हरियाणा के पानीपत शहर में ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। महिला का शव मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। महिला की पहचान करने के बाद उसके परिजनों को भी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका पंचनामा भरकर शवगृह में रखवा दिया गया। रेलवे पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। शव के पास आटे से भरा पॉलीथिन बैग पड़ा था जानकारी देते हुए जेठ नरेश कुमार ने बताया कि वह हरि नगर का रहने वाला है। उसके छोटे भाई सतीश की पत्नी सोनिया (45) थी। जो गृहिणी थी। उसका पति मजदूरी करता है। उसका इकलौता बेटा किसी कंपनी में काम करता है। उसका बेटा रोजाना ड्यूटी जाते समय चीटियों को खिलाने के लिए आटा लेकर जाता था। लेकिन आज उसकी मां सोनिया ने कहा कि वह आटा खिलाएगी। सुबह करीब 11 बजे वह चीटियों को खिलाने के लिए घर से पॉलीथिन बैग में आटा लेकर गई थी। करीब एक घंटे बाद सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई है। यह सूचना मिलने पर जब हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि वह कोई और नहीं बल्कि सोनिया थी। वहीं, शव से कुछ दूरी पर आटे से भरा पॉलीथिन बैग भी पड़ा था। हरियाणा के पानीपत शहर में ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। महिला का शव मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। महिला की पहचान करने के बाद उसके परिजनों को भी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका पंचनामा भरकर शवगृह में रखवा दिया गया। रेलवे पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। शव के पास आटे से भरा पॉलीथिन बैग पड़ा था जानकारी देते हुए जेठ नरेश कुमार ने बताया कि वह हरि नगर का रहने वाला है। उसके छोटे भाई सतीश की पत्नी सोनिया (45) थी। जो गृहिणी थी। उसका पति मजदूरी करता है। उसका इकलौता बेटा किसी कंपनी में काम करता है। उसका बेटा रोजाना ड्यूटी जाते समय चीटियों को खिलाने के लिए आटा लेकर जाता था। लेकिन आज उसकी मां सोनिया ने कहा कि वह आटा खिलाएगी। सुबह करीब 11 बजे वह चीटियों को खिलाने के लिए घर से पॉलीथिन बैग में आटा लेकर गई थी। करीब एक घंटे बाद सूचना मिली कि रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई है। यह सूचना मिलने पर जब हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि वह कोई और नहीं बल्कि सोनिया थी। वहीं, शव से कुछ दूरी पर आटे से भरा पॉलीथिन बैग भी पड़ा था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा BJP अध्यक्ष गैंगरेप केस:शिकायत से पहले होटल गई पीड़िता; CCTV फुटेज की रिकॉर्डिंग, गेस्ट एंट्री रजिस्टर की कॉपी मांगी थी
हरियाणा BJP अध्यक्ष गैंगरेप केस:शिकायत से पहले होटल गई पीड़िता; CCTV फुटेज की रिकॉर्डिंग, गेस्ट एंट्री रजिस्टर की कॉपी मांगी थी हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप FIR दर्ज कराने वाली महिला को लेकर नया खुलासा हुआ है। केस दर्ज कराने से पहले वह कसौली में उसी रोज कॉमन होटल पहुंची थी, जिसके कमरे में उसने गैंगरेप के आरोप लगाए। दैनिक भास्कर को पुलिस सोर्सेज से पता चला कि होटल जाकर महिला ने 3 जुलाई 2023 की CCTV फुटेज मांगी। इसके अलावा उसने वहां आने वाले मेहमानों के गेस्ट एंट्री रजिस्टर भी दिखाने को कहा। हालांकि होटल पॉलिसी की बात कहकर स्टाफ ने उसे यह सब देने से इनकार कर दिया। इसके बाद 13 दिसंबर 2024 को उसने कसौली थाने में शिकायत कर दी। महिला पहले होटल क्यों गई, 2 थ्योरी पर पुलिस की जांच 1. शिकायत को मजबूत करने सबूत जुटाने थे
पुलिस अनुमान लगा रही है कि गैंगरेप की शिकायत देने से पहले महिला होटल जाकर पुख्ता सबूत जुटाना चाहती थी। वह चाहती थी कि उस दिन की CCTV फुटेज भी पुलिस को शिकायत के साथ दे, जिसमें वह, उसकी सहेली और मोहन बड़ौली व रॉकी मित्तल नजर आ रहे हैं। इसके अलावा गेस्ट एंट्री रजिस्टर के जरिए वह इस बात को पुख्ता करना चाहती थी कि बड़ौली और रॉकी उस दिन उसी होटल में ठहरे थे। 2. वहां कोई सबूत नहीं, यह कन्फर्म करने गई थी
पुलिस यह भी शक जता रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि महिला यह कन्फर्म करने गई थी कि होटल में इसको लेकर कोई ऐसा सबूत न हो, जो उसकी शिकायत के खिलाफ जाए। जैसे, वह यह जानना चाहती थी कि होटल में इतनी पुरानी सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग रहती है या नहीं। वह कौन सा कमरा था, जिसमें वह रुके और रेप वाला कौन सा कमरा था, ताकि जब पुलिस जांच करे तो वह सब सटीक बताए। इसके अलावा गेस्ट एंट्री से बड़ौली–रॉकी के बारे में भी पुख्ता जानकारी रख सके। गैंगरेप वाला कमरा उसी के नाम पर बुक, पहचान नहीं पाई
कसौली पुलिस से जुड़े टॉप सोर्सेज के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला कि महिला ने होटल के जिस कमरे में गैंगरेप के आरोप लगाए, वह उसी के नाम पर बुक था। यही नहीं, FIR के 10 दिन बाद जब पुलिस 2 बार उसे होटल लेकर गई और गैंगरेप वाला कमरा दिखाने को कहा तो वह कभी किसी को तो कभी किसी कमरे में रेप और शराब पिलाने का दावा करती रही। चूंकि मामला ही डेढ़ साल से ज्यादा वक्त बाद दर्ज हुआ तो ऐसे में पुलिस यह भी मान रही है कि उसे याद न हो, इसलिए पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस बोली– 60 दिन में चालान पेश कर देंगे
सोलन पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह के मामले में पुलिस को 60 दिन के भीतर कोर्ट में चालान पेश करना होता है। पुलिस एविडेंस जुटा रही है। जिनके आधार पर कोर्ट में चालान पेश किया जा सके। सरकारी होटल में गैंगरेप और उसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप की वजह से अब कोई भी अधिकारी खुलकर कुछ नहीं कह रहे। सहेली का दावा– कोई गैंगरेप नहीं हुआ, वह अपने बॉस से मिली हुई इस मामले में गैंगरेप पीड़िता की सहेली ने कल(15 जनवरी) को पंचकूला में कॉन्फ्रेंस की। उसने कहा कि वह कसौली के होटल में सिर्फ सिंगर रॉकी मित्तल से मिली थी। वह न तो मोहन बड़ौली को जानती है और न ही उसने उन्हें वहां देखा। उसे तो केस दर्ज होने के बाद पता चला कि मुझे गवाह बनाया है। इनका (रेप पीड़िता और उसके बॉस) कुछ इश्यू है। इन्होंने कहा कि इन्हें पैसे मिलेंगे और एक यह फ्रेंड के बॉस(अमित बिंदल) को टिकट मिलेगी, चेयरमैनशिप की। अगर इतने बड़े होटल में गैंगरेप होता तो क्या वह चिल्लाती नहीं। आसपास के लोगों को पता नहीं चलता। यह पूरा मामला झूठा है। इस पूरे मामले में उसकी फ्रेंड और उसका बॉस मिला हुआ है (पढ़ें पूरी खबर..) ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा BJP अध्यक्ष-सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप की FIR, महिला बोली- कसौली में होटल के कमरे में जबरन शराब पिलाई हरियाणा BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली (61) और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ गैंगरेप की FIR दर्ज हुई है। ये केस हिमाचल के कसौली पुलिस थाने में 13 दिसंबर 2024 को दर्ज हुआ था, जिसकी जानकारी अब सार्वजनिक हुई है। पूरी खबर पढ़ें… रॉकी ने मोदी के लिए गाया, खट्टर के कारण BJP छोड़ी, 2024 में कांग्रेस में गया हिमाचल में गैंगरेप केस में नामजद हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल कभी कट्टर मोदीभक्त रहा है। उसने साल 2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कई गीत गए। भाजपा के लिए 200 से ज्यादा गीत गाकर वह नेताओं का करीबी बन गया। पूरी खबर पढ़ें…
हांसी में पिस्तौल लेकर घर में घुसा पार्षद पति:वार्डवासी महिला ने पेयजल समस्या पर किया था मैसेज; आधी रात को हंगामा,FIR
हांसी में पिस्तौल लेकर घर में घुसा पार्षद पति:वार्डवासी महिला ने पेयजल समस्या पर किया था मैसेज; आधी रात को हंगामा,FIR हरियाणा के हिसार के हांसी में एक पूर्व पार्षद व मौजूदा पार्षद प्रतिनिधि हाथ में पिस्तौल लेकर एक घर में घुस कर गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगे हैं। विवाद पानी समस्या को लेकर वार्ड की महिला पार्षद को मैसेज करने का है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हांसी के मॉडल टाउन में रहने वाले सुरेंद्र बांगा ने पुलिस को शिकायत दी है कि उनके वार्ड मे पीने का पानी नहीं आ रहा था। इस पर उसकी पत्नी बिमला देवी ने पूर्व पार्षद सीमान्त चौधरी की पत्नी वार्ड पार्षद मौना चौधरी को व्हाट्सएप मैसेज कर दिया।उसने बताया कि उनके घर में पीने का पानी नहीं आ रहा है। इसी को लेकर पार्षद पति भड़क गया। गेट खोल अंदर घुसा, कमरे के दरवाजे पर मारी लातें सुरेंद्र बांगा ने बताया कि 9 व 10 जून की रात को करीब 12:45 बजे महिला पार्षद का पति सीमांत चौधरी अपने हाथ में रिवाल्वर लिए हुए उनके घर पहुंच गया। वह गेट के बाहर खड़ा होकर अपने मोबाइल फोन से उसे फोन पर गंदी-गंदी गालियां देने लगा। धमकी दी कि उसकी पत्नी को मैसेज करने पर आज उसे जान से मार दूंगा। बांगा ने डर के मारे घर का गेट नहीं खोला। वह गेट को लात मारकर अन्दर घुस गया और फोन पर ही उसको व उसकी पत्नी को गालियां देता रहा। डर के साये में रहा परिवार उसने बताया कि फिर वह कमरे के दरवाजे को लाते मारने लगा, लेकिन दरवाजा अन्दर से बन्द था। वह और उसके परिवार के अन्य सदस्य डर के मारे उसके सामने नहीं आए। सुरेंद्र ने बताया कि इसके बाद आरोपी निशांत चौधरी उनको जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चला गया। सुरेंद्र बांगा ने बताया कि अगर हमारे घर का कोई भी सदस्य उसके सामने आ जाता तो वह उसे जान से मार देता, क्योंकि उसके हाथ में रिवाल्वर थी। घटना के बाद से उसका परिवार काफी डरा हुआ है।
हरियाणा की हर सड़क मिनिमम 18 फीट चौड़ी होगी:PWD मंत्री का अधिकारियों को पहला टास्क; कहा- 2 साल का समय, कोताही बर्दाश्त नहीं करूंगा
