हरियाणा के कैथल में युवक को जर्मनी भेजने के नाम पर दो व्यक्तियों ने 8 लाख 50 हजार रुपए हड़प लिए। युवक को जर्मनी की बजाय रूस भेज दिया और वहां पर उसे किडनैपरों के जरिए बंधक बनाकर प्रताड़ित किया। उसके शरीर पर जलती सिगरेट तक बुझाई। किडनैपर रुपए लेने के बाद उसे चोटें मारकर अधमरी हालत में जंगल में फेंककर भाग गए। पुलिस ने युवक के पिता की शिकायत पर आरोपी दंपती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कैथल के गांव खरौदी निवासी सरदार अहमद ने गुहला थाना में दी शिकायत में बताया कि उसका लडका मजीद अहमद विदेश जाना चाहता था। इस संबंध में उसने सोशल मीडिया पर एक ऐड देखी। यह ऐड पटियाला पंजाब निवासी कमलप्रीत मल्होत्रा व उसकी पत्नी अंकिता मल्होत्रा ने डाली हुई थी। ये दोनों पटियाला में ब्रिटिश एकेडमी के नाम से अपना कार्यालय चलाते हैं। उसने बताया कि ऐड देखने के बाद उसके बेटे मजीद अहमद ने जुलाई 2024 में इनसे संपर्क किया। बातचीत करने पर दोनों ने बताया कि वे मजीद को जर्मनी भेज देंगे और 8 लाख 50 हजार रुपए मांगे। साथ ही कहा कि वे मजीद को पहले रूस भेजेंगे। बाद में वहां से जर्मनी भेज देंगे। इस पर वे राजी हो गए और मजीद अहमद का पासपोर्ट उनको दे दिया। आरोपियों ने कहा कि वे जल्द ही मजीद अहमद का जर्मनी का वीजा लगवा देंगे। सरदार अहमद ने बताया कि जुलाई महीने में आरोपियों ने उनसे चार लाख रुपए ले लिए और बाकी रुपए मजीद के जर्मनी पहुंचने के बाद देने की बात कही। 12 अगस्त को मजीद अहमद नई दिल्ली से रूस पहुंच गया। 19 अगस्त को फिर से आरोपियों ने 21 हजार रुपए ले लिए। 29 अगस्त को आरोपियों ने उसकी मजीद से बात करवाई तो उसने कहा कि वह जर्मनी पहुंच गया है और बाकी रुपए देने के लिए कहा। उसने बताया कि इसके बाद कमलप्रीत मल्होत्रा ने उनसे 4 लाख 29 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद काफी दिन तक जब उसकी अपने बेटे से बात नहीं हुई तो वह दोनों से मिला। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही उसके बेटे से बात करवा देंगे। 12 सितंबर को उसके पास अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें मजीद बोल रहा था। मजीद ने कहा कि उसे कुछ अज्ञात व्यक्ति किडनैप करके बेला रूस ले गए और बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट करते थे। उसके बेटे ने बताया कि जलती सिगरेट उसके शरीर पर लगाते थे, उसको भूखा रखते थे। उसे जान से मारने की धमकी देकर बुलवाया था कि वह जर्मनी पहुंच गया है। किडनैपरों ने उसके 700 डॉलर भी छीन लिए और उसे अधमरा करके जंगल में फेंक कर वहां से चले गए। वहां से गुजरते लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। 20 सितंबर को उसे स्वयं टिकट करवा कर भारत वापस बुलाना पड़ा। सरदार अहमद ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे मजीद अहमद को जर्मनी भेजने का झांसा देकर 8 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए हैं। साथ ही उसके बेटे को किडनैप करवाकर उसे टॉर्चर करवाया। गुहला थाना के जांच अधिकारी एएसआई रामचंद्र ने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों कमलप्रीत मल्होत्रा व उसकी पत्नी अंकिता मल्होत्रा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की आगामी जांच की जा रही है। हरियाणा के कैथल में युवक को जर्मनी भेजने के नाम पर दो व्यक्तियों ने 8 लाख 50 हजार रुपए हड़प लिए। युवक को जर्मनी की बजाय रूस भेज दिया और वहां पर उसे किडनैपरों के जरिए बंधक बनाकर प्रताड़ित किया। उसके शरीर पर जलती सिगरेट तक बुझाई। किडनैपर रुपए लेने के बाद उसे चोटें मारकर अधमरी हालत में जंगल में फेंककर भाग गए। पुलिस ने युवक के पिता की शिकायत पर आरोपी दंपती के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कैथल के गांव खरौदी निवासी सरदार अहमद ने गुहला थाना में दी शिकायत में बताया कि उसका लडका मजीद अहमद विदेश जाना चाहता था। इस संबंध में उसने सोशल मीडिया पर एक ऐड देखी। यह ऐड पटियाला पंजाब निवासी कमलप्रीत मल्होत्रा व उसकी पत्नी अंकिता मल्होत्रा ने डाली हुई थी। ये दोनों पटियाला में ब्रिटिश एकेडमी के नाम से अपना कार्यालय चलाते हैं। उसने बताया कि ऐड देखने के बाद उसके बेटे मजीद अहमद ने जुलाई 2024 में इनसे संपर्क किया। बातचीत करने पर दोनों ने बताया कि वे मजीद को जर्मनी भेज देंगे और 8 लाख 50 हजार रुपए मांगे। साथ ही कहा कि वे मजीद को पहले रूस भेजेंगे। बाद में वहां से जर्मनी भेज देंगे। इस पर वे राजी हो गए और मजीद अहमद का पासपोर्ट उनको दे दिया। आरोपियों ने कहा कि वे जल्द ही मजीद अहमद का जर्मनी का वीजा लगवा देंगे। सरदार अहमद ने बताया कि जुलाई महीने में आरोपियों ने उनसे चार लाख रुपए ले लिए और बाकी रुपए मजीद के जर्मनी पहुंचने के बाद देने की बात कही। 12 अगस्त को मजीद अहमद नई दिल्ली से रूस पहुंच गया। 19 अगस्त को फिर से आरोपियों ने 21 हजार रुपए ले लिए। 29 अगस्त को आरोपियों ने उसकी मजीद से बात करवाई तो उसने कहा कि वह जर्मनी पहुंच गया है और बाकी रुपए देने के लिए कहा। उसने बताया कि इसके बाद कमलप्रीत मल्होत्रा ने उनसे 4 लाख 29 हजार रुपए ले लिए। इसके बाद काफी दिन तक जब उसकी अपने बेटे से बात नहीं हुई तो वह दोनों से मिला। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही उसके बेटे से बात करवा देंगे। 12 सितंबर को उसके पास अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें मजीद बोल रहा था। मजीद ने कहा कि उसे कुछ अज्ञात व्यक्ति किडनैप करके बेला रूस ले गए और बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट करते थे। उसके बेटे ने बताया कि जलती सिगरेट उसके शरीर पर लगाते थे, उसको भूखा रखते थे। उसे जान से मारने की धमकी देकर बुलवाया था कि वह जर्मनी पहुंच गया है। किडनैपरों ने उसके 700 डॉलर भी छीन लिए और उसे अधमरा करके जंगल में फेंक कर वहां से चले गए। वहां से गुजरते लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। 20 सितंबर को उसे स्वयं टिकट करवा कर भारत वापस बुलाना पड़ा। सरदार अहमद ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे मजीद अहमद को जर्मनी भेजने का झांसा देकर 8 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए हैं। साथ ही उसके बेटे को किडनैप करवाकर उसे टॉर्चर करवाया। गुहला थाना के जांच अधिकारी एएसआई रामचंद्र ने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों कमलप्रीत मल्होत्रा व उसकी पत्नी अंकिता मल्होत्रा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की आगामी जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पौने 3 लाख घरों में प्रीपेड मीटर लगेंगे:मोबाइल की तरह रिचार्जिंग, खत्म होते ही बिजली बंद; खट्टर बोले-सरकारी कर्मचारियों से शुरू करेंगे
हरियाणा के पौने 3 लाख घरों में प्रीपेड मीटर लगेंगे:मोबाइल की तरह रिचार्जिंग, खत्म होते ही बिजली बंद; खट्टर बोले-सरकारी कर्मचारियों से शुरू करेंगे रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत केंद्र सरकार देश भर बिजली वितरण व्यवस्था में बदलाव करने जा रही है। हरियाणा में भी इसके तहत प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जाएंगे। हरियाणा से चुनकर संसद तक जाने वाले केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सबसे पहले सरकारी कर्मचारियों के यहां प्रीपेड मीटर लगवाने की बात कही है। इसके बाद दूसरे फेज में आम उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाए जाएंगे। हरियाणा में करीब पौने 3 लाख सरकारी कर्मचारी हैं। वहीं बिजली उपभोक्ताओं की बात करें तो हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 70 लाख 46 हजार हो गई है। इसमें उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) के 32 लाख 84 हजार और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के 37 लाख 62 हजार बिजली उपभोक्ता हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद मोबाइल की तरह ही बिजली मीटर को रिचार्ज करना होगा। प्रीपेड बिजली मीटर से जुड़ी 4 अहम बातें… 1. बिजली वाउचर या टोकन खरीदना होगा
प्रीपेड बिजली मीटर बिजली का इस्तेमाल करने से पहले उसका भुगतान करने की एक प्रणाली है। इसमें बिजली का इस्तेमाल करने के लिए उपभोक्ता को बिजली वाउचर या टोकन खरीदने होते हैं। इन वाउचर को मीटर में डालकर बिजली आपूर्ति को चालू किया जाता है। बिजली वाउचर खत्म होने के बाद, बिजली आपूर्ति को फिर से चालू करने के लिए नए वाउचर खरीदने होते हैं। मोबाइल में जिस तरह हम वैल्यू पैक लेते हैं उसी तरह बिजली मीटर में जितनी यूनिट चाहिए उतना रिचार्ज कर सकेंगे। यूनिट पूरी होते ही बिजली बंद हो जाएगी। इससे पहले 2 से 3 अलर्ट मोबाइल पर आएंगे। 2. उपभोक्ताओं का बिल भी बकाया नहीं होगा
हर कनेक्शन के मीटर की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी, ताकि बिजली चोरी रोकी जा सके। स्मार्ट मीटर में खास बात यह है कि इसे मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा, जितना रिचार्ज उपलब्ध होगा उतनी ही बिजली मिलेगी। इससे बिजली चोरी रोकने में मदद मिलेगी। उपभोक्ताओं का बिल भी बकाया नहीं होगा। सबसे पहले प्रीपेड मीटर सरकारी महकमों में लगाए जाएंगे। फिर घरेलू व व्यवसायिक कनेक्शनों में प्रीपेड मीटर लगेंगे। एग्रीकल्चर कनेक्शन को इस स्कीम में नहीं शामिल किया गया है। 3. मोबाइल टावर के जरिए बिजली कंपनी को मिलेगा सिग्नल
स्मार्ट मीटर में एक डिवाइस होगी, जो मोबाइल टावर से बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक सिग्नल पहुंचाती है। जिससे बिजली कंपनियां दफ्तर से मीटर की रीडिंग और निगरानी कर सकती हैं। ऐसा होने पर मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारी भेजने की आवश्यकता नहीं रहेगी। साथ ही रीडिंग लिखने में होने वाली गफलत से भी निजात मिल जाएगी। मीटर के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ की जानकारी भी हाथों हाथ मिल सकेगी। 4. स्क्रीन पर दिखेगी खपत
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हुड्डा के सामने जिप चेयरपर्सन की दावेदारी:2 साल पहले राजनीति में आई, पहली बार में पार्षद व चेयरपर्सन बनी, भाजपा नहीं कर पाई सेंधमारी
हुड्डा के सामने जिप चेयरपर्सन की दावेदारी:2 साल पहले राजनीति में आई, पहली बार में पार्षद व चेयरपर्सन बनी, भाजपा नहीं कर पाई सेंधमारी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने भाजपा से गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा की टिकट के लिए दावेदारी ठोकी है। मंजू हुड्डा ने 2 साल पहले राजनीति में कदम रखा था। पहला चुनाव जिला पार्षद का वार्ड नंबर 5 से लड़ा। मंजू हुड्डा ने चुनाव में जीत हासिल की और इसके बाद सर्वसम्मति से चेयरपर्सन भी चुनी गई। वहीं इसके बाद उन्होंने भाजपा पार्टी ज्वाइन कर ली। गढ़ी सांपला किलोई पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हलका हैं। जहां से भूपेंद्र सिंह हुड्डा 5 बार विधायक बन चुके हैं। वहीं इस बार भी कांग्रेस ने उम्मीदवारों से आवेदन मांगे थे। गढ़ी सांपला किलोई हलके से अकेले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ही आवेदन किया है। इसलिए इस बार भी उन्हें ही उम्मीदवार माना जा रहा है। लगातार जीत हासिल करने के चलते गढ़ी सांपला किलोई हलके को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ कहा जाता है। वहीं इस गढ़ में भाजपा सेंधमारी नहीं कर पाई है। जातिय समीकरण को भी साधती नजर आ रही मंजू हुड्डा
जिला चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने 2022 में जिला पार्षद का चुनवा लड़ा। जिसमें उन्हें 9333 वोट मिले और नजदीकी प्रतिद्वंद्वी अंजली को 6052 वोट मिले। इसलिए वे 3281 वोट से जीत गई। गढ़ी सांपला किलोई हलका जाट बहुल्य क्षेत्र है। वहीं जाट समाज के मतदाता ही विजेता निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। मंजू हुड्डा जातिय समीकरण को भी साधती नजर आती हैं। मंजू हुड्डा ने डबल एमए व बीएड तक पढ़ाई की है। वहीं पीएचडी की पढ़ाई फिलहाल जारी है। रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा से बातचीत
सवाल : विधानसभा चुनाव को लेकर क्या तैयारियां हैं।
जवाब : विधानसभा चुनाव को लेकर तो तैयारियां नियमित हैं। जबसे मैं चेयरपर्सन बनी हूं, तभी से जनता के बीच में ही रही हूं। एक दिन भी ऐसा नहीं जाता कि किसी के सुख-दुख में ना शामिल हुई हो। लोगों का साथ व प्यार भी मिल रहा है।
सवाल : करीब 2 साल पहले राजनीति में आई। पहली बार में ही पार्षद बनी और फिर चेयरपर्सन। आगे का क्या लक्ष्य है।
जवाब : मेरा जिला पार्षद का पहला चुनाव था। करीब 20 दिन का यह चुनाव था। इससे पहले मेरी कोई इच्छा थी और ना ही मैंने कभी आगे के लिए चुनाव का सोचा था। लेकिन जैसे-जैसे गांव व भाईचारे ने इसके लिए तैयार किया और बताया। जनसेवा तो पहले भी करती थी, लेकिन राजनीति में नहीं थी। राजनीति एक ऐसी जगह है, जहां खुलकर जनता की सेवा कर सकते हैं। इसलिए चुनाव लड़ने का फैसला लिया और उस चुनाव में जीती भी। चेयरमैन के चुनाव में भी सर्वसम्मति से जीत हासिल की। आगे का तो यही है कि जनता व पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उस पर खरा उतरूंगी।
सवाल : किस विधानसभा से चुनाव की तैयारी है।
जवाब : मैं जब से चेयरपर्सन बनी हूं, तब से पूरे जिले में जा रही हूं और लोगों के काम कर रहीं हूं। बाकी तो यह पार्टी तय करेगी कि वे मुझे कहां से टिकट के लिए योग्य समझते हैं कि मैं वहां से चुनाव लडूं। पार्टी जहां से भी कहेगी, वहां से चुनाव लडूंगी। सवाल : गांव व वार्ड गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा में आता है। वहां से ही दावेदारी अधिक मानी जाती है। आप क्या मानते हैं।
जवाब : मेरी विधानसभा गढ़ी सांपला किलोई है। पार्टी कहेगी और जनता व बड़े बुजुर्ग आशीर्वाद देंगे तो वहां से चुनाव लडूंगी और कोशिश करूंगी की वहां से जीत हासिल करूं।
सवाल : गढ़ी सांपला किलोई से कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कई चुनाव जीत चुके हैं। क्या चुनौती मानते हैं।
