हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी के निर्देश पर चरखी दादरी के डीसी मुनीश शर्मा व एसपी अर्श वर्मा आला अधिकारियों के साथ जिले के गांव रानीला पहुंचे। जहां रात्रि प्रवास के लिए जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष अलग-अलग समस्याएं रखीं। डीसी ने ग्रामीणों को समस्या समाधान का आश्वासन दिया है। भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल में दादरी जिले में रात्रि में समस्याएं सुनने का यह पहला कार्यक्रम है। बता दें कि सीएम ने जिला उपायुक्तों को बड़े गांवों में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने के निर्देश दिए थे। जिले के गांव रानीला में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने का कार्यक्रम तय किया गया था। जिसके लिए चरखी दादरी डीसी ने पत्र जारी कर एसपी, एडीसी, एसडीएम, जिला परिषद सीईओ समेत दो दर्जन से अधिक अधिकारियों को मंगलवार रात्रि को रानीला गांव पहुंचने के निर्देश दिए थे। उसी के तहत डीसी, एसपी, एसडीएम आदि अधिकारियों ने रानीला पहुंचकर लोगों की समस्याएं जानीं। 25 से 30 समस्याएं उठाई गईं कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के पास पहुंचे और समाधान की गुहार लगाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पेयजल, नहरी पानी, जलभराव, पुस्तकालय, गली निर्माण, बिजली किल्लत, नशा मुक्ति आदि से संबंधित समस्याएं उठाईं। समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया है। जल्द होगा समाधान: डीसी चरखी दादरी डीसी मुनीश शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने उनके समक्ष कई समस्याएं रखी हैं। कुछ समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। कुछ समस्याएं बड़ी हैं, जिनके लिए एस्टीमेट तैयार करने और उन्हें लागू करने में दो से ढाई महीने का समय लगेगा। ग्रामीणों ने कहा- पानी के कारण लोग हो रहे हैं बीमार ग्रामीणों ने डीसी से कहा कि साहब पानी में टीडीएस की मात्रा बहुत अधिक है, जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने इससे बचने के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है। इसके अलावा गांव में पांच तालाब होने के बावजूद जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिसके लिए जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई। डीसी ने नशे से दूर रहने का किया आह्वान रानीला पहुंचे दादरी डीसी ने लोगों से आह्वान किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें तथा युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित कर नशे से दूर रखें, ताकि युवा देश के लिए पदक जीत सकें। हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी के निर्देश पर चरखी दादरी के डीसी मुनीश शर्मा व एसपी अर्श वर्मा आला अधिकारियों के साथ जिले के गांव रानीला पहुंचे। जहां रात्रि प्रवास के लिए जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष अलग-अलग समस्याएं रखीं। डीसी ने ग्रामीणों को समस्या समाधान का आश्वासन दिया है। भाजपा सरकार के तीसरे कार्यकाल में दादरी जिले में रात्रि में समस्याएं सुनने का यह पहला कार्यक्रम है। बता दें कि सीएम ने जिला उपायुक्तों को बड़े गांवों में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने के निर्देश दिए थे। जिले के गांव रानीला में रात्रि प्रवास कर समस्याएं सुनने का कार्यक्रम तय किया गया था। जिसके लिए चरखी दादरी डीसी ने पत्र जारी कर एसपी, एडीसी, एसडीएम, जिला परिषद सीईओ समेत दो दर्जन से अधिक अधिकारियों को मंगलवार रात्रि को रानीला गांव पहुंचने के निर्देश दिए थे। उसी के तहत डीसी, एसपी, एसडीएम आदि अधिकारियों ने रानीला पहुंचकर लोगों की समस्याएं जानीं। 25 से 30 समस्याएं उठाई गईं कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के पास पहुंचे और समाधान की गुहार लगाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पेयजल, नहरी पानी, जलभराव, पुस्तकालय, गली निर्माण, बिजली किल्लत, नशा मुक्ति आदि से संबंधित समस्याएं उठाईं। समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों ने समाधान का आश्वासन दिया है। जल्द होगा समाधान: डीसी चरखी दादरी डीसी मुनीश शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने उनके समक्ष कई समस्याएं रखी हैं। कुछ समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। कुछ समस्याएं बड़ी हैं, जिनके लिए एस्टीमेट तैयार करने और उन्हें लागू करने में दो से ढाई महीने का समय लगेगा। ग्रामीणों ने कहा- पानी के कारण लोग हो रहे हैं बीमार ग्रामीणों ने डीसी से कहा कि साहब पानी में टीडीएस की मात्रा बहुत अधिक है, जिसके कारण लोग बीमार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने इससे बचने के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था करने की मांग की है। इसके अलावा गांव में पांच तालाब होने के बावजूद जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिसके लिए जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई। डीसी ने नशे से दूर रहने का किया आह्वान रानीला पहुंचे दादरी डीसी ने लोगों से आह्वान किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें तथा युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित कर नशे से दूर रखें, ताकि युवा देश के लिए पदक जीत सकें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चलते ऑयल टैंकर में आग लगी:हिसार में ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान; तेल तक लपटें न पहुंचने से बड़ा हादसा टला
हरियाणा में चलते ऑयल टैंकर में आग लगी:हिसार में ड्राइवर ने कूदकर बचाई जान; तेल तक लपटें न पहुंचने से बड़ा हादसा टला हरियाणा के हिसार में कैंट के पास तेल के एक टैंकर में आग लग गई। ड्राइवर राकेश ने सूझबूझ दिखाते हुए टैंकर कूद कर जान बचाई। आग की लपटें देख नेशनल हाईवे पर भीड़ लग गई। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि बड़ा हादसा होने से टल गया। ड्राइवर राकेश ने बताया कि टैंकर में सड़क बनाने में प्रयोग होने वाला तेल था। वह बठिंडा से बहादुरगढ़ लेकर जा जा रहा था। शनिवार को दिन वह बठिंडा से टैंकर लेकर चला था। शाम को हिसार कैंट के पास एक होटल पर सो गया। रविवार सुबह जब होटल से टैंकर लेकर चला तो कुछ दूर जाने के बाद केबिन में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। तेल टैंकर को लगी आग के PHOTOS… रोड किनारे खड़ा कर कूदा
ड्राइवर राकेश ने बताया कि इसके बाद उसने टैंकर को सड़क किनारे खड़ा कर दिया। आग की लपटों के बीच केबिन से कूद गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड को फोन करके आग की जानकारी दी। वहीं वहां से गुजर रहे वाहनों के चालकों व लोगों की भीड़ मौके पर लग गई। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। आगजनी से टैंकर का केबिन पूरी तरह से जल गया। सड़क बनाने में प्रयोग होता था तेल
ड्राइवर राकेश ने बताया कि टैंकर में सड़क बनाने में प्रयोग होने वाला तेल था। इसे बहादुरगढ़ लेकर जा जा रहा था। टैंकर में आग लगने से केबिन पूरी तरह से जल गया। तेल से भरे टैंकर तक पहुंचने से पहले ही आग पर काबू पा लिया गया।
कांग्रेस नेतृत्व का हुड्डा–उदयभान को फ्री हैंड बंद:उखड़े दिखे दोनों नेता, नेता प्रतिपक्ष पर बोले– हाईकमान से पूछो; बाबरिया प्रभारी लिस्ट रोक चुके