हरियाणा की हर सड़क मिनिमम 18 फीट चौड़ी होगी:PWD मंत्री का अधिकारियों को पहला टास्क; कहा- 2 साल का समय, कोताही बर्दाश्त नहीं करूंगा हरियाणा में आने वाले 2 सालों में हर सड़क 18 फीट तक चौड़ी होनी चाहिए। इस काम में भ्रष्टाचार और लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। हरियाणा के PWD मिनिस्टर रणबीर गंगवा ने मंत्री पद ग्रहण करने के बाद अधिकारियों को यह पहला टास्क दिया है। रणबीर गंगवा ने आज विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली बैठक की और कहा कि सड़कों को चौड़ा करने का काम अच्छी क्वालिटी के साथ तय समय सीमा में किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य की क्वालिटी में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार सड़क एवं अन्य परियोजनाओं के लिए स्कीम तैयार कर एस्टीमेट बनाएं, ताकि नए बजट में इन्हें मूर्तरूप दिया जा सके। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पिछले अधूरे पड़े काम को स्पीड के साथ पूरा किया जाए। प्रदेश के लोगों को अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाने का काम करें। जहां जरूरत हो वहां नई सड़क, मरम्मत की जरूरत हो वहां का डाटा इकट्ठा कर रिपोर्ट तैयार कर दी जाए। शहर हो या गांव, सभी क्षेत्रों में बढ़िया सड़कें मुहैया होनी चाहिए। भ्रष्टाचार सहन नहीं, हर शिकायत का हो रजिस्ट्रेशन
रणबीर गंगवा ने कहा कि सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करना है, और भ्रष्टाचार कतई सहन नहीं किया जाएगा। इसी उम्मीद को कायम रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता द्वारा दी जाने वाली हर शिकायत का रजिस्ट्रेशन किया जाए। उस शिकायत का एक सप्ताह के अंदर समाधान किया जाए। जिस शिकायत का समाधान न हो, उसका कारण बताना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आम लोगों का सरकार पर पूरा भरोसा है। इसे बनाकर रखना चाहिए। प्रदेश में PWD के पास 33503 किलोमीटर सड़कें
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश में PWD के पास 33503 किलोमीटर लंबाई की सड़कें हैं। इनमें से 30442 किलोमीटर PWD के पास और 3061 किलोमीटर लंबाई की सड़कें NHAI के पास हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 सालों में 2519 करोड़ रुपए से 2404 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया है। इस प्रकार कुल 26707 करोड़ रुपए की लागत से 40704 किलोमीटर सड़कों का सुधार और मरम्मत का कार्य किया गया है। रणबीर गंगवा ने लगातार 3 चुनाव जीते
हरियाणा के CM नायब सैनी की कैबिनेट में मंत्री बने रणबीर गंगवा ने राजनीतिक सफर की शुरुआत गांव की राजनीति से की थी। 4 मार्च 1964 को हिसार जिले में जन्मे रणबीर गंगवा ने 1990 में महज 26 साल की उम्र में अपने गांव में पंच का चुनाव लड़ा था। इसके बाद 2000 में उन्होंने जिला परिषद का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2005 में उन्होंने फिर से जिला परिषद का चुनाव जीतकर वाइस चेयरमैन का पद हासिल किया, जिससे वह राजनीतिक सुर्खियों में आए। वर्ष 2009 में नलवा विधानसभा क्षेत्र के गठन के बाद, रणबीर गंगवा ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार संपत सिंह के सामने हार गए। इसके बाद 2010 में इनेलो ने उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में मनोनीत किया। 2014 में उन्होंने नलवा से जीत हासिल की और 2019 में BJP में शामिल होकर फिर से नलवा से चुनाव जीता। इस जीत के बाद उन्हें हरियाणा विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया। 2024 में भाजपा ने उन्हें नलवा के बजाय बरवाला विधानसभा से उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने पहली बार पार्टी को जीत दिलाई।