कौन है वो दबंग IPS जिसने सुबह-सुबह प्रशांत किशोर को ‘उठाया’? कांपते हैं शराब माफिया

कौन है वो दबंग IPS जिसने सुबह-सुबह प्रशांत किशोर को ‘उठाया’? कांपते हैं शराब माफिया

<p style=”text-align: justify;”><strong>Prashant Kishor Arrested: </strong><span style=”font-weight: 400;”>70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के बाद अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों की ओर से पटना में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था. बाद में इस धरना प्रदर्शन में नेताओं की भी एंट्री हो गई. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में आमरण अनशन शुरू किया जिन्हें पुलिस ने सोमवार (06 जनवरी, 2025) की सुबह गिरफ्तार कर लिया. हिरासत में लेने और गिरफ्तारी की कार्रवाई के लिए पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी (दानापुर-01) भानु प्रताप सिंह खुद पहुंचे थे. गिरफ्तारी की खबर के बीच अब इनकी भी चर्चा हो रही है.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह 2021 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान में दानापुर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं. एएसपी भानु प्रताप पिछले करीब दो महीने से दानापुर में पदस्थापित हैं. दो महीने में ही कई ऐसे काम किए जिसको लेकर वे सुर्खियों में आ गए. पिछले साल (2024) दिसंबर में दानापुर में आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कालिया गैंग का किया था उजागर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह ने दो दिनों के अंदर बड़ी कार्रवाई की. रीतलाल यादव के भय से कोई पुलिस जल्द हाथ नहीं डालती थी, लेकिन भानु प्रताप ने अपने नेतृत्व में बड़ा एक्शन लिया. दानापुर में आते ही सबसे पहले कालिया गैंग का उजागर करके नौ लोगों को गिरफ्तार किया. काफी संख्या में हथियार भी बरामद किए गए थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नालंदा और मुजफ्फरपुर में रह चुके हैं भानु प्रताप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बताया जाता है कि आईपीएस अधिकारी में चयन के बाद प्रशिक्षु के रूप में उनकी पोस्टिंग नालंदा में हुई थी. मुजफ्फरपुर में टाउन पुलिस उपाधीक्षक के पद पर रहे. वहां करीब एक साल तक रहने के दौरान उनकी पहचान कड़क अधिकारी के रूप में हो गई. उन्होंने अवैध रूप से शराब बेचने वालों के नाक में दम कर दिया था. शराब माफिया में भय में जी रहे थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह लाठीचार्ज कर भीड़ को खत्म करने में भी एक्सपर्ट रहे हैं. जब मुजफ्फरपुर में एक हॉस्पिटल में पब्लिक ने जमकर हंगामा किया तो भानु प्रताप सिंह ने पहुंचते ही तुरंत लाठीचार्ज करवाया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया था. कहा जाता है कि अगर लाठीचार्ज नहीं होती तो पब्लिक-अस्पताल में काफी ज्यादा तोड़फोड़ कर देती. तुरंत एक्शन लेकर हालात को भानु प्रताप ने काबू में किया था.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/patna-police-arrested-jan-suraj-founder-prashant-kishor-now-vanity-van-seized-by-patna-transport-department-2857132″>Watch: प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के साथ उनकी वैनिटी वैन भी जब्त, परिवहन विभाग ने लिया एक्शन</a><br /></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Prashant Kishor Arrested: </strong><span style=”font-weight: 400;”>70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के बाद अनियमितता का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों की ओर से पटना में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था. बाद में इस धरना प्रदर्शन में नेताओं की भी एंट्री हो गई. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में आमरण अनशन शुरू किया जिन्हें पुलिस ने सोमवार (06 जनवरी, 2025) की सुबह गिरफ्तार कर लिया. हिरासत में लेने और गिरफ्तारी की कार्रवाई के लिए पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी (दानापुर-01) भानु प्रताप सिंह खुद पहुंचे थे. गिरफ्तारी की खबर के बीच अब इनकी भी चर्चा हो रही है.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह 2021 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वर्तमान में दानापुर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं. एएसपी भानु प्रताप पिछले करीब दो महीने से दानापुर में पदस्थापित हैं. दो महीने में ही कई ऐसे काम किए जिसको लेकर वे सुर्खियों में आ गए. पिछले साल (2024) दिसंबर में दानापुर में आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया.&nbsp;</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कालिया गैंग का किया था उजागर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह ने दो दिनों के अंदर बड़ी कार्रवाई की. रीतलाल यादव के भय से कोई पुलिस जल्द हाथ नहीं डालती थी, लेकिन भानु प्रताप ने अपने नेतृत्व में बड़ा एक्शन लिया. दानापुर में आते ही सबसे पहले कालिया गैंग का उजागर करके नौ लोगों को गिरफ्तार किया. काफी संख्या में हथियार भी बरामद किए गए थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नालंदा और मुजफ्फरपुर में रह चुके हैं भानु प्रताप</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>बताया जाता है कि आईपीएस अधिकारी में चयन के बाद प्रशिक्षु के रूप में उनकी पोस्टिंग नालंदा में हुई थी. मुजफ्फरपुर में टाउन पुलिस उपाधीक्षक के पद पर रहे. वहां करीब एक साल तक रहने के दौरान उनकी पहचान कड़क अधिकारी के रूप में हो गई. उन्होंने अवैध रूप से शराब बेचने वालों के नाक में दम कर दिया था. शराब माफिया में भय में जी रहे थे.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><span style=”font-weight: 400;”>भानु प्रताप सिंह लाठीचार्ज कर भीड़ को खत्म करने में भी एक्सपर्ट रहे हैं. जब मुजफ्फरपुर में एक हॉस्पिटल में पब्लिक ने जमकर हंगामा किया तो भानु प्रताप सिंह ने पहुंचते ही तुरंत लाठीचार्ज करवाया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया था. कहा जाता है कि अगर लाठीचार्ज नहीं होती तो पब्लिक-अस्पताल में काफी ज्यादा तोड़फोड़ कर देती. तुरंत एक्शन लेकर हालात को भानु प्रताप ने काबू में किया था.</span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/patna-police-arrested-jan-suraj-founder-prashant-kishor-now-vanity-van-seized-by-patna-transport-department-2857132″>Watch: प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के साथ उनकी वैनिटी वैन भी जब्त, परिवहन विभाग ने लिया एक्शन</a><br /></strong></p>  बिहार यूपी बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव के लिए बड़ा फैसला, 23-24 जनवरी के बीच दौरा करेंगे केंद्रीय मंत्री