फरीदाबाद में दो मंजिला बिल्डिंग में अचानक दरार आ गई। जिससे काम कर रहे 5 मजदूर ऊपर ही फंस गए। सूचना मिलते की पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर नीचे उतारा। घटना सेक्टर-82 बिहारी मार्केट की है। बिल्डिंग के पहली मंजिल की छत अचानक से झुक गई। जिससे मजदूर को निकालने का मौका नहीं मिला। घटना की सूचना पुलिस को दी गई इसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से बिल्डिंग के ऊपर फंसे मजदूरों नीचे उतारा। बिल्डिंग में नहीं बने कॉलम मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में कॉलम नहीं बनाया गया। जिससे छत अचानक झुकना गई। हालांकि इससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। समय रहते मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया है। चश्मदीद ने बताया कि वह सामने की दुकान से गद्दा खरीदने के लिए आया था। तभी एक ईंट नीचे रखे जनरेटर पर गिरने की आवाज आई। उसने ईंट को गिरते हुए देखा भी था। ईंट के गिरने के बाद उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद बिल्डिंग की बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर बने दुकानों से ग्राहक और दुकानदार भागने लगे बिल्डिंग के ऊपर काम चल रहा था। एसीपी ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा एसीपी विनोद कुमार ने बताया की घटना की जानकारी जैसे ही थाना खेड़ी के एसएचओ को मिली। वह तुरंत अपने टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद एसीपी विनोद कुमार खुद भी मौके पर पहुंचे थे। जिसके बाद क्रेन की मदद से बिल्डिंग के ऊपर फैंस पांच मजदूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। फरीदाबाद में दो मंजिला बिल्डिंग में अचानक दरार आ गई। जिससे काम कर रहे 5 मजदूर ऊपर ही फंस गए। सूचना मिलते की पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर नीचे उतारा। घटना सेक्टर-82 बिहारी मार्केट की है। बिल्डिंग के पहली मंजिल की छत अचानक से झुक गई। जिससे मजदूर को निकालने का मौका नहीं मिला। घटना की सूचना पुलिस को दी गई इसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से बिल्डिंग के ऊपर फंसे मजदूरों नीचे उतारा। बिल्डिंग में नहीं बने कॉलम मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में कॉलम नहीं बनाया गया। जिससे छत अचानक झुकना गई। हालांकि इससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। समय रहते मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया है। चश्मदीद ने बताया कि वह सामने की दुकान से गद्दा खरीदने के लिए आया था। तभी एक ईंट नीचे रखे जनरेटर पर गिरने की आवाज आई। उसने ईंट को गिरते हुए देखा भी था। ईंट के गिरने के बाद उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद बिल्डिंग की बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर बने दुकानों से ग्राहक और दुकानदार भागने लगे बिल्डिंग के ऊपर काम चल रहा था। एसीपी ने मौके पर पहुंचकर लिया जायजा एसीपी विनोद कुमार ने बताया की घटना की जानकारी जैसे ही थाना खेड़ी के एसएचओ को मिली। वह तुरंत अपने टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद एसीपी विनोद कुमार खुद भी मौके पर पहुंचे थे। जिसके बाद क्रेन की मदद से बिल्डिंग के ऊपर फैंस पांच मजदूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियों पर जुर्माना पेंडिंग:230 करोड़ रुपए की नहीं हुई वसूली, NGT की सख्ती पर बोर्ड ने मांगा समय
हरियाणा में प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियों पर जुर्माना पेंडिंग:230 करोड़ रुपए की नहीं हुई वसूली, NGT की सख्ती पर बोर्ड ने मांगा समय नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने हरियाणा सरकार और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) पर सख्ती बरतते हुए तलब किया है। मामला, हरियाणा की प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रियों से भारी भरकम जुर्माना लगा होने के बाद भी न वसूलने का है। मामले की शिकायत लेकर पर्यावरण प्रेमी समाजसेवी वरूण गुलाटी ने एनजीटी का दरवाजा खटखटाया था। जहां एनजीटी के आदेशों पर दोनों की ओर से उनके वकील पेश हुए। वकीलों से जब इसका जबाब मांगा तो उन्होंने पूरा गणित समझने और सही जबाब देने के लिए एक माह का समय मांगा। जिस पर एनजीटी ने समय देते हुए अगली सुनवाई 13 फरवरी 2025 की होनी सुनिश्चित की है। आरटीआई का जबाब आया तो मिले चौंकाने वाले आंकड़े वरूण गुलाटी ने बताया कि हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अलग-अलग समय में प्रदेश की उन इंडस्ट्रियों पर छापा गया था, जहां से प्रदूषण फैलाया जा रहा था। यहां नियमों की पूरी तरह अवहेलना मिलने पर भारी भरकम जुर्माना लगाया गया था। लेकिन बोर्ड सिर्फ जुर्माना लगाने तक सीमित रहा। जुर्माने की वसूली नहीं की गई। जिससे प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयां निरंतर जारी रही। अधिकारियों की इस ओर अनदेखी की वजह पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिसको देखते हुए उन्होंने पहले एक आरटीआई लगाई। जिसमें उन्होंने साल 2023-2024 में प्रदेश भर की इकाइयों पर की गई रेड और जुर्माना लगाने का आंकड़ा मांगा। साथ ही पूछा कि किस जिले से कितना जुर्माना वसूल लिया गया है। जैसे ही इसका जवाब उनके पास आया, तो वे देखकर हैरान हो गए। इसके बाद वे तुरंत एनजीटी पहुंचे। जहां उन्होंने इस बारे में एनजीटी को अवगत करवाया और इस पर कड़ा संज्ञान लेने की गुहार लगाई। एनजीटी ने इस पर तत्काल एक्शन लेते हुए बोर्ड के अलावा हरियाणा सरकार से भी जबाब तलब किया है। प्रदेश की इकाइयों पर 230 करोड़ का जुर्माना पेंडिंग आरटीआई में पता लगा कि प्रदेशभर की इकाइयों पर करीब 230 करोड़ का जुर्माना पेंडिंग है। जो लंबे समय से उनसे वसूल नहीं किया गया। यहां तक कि विभाग द्वारा वसूलने के लिए कोई कड़ा कदम भी नहीं उठाया गया। इसकी सरकार के स्तर पर भी कोई सुध नहीं ली गई। प्रदूषण फैलाने में सबसे ज्यादा गुरुग्राम की इंडस्ट्रियां है। जुर्माना वसूलने के बाद नियमानुसार बोर्ड द्वारा पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए काम किए जाते हैं।
सोनीपत में आज खुलेगा 22 कैंडिडेट्स के भाग्य का पिटारा:बिट्स मोहना में सुबह 8 बजे से मतगणना; 14 टेबलें, 3-3 कर्मियों की ड्यूटी
सोनीपत में आज खुलेगा 22 कैंडिडेट्स के भाग्य का पिटारा:बिट्स मोहना में सुबह 8 बजे से मतगणना; 14 टेबलें, 3-3 कर्मियों की ड्यूटी हरियाणा के सोनीपत में लोकसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद आज 4 जून को वोटों की गिनती होगी। यहां विभिन्न पार्टियों की टिकट एवं निर्दलीय तौर पर चुनाव मैदान में उतरे 22 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद है। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी और करीब एक घंटे बाद 9 बजे पहला रुझान आ जाएगा। दोपहर तक यहां कैंडिडेट के बीच हार जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। सोनीपत लोकसभा सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा के मोहनलाल बड़ौली और कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी के बीच है। इनेलो के अनूप दहिया व जजपा के भूपेंद्र मलिक ने चुनाव को रोचक बनाया है। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा हलके सोनीपत जिले के और 3 विधानसभा हलके जींद जिले के आते हैं। सोनीपत में 6 हलकों की मतगणना भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बिट्स) मोहाना में होगी। यहीं पर EVM का स्ट्रॉन्ग रूम बनाया गया है। DC ने मतगणना केंद्र की 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू की है।
भाजपा के पूर्व मंत्री कांग्रेस में शामिल:टिकट कटने पर नाराज; CM सैनी मनाने गए तो हाथ भी नहीं मिलाया था
भाजपा के पूर्व मंत्री कांग्रेस में शामिल:टिकट कटने पर नाराज; CM सैनी मनाने गए तो हाथ भी नहीं मिलाया था हरियाणा के पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज शुक्रवार (13 सितंबर) को कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। वह टिकट कटने से नाराज थे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नायब सैनी कंबोज को मनाने के लिए उनके निवास स्थान पर गए थे। यहां जब सैनी ने कर्ण देव कंबोज की तरफ हाथ बढ़ाया तो उन्होंने हाथ नहीं मिलाया। कांग्रेस जॉइन करने के बाद कर्ण देव कंबोज ने कहा, ‘जो बीजेपी में राजनीति में सेवा के लिए आए थे वो अब बीजेपी से किनारा कर रहे हैं। मैंने खून पसीने से पार्टी को सींचा है, लेकिन पार्टी ने ऐसे गद्दार व्यक्ति को टिकट दिया है, जिस पर कई आपराधिक मुकदमे कोर्ट में चल रहे हैं l’ कंबोज 2014 में करनाल जिले की इंद्री सीट से विधायक बने थे। मनोहर लाल खट्टर की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया।2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सीट बदलकर उन्हें रादौर से चुनाव लड़ाया और हार गए। 2024 विधानसभा चुनाव में वह इंद्री और रादौर दोनों सीट से तैयारी कर रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें कहीं से टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए। इंद्री से कश्यप और रादौर से राणा को टिकट दिया भाजपा ने इंद्री सीट से रामकुमार कश्यप और रादौर से श्याम सिंह राणा को टिकट दिया है। इसके बाद कर्ण देव कंबोज नाराज हो गए। 8 दिन पहले उन्होंने भाजपा में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उसी दौरान उन्होंने कांग्रेस में जाने का फैसला कर लिया था। इसके लिए उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात भी की थी। गद्दारों को तवज्जो देने का आरोप लगाया कर्ण देव कंबोज ने इस्तीफे में भाजपा पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रही। अब पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज किया जा रहा है। उनके परिवार ने वर्षों तक भाजपा की सेवा की, लेकिन पार्टी ने उनके योगदान को नजरअंदाज किया। पिछले 5 सालों में उन्होंने OBC मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में पूरे हरियाणा में काम किया और 150 सामाजिक टोलियों का गठन किया। इसके बावजूद पार्टी ने उनकी सेवाओं को नजरअंदाज किया और उन्हें टिकट नहीं दिया। पार्टी ने वफादार कार्यकर्ताओं के बजाय, उन लोगों को टिकट दिया है जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं…