उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ को लेकर हरियाणा में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी भी महाकुंभ में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने खुद इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि वह महाकुंभ में जाएंगे। इतना ही नहीं हरियाणा से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। देशभर से करोड़ों श्रद्धालु वहां जाएंगे, हरियाणा से भी जाने वाले लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को भी महाकुंभ का निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण उन्हें यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से भेजा गया है। कल्याण होंगे यूपी के स्टेट गेस्ट उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना की ओर से भेजे गए आमंत्रण पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थल प्रयागराज में संगम तट पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस साल का महाकुंभ 12 साल बाद शुभ मुहूर्त में आयोजित होगा। यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि अगर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण इस महाकुंभ में आते हैं तो उनका उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजकीय अतिथि( स्टेट गेस्ट) के तौर पर स्वागत किया जाएगा। गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को भी आ चुका न्योता उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने चंडीगढ़ राजभवन में राज्यमंत्री औद्योगिक विकास जसवंत सिंह सैनी के साथ हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की। संगम पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने जा रहे महाकुंभ का निमंत्रण दिया। मंत्री नंदी ने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार ने विरासत के साथ विकास के मंत्र को अपनाया है। महाकुंभ भारत की समृद्ध विरासत एवं परंपरा का शाश्वत प्रतीक है। चंडीगढ़ में महाकुंभ के लिए रोड शो हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में भव्य रोड शो का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में नागरिक, धार्मिक संगठनों और सांस्कृतिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यह रोड शो भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक परंपराओं और महाकुंभ के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बना। मंत्री नंदी ने कहा कि लोगों को महाकुंभ के बारे में जागरूक करने और उन्हें आमंत्रित करने के उद्देश्य से ये कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ को लेकर हरियाणा में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी भी महाकुंभ में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने खुद इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि वह महाकुंभ में जाएंगे। इतना ही नहीं हरियाणा से जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। देशभर से करोड़ों श्रद्धालु वहां जाएंगे, हरियाणा से भी जाने वाले लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को भी महाकुंभ का निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण उन्हें यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से भेजा गया है। कल्याण होंगे यूपी के स्टेट गेस्ट उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना की ओर से भेजे गए आमंत्रण पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के तीर्थ स्थल प्रयागराज में संगम तट पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस साल का महाकुंभ 12 साल बाद शुभ मुहूर्त में आयोजित होगा। यूपी विधानसभा के अध्यक्ष की ओर से कहा गया है कि अगर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण इस महाकुंभ में आते हैं तो उनका उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजकीय अतिथि( स्टेट गेस्ट) के तौर पर स्वागत किया जाएगा। गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय को भी आ चुका न्योता उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने चंडीगढ़ राजभवन में राज्यमंत्री औद्योगिक विकास जसवंत सिंह सैनी के साथ हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात की। संगम पर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने जा रहे महाकुंभ का निमंत्रण दिया। मंत्री नंदी ने राज्यपाल से मुलाकात के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार ने विरासत के साथ विकास के मंत्र को अपनाया है। महाकुंभ भारत की समृद्ध विरासत एवं परंपरा का शाश्वत प्रतीक है। चंडीगढ़ में महाकुंभ के लिए रोड शो हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में भव्य रोड शो का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में नागरिक, धार्मिक संगठनों और सांस्कृतिक समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यह रोड शो भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिक परंपराओं और महाकुंभ के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बना। मंत्री नंदी ने कहा कि लोगों को महाकुंभ के बारे में जागरूक करने और उन्हें आमंत्रित करने के उद्देश्य से ये कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में मर्डर-लूट में बदला सुसाइड केस:साढ़े 3 साल पहले फंदे पर लटका मिला था युवक; नई बाइक-मोबाइल गायब थे
सोनीपत में मर्डर-लूट में बदला सुसाइड केस:साढ़े 3 साल पहले फंदे पर लटका मिला था युवक; नई बाइक-मोबाइल गायब थे बेटे ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या हुई है, सोनीपत पुलिस को ये समझाने में व्यक्ति को साढ़े 3 साल लग गए। युवक के बाइक-मोबाइल-रुपए गायब थे, इस पर भी पुलिस ने गौर नहीं किया और युवक की मौत को निपटा दिया। पिता ने बेटे की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े किए, लेकिन पुलिस ने इन पर गौर नहीं किया। हालांकि अब उन हालातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने युवक की हत्या का मामला दर्ज करना पड़ा है। जाने क्या था पूरा मामला सोनीपत की बाबा कॉलोनी में रहने वाले रामनिवास के बेटे प्रवीण का शव 28 जुलाई 2021 को गांव बंदेपुर के पास पेड़ से लगे फंदे पर लटका मिला। दो सप्ताह पहले ही पिता ने बेटे को नई बाइक दिलाई थी। लड़का खुश था और बाइक लेकर हरिद्वार गया था, लेकिन घर उसकी लाश लौटी। दुलीचंद ने 12 अगस्त 2021 को पुलिस को शिकायत दी की उसके बेटे की हत्या की गई है, लेकिन पुलिस ने आरोप को झूठा बताते हुए इत्फाकिया मौत बताकर कार्रवाई की। पिता ने पुलिस को ये बताया रामनिवास ने बेटे की मौत को लेकर बताया कि उसका बेटा प्रवीण 25 जुलाई 2021 को बाइक लेकर हरिद्वार गया था। उसने 13 जुलाई को ही बेटे को नई बाइक दिलाई थी। वह घर से 8 हजार रुपए लेकर गया था ओर उसके साथ मोबाइल फोन भी था। 26 जुलाई 2021 को सुबह 8 बजे उसकी पत्नी विद्या की बात प्रवीण से हुई थी। उसने बताया कि वह हरिद्वार ही है। उसके साथ कॉलोनी के ही दो और लड़के भी हैं। रामनिवास ने बताया कि दो दिन बाद 28 जुलाई काे लीलू बैरागी उसके घर पर आया ओर उसकी पत्नी को बताया कि उनके बेटे प्रवीण की लाश बंदेपुर में पीर बाबा पर लटकी हुई है। यह सुनकर उसकी पत्नी विद्या बेहोश हो गई। वह भी दिल्ली में ड्यूटी पर था। इसके बाद वह सोनीपत पहुंचा तो बेटे की लाश नागरिक अस्पताल सोनीपत में रखी मिली। पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई रामनिवास का कहना है कि उसने बेटे की मौत के हालात पर गौर किया, पुलिस को कुछ बातें बताई, शिकायत भी दी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। उसने बताया कि उसके बेटे की मौत बड़े ही संदिग्ध हालात में हुई है। लाश के पैर धरती पर थे। बेटे की मोटरसाइकिल, फोन व पैसे गायब थे। पुलिस ने मोटरसाइकिल, फोन आदि कुछ भी बरामद नही किया। उसके बेटे के मोबाइल नंबर पर घंटी जा रही थी, लेकिन कोई भी फोन नहीं उठा रहा था। पोस्टमार्टम में मौत का कारण फांसी पुलिस के अनुसार युवक प्रवीण के शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया था। डॉक्टर ने अपनी रिपोर्ट में मौत का कारण ‘एंटे मॉर्टम हैंगिंग’ बताया था। यानि मौत से पहले युवक ने फांसी लगाई थी। पुलिस ने इस मामले में परिवार वालों के आरोप को नजर अंदाज करते हुए धारा 174 सीआरपीसी में कार्रवाई की थी। अब हत्या, लूट का केस दर्ज प्रवीण की मौत के इस मामले में पुलिस ने अब 26 दिसंबर की रात को थाना सदर सोनीपत में हत्या व लूट का केस दर्ज किया है। परिवार को साढ़े 3 साल बाद बेटे की मौत पर न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। थाना सदर के SHO उमेश कुमार के अनुसार पिता दुलीचंद ने बेटे की हत्या का शक जताया है। पुलिस से दोबारा जांच की मांग की थी। पुलिस ने धारा 302, 379-A IPC मे केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड
कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड कैथल में महाराज शूरसैनी जयंती कार्यक्रम में सैनी समाज के नेता पालाराम को मंच से उतार दिया गया। जिसके बाद पालाराम और उनके समर्थकों ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस बुलाई और इस आयोजन पर जमकर हमला बोला। जेजेपी से पूर्व प्रत्याशी पालाराम ने कहा कि इस अपमान के बाद मैं इतना डिप्रेशन में हूं कि रात को सुसाइड भी कर सकता हूं। रविवार को कैथल में आयोजित शूरसैनी जयंती समारोह में समाज के गणमान्य लोगों को स्टेज पर न चढ़ाने को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर पालाराम सैनी ने कहा कि कुछ लोगों ने महाराजा शूरसैनी जयंती समारोह को बेच कर सीएम का अभिनंदन समर बना दिया। पालाराम सैनी ने कहा कि जींद के जवाहर सैनी व कुछ अन्य लोगों ने इस पूरे प्रोग्राम को हाईजैक कर राजनीतिक प्रोग्राम बना दिया। जो लोगों इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए कई दिनों से दिन-रात मेहनत कर रहे थे, उन लोगों को न तो स्टेज पर जगह दी गई और न ही उनके नाम आयोजकों की लिस्ट में डालें गए। इसके अलावा जिन लोगों ने प्रोग्राम के लिए लाखों रुपए का चंदा दिया था, समाज के उन गणमान्य व्यक्तियों को भी स्टेज पर नहीं जाने दिया गया। सैनी समाज के लोगों ने कहा की जब प्रोग्राम सरकारी था, तो फिर लोगों से करोड़ों रुपयों का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया। पालाराम लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव
पूरे हरियाणा से लोगों को यह कहकर चंदा लिया गया कि उनको वीआईपी पास दिया जाएगा, जबकि प्रोग्राम में बैठने तक की जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह अब इस पूरे प्रोग्राम पर खर्च हुए पैसों का हिसाब लेंगे, यदि आयोजकों ने पैसों का हिसाब नहीं दिया तो जिन लोगों से उन्होंने चंदा इकट्ठा किया है उनका चंदा वापस किया जाएगा।
जननायक जनता पार्टी से कुरुक्षेत्र लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पालाराम सैनी ने कहा कि जिस तरह आज उनकी बेइज्जती हुई है, इससे वह बहुत डिप्रेशन में हैं। यदि वह रात को सुसाइड करते हैं, तो इसके जिम्मेवार जींद के जवाहर सैनी, रिंकी सैनी, जग्गा सैनी, और विजय दहिया होगें। इन्होंने पूरे समाज का नाश करने का काम किया। “2.15 लाख चंदा देने वाले नेता को स्टेज पर नहीं दिया चढ़ने”
वहीं मीडिया से बात करते हुए सैनी समाज के नेता पाला राम सैनी ने बताया कि उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए सवा दो लाख रुपए का चंदा दिया था, लेकिन जब वह प्रोग्राम में शिरकत करने पहुंचे तो उनको स्टेज पर चढ़ने नहीं दिया गया, उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम का आयोजन कैथल शहर के सैनी समाज के लोगों ने किया था जबकि इस पर जींद जिले के जवाहर सैनी व उनके साथियों ने कब्जा कर लिया, उनको इस बात का दुख है कि उनके साथ सैनी समाज के कई गणमान्य व्यक्तियों को बेइज्जत किया गया है। “जिन गांव से चंदा इकट्ठा किया उन सभी की बुलाएंगे पंचायत”
सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि जब यह प्रोग्राम सरकार द्वारा आयोजित किया गया है तो फिर समाज के लोगों से करोड़ों रुपए का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया, अगर चंदा लिया गया तो फिर उन लोगों को मंच पर जगह क्यों नहीं दी गई, वह इस प्रोग्राम पर खर्च हुए एक-एक रुपए का हिसाब लेंगे, इसको लेकर वह उन सभी गांव के गणमान्य व्यक्तियों को बुलाएंगे जिसे उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए चंदा इकट्ठा किया था “कुछ जय चंदों ने प्रोग्राम को बेच दिया”
प्रेस वार्ता के दौरान सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके समाज के कुछ जयचंदों ने इस पूरे प्रोग्राम को बेच दिया, यह प्रोग्राम महाराज शूरसैन जयंती समारोह न होकर सीएम का अभिनंदन समर हो बनाया गया, जिन लोगों ने इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए डेढ़ महीने से दिन रात मेहनत की उनमें से किसी को भी स्टेज पर नहीं चढ़ने दिया गया, जिसके मुख्य रचयिता जींद के जवाहर सैनी है। “सैनी समाज के पार्षदों का भी हुआ अपमान”
जानकारी देते हुए सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके सैनिक समाज के कई पार्षदों का नाम तक भी स्टेट से नहीं लिया गया जबकि उन्होंने इसके लिए पहले ही लिस्ट बनाई हुई थी जिनको रातों-रात बदला गया, हम पास के लिए तरसते रहे, लेकिन हमें स्टेज पर नहीं जाने दिया गया।
हरियाणा के 2 रेसलर राजनीति पर भिड़े:योगेश्वर बोले-खेल को बख्शें; बजरंग का जवाब- बहन-बेटियों को आगे लाकर नहीं, अपने दम पर पॉलिटिक्स करेंगे
हरियाणा के 2 रेसलर राजनीति पर भिड़े:योगेश्वर बोले-खेल को बख्शें; बजरंग का जवाब- बहन-बेटियों को आगे लाकर नहीं, अपने दम पर पॉलिटिक्स करेंगे हरियाणा के पहलवान योगेश्वर दत्त और बजरंग पूनिया राजनीति को लेकर आपस में भिड़ गए। ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के वर्किंग चेयरमैन बजरंग पूनिया ने नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के 4 साल का बैन लगाने को सरकार की साजिश बताया। इससे भाजपा नेता पहलवान योगेश्वर दत्त भड़क गए। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया राजनीति में आए हैं तो राजनीति करें और खेल को बख्श दें। बजरंग पूनिया भी जवाब देने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने योगेश्वर दत्त को जवाब दिया कि राजनीति करेंगे तो अपने दम पर करेंगे, न कि बहन-बेटियों को आगे लाकर राजनीति करेंगे। सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला पढ़िए… बजरंग पर NADA ने 4 साल का बैन लगाया
करीब 10 दिन पहले NADA ने बजरंग पूनिया पर 4 साल का बैन लगा दिया था। नाडा ने कहा कि बजरंग पूनिया ने डोप का सैंपल नहीं दिया। इसके जवाब में बजरंग ने पहले कहा कि बैन गलत तरीके से लगा है। इतना बैन तो ताकतवर स्टेरॉयड लेने वाले पर लगता है। बजरंग ने कहा कि यह बैन व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। भाजपा सरकार और फेडरेशन ने मुझे फंसाने और मेरे करियर को खत्म करने के लिए यह चाल चली है। योगेश्वर दत्त ने कहा- खिलाड़ी इनसे दूर रहें, ये अपनी अच्छी-बुरी राजनीति करें
इस मामले में योगेश्वर दत्त ने सोनीपत में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह बात थोड़े ही न है कि डोप टेस्ट ही न दे, उससे भागता रहे। वह बात अलग है कि कोर्ट में केस है और कोर्ट फैसला करेगा। ऐसा थोड़े होता है कि जब तक फैसला न आए तो डिफेंस में ही लगे रहो। अगर राजनीति में है तो राजनीति करे। खिलाड़ियों को बख्शे। खिलाड़ियों को खेल करने दे और यह (बजरंग) राजनीति करे। खेल से दूर रहे। चाहे अच्छी राजनीति करनी हो या बुरी। बजरंग ने कहा- 2 बार जनता नकार चुकी, अनाप-शनाप न बोलें
इस पर बजरंग पूनिया ने सोनीपत में मीडिया से बातचीत कहा कि मैं इन (योगेश्वर दत्त) पर बात नहीं करना चाहता। उनको तो 2 बार जनता ने ही नकार दिया था। मुझे लगता है कि वह TRP लेना चाहते हैं। अगर वह खिलाड़ियों के बारे में बोलें तो लोग उनको देखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति करने के लिए आया हूं। चलो, मैं और विनेश फोगाट तो राजनीति में आए हैं। मगर, जो 6-7 लड़कियों ने FIR दर्ज कराई थी, इन्होंने तो उन पर भी अगुलियां उठा दीं। उन बहनों को भी गलत बता दिया। वह पहले भी किसान और पहलवानों के खिलाफ बोले। उनसे उम्मीद करना बेकार है। मैं यही कहूंगा कि जैसे रेसलिंग में मेहनत की, वैसे ही राजनीति में भी करेंगे। वह अनाप-शनाप न बोलें, अगर खिलाड़ियों से हमदर्दी होती तो जंतर-मंतर पर धरने में साथ होते।