रोहतक में 15 साल से फरार हत्यारा गिरफ्तार:बेटी से छेड़छाड़ का शक, जींद के युवक का मर्डर, बेटे की हत्या का ड्रामा

रोहतक में 15 साल से फरार हत्यारा गिरफ्तार:बेटी से छेड़छाड़ का शक, जींद के युवक का मर्डर, बेटे की हत्या का ड्रामा

रोहतक सीआईए-1 टीम ने साल 2003 में जनता कॉलोनी में हुई गतोली निवासी नरेंद्र की हत्या की वारदात में 15 साल से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी वांछित चंद्रभान को गिरफ्तार किया है। आरोपी को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने बताया कि 7 अक्टूबर 2003 को जनता कॉलोनी निवासी चंद्रभान की शिकायत के आधार पर सिटी थाना में हत्या का केस दर्ज किया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि चंद्रभान का उसके पड़ोसी प्रमोद, समुंद्र व बालकिशन के साथ झगड़ा हुआ था। जिसका पंचायती तौर पर राजीनामा हो गया। चंद्रभान के अनुसार, इसी झगडे़ की रंजिश के कारण प्रमोद, समुंद्र व बालकिशन ने मिलकर चंद्रभान के लड़के संजय के सिर व माथे पर चोटें मारकर आग लगाकर उसकी हत्या कर दी। अगस्त 2003 में की थी हत्या
पुलिस जांच में सामने आया कि संजय पुत्र चंद्रभान जिसको मृतक बतलाकर मुकदमा दर्ज करवाया गया था, वह जिंदा है। पुलिस टीम ने 6 दिसंबर 2003 को संजय को काबू किया। पूछताछ में सामने आया कि 6/7 अगस्त 2003 की रात को चंद्रभान, उसकी पत्नी राजबाला व संजय ने योजनाबद्ध तरीके से जींद जिले के गांव गतोली हाल रोहतक की जनता कॉलोनी निवासी नरेंद्र की हत्या कर दी थी। रोहतक पुलिस ने 5 हजार का इनाम रखा था
हत्या के आरोप में चंद्रभान, पत्नी राजबाला और पुत्र संजय को गिरफ्तार किया। अदालत में आरोपियों के दोष सिद्ध होने पर सजा सुनाई। चंद्रभान ने सजा के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। आरोपी चंद्रभान को वर्ष 2009 में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। हाईकोर्ट में आरोपी की अपील को खारिज किया गया। आरोपी को जेल में सरेंडर करना था, लेकिन आरोपी फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ पुन: गिरफ्तारी वारंट जारी किए। आरोपी पर रोहतक पुलिस द्वारा 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। 2009 से अलग-अलग ठिकानों पर छिप रहा था आरोपी
ट्रेनी आईपीएस कांची सिंघल के नेतृत्व में मामले की जांच सीआईए-1 प्रभारी कुलदीप सिंह को सौंपी। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए सीआईए-1 स्टाफ की टीम का गठन किया। जिसमें एसआई सत्यवान, एएसआई प्रवीन, एएसआई अमित, मुख्य सिपाही योगेंद्र, मुख्य सिपाही महावीर, मुख्य सिपाही मनोज को शामिल किया। छापेमारी करते हुए आरोपी रोहतक की जनता कॉलोनी हाल भिवानी जिले के जुई निवासी चंद्रभान को रेवाड़ी से गिरफ्तार किया। आरोपी साल 2009 से अपना वेश बदलकर अलग-अलग ठिकानों पर रह रहा था। बेटी से छेड़खानी के शक में की थी हत्या
आरोपी चन्द्रभान के मकान के सामने नरेंद्र गतोली फ्रूट की रेहड़ी लगाता था। चंद्रभान को शक था कि नरेंद्र उसकी लड़की के साथ छेड़खानी करता है। जिस कारण योजना बनाकर चंद्रभान, उसकी पत्नी व बेटे संजय ने नरेंद्र को अपने घर बुलाया। नरेंद्र को दूध में नींद को गोलियां देकर बेहोशी किया और उसके बाद सिर पर चोट मारकर बिजली की डोरी से गला घोंटकर आग लगाकर हत्या की थी। आरोपी चंद्रभान ने नरेंद्र की हत्या को अपने लड़के संजय की हत्या में बदलकर मुकदमा दर्ज करवाया था। रोहतक सीआईए-1 टीम ने साल 2003 में जनता कॉलोनी में हुई गतोली निवासी नरेंद्र की हत्या की वारदात में 15 साल से फरार चल रहे 5 हजार रुपए के इनामी वांछित चंद्रभान को गिरफ्तार किया है। आरोपी को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने बताया कि 7 अक्टूबर 2003 को जनता कॉलोनी निवासी चंद्रभान की शिकायत के आधार पर सिटी थाना में हत्या का केस दर्ज किया था। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि चंद्रभान का उसके पड़ोसी प्रमोद, समुंद्र व बालकिशन के साथ झगड़ा हुआ था। जिसका पंचायती तौर पर राजीनामा हो गया। चंद्रभान के अनुसार, इसी झगडे़ की रंजिश के कारण प्रमोद, समुंद्र व बालकिशन ने मिलकर चंद्रभान के लड़के संजय के सिर व माथे पर चोटें मारकर आग लगाकर उसकी हत्या कर दी। अगस्त 2003 में की थी हत्या
पुलिस जांच में सामने आया कि संजय पुत्र चंद्रभान जिसको मृतक बतलाकर मुकदमा दर्ज करवाया गया था, वह जिंदा है। पुलिस टीम ने 6 दिसंबर 2003 को संजय को काबू किया। पूछताछ में सामने आया कि 6/7 अगस्त 2003 की रात को चंद्रभान, उसकी पत्नी राजबाला व संजय ने योजनाबद्ध तरीके से जींद जिले के गांव गतोली हाल रोहतक की जनता कॉलोनी निवासी नरेंद्र की हत्या कर दी थी। रोहतक पुलिस ने 5 हजार का इनाम रखा था
हत्या के आरोप में चंद्रभान, पत्नी राजबाला और पुत्र संजय को गिरफ्तार किया। अदालत में आरोपियों के दोष सिद्ध होने पर सजा सुनाई। चंद्रभान ने सजा के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। आरोपी चंद्रभान को वर्ष 2009 में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। हाईकोर्ट में आरोपी की अपील को खारिज किया गया। आरोपी को जेल में सरेंडर करना था, लेकिन आरोपी फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ पुन: गिरफ्तारी वारंट जारी किए। आरोपी पर रोहतक पुलिस द्वारा 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। 2009 से अलग-अलग ठिकानों पर छिप रहा था आरोपी
ट्रेनी आईपीएस कांची सिंघल के नेतृत्व में मामले की जांच सीआईए-1 प्रभारी कुलदीप सिंह को सौंपी। आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए सीआईए-1 स्टाफ की टीम का गठन किया। जिसमें एसआई सत्यवान, एएसआई प्रवीन, एएसआई अमित, मुख्य सिपाही योगेंद्र, मुख्य सिपाही महावीर, मुख्य सिपाही मनोज को शामिल किया। छापेमारी करते हुए आरोपी रोहतक की जनता कॉलोनी हाल भिवानी जिले के जुई निवासी चंद्रभान को रेवाड़ी से गिरफ्तार किया। आरोपी साल 2009 से अपना वेश बदलकर अलग-अलग ठिकानों पर रह रहा था। बेटी से छेड़खानी के शक में की थी हत्या
आरोपी चन्द्रभान के मकान के सामने नरेंद्र गतोली फ्रूट की रेहड़ी लगाता था। चंद्रभान को शक था कि नरेंद्र उसकी लड़की के साथ छेड़खानी करता है। जिस कारण योजना बनाकर चंद्रभान, उसकी पत्नी व बेटे संजय ने नरेंद्र को अपने घर बुलाया। नरेंद्र को दूध में नींद को गोलियां देकर बेहोशी किया और उसके बाद सिर पर चोट मारकर बिजली की डोरी से गला घोंटकर आग लगाकर हत्या की थी। आरोपी चंद्रभान ने नरेंद्र की हत्या को अपने लड़के संजय की हत्या में बदलकर मुकदमा दर्ज करवाया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर