शिमला में नगर निगम टीम ने संडे मार्केट में अवैध रूप से सामान बेचने वाले पर कार्रवाई की है। नगर निगम की टीम हर रविवार को लोअर बाजार में सजने वाली संडे मार्केट का निरीक्षण कर रही है। आज भी अवैध तरीके से सामान सजाने वाले तहबाजारियों पर नगर निगम का डंडा चला है। नगर निगम की टीम ने अवैध रूप से बैठे 5 तहबाजारियों का सामान जब्त किया। यह सभी बाहरी राज्यों से सामान बेचने के लिए पहुंचते हुए थे। इन सभी के पास नगर निगम का लाइसेंस नहीं था। नगर निगम की टीम ने रविवार को डीसी ऑफिस से लेकर शेर ए पंजाब तक दो बार निरीक्षण किया। लोअर बाजार में हर रविवार को संडे मार्केट लगती है। जिस कारण लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। इस रविवार भी लोअर बाजार में लोगों की भीड़ देखने को मिली। तहबाजारियों ने जगह-जगह अपना सामान सजाया हुआ था। जबकि कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों से बाहर सामान को सजाया हुआ था। जिसकी वजह से राहगीरों को चलने में परेशानी हो रही थी। शिमला में नगर निगम टीम ने संडे मार्केट में अवैध रूप से सामान बेचने वाले पर कार्रवाई की है। नगर निगम की टीम हर रविवार को लोअर बाजार में सजने वाली संडे मार्केट का निरीक्षण कर रही है। आज भी अवैध तरीके से सामान सजाने वाले तहबाजारियों पर नगर निगम का डंडा चला है। नगर निगम की टीम ने अवैध रूप से बैठे 5 तहबाजारियों का सामान जब्त किया। यह सभी बाहरी राज्यों से सामान बेचने के लिए पहुंचते हुए थे। इन सभी के पास नगर निगम का लाइसेंस नहीं था। नगर निगम की टीम ने रविवार को डीसी ऑफिस से लेकर शेर ए पंजाब तक दो बार निरीक्षण किया। लोअर बाजार में हर रविवार को संडे मार्केट लगती है। जिस कारण लोगों की भीड़ देखने को मिलती है। इस रविवार भी लोअर बाजार में लोगों की भीड़ देखने को मिली। तहबाजारियों ने जगह-जगह अपना सामान सजाया हुआ था। जबकि कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों से बाहर सामान को सजाया हुआ था। जिसकी वजह से राहगीरों को चलने में परेशानी हो रही थी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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अंब पहुंचे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत:न्यायिक परिसर का किया उद्घाटन, कार्यप्रणाली में डिजिटल तकनीक पर दिया जोर ऊना जिले के अंब में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने रविवार को 17.16 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित बहुमंजिला न्यायिक परिसर का लोकार्पण किया। इस अत्याधुनिक परिसर में 6 कोर्ट रूम, 2 बार रूम, पुस्तकालय और महिलाओं व पुरुषों के लिए प्रसाधन सुविधाएं उपलब्ध हैं। परिसर में आने वाले नागरिकों की सुविधा के लिए भी विशेष प्रबंध हैं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ और अन्य न्यायाधीश भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने साल 2019 में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए इस न्यायिक परिसर की आधारशिला रखी थी। अपने संबोधन में न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने न्यायिक परिसर अंब के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त की, और इसे हिमाचल प्रदेश में न्यायिक प्रणाली के विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने अधिक से अधिक न्यायिक परिसरों के निर्माण पर बल देते हुए कोर्ट में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डिजिटल तकनीक पर दिया जा रहा जोर न्यायमूर्ति ने सभी कोर्ट की कार्यप्रणाली में डिजिटल तकनीक के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय में ई-तकनीक के उपयोग से ऑनलाइन सुनवाई की सुविधा के माध्यम से भौगोलिक सीमाओं में अब कोई बाधा नहीं रही हैं। जिससे न्याय की पहुंच सभी के लिए सुगम हो गई है। इसके साथ ही, देश के विभिन्न जिला और उप मंडल बार के वकीलों को भी सुप्रीम कोर्ट के कार्यों का अनुभव प्राप्त हो रहा है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने अंब बार एसोसिएशन को भी ई-तकनीक का अधिक से अधिक सदुपयोग करने और एक ई-लाइब्रेरी विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के न्यायिक समुदाय की कार्य संस्कृति की सराहना करते हुए इसे देश के सबसे समर्पित समुदायों में से एक बताया। इस दौरान अपने संबोधन में न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने न्यायिक परिसर अंब के निर्माण में समय-समय पर मिले सभी के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्यायिक परिसरों की महत्वपूर्ण भूमिका प्रशासनिक दक्षता को बेहतर बनाने और सभी लोगों तक न्याय की आसान पहुँच सुनिश्चित करने में होती है, जिससे न्याय प्रणाली को सुदृढ़ बनाया जा सकता है। ऊना जिले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की दी जानकारी हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की न्यायाधीश एवं ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ ने मुख्य अतिथि सहित सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए ऊना जिले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने न्यायिक परिसर अंब के निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करते हुए इसे न्याय प्रणाली के विस्तार और प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक अहम कदम बताया। उन्होंने मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान को सम्मानित किया। न्यायाधीशों सम्मानित को किया सम्मानित वहीं, जिला एवं सत्र न्यायाधीश नरेश कुमार ठाकुर ने सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ और कार्यक्रम में उपस्थित हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों को सम्मानित किया। इस मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल अनूप रतन तथा जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त जतिन लाल ने मुख्य अतिथि और सभी मेहमानों को माता श्री चिन्तपूर्णी जी के मंदिर की प्रतिकृति और माता की चुनरी भेंट कर सम्मानित किया।
