हरियाणा के जिले करनाल में एक महिला ने पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ जहर खा लिया। पति जर्मनी से लौटने के बाद उसे घर छोड़ने और तलाक देने का दबाव बना रहा था। महिला ने अपने पिता को फोन कर परेशानी की जानकारी दी थी। जब पिता समझाने पहुंचे, तो महिला के पति और ससुरालीजनों ने महिला को घर ले जाने की बात कही। कुछ दिन बाद पति ने फोन पर बताया कि महिला ने जहर खा लिया है। आनन-फानन में उसे अस्पताल में ले जाया गया, जबकि बेटी को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मां-बेटी दोनों की मौत हो गई। महिला के पिता ने दामाद और उसके परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पुलिस ने पति, सास और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पति के अवैध संबंधों से शुरू हुई समस्या
महिला के मायके वालों ने बताया है कि कुरुक्षेत्र निवासी अंजु देवी (30) की शादी करनाल में बसताड़ा के कुलदीप से करीब 12 साल पहले हुई थी। अंजु के 3 बच्चे थे। 10 वर्षीय बेटी जैस्मिन, 9 वर्षीय जानवी और 7 वर्षीय बेटा सम्राट। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 4 सालों से कुलदीप का किसी अन्य महिला के साथ संबंध था। इसके चलते कुलदीप ने अंजु को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। 2 साल पहले वह विदेश चला गया और पत्नी-बच्चों का खर्च उठाना भी बंद कर दिया। 31 दिसंबर 2024 को जर्मनी से लौटने के बाद उसने अंजु को घर से निकालने और तलाक देने की बात कही। समझाने पर भी नहीं माना पति और ससुरालीजन
अंजु ने अपने पिता बलवान सिंह को फोन कर अपनी समस्या बताई। पिता 5 जनवरी 2025 को अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे और कुलदीप व उसके परिवार से घर बसाने की बात की। हालांकि, कुलदीप और उसके परिवार ने इसे सिरे से नकारते हुए अंजु को अपने साथ ले जाने की बात कही। कुलदीप की मां निर्मला और चाचा कृष्ण ने यहां तक कह दिया कि वे कुलदीप की शादी उस महिला से कराएंगे, जिससे उसके संबंध हैं। फोन पर दी जहर खाने की सूचना
10 जनवरी 2025 की शाम करीब 4:30 बजे कुलदीप ने अंजु के पिता बलवान सिंह को फोन कर बताया कि अंजु ने जहर खा लिया है। बलवान सिंह तुरंत अपनी पत्नी और बेटे के साथ अर्पणा अस्पताल, मधुबन पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने बताया कि अंजु ने जहरीला पदार्थ खा लिया था और उसकी हालत गंभीर है। इसी दौरान अंजु की बड़ी बेटी जैस्मिन की तबीयत भी बिगड़ गई। उसे करनाल के कल्पना चावला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अंजु और बेटी की मौत
शिकायतकर्ता ने बताया कि अंजु देवी की मौत इलाज के दौरान अर्पणा अस्पताल, मधुबन में हुई। वहीं, जैस्मिन ने भी करनाल में दम तोड़ दिया। अंजु के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी और नातिन को कुलदीप, उसकी मां निर्मला, चाचा कृष्ण और चाची गीता ने प्रताड़ित किया, जिसके चलते दोनों ने यह कदम उठाया। पुलिस ने दर्ज किया मामला
अंजु देवी और जैस्मिन की मौत के बाद पुलिस ने बलवान सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी लछमन सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 108 BNS के तहत कुलदीप, उसकी मां, चाचा और चाची के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के जिले करनाल में एक महिला ने पति और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ जहर खा लिया। पति जर्मनी से लौटने के बाद उसे घर छोड़ने और तलाक देने का दबाव बना रहा था। महिला ने अपने पिता को फोन कर परेशानी की जानकारी दी थी। जब पिता समझाने पहुंचे, तो महिला के पति और ससुरालीजनों ने महिला को घर ले जाने की बात कही। कुछ दिन बाद पति ने फोन पर बताया कि महिला ने जहर खा लिया है। आनन-फानन में उसे अस्पताल में ले जाया गया, जबकि बेटी को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मां-बेटी दोनों की मौत हो गई। महिला के पिता ने दामाद और उसके परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पुलिस ने पति, सास और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पति के अवैध संबंधों से शुरू हुई समस्या
महिला के मायके वालों ने बताया है कि कुरुक्षेत्र निवासी अंजु देवी (30) की शादी करनाल में बसताड़ा के कुलदीप से करीब 12 साल पहले हुई थी। अंजु के 3 बच्चे थे। 10 वर्षीय बेटी जैस्मिन, 9 वर्षीय जानवी और 7 वर्षीय बेटा सम्राट। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि करीब 4 सालों से कुलदीप का किसी अन्य महिला के साथ संबंध था। इसके चलते कुलदीप ने अंजु को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। 2 साल पहले वह विदेश चला गया और पत्नी-बच्चों का खर्च उठाना भी बंद कर दिया। 31 दिसंबर 2024 को जर्मनी से लौटने के बाद उसने अंजु को घर से निकालने और तलाक देने की बात कही। समझाने पर भी नहीं माना पति और ससुरालीजन
अंजु ने अपने पिता बलवान सिंह को फोन कर अपनी समस्या बताई। पिता 5 जनवरी 2025 को अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे और कुलदीप व उसके परिवार से घर बसाने की बात की। हालांकि, कुलदीप और उसके परिवार ने इसे सिरे से नकारते हुए अंजु को अपने साथ ले जाने की बात कही। कुलदीप की मां निर्मला और चाचा कृष्ण ने यहां तक कह दिया कि वे कुलदीप की शादी उस महिला से कराएंगे, जिससे उसके संबंध हैं। फोन पर दी जहर खाने की सूचना
10 जनवरी 2025 की शाम करीब 4:30 बजे कुलदीप ने अंजु के पिता बलवान सिंह को फोन कर बताया कि अंजु ने जहर खा लिया है। बलवान सिंह तुरंत अपनी पत्नी और बेटे के साथ अर्पणा अस्पताल, मधुबन पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने बताया कि अंजु ने जहरीला पदार्थ खा लिया था और उसकी हालत गंभीर है। इसी दौरान अंजु की बड़ी बेटी जैस्मिन की तबीयत भी बिगड़ गई। उसे करनाल के कल्पना चावला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अंजु और बेटी की मौत
शिकायतकर्ता ने बताया कि अंजु देवी की मौत इलाज के दौरान अर्पणा अस्पताल, मधुबन में हुई। वहीं, जैस्मिन ने भी करनाल में दम तोड़ दिया। अंजु के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी और नातिन को कुलदीप, उसकी मां निर्मला, चाचा कृष्ण और चाची गीता ने प्रताड़ित किया, जिसके चलते दोनों ने यह कदम उठाया। पुलिस ने दर्ज किया मामला
अंजु देवी और जैस्मिन की मौत के बाद पुलिस ने बलवान सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी लछमन सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धारा 108 BNS के तहत कुलदीप, उसकी मां, चाचा और चाची के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर