हाईकोर्ट की सख्ती: शिवाजी नगर नाले को कवर करने का काम शुरू, रास्ता किया बंद, जाम लगा

हाईकोर्ट की सख्ती: शिवाजी नगर नाले को कवर करने का काम शुरू, रास्ता किया बंद, जाम लगा

भास्कर न्यूज|लुधियाना शिवाजी नगर नाल को ढकने का मामला हाईकोर्ट में पहुंचने के बाद नगर निगम अफसरांे की नींद टूटी है। निगम की जेसीबी से खुदाई कर नाले के पानी को डायवर्ट कर दिया गया है। प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने के कारण यातायात प्रभावित रहा। इस नाले को कवर करने में सात से आठ महीने का समय लगेगा। नगर निगम की ओर से शिवाजी नगर नाले को ढकने का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण में सिंगार पुल से श्मशानघाट पुली तक नाले को कवर किया जाना है। इसके लिए 10 करोड़ का बजट तय किया गया है। यह काम 2021 में स्वीकृत हुआ था लेकिन काम की रफ्तार बेहद धीमी थी। पूर्व पार्षद इंदर अग्रवाल ने निगम कमिश्नर को इस संबंध में मेमोरेंडम देकर काम में तेजी लाने की अपील की थी। प्रोजेक्ट में देरी को लेकर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने निगम अफसरों को तलब किया था। गत शनिवार को इस मामले में सुनवाई थी जिस पर निगम ने कोर्ट में काम शुरू करने का एफिडेविट दिया था। निगम ने जेसीबी और मशीनों की मदद से नाले को ढकने का काम शुरू कर दिया है। बुधवार को काम के चलते आधे रास्ते को बंद कर दिया गया जिसके चलते दोपहिया वाहन ही वहां से निकल पड़े। जबकि चौपहिया वाहनों को दूसरे रास्तों से होकर शहर की ओर जाना पड़ा। नाले में आ रहे पानी को डायवर्ट करने के लिए पाइप डालकर उसे सीवरलाइन से जोड़ा गया है जिससे पानी होकर सौ मीटर आगे नाले में पहुंचेगा। पूर्व पार्षद इंदर अग्रवाल ने बताया कि यह प्रोजेक्ट आठ महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद है। इससे नाले में गंदगी गिरना बंद हो जाएगी। सड़क भी चौड़ी हो सकेगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस नेता मांगा शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने बरसात में नाले के ओवरफ्लो होने से मोहल्ले में भरने वाली गंदे पानी के फोटो तक संलग्न किए थे। हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई कर निगम अफसरों को तलब कर रिपोर्ट मांगी थी। मांगा शर्मा ने कहा कि प्रोजेक्ट में देरी हो रही है जिसके चलते शहरवासियों को दुविधा का सामना करना पड़ रहा है। भास्कर न्यूज|लुधियाना शिवाजी नगर नाल को ढकने का मामला हाईकोर्ट में पहुंचने के बाद नगर निगम अफसरांे की नींद टूटी है। निगम की जेसीबी से खुदाई कर नाले के पानी को डायवर्ट कर दिया गया है। प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने के कारण यातायात प्रभावित रहा। इस नाले को कवर करने में सात से आठ महीने का समय लगेगा। नगर निगम की ओर से शिवाजी नगर नाले को ढकने का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण में सिंगार पुल से श्मशानघाट पुली तक नाले को कवर किया जाना है। इसके लिए 10 करोड़ का बजट तय किया गया है। यह काम 2021 में स्वीकृत हुआ था लेकिन काम की रफ्तार बेहद धीमी थी। पूर्व पार्षद इंदर अग्रवाल ने निगम कमिश्नर को इस संबंध में मेमोरेंडम देकर काम में तेजी लाने की अपील की थी। प्रोजेक्ट में देरी को लेकर मामला हाईकोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने निगम अफसरों को तलब किया था। गत शनिवार को इस मामले में सुनवाई थी जिस पर निगम ने कोर्ट में काम शुरू करने का एफिडेविट दिया था। निगम ने जेसीबी और मशीनों की मदद से नाले को ढकने का काम शुरू कर दिया है। बुधवार को काम के चलते आधे रास्ते को बंद कर दिया गया जिसके चलते दोपहिया वाहन ही वहां से निकल पड़े। जबकि चौपहिया वाहनों को दूसरे रास्तों से होकर शहर की ओर जाना पड़ा। नाले में आ रहे पानी को डायवर्ट करने के लिए पाइप डालकर उसे सीवरलाइन से जोड़ा गया है जिससे पानी होकर सौ मीटर आगे नाले में पहुंचेगा। पूर्व पार्षद इंदर अग्रवाल ने बताया कि यह प्रोजेक्ट आठ महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद है। इससे नाले में गंदगी गिरना बंद हो जाएगी। सड़क भी चौड़ी हो सकेगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस नेता मांगा शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने बरसात में नाले के ओवरफ्लो होने से मोहल्ले में भरने वाली गंदे पानी के फोटो तक संलग्न किए थे। हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई कर निगम अफसरों को तलब कर रिपोर्ट मांगी थी। मांगा शर्मा ने कहा कि प्रोजेक्ट में देरी हो रही है जिसके चलते शहरवासियों को दुविधा का सामना करना पड़ रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर