लुधियाना के मशहूर बाजार गांधी नगर मार्केट से एक वीडियो सामने आई है। वीडियो में एक दुकानदार और उसके कर्मचारी के साथ कुछ लोग जमकर मारपीट करते है। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वारदात कैद हो गई। घायल पीड़ितों ने सिविल अस्पताल में मैडिकल करवा थाना डिवीजन नंबर 4 में शिकायत दर्ज करवाई। पड़ोसी दुकानदार पर काम करता युवक करता था परेशान पुलिस को शिकायत देते हुए दुकानदार किरणप्रीत सिंह ने आरोप लगाया कि वह गांधी नगर मार्केट में नागपाल टैक्स्टाइल एंड गारमेंट्स नाम की दुकान पर काम करता है। उस दुकान पर एक बिट्टू नाम का लड़ा भी काम करता है। उसके पड़ोस की दुकान पर बिट्टू का दोस्त काम करता है जोकि अक्सर बिट्टू को परेशान करता है। वर्करों ने मिलकर छुड़वाई लड़ाई किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद दुकान के अन्य वर्करों के साथ मिलकर उनको छुड़वा दिया गया। इसके बाद उसने बिट्टू के दोस्त को अगले दिन लड़ाई का कारण पूछा तो वह उसके साथ गाली गलौज करने लगा। इसके बाद दुकान के वर्करों ने उसको वहां से भगा दिया। दुकानदार करणप्रीत का आरोप है कि दोपहर आरोपियों ने अपने कुछ अज्ञात साथियों के साथ उनकी दुकान पर धावा बोल दिया। जिन्होंने उसके और दुकान मालिक सतीश कुमार के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान आरोपियों ने उसकी दाड़ी, पट्टी और पगड़ी उतार दी। पीड़ित ने पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है। लुधियाना के मशहूर बाजार गांधी नगर मार्केट से एक वीडियो सामने आई है। वीडियो में एक दुकानदार और उसके कर्मचारी के साथ कुछ लोग जमकर मारपीट करते है। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वारदात कैद हो गई। घायल पीड़ितों ने सिविल अस्पताल में मैडिकल करवा थाना डिवीजन नंबर 4 में शिकायत दर्ज करवाई। पड़ोसी दुकानदार पर काम करता युवक करता था परेशान पुलिस को शिकायत देते हुए दुकानदार किरणप्रीत सिंह ने आरोप लगाया कि वह गांधी नगर मार्केट में नागपाल टैक्स्टाइल एंड गारमेंट्स नाम की दुकान पर काम करता है। उस दुकान पर एक बिट्टू नाम का लड़ा भी काम करता है। उसके पड़ोस की दुकान पर बिट्टू का दोस्त काम करता है जोकि अक्सर बिट्टू को परेशान करता है। वर्करों ने मिलकर छुड़वाई लड़ाई किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। इसके बाद दुकान के अन्य वर्करों के साथ मिलकर उनको छुड़वा दिया गया। इसके बाद उसने बिट्टू के दोस्त को अगले दिन लड़ाई का कारण पूछा तो वह उसके साथ गाली गलौज करने लगा। इसके बाद दुकान के वर्करों ने उसको वहां से भगा दिया। दुकानदार करणप्रीत का आरोप है कि दोपहर आरोपियों ने अपने कुछ अज्ञात साथियों के साथ उनकी दुकान पर धावा बोल दिया। जिन्होंने उसके और दुकान मालिक सतीश कुमार के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान आरोपियों ने उसकी दाड़ी, पट्टी और पगड़ी उतार दी। पीड़ित ने पुलिस प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में माता नैना देवी के मंदिर में चोरी:ताला तोड़ दाखिल हुए 3 चोर, रेहड़े पर 2 गोलकें लाद कर भागते दिखे लुधियाना में माता नैना देवी जी के मंदिर में गोलकें चोरी का मामला सामने आया है। 3 अज्ञात चोरों ने वारदात को अंजाम दिया है। गोलकों के अलावा 45 हजार की नकदी भी चोरी हुई है। मंदिर प्रबंधक कमेटी ने वारदात के तुरंत बाद थाना शिमलापुरी की पुलिस को सूचित कर दिया है। पुलिस केस दर्ज कर आरोपी की पहचान के लिए टीम बना दी है। मंदिर के गेट का ताला तोड़ अंदर दाखिल हुए चोर जानकारी देते हुए डा. अवीनाश ने बताया कि मुझे लव कुमार का फोन आया। उसने बताया कि माता नैना देवी मंदिर के गेट का ताला टूटा हुआ है। सभी लोगों ने मंदिर के अंदर जाकर देखा तो मंदिर में 3 गोलकें नहीं थी। मंदिर में भी काफी तलाश की। पड़ोस में लगा सीसीटीवी कैमरा चैक किया तो खुलासा हुआ कि 3 अज्ञात व्यक्ति मंदिर का ताला तोड़ कर मंदिर से लगभर 45 हजार रुपए सहित 2 गोलकें चोरी करके ले गए है। चोरों के चेहरे पूरी तरह से छिपे नहीं थे। इस मामले की जांच कर रहे ASI हेमंत कुमार कर रहे है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जल्द ही चोरों को दबोच लिया जाएगा। इलाके में कई जगह कैमरे लगे है। उनकी मदद से आरोपी लोकेट हो जाएंगे।
CAA के तहत 20 अफगानी सिखों को मिली नागरिकता:32 साल का इंतजार हुआ खत्म; अधिकतर अमृतसर, लुधियाना के, 380 केस पैंडिंग
CAA के तहत 20 अफगानी सिखों को मिली नागरिकता:32 साल का इंतजार हुआ खत्म; अधिकतर अमृतसर, लुधियाना के, 380 केस पैंडिंग 1992 में पहली अफगान वामपंथी सरकार के गिरने के बाद भारत में प्रवेश करने वाले 400 अफगानी सिखों में से 20 को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत भारतीय नागरिकता मिल गई है। इनमें से अधिक अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में बसे हैं। जबकि अभी भी 380 के करीब केस केंद्र सरकार के पास पैंडिंग पड़े हुए हैं। परिवारों से बातचीत के बाद पता चला कि 32 साल पहले 1992 में अफगानिस्तान का माहौल खराब होने के बाद करीब 400 अफगान सिख भारत आ गए थे। कई अमृतसर, जालंधर और लुधियाना में बस गए। जबकि कुछ ने देश के विभिन्न हिस्सों में अपना डेरा बसाया। भारत में शरण लेने वाले इन सिख परिवारों को रहने के लिए अपना वीजा एक्सटेंड करवाना पड़ता था। हालांकि, 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों के लिए लांग टर्म वीजा (LTV) मानदंडों में काफी ढील दी। जिसे देखते हुए 1955 नागरिकता एक्ट के तहत आवेदन कर दिए गए, लेकिन तब से इनके आवेदन केंद्र के पास पेंडिंग पड़े थे। CAA के तहत दिए आवेदन बीते माह इन अफगान सिखों ने गृह मंत्रालय भारत सरकार से 1955 एक्ट के आवेदनों को CAA में बदलने की याचिका दायर की। ये याचिका अप्रैल महीने के की गई। जिसके बाद केंद्र ने इनके आवेदनों पर विचार किया और अब 20 अफगानी सिखों को भारतीय नागरिकता मिल गई है। कई खो चुके हैं अपने डॉक्यूमेंट 1992 में भारत में आने वाले कई अफगान सिख अपने डॉक्यूमेंट्स खो चुके हैं। कइयों के पास पासपोर्ट नहीं हैं तो कई अपने जरूरी डॉक्यूमेंट खो चुके हैं। परिवारों ने बताया कि पहले आवेदन करने के लिए राज्य सरकारों का हस्ताक्षेप होता था, लेकिन CAA में उसे हटा दिया गया। जिसके चलते उनके आवेदनों पर जल्द कार्रवाई हो रही है। बदल जाएगा भारत में रहना अफगान सिख बीते 32 सालों से भारतीय नागरिकता हासिल करने के जद्दोजहद कर रहे थे। इन्हें हर साल अपना लांग टर्म वीजा एक्सटेंड करवाना पड़ता था। जिसके लिए कभी चंडीगढ़ तो कभी दिल्ली के चक्कर काटने पड़ते थे। इनमें से कई इतने बुजुर्ग हो चुके हैं कि उनके लिए दिल्ली जाना आसान नहीं होता था। कई भारतीय नागरिकता के इंतजार में अपनी जान भी गवां चुके हैं। लेकिन अब जब इन्हें भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट मिल चुके है, ये पासपोर्ट एप्लाई कर सकते हैं और भारतीय पहचान पत्र बनवा सकते हैं। बंगलादेश को देखकर डर का माहौल अमृतसर में भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले एक परिवार से दैनिक भास्कर की टीम ने संपर्क किया। उनके परिवार के 8 के करीब सदस्यों भारतीय नागरिकता मिली है। लेकिन, वे ना खुशी जाहिर करना चाहते हैं और ना अधिक बात करना चाहते हैं। उनका कहना है कि अभी भी उनके परिवार के कई सदस्यों को CAA के तहत नागरिकता देने की प्रक्रिया चल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ बांग्लादेश में माहौल खराब हो चुका है। अगर कहीं भारतीय सरकार ने उन्हें नागरिकता देना रोक दिया तो उनके भाई-बहनों को कई साल फिर से इंतजार करना होगा।
हैदराबाद शो से पहले दिलजीत को तेलंगाना सरकार का नोटिस:पटियाला पैग-पंज तारा ठेके गाना गाने पर रोक, बच्चों को मंच पर बुलाने की भी पाबंदी
हैदराबाद शो से पहले दिलजीत को तेलंगाना सरकार का नोटिस:पटियाला पैग-पंज तारा ठेके गाना गाने पर रोक, बच्चों को मंच पर बुलाने की भी पाबंदी पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने दिल-लुमिनाती टूर को लेकर चर्चा में हैं। कल यानी शुक्रवार (15 नवंबर) को हैदराबाद में उनका कॉन्सर्ट है। तेलंगाना सरकार ने दिलजीत दोसांझ, उनकी टीम और हैदराबाद के होटल नोवोटेल को नोटिस जारी किया है। तेलंगाना के जिला कल्याण अधिकारी द्वारा जारी नोटिस में गायक को लाइव शो के दौरान पटियाला पग और पंज तारा ठेके जैसे गाने नहीं गाने को कहा गया है। यह नोटिस वेलफेयर ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड और एबल एंड सीनियर सिटीजन डिपार्टमेंट ने जारी किया है। बता दें कि चंडीगढ़ निवासी पंडितराव धरनवार ने 4 नवंबर को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था कि बच्चों को स्टेज पर नहीं लाया जाना चाहिए, क्योंकि लाइव शो के दौरान शोर की आवृत्ति 122 डीबी से अधिक होती है। जो बच्चों के लिए बेहद हानिकारक है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहले ही निर्देश जारी कर चुका है कि लाइव शो के दौरान शराब, ड्रग्स और गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गाने नहीं गाए जाने चाहिए। तेलंगाना सरकार द्वारा जारी नोटिस… दिल्ली की लॉ स्टूडेंट ने भेजा था नोटिस बता दें कि दिलजीत दोसांझ का कॉन्सर्ट 26 अक्टूबर को दिल्ली में था। दिलजीत के शो की टिकट कीमतों में धोखाधड़ी और टिकट नहीं खरीद पाने के कारण एक महिला फैन ने सिंगर को लीगल नोटिस भेजा था। दिलजीत की फैन रिद्धिमा कपूर ने यह नोटिस भेजा था। नोटिस में कपूर ने कहा था कि टूर से पहले टिकट की कीमतों में हेराफेरी की गई है, जो एक अनुचित व्यापार व्यवहार है। बता दें कि नोटिस भेजने वाली लड़की दिल्ली की लॉ स्टूडेंट है। वह अपने पसंदीदा स्टार का लाइव कॉन्सर्ट देखने के लिए काफी उत्साहित थी। लेकिन उसे टिकट नहीं मिल पाई, जिसके कारण उसने यह बड़ा कदम उठाया और दिलजीत को नोटिस भेज दिया। ‘उड़ता पंजाब’ से बॉलीवुड में हुई एंट्री
दिलजीत दोसांझ जालंधर के कस्बा गोराया के छोटे से गांव दोसांझ कलां के रहने वाले हैं। 2004 में दलजीत ने अपना पहला एल्बम ‘इश्क दा उड़ा अड्डा’ रिलीज किया। इस दौरान नाम दलजीत से दिलजीत कर लिया। 2011 में द लायन ऑफ पंजाब फिल्म से डेब्यू किया, पर फिल्म फ्लॉप रही लेकिन उनका एक गाना सुपरहिट रहा और पहली बार बीबीसी के एशियन डाउनलोड चैट में नॉन बॉलीवुड सिंगर का गाना टॉप पर पहुंचा। 2016 में फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ से बॉलीवुड में एंट्री ली। इसके बाद फिल्लौरी, सूरमा, अर्जुन पटियाला, गुड न्यूज और सूरज पे मंगल भारी में अभिनय किया। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपना म्यूजिक एल्बम ‘जी.ओ.ए.टी’ रिलीज किया है। भारत में 12 जगह पर थे दिलजीत का शो
पंजाबी इंडस्ट्री के सबसे बड़े गायक और बॉलीवुड अभिनेता दिलजीत दोसांझ अपने इंडिया टूर भारत टूर पर हैं। उनका पहला शो 26 अक्टूबर को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में था। बता दें कि दिलजीत का उक्त शो कुछ घंटों में ही फुल गया था। कल यानी शुक्रवार को दिलजीत का दूसरा शो है। दिलजीत के पहले दिल्ली शो की टिकट की कीमतों में धोखाधड़ी को लेकर और टिकट न खरीद पाने के चलते एक फीमेल फैन ने सिंगर को लीगल नोटिस भी भेजा था। कोल्डप्ले कॉन्सर्ट की ब्लैक टिकटों को लेकर दैनिक भास्कर ने किया था स्टिंग
24 सितंबर को दैनिक भास्कर ने एक स्टिंग ऑपरेशन कर खुलासा किया था कि भारत में होने वाले कोल्डप्ले कॉन्सर्ट की टिकट की बड़े स्तर पर कालाबाजारी हो रही है। स्टिंग ऑपरेशन में 3500 का टिकट 70 हजार में खरीदा था। खुलासे के बाद बुक माय शो ने कोल्डप्ले कॉन्सर्ट की नकली टिकट बेचने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। ऑनलाइन टिकट एग्रीगेटर बुक माय शो कोल्डप्ले के कॉन्सर्ट का ऑफिशियल टिकटिंग पार्टनर है। बुक माय शो की तरफ से जारी बयान में स्पष्ट रूप से कहा गया कि बुक माय शो भारत में कोल्डप्ले के म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स वर्ल्ड टूर 2025 के टिकट सेल और रीसेल के लिए Viagogo और Gigsberg और किसी भी थर्ड पार्टी से नहीं जुड़ा है।