पंजाब में शनिवार रात से फिर हल्का कोहरा छाने लगा। कोहरे और ठंड के चलते चंडीगढ़ के स्कूलों में 11 जनवरी तक छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। इस दौरान कोई भी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल और कॉलेज नहीं खुलेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते पाकिस्तान और राजस्थान में दो चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखने को मिल सकता है। जिसके चलते 5 और 6 जनवरी को बारिश के आसार हैं। शीतलहर चलने की भी उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला, एसएएस नगर और मलेरकोटला में गरज के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं, पंजाब के ज्यादातर जिलों में बादल छाए रहने के आसार हैं। 3 दिन तक गिरेगा तापमान पंजाब में अगले तीन दिन तक बादल छाए रहने की उम्मीद है। इसके चलते पंजाब में हीट लॉक की स्थिति बन गई है। उम्मीद है कि अगले तीन दिन में पंजाब-चंडीगढ़ के तापमान में 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। लेकिन तीन दिन बाद तापमान में फिर से 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी। चंडीगढ़- पंजाब के जिलों का तापमान चंडीगढ़- हलके बादल छाएंगे। अनुमान है कि आज तापमान 10 से 17 फीसदी के बीच रह सकता है। अमृतसर- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 9 से 17 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 10 से 17 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- हल्की धुंध रहने की संभावनाएं हैं। तापमान 10 से 18 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 9 से 18 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- हलके बादल छाएंगे, धुंध का भी असर दिखेगा।। अनुमान है कि आज तापमान 11 से 16 फीसदी के बीच रह सकता है। पंजाब में शनिवार रात से फिर हल्का कोहरा छाने लगा। कोहरे और ठंड के चलते चंडीगढ़ के स्कूलों में 11 जनवरी तक छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। इस दौरान कोई भी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल और कॉलेज नहीं खुलेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते पाकिस्तान और राजस्थान में दो चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखने को मिल सकता है। जिसके चलते 5 और 6 जनवरी को बारिश के आसार हैं। शीतलहर चलने की भी उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला, एसएएस नगर और मलेरकोटला में गरज के साथ बारिश के आसार हैं। वहीं, पंजाब के ज्यादातर जिलों में बादल छाए रहने के आसार हैं। 3 दिन तक गिरेगा तापमान पंजाब में अगले तीन दिन तक बादल छाए रहने की उम्मीद है। इसके चलते पंजाब में हीट लॉक की स्थिति बन गई है। उम्मीद है कि अगले तीन दिन में पंजाब-चंडीगढ़ के तापमान में 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। लेकिन तीन दिन बाद तापमान में फिर से 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी। चंडीगढ़- पंजाब के जिलों का तापमान चंडीगढ़- हलके बादल छाएंगे। अनुमान है कि आज तापमान 10 से 17 फीसदी के बीच रह सकता है। अमृतसर- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 9 से 17 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 10 से 17 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- हल्की धुंध रहने की संभावनाएं हैं। तापमान 10 से 18 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- हल्के बादल छाने व बारिश होने की संभावनाएं हैं। तापमान 9 से 18 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- हलके बादल छाएंगे, धुंध का भी असर दिखेगा।। अनुमान है कि आज तापमान 11 से 16 फीसदी के बीच रह सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर में पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाने वाला गिरफ्तार:ड्रोन के जरिए होती थी सप्लाई, मोम के लिफाफे से पकड़ी गई गुरदासपुर में पुलिस ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से हेरोइन मिली है। ये हेरोइन पाकिस्तान से मंगवाई गई थी। डीएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार और पुलिस महानिदेशक, पंजाब, चंडीगढ़ के दिशा-निर्देशों के तहत जिला पुलिस को विशेष अभियान के दौरान बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि अगस्त के दौरान गांव चंदू वडाला में जोबनप्रीत सिंह निवासी चंदू वडाला को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद अजय कुमार पीपीएस उप कप्तान पुलिस नारकोटिक्स सेल गुरदासपुर की उपस्थिति में उसके हाथ में पकड़े मोम के लिफाफे की जांच की गई। चेकिंग के दौरान इसके पास से एक किलो हेरोइन बरामद हुई। इस आरोपी के खिलाफ कलानौर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में एक और युवक मनजोत सिंह को नामजद किया गया है जो अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसके पाकिस्तान से संबंध थे और उसने पाकिस्तानी तस्करों से बात कर इस हेरोइन की खेप को ड्रोन के जरिए भारत में मंगवाया था। पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने 4 दिन रिमांड पर लिया।
पंजाब की 13 सीटों पर कौन-कहां मजबूत?:AAP-कांग्रेस टफ फाइट में; दोनों में से कोई भी जीते फायदा I.N.D.I.A. का; हरसिमरत टक्कर में फंसी
पंजाब की 13 सीटों पर कौन-कहां मजबूत?:AAP-कांग्रेस टफ फाइट में; दोनों में से कोई भी जीते फायदा I.N.D.I.A. का; हरसिमरत टक्कर में फंसी पंजाब में चुनावी शोर थम चुका है। बीते कल यानी 1 जून को 13 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। अब सभी की नजरें 4 जून पर टिक गई हैं, क्योंकि इस दिन रिजल्ट आने हैं। इलेक्शन कमीशन के ऐप वोटर टर्नआउट के मुताबिक 62.06% वोटिंग हुई, जोकि पिछले चुनाव की तुलना में 3.9% कम है। पिछले चुनाव में 65.96% वोटिंग हुई थी। लंबे समय के बाद पंजाब का ये पहला चुनाव है, जब कोई भी बड़ी पार्टी गठजोड़ में नहीं हैं। ऐसे में इस बार 6 से 8 सीटों पर कांग्रेस, 4 से 6 पर आम आदमी पार्टी (AAP), 2 पर भाजपा और 1 पर अकाली दल फाइट में दिख रहे हैं। हालांकि पंजाब में कांग्रेस और AAP दोनों INDIA गठबंधन के तहत नहीं उतरे, लेकिन अंत में दोनों की सीटें INDIA गठबंधन में जुड़ने वाली हैं। यानी INDA गठबंधन आसानी से 8 से 10 सीटों पर काबिज हो सकता है। पटियाला में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर का पटियाला में कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी और AAP के कैंडिडेट बलबीर सिंह से मुकाबला है। दूसरी हॉट सीट लुधियाना है। यहां कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग मैदान में हैं, लेकिन AAP के अशोक पराशर पप्पी भी स्ट्रॉन्ग हैं। वहीं, पिछले 3 चुनाव में अकाली दल के कब्जे में बठिंडा सीट पर इस बार AAP व कांग्रेस के कैंडिडेट के कारण मुकाबला टफ है। इसके अलावा खडूर साहिब सीट नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के कारण चर्चा में हैं। जेल से चुनाव लड़ने के बावजूद वह कांग्रेस और AAP कैंडिडेट के साथ क्लोज फाइट में है। किसान आंदोलन से बिगड़ा भाजपा का समीकरण
पंजाब में भाजपा इस बार चर्चा में हैं। हिंदू व शहरी वोटर भाजपा की तरफ झुका है, लेकिन किसानों ने भाजपा का समीकरण बिगाड़ दिया। पंजाब की 65% आबादी गांवों में हैं। पंजाब में 58% आबादी सिख है, जबकि 35% आबादी हिंदू है। मालवा व माझा के ग्रामीण इलाकों में किसान आंदोलन का असर है। वहीं अधिकतर सिख वोटों का रुझान भी भाजपा की तरफ नहीं है। तीन सीटों पर खालिस्तान समर्थक मैदान में, 2 पर टफ फाइट
पंजाब में 3 सीटों पर खालिस्तान समर्थक मैदान में हैं। इनमें सबसे पहला नाम सिमरनजीत सिंह मान का है, जो संगरूर से मौजूदा सांसद हैं। इस बार वोटर उनकी तरफ नहीं झुकता नहीं दिख रहा। दूसरा नाम देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह का हैं। वे इस समय फरीदकोट से चुनाव लड़ रहे हैं और क्लोज फाइट में हैं। तीसरी सीट खडूर साहिब है, जहां से वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह मैदान में है। तीन सीटों में से 2 पर अमृतपाल सिंह व सरबजीत सिंह क्लोज फाइट में हैं। अब पढ़िए 13 सीटों पर क्या समीकरण बन रहे हैं… गुरदासपुर: कम वोटिंग से AAP को नुकसान
गुरदासपुर सीट पर अलग चुनाव लड़ने से अकाली दल व भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। यहां कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी CM सुखजिंदर रंधावा तो AAP ने शैरी कलसी को मैदान में उतार रखा है, जिनमें क्लोज फाइट चल रही है। यहां इस बार 65.77% वोट मतदान हुआ। जबकि 2019 के चुनाव में कुल वोटिंग 69.26% थी। इसका सीधा नुकसान मौजूदा राज्य सरकार को दिख रहा है और फायदा कांग्रेस को। अमृतसर: भाजपा-कांग्रेस क्लोज फाइट में
अमृतसर जिले के 11 में से 9 विधानसभा हलके अमृतसर लोकसभा में आते हैं, जबकि दो बाबा बकाला व जंडियाला खडूर साहिब में आते हैं। 2019 में यहां 57.07% वोटिंग हुई थी, लेकिन इस साल 56.07% ही वोट पड़े हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री कुलदीप धालीवाल यहां से उम्मीदवार हैं, इसके बावजूद वे यहां वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने में असमर्थ रहे। यहां भाजपा शहर में मजबूत स्थिति में दिखी, लेकिन गांवों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मजूबत रही। जिसके चलते सांसद गुरजीत औजला को इस बार भाजपा के साथ क्लोज फाइट लड़नी पड़ रही है। खडूर साहिब: अमृतपाल के कारण सबसे चर्चित सीट
पंजाब में कई वीवीआईपी सीटों को पछाड़ खडूर साहिब राज्य की सबसे चर्चित सीट है। क्योंकि यहां से वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह चुनाव लड़ रहा है। यहां भी आम आदमी पार्टी के मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर मैदान में हैं, लेकिन इस बार यहां वोटिंग में 3 प्रतिशत गिरावट आई। कुल 61.60% वोटिंग हुई है, जो मौजूदा सरकार के लिए सही नहीं है। वहीं, कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा और भाजपा के मनजीत सिंह मियांविंड मैदान में हैं। यहां क्लोज फाइट अमृतपाल सिंह की लालजीत सिंह भुल्लर व कुलबीर सिंह जीरा के साथ है। जालंधर: दलबदलुओं से नाराज हुए वोटर
जालंधर की सीट शुरू से कांग्रेस की झोली में रही है, लेकिन 2022 के उपचुनाव में यहां AAP ने जीत हासिल की। इस बार कांग्रेस ने यहां पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को उतारा। जबकि AAP ने पहले यहां टिकट मौजूदा सांसद सुशील कुमार रिंकू को दी थी, लेकिन वे भाजपा में पलटी मार गए। इसके बाद AAP ने पवन कुमार टीनू को टिकट दी। इस बार यहां 59.67% वोटिंग हुई है, जो 2019 क चुनाव से करीब 4 प्रतिशत कम है। इसका नुकसान मौजूदा सरकार को होना संभावित है, वहीं कांग्रेस यहां बढ़त में दिख रही है। होशियारपुर: AAP को बढ़त, भाजपा की साख दांव पर
होशियारपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन टिकट बंटवारे की नाराजगी ने भाजपा को यहां कमजोर भी किया। इसका फायदा आम आदमी पार्टी को दिख रहा है। यहां आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को छोड़कर आए डॉ. राज कुमार चब्बेवाल को मैदान में उतारा। भाजपा ने इस बार केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश की पत्नी अनीता सोम प्रकाश को दिया। वहीं, कांग्रेस ने यामिनी गोमर को मैदान में उतारा। होशियारपुर में इस साल तकरीबन 4% गिरावट के साथ 58.86% वोट डले हैं। आनंदपुर साहिब: कांग्रेस स्ट्रॉन्ग, AAP क्लोज फाइट में
आनंदपुर साहिब में हिंदू वोटर अधिक हैं। यहां इस बार 60.02% वोटिंग हुई, जो 2019 के चुनाव से तकरीबन 3% कम है। पिछले 3 चुनाव में ये सीट दो बार कांग्रेस के पास रही। इस बार कांग्रेस ने अपना कैंडिडेट बदल विजय इंदर सिंगला को टिकट दी। वहीं आम आदमी पार्टी ने मालविंदर सिंह कंग को मैदान में उतारा। इसके अलावा अकाली दल ने प्रेम सिंह चंदूमाजरा व बसपा ने जसवीर गढ़ी को उतार समीकरण ही बदल दिए। जिसका फायदा आम आदमी पार्टी को दिख रहा है। इस बार वह टफ फाइट में हैं। ऐसे में मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है। लुधियाना: पप्पी पराशर ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया
लुधियाना सीट हॉट सीटों में शामिल है। यहां से मौजूदा सांसद रवनीत बिट्टू चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले तक कांग्रेस में थे। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें लुधियाना से ही कैंडिडेट बनाया। उन्हें हराने के लिए कांग्रेस ने प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मैदान में उतारा। इस बीच AAP भी पीछे ना रही और लुधियाना सेंट्रल के विधायक अशोक पराशर पप्पी को मुकाबले में उतार दिया। यहां इस बार 59% वोट पड़े, जो 2019 के चुनाव के मुकाबले तकरीबन 3% कम है। पप्पी पराशर के मैदान में आने के बाद ये मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है। फतेहगढ़ साहिब: लोगों की नाराजगी कांग्रेस पर भारी
फतेहगढ़ साहिब लोकसभा सीट के लिए लड़ाई दिलचस्प है। AAP ने कांग्रेस के पूर्व नेता गुरप्रीत सिंह जीपी को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस के मौजूदा सांसद व उम्मीदवार अमर सिंह गैरमौजूदगी के कारण फंसते दिख रहे हैं। वहीं, पंजाब सफाई सेवक संघ का प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा के गेजा राम वाल्मीकि व अकाली दल के बिक्रमजीत सिंह ने चुनाव को रोचक बना दिया है। इस बार यहां चौकाना मुकाबला है। इस बार यहां 2019 के मुकाबले 4% कम वोटिंग हुई। इलेक्शन कमीशन के ऐप वोटर टर्नआउट के मुताबिक 61.18% वोटिंग हुई। फरीदकोट: AAP-आजाद उम्मीदवार के बीच कड़ा मुकाबला
यहां इस बार 63.17% वोटिंग हुई, जबकि 2019 के चुनाव में 63.25% मतदान हुआ था। इस सीट पर मौजूदा सांसद कांग्रेस के हैं, लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं। इस बार AAP उम्मीदवार करमजीत सिंह अनमोल और आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा के बीच टफ फाइट मानी जा रही है। भाजपा ने यहां फेमस सूफी सिंगर हंसराज हंस को उतारा, लेकिन किसानों के विरोध के कारण नुकसान होता दिख रहा है। फिरोजपुर: अकाली दल की होम सीट पर कांग्रेस स्ट्रॉन्ग
बठिंडा की तरह फिरोजपुर को भी हमेशा अकाली दल की सीट माना जाता रहा है, लेकिन 2019 में अकाली दल छोड़ कांग्रेस में आए शेर सिंह घुबाया यहां स्ट्रॉन्ग दिख रहे हैं। यहां 2019 में वोट प्रतिशत 72.47% रहा था, लेकिन इस साल ये 65.95% रहा। यहां मौजूदा सांसद सुखबीर बादल हैं, लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव न लड़ने की घोषणा की और नरदेव सिंह बॉबी मान को टिकट दी। यहां कंबोज बिरादरी काफी मजबूत है। रिपोर्ट्स के अनुसार उनका समर्थन घुबाया को मिल चुका है, जो उन्हें यहां स्ट्रॉन्ग कर रहा है। बठिंडा: अकाली दल अस्तित्व बचाने की कोशिश में
बठिंडा को अकाली दल का गढ़ माना जाता है। यहां मौजूदा सांसद और कैंडिडेट हरसिमरत कौर बादल हैं। 2019 के चुनाव के मुकाबले इस साल यहां करीब 8 प्रतिशत कम यानी 67.97% वोट डले। कांग्रेस के जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू तो भाजपा के परमपाल कौर सिद्धू मैदान में हैं। हरसिमरत कौर के सामने AAP ने यहां पूर्व CM प्रकाश सिंह बादल को हराने वाले गुरमीत सिंह खुडियां को मैदान में उतार रखा है। ऐसे में यहां मुकाबला टफ हो गया है। हरसिमरत 2014 के चुनाव में 1 लाख से अधिक वोटों से जीतीं थी और 2019 में ये जीत का मार्जिन तकरीबन 21 हजार रह गया था। यहां गुरमीत खुडि्डयां व हरसिमरत कौर बादल के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है। जीत-हार बताना मुश्किल है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि जीत का मार्जिन काफी कम रहने वाला है। संगरूर; सीएम मान की साख दांव पर
संगरूर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का गृह जिला है। यहीं से वह 2 बार जीतकर संसद में गए, लेकिन आज ये सीट फंस चुकी है। कांग्रेस ने यहां मौजूदा विधायक सुखपाल खैहरा को टिकट दी। करीब 1 महीने वह यहां जुट रहे। कैंपेन इतना जबरदस्त रहा कि भगवंत मान को खुद आना पड़ा और वोटरों को AAP के समर्थन में वोट डालने को कहना पड़ा। इस बार यहां 64.63% वोटिंग हुई। 2019 के चुनाव में यहां 72.40% वोट पड़े। इस सीट पर AAP के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कांग्रेस के सुखपाल खैहरा के बीच कड़ा मुकाबला है। यहां सीएम भगवंत मान की साख दांव पर है। पटियाला: मोती महल का असर कम हुआ, दो डॉक्टरों के बीच मुकाबला
मोती महल के कारण शाही सीट कही जाने वाली पटियाला में अधिकतर समय कैप्टन अमरिंदर सिंह व परनीत कौर के कारण कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार शाही घराने ने कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया। जिसका फायदा AAP और कांग्रेस के मौजूदा उम्मीदवारों को दिख रहा है। भाजपा की टिकट पर महारानी परनीत कौर के होने के बावजूद मुकाबला कांग्रेस के डॉ. धर्मवीर गांधी व AAP के मौजूदा मंत्री डॉ. बलबीर सिंह के बीच है। इस बार यहां 63.63% वोटिंग हुई, जो 2019 के चुनाव से 4% कम है।
PM की मीटिंग से पहले पंजाब में पुलिस-किसानों की झड़प:जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन एक्वायर करने का विरोध; माहौल तनावपूर्ण
PM की मीटिंग से पहले पंजाब में पुलिस-किसानों की झड़प:जम्मू-कटरा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन एक्वायर करने का विरोध; माहौल तनावपूर्ण पंजाब के मलेरकोटला में जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण करने को लेकर किसानों और पुलिस में झड़प हो गई। किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। इसके बाद यहां स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। यहां प्रशासन ने कल मंगलवार को जमीन एक्वायर की थी। इसके बाद आज बुधवार को भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के मेंबर विरोध करने पहुंच गए। उन्होंने पुलिस के लगाए टिप्पर भी धक्के मारकर वहां से हटा दिए। इसी मामले को लेकर आज बुधवार शाम को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में एक हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग में NHAI के अधिकारियों के अलावा पंजाब सरकार के अधिकारी भी बुलाए गए हैं। इसी मीटिंग में दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेस-वे की जमीन अधिग्रहण को लेकर आ रही दिक्कतों पर रिपोर्ट रखी जाएगी। प्रोटेस्ट के PHOTOS… हाईकोर्ट भी सख्त
दूसरी तरफ पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी जमीन अधिग्रहण को लेकर सख्त है। गत दिनों हुई सुनवाई में HC ने पंजाब सरकार को दो हफ्तों में जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी करने को कहा है। 6 सितंबर को हाईकोर्ट में इस मामले में पंजाब सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है। मीटिंग तय होते ही राज्य सरकार हुई एक्टिव
जैसे ही PM कार्यालय की तरफ से NHAI के प्रोजेक्टों को लेकर मीटिंग रखी गई थी। उसके बाद पंजाब सरकार भी एक्टिव हो गई थी। मुख्य सचिव अनुराग वर्मा की तरफ से DGP गौरव यादव को पत्र लिखा गया था। पत्र में उन्होंने लिखा था कि प्रधानमंत्री 28 अगस्त को दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस संबंध में उपायुक्तों के साथ समीक्षा करने पर पाया गया कि दो बहुत छोटे लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सों मलेरकोटला में (1.34 किलोमीटर की दूरी) और कपूरथला में (लगभग 1.25 किलोमीटर की दूरी) पर कब्जा लिया जाना है। इसे 27 अगस्त, 2024 तक लिया जाना है। ऐसे में इसके लिए दोनों जगह पर पुलिस फोर्स मुहैया करवाई जाए। पंजाब के चीफ सेक्रेटरी का DGP को भेजा लेटर… केंद्र व पंजाब सरकार में चल रहा विवाद
पंजाब में नेशनल हाईवे प्रोजेक्टों की जमीन अधिग्रहण को लेकर काफी समय से केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के बीच गतिरोध चल रहा है। 16 जुलाई को दिल्ली में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें लोक निर्माण और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ शामिल हुए थे। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब सरकार को पहल के आधार पर हाईवे में आ रही जमीनों के कब्जे दिलाने को कहा था। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर इस काम में देरी हुई तो प्रोजेक्ट कैंसिल कर देंगे। इसके बाद यह मामला थोड़ा गर्माया था। विरोधियों ने सरकार को घेरा था, लेकिन फिर माहौल शांत हो गया था। ठेकेदारों ने काम बंद करने की चेतावनी दी
फिर 7 अगस्त को NHAI प्रोजेक्टों में काम कर रहे ठेकेदारों ने केंद्र व पंजाब सरकार को पत्र लिखा था। साथ ही कहा था कि उन्हें भू-माफिया द्वारा जलाने की धमकियां मिल रही हैं। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वह काम रोक देंगे। इसके बाद पंजाब के चीफ सेक्रेटरी ने DGP को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। साथ ही उस समय 2 FIR दर्ज की गई थी। इसके बाद 10 अगस्त को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से पंजाब सरकार को पत्र लिखा गया था। NHAI ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
साथ ही NHAI के अधिकारियों और ठेकेदारों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। उन्होंने धमकी भी दी थी कि उचित सुरक्षा नहीं मुहैया करवाई गई तो 293 किलोमीटर के 14288 करोड़ के प्रोजेक्ट बंद कर देंगे। फिर 12 अगस्त को पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया की तरफ से इसी मुद्दे को लेकर अधिकारियों से मीटिंग की गई थी। दूसरी तरफ से इस मामले को लेकर NHAI हाईकोर्ट पहुंची थी। कहा था कि गत साल अक्तूबर में हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को जमीन का अधिग्रहण कर उन्हें सौंपने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। इसके बाद गत शुक्रवार को हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार ने दो हफ्तों में यह कार्रवाई पूरी करने को कहा था। CM मान ने सहयोग का भरोसा दिलाया
इसके बाद 13 अगस्त को पंजाब CM भगवंत मान ने केंद्र को सहयोग का विश्वास दिलाते हुए स्पष्ट किया कि ठेकेदारों पर हमले के मामले में दो FIR दर्ज की गई हैं। वहीं, उन्होंने पत्र में कहा था कि पंजाब में जमीनों की कीमत अन्य राज्य से ऊंची है। ऐसे में किसान जमीन देने से पीछे हट रहे हैं। वह किसानों से मीटिंग कर इस मामले को निपटाएंगे।