जवाब : जनता जो है वह काम मांगती है। मुझे राजनीति में आए करीब डेढ़-दो साल हुआ है। जनता के काम करवा रही हूं। जनता के लिए अपने आप से ऊपर काम को चुनती हूं। अगर लोग मुझे चुनते हैं तो मैं उनके विश्वास पर खरी उतरूंगी। इसको चुनौती तो नहीं मान सकती। भाग्य भी होता है। समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता। समय परिवर्तनशील है। कभी कुछ भी हो सता है। यह नहीं कि कोई एक बार या लगातार जीता है तो वही रहेगा। क्या पता मेरा भाग्य काम कर जाए, मैं जरूर लड़ना चाहुंगी।
सवाल : गढ़ी सांपला किलोई सीट पर अब तक भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ऐसे में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कैसे टक्कर दे पाएंगी।
जवाब : मेरे पास तो सिर्फ काम ही है। अब तक का जितना अनुभव है, उसमें लोगों ने साथ दिया और विश्वास किया है। कोशिश जरूर करना चाहूंगी कि इस चुनाव में पार्टी व लोगों का आशीर्वाद मिला तो।
सवाल : लोगों के बीच जा रही हैं तो कैसा रुझान मिल रहा है। लोग क्या कह रहे हैं।
जवाब : लोग तो डवलेपमेंट की ही कहते हैं। जनता जिसे चुनती है, उससे विकास की ही उम्मीद करती है। जनता के बीच में कोई भी प्रतिनिधि जाए, तो वह लोगों के विश्वास पर खरा उतरे। डेढ़-दो साल में जितना काम किया है, उसमें जनता खुश है।
सवाल : पहली बार में ही पार्षद व चेयरपर्सन बने। क्या-क्या चुनौती आई।
जवाब : चुनौती तो बहुत सारी थी, लेकिन अभी कोई चुनौती नहीं है। मैं पहली बार आई थी और राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था। बहुत-सी ऐसी चीज थी, जो मेरे लिए नई थी, जिनका कुछ पता नहीं था। वो चाहे काम करने का या समन्वय का मान लें। कुछ समय के लिए चुनौतीपूर्ण था।
करनाल पहुंचे CM नायब सैनी:सीधा संवाद किया स्थगित, शिकायतों के समाधान के लिए अफसरों को निर्देश
करनाल पहुंचे CM नायब सैनी:सीधा संवाद किया स्थगित, शिकायतों के समाधान के लिए अफसरों को निर्देश हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे। उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना और जनता से सीधा संवाद स्थापित करना था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मौके पर आम जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को शिकायतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिए। जनता मुख्यमंत्री की कार्यशैली और समस्याओं के प्रति उनकी तत्परता से काफी खुश नजर आई। जनता की उम्मीदें और मुख्यमंत्री की कार्यशैली मुख्यमंत्री सैनी की कार्यशैली की जनता ने सराहना की। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जनता का हुजूम उमड़ पड़ा और सभी ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा मुख्यमंत्री ने हर संभव कोशिश की कि सभी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो। मुख्यमंत्री के इस दौरे ने करनाल के लोगों को आशा और विश्वास दिलाया है कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द होगा और उनके नेता हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। नेताओं और अधिकारियों का स्वागत मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आगमन पर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में नव नियुक्त OSD संजय बठला, घरौंडा विधायक हरविंद्र कल्याण, निवर्तमान मेयर रेनू बाला गुप्ता सहित कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं प्रशासन की ओर से DC उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा, और नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने भी उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।