हिमाचल मस्जिद विवाद पर बोले शहरी विकास मंत्री:विक्रमादित्य ने कहा- कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करेंगे; प्रशासनिक दृष्टि से देखने की जरूरत
हिमाचल मस्जिद विवाद पर बोले शहरी विकास मंत्री:विक्रमादित्य ने कहा- कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करेंगे; प्रशासनिक दृष्टि से देखने की जरूरत हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद विवाद को लेकर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, प्रदेश में चाहे अवैध मस्जिद बनी है या फिर दूसरे भवन बने हैं। उन सबके खिलाफ कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाएगी। विक्रमादित्य सिंह ने कहा, हिमाचल एक शांतिप्रिय राज्य है। हमे इन मसलों को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखना चाहिए, बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से कार्रवाई की जरूरत है। संजौली और मंडी में मुस्लिम समुदाय खुद अवैध निर्माण तोड़ने को तैयार है। मंडी में मुस्लिम समुदाय ने लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनी अवैध दीवार को तोड़ना शुरू कर दिया है। शहरी विकास मंत्री ने कहा, वार्तालाप करके हर चीज का हल निकाला जा सकता है। उन्होंने सभी लोगों से आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, वह इस मसले से समाधान के लिए हर वक्त वार्ता के लिए तैयार है। विक्रमादित्य ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने खुद इस मामले में सर्वदलीय मीटिंग कर चुके हैं। इसमें सभी दलों ने माना कि प्रदेश में इस तरह का माहौल नहीं होना चाहिए। मस्जिद विवाद के कारण 14 दिन से तनावपूर्ण माहौल प्रदेश में बीते 1 सितंबर से अवैध मस्जिद निर्माण के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया है। हालांकि शिमला और मंडी में मुस्लिम समुदाय द्वारा अवैध निर्माण को तोड़ने की हामी भरने के बाद माहौल शांत हुआ है। लेकिन अन्य शहरों में आए दिन इसे लेकर प्रदर्शन हो रहे है। आज भी सुन्नी, घुमारवी, सुंदरनगर और पांवटा साहिब में प्रदर्शन किए गए। इसी तरह प्रदेशभर में सुबह 9 से 11 बजे तक व्यापारियों ने भी अपनी दुकानें बंद रखी है।
हिमाचल में 2 दिन बारिश का अलर्ट:गर्मी से लोग परेशान, 9 शहरों का पारा 35 डिग्री पार, ऊना सबसे गर्म रहा
हिमाचल में 2 दिन बारिश का अलर्ट:गर्मी से लोग परेशान, 9 शहरों का पारा 35 डिग्री पार, ऊना सबसे गर्म रहा हिमाचल प्रदेश में मानसून के बीच गर्मी रिकॉर्ड तोड़ने लगी है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, मंगलवार को ऊना, कांगड़ा और सुंदरनगर में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। मंडी जिला के सुंदरनगर में सितंबर माह में पहले इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी, जितना तापमान बीते मंगलवार को रिकॉर्ड किया गया। सुंदरनगर का पारा 34.7 डिग्री सेल्सियस हो गया, इससे पहले रिकॉर्ड तापमान 21 सितंबर 2020 को 34.4 डिग्री सेल्सियस था। कांगड़ा में भी सितंबर माह की गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कांगड़ा में पहली बार सितंबर में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पहुंचा है। इससे पहले सितंबर में सबसे गर्म दिन 21 सितंबर 2020 को था, तब कांगड़ा का पारा 34.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। वहीं ऊना का तापमान भी 38.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इससे पहले 21 सितंबर 2020 को भी 38.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड टैम्परेचर था। प्रदेश का औसत तापमान सामान्य से 5 डिग्री अधिक प्रदेश के अन्य शहरों के तापमान में भी इसी तरह का उछाल आया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश का औसत तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो गया है। केलांग के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल दर्द किया गया है। केलांग के तापमान में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल शिमला का तापमान भी सामान्य से 5.7 डिग्री के उछाल के बाद 28.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है, जो कि रिकॉर्ड तापमान से मात्र 0.2 डिग्री कम है। वहीं मनाली का पारा भी सामान्य से 3.8 डिग्री के उछाल के साथ 27.7 डिग्री पहुंच गया है। 9 शहरों का पारा 35 डिग्री या इससे ज्यादा हुआ प्रदेश के 9 शहरों का पारा 35 डिग्री या इससे भी ज्यादा हो गया है। इससे पहले पहाड़ों पर कभी भी सितंबर में इतनी गर्मी नहीं पड़ी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो कल और परसों 2 दिन बारिश के आसार है। हालांकि 2 दिन पहले के बुलेटिन में आज भी बारिश का येलो अलर्ट दिया गया था। लेकिन ताजा बुलेटिन में आज ज्यादातर भागों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। अगले 26 और 27 सितंबर को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला सोलन और सिरमौर जिला में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। मानसून सीजन में सामान्य से 21% कम बारिश प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 21 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 23 सितंबर के बीच 723.1 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 573.7 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है, जहां सामान्य से 15 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे है। वहीं बिलासपुर में सामान्य बारिश हुई है, जबकि 10 अन्य जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है।