कांग्रेस नेतृत्व का हुड्डा–उदयभान को फ्री हैंड बंद:उखड़े दिखे दोनों नेता, नेता प्रतिपक्ष पर बोले– हाईकमान से पूछो; बाबरिया प्रभारी लिस्ट रोक चुके कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष को फ्री हैंड देना बंद कर दिया है। इससे दोनों नेता उखड़े हुए नजर आ रहे हैं। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान की जिला प्रभारियों की लिस्ट को 24 घंटे के भीतर ही रोक चुके हैं। वहीं चुनाव निपटे ढ़ाई महीने बीत चुके लेकिन नेता प्रतिपक्ष पर अभी तक फैसला नहीं हुआ। इस पर जब भूपेंद्र हुड्डा से पूछा गया कि कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष का ऐलान अभी तक नहीं हो पाया, क्या कहेंगे?, तो वे हाईकमान को लेकर बोले– पूछो उनसे, हमने तो प्रस्ताव पास करके दे दिया था। वहीं उदयभान को प्रभारियों की लिस्ट रोके जाने पर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा कि लिस्ट कैंसिल नहीं की बल्कि रोकी है। दोनों नेता बुधवार को नूंह में पत्रकारों से बात कर रहे थे। बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हुड्डा ग्रुप को फ्री हैंड दिया था, यहां तक कि सांसद सैलजा की नाराजगी की भी परवाह नहीं की लेकिन कांग्रेस अच्छे माहौल के बावजूद सरकार बनाने से चूक गई। हुड्डा ने कहा– बाबरिया को बात करनी है
प्रदेश अध्यक्ष की जिला प्रभारियों की लिस्ट रोके जाने पर भूपेंद्र हुड्डा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई कैंसिल नहीं की है वह, डिस्कशन करने के लिए रोकी है, उसमें पुराने ही हैं, कुछ नए आए थे, उनके बारे में बात करनी है। उदयभान की सफाई, 5–6 ही बदले थे
प्रदेश में नए प्रभारियों की नियुक्ति को लेकर उदयभान ने कहा कि मैंने 22 जिलों की लिस्ट जारी नहीं की थी। उनमें कुछ विधायक पार्टी छोड़ गए थे, पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ा या सांसद बन गए या पार्टी विरोधी गतिविधियों में थे, उन 5–6 जगहों पर नाम बदले गए, बाकी तो पहले जैसा ही रहा। उदयभान ने उदाहरण देते हुए कहा…. जैसे शारदा राठौर निर्दलीय लड़ीं और 6 साल के लिए निष्कासित हुईं। ललित नागर की जगह चेंज हुई। इसी तरह रोहतक में तीर्थ दहिया पार्टी विरोधी गतिविधियों में थे, जयप्रकाश सांसद बन गए थे, इस वजह से कुछ चेंजेस किए थे। बाबरिया डिस्कस करना चाहें तो कर लें
जब तक जिलों में पार्टी प्रधान नहीं बनते, तब तक यह व्यवस्था की गई थी ताकि पार्टी की पॉलिसीज को धरातल तक ले जाएं। उन्हीं के जरिए पार्टी के प्रोग्राम नीचे तक ले जा रहे थे। वह हमारे धुरी थे। उसमें वह(बाबरिया) कुछ डिस्कस करना चाहते हैं तो कर लें, उसके बाद सब सुलझ जाएगा। संगठन पर बोले– अब तो फुर्सत है, नुकसान तो हो चुका
संगठन के सवाल पर उदयभान ने कहा– अब तो फुर्सत में हैं, इलेक्शन हो गया। जो नुकसान होना था, हो गया। अब यह भी जल्दी हो जाएगा। मुझे इतना नहीं पता कि यह कब तक होगा। निकाय चुनाव की कमेटी को भी हाईकमान की अप्रूवल का इंतजार
निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारियों पर उदयभान ने कहा कि इसकी तैयारियों के लिए कमेटी बनाकर हाईकमान को अप्रूवल के लिए भेजी है। अप्रूव हो जाएगी तो उस पर काम हो जाएगा। निगम चुनाव हम सिंबल पर लड़ेंगे। नगर पालिका और नगर परिषद के लिए अभी फैसला नहीं हुआ। हार की वजहों पर बोले– कमेटी ने रिपोर्ट दी, हाईकमान जाने
हार की वजहों पर उदयभान ने कहा कि AICC ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की अगुआई में कमेटी का गठन हुआ था। उन्होंने सभी विधायकों और पार्टी कैंडिडेटों से वन टु वन बातचीत की है। उन्होंने रिपोर्ट कांग्रेस नेतृत्व को दे दी है। क्या रिपोर्ट दी है, वह तो कांग्रेस नेतृत्व ही जानता है। बाबरिया–उदयभान 2 बार आमने–सामने हो चुके 1. EVM में गड़बड़ी का मैसेज
कांग्रेस प्रभारी बाबरिया ने कहा कि काउंटिंग के दिन मुझे कुछ सीटों पर धांधली के मैसेज आए। मैंने उन्हें उदयभान को भेजा था। इसके जवाब में उदयभान ने कहा कि मेरे पास जो मैसेज आया, वह अधूरा था। उसमें आधा सच और आधा झूठ था। 2. टिकट वितरण पर
प्रभारी बाबरिया ने कांग्रेस हाईकमान के आगे कबूल किया कि 10 से 15 सीटों पर टिकट वितरण में गड़बड़ी हुई। उन्होंने इस्तीफे की भी पेशकश की। इसके जवाब में उदयभान ने कहा कि टिकट वितरण पर सवाल उठाना ठीक नहीं है। टिकट केंद्रीय चुनाव कमेटी ने बांटे थे। उसके फैसले पर सवाल उठाना सही नहीं है। 3. संगठन न बनाने पर
उदयभान ने प्रदेश में संगठन न बनने का ठीकरा बाबरिया पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि हमने कई बार लिस्ट भेजी लेकिन बाबरिया ने उन्हें हाईकमान को देने की जगह खुद दबाए बैठे रहे।
डेरा प्रमुख राम रहीम की बढ़ी मुश्किलें:SC करेगा रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी करने के हाईकोर्ट के आदेश की जांच, नोटिस जारी किया
डेरा प्रमुख राम रहीम की बढ़ी मुश्किलें:SC करेगा रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी करने के हाईकोर्ट के आदेश की जांच, नोटिस जारी किया सुप्रीम कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम सिंह को रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी किए जाने से जुड़े मामले में नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर रणजीत सिंह की वर्ष 2002 में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इसी साल 28 मई को इस केस में राम रहीम और 4 अन्य लोगों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। हाईकोर्ट के इसी आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट इसकी जांच करने पर सहमत हो गया। इसी कड़ी में सोमवार को राम रहीम और बाकी पक्षों को नोटिस जारी करके उनसे 4 हफ्ते में जवाब मांगा गया है। दरअसल रणजीत सिंह हत्याकांड में राम रहीम और चार अन्य लोगों को बरी करने के हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। यह याचिका जगसीर सिंह की ओर से उनके एडवोकेट सत्यमित्रा ने दायर की। इसमें हाईकोर्ट के 28 मई के आदेश को चुनौती दी गई। याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने राम रहीम और अन्य चार लोगों को नोटिस जारी किए। बलात्कार मामले में हुई 20 साल की सजा उच्च न्यायालय ने सुनवाई के दौरान कहा कि नवंबर 2023 में जांच करने वाली सीबीआई अपराध के मकसद को स्थापित करने में विफल रही और इसके बजाय आरोपी पक्ष का मामला “संदेह में घिरा हुआ” था। सिरसा मुख्यालय वाला डेरा प्रमुख राम रहीम, जो अपनी 2 महिला शिष्य के साथ बलात्कार के लिए 20 साल की जेल की सजा काट रहा है, वर्तमान में हरियाणा के रोहतक में सुनारिया जेल में बंद है। 10 जुलाई 2002 को मारी गई थी गोली 10 जुलाई 2002 को हरियाणा के कुरुक्षेत्र के खानपुर कोलियान गांव में डेरे के अनुयायी रणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कथित तौर पर उनकी हत्या एक गुमनाम पत्र के सामने आने के बाद संदिग्ध भूमिका के लिए की गई थी। जिसमें बताया गया था कि कैसे डेरा प्रमुख राम रहीम द्वारा डेरा मुख्यालय में महिलाओं का यौन शोषण किया जा रहा था। बरी करने का फैसला हाईकोर्ट द्वारा राम रहीम और चार अन्य द्वारा दायर अपील पर आया था। जिन्हें अक्टूबर 2021 में हरियाणा के पंचकूला में विशेष सीबीआई अदालत ने दोषी ठहराया था। सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में राम रहीम, अवतार सिंह, कृष्ण लाल, जसबीर सिंह और सबदिल सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। एक आरोपी इंदर सैन की 2020 में मुकदमे के दौरान मौत हो गई थी। सह-आरोपियों के साथ मिलकर रची साजिश राम रहीम को अपने सह-आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचने का दोषी पाया गया था। सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, डेरा प्रमुख का मानना था कि गुमनाम पत्र के प्रसार के पीछे रणजीत सिंह का हाथ था और उसने उसकी हत्या की साजिश रची। 2017 में राम रहीम को 2 महिला शिष्य से बलात्कार के लिए 20 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। डेरा प्रमुख और 3 अन्य को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए 2019 में भी दोषी ठहराया गया था।