोध केंद्र द्वारा प्रकाशित की गई पुस्तक प्रशासनिक एवं शैक्षणिक विभागों में लैंगिक समानता कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी का एक अध्ययन, जेंडर ऑडिट 2022-23 का विमोचन किया। इसके साथ ही उन्होंने सिलाई-कढ़ाई केंद्र में महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के कपड़ों जैसे कुशन, बैग, पर्स, सजावटी सामान का अवलोकन किया। केंद्र की निदेशिका प्रो. अनीता दुआ ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 6 गांवों में सिलाई-कढ़ाई केंद्र और दो गांवों में कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र चलाए जा रहे हैं। 2022 से अब तक लगभग 400 लड़कियों व महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। केंद्र की उपनिदेशिका प्रो. वनीता ढींगरा ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर डीन समाज विज्ञान संकाय प्रो. एसके चहल, डीन ऑफ लॉ प्रो. प्रीति जैन, कुका निदेशक प्रो. अनिल मित्तल, उप निदेशक प्रो. कंवल गर्ग, डॉ. वंदना दवे, अंजू और अनु मौजूद रहीं।