हिसार में युवक से कार लोन लेने के नाम पर फाइनेंस कंपनी से 14 लाख 6 हजार 580 रुपए ठग लिए। मामले में कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी सतीश ने अर्बन एस्टेट थाना पुलिस में शिकायत दी है। आरोपी महावीर कॉलोनी के रहने वाला रवि है। पुलिस को दी गई शिकायत में भोजराज गांव के रहने वाले सतीश ने बताया कि वह विद्युत नगर के सामने गैलेक्सी फाइनेंस सर्विस में काम करता है। यहां पर गाड़ियों के लोन देने का काम होता है। 2 दिसंबर को महावीर कॉलोनी का रहने वाला रवि ऑफिस में आया। उसने अपनी पुरानी कार दी और कहा कि मुझे लोन की जरूरत है। गाड़ी की वीडियोग्राफी करने के बाद लोन होने पर उसकी डिटेल रवि के पास भेज दी। उसके बाद रवि ने फोन करके कहा कि लोन की राशि मेरे खाते में डाल दो। अभी मैं गाड़ी लेने जा रहा हूं। आते ही गाड़ी के कागजात आरटीओ किट जमा करा दूंगा। उसके बाद लोन के रुपए उसके खाते में डाल दे। उसके बाद फिर से ओरिजिनल डॉक्यूमेंट मांगे तो उसने देने से इनकार कर दिया। शिकायतकर्ता ने पुलिस से मांग की है कि पैसे वापस दिलाई जाए। हिसार में युवक से कार लोन लेने के नाम पर फाइनेंस कंपनी से 14 लाख 6 हजार 580 रुपए ठग लिए। मामले में कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी सतीश ने अर्बन एस्टेट थाना पुलिस में शिकायत दी है। आरोपी महावीर कॉलोनी के रहने वाला रवि है। पुलिस को दी गई शिकायत में भोजराज गांव के रहने वाले सतीश ने बताया कि वह विद्युत नगर के सामने गैलेक्सी फाइनेंस सर्विस में काम करता है। यहां पर गाड़ियों के लोन देने का काम होता है। 2 दिसंबर को महावीर कॉलोनी का रहने वाला रवि ऑफिस में आया। उसने अपनी पुरानी कार दी और कहा कि मुझे लोन की जरूरत है। गाड़ी की वीडियोग्राफी करने के बाद लोन होने पर उसकी डिटेल रवि के पास भेज दी। उसके बाद रवि ने फोन करके कहा कि लोन की राशि मेरे खाते में डाल दो। अभी मैं गाड़ी लेने जा रहा हूं। आते ही गाड़ी के कागजात आरटीओ किट जमा करा दूंगा। उसके बाद लोन के रुपए उसके खाते में डाल दे। उसके बाद फिर से ओरिजिनल डॉक्यूमेंट मांगे तो उसने देने से इनकार कर दिया। शिकायतकर्ता ने पुलिस से मांग की है कि पैसे वापस दिलाई जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हरियाणा की लड़कियों ने मारी बाजी:15 राज्यों की टीमों ने लिया भाग, जम्मू-कश्मीर टीम को चटाई धूल राष्ट्रीय महिला के बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन 27 से 28 नवंबर 2024 को पंजाब के सुलतान पुर लोधी के अकल इंटरनेशनल स्टेडियम में हुआ। प्रतियोगिता में भारत के हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार आदि लगभग 15 राज्यों में भाग लिया। हरियाणा टेबल क्रिकेट संघ के प्रदेश महासचिव संजय सैन, सीवन टीम के कोच व खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कि बताया कि प्रतियोगिता में हरियाणा की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। टीम में सबसे ज्यादा खिलाड़ी कैथल से कैथल के सीवन नगर से नेहा, मुस्कान, यशोदा, रजनी, मुस्कान, कौशल्या पायल, शीतल, नेहा, कुरूक्षेत्र से कनिष्का व माही तथा फरीदाबाद से सिमरन हरियाणा टीम की कप्तान कुरूक्षेत्र से कनिष्का थी। हरियाणा टीम ने राजस्थान, पंजाब व मध्य प्रदेश को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला जम्मू व हरियाणा के बीच खेला गया। हरियाणा टीम ने पहले फील्डिंग करने का निर्णय लिया और जम्मू कश्मीर की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 05 विकेट खो कर 42 रन बनाए। हरियाणा टीम में अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 01 विकेट खो कर 43 रन के लक्ष्य को प्राप्त करके पहली राष्ट्रीय महिला टेप-बाल क्रिकेट प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया। अब कमजोर नहीं हैं बेटियां, हर क्षेत्र में आगे : देवेंद्र हंस हलका गुहला के विधायक देवेंद्र हंस ने आज विजेता खिलाड़ियों के सीवन में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया ओर बधाई दी। उन्होंने कहा कि बेटियां आज हर क्षेत्र में जीत का परचम लहरा रही हैं। वे अपनी लगन और मेहनत से कई मुश्किलों को पार कर रही हैं और अपने सपनों को हासिल कर रही हैं। बेटियों की बदौलत ही आज देश और प्रदेश का नाम दुनिया में रोशन हो रहा है। उन्होंने कहा कि बेटी समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है। बेटियों के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर बेहतर कार्य कर रहीं हैं। इस अवसर पर हरियाणा टेप-बाल क्रिकेट संघ के प्रदेश सचिव संजय सैन, सीवन हरियाणा महिला टीम कोच सुदर्शन सिंह सीवन, बब्बू व कुरूक्षेत्र से कुलदीप सैनी व टीम उपस्थित रही।
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करनाल नहर में डूबने से मनरेगा मजदूर की मौत:बिना सुरक्षा उपकरणों के की जा रही थी सफाई, पांव फिसलने से गिरा हरियाणा में करनाल के नडाना गांव के पास स्थित नहर में सोमवार को एक मनरेगा मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई। मजदूर नहर के किनारे सफाई का काम कर रहा था, तभी उसका पांव फिसलने से वह नहर में गिर गया। इस दुर्घटना के बाद वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों में हड़कंप मच गया और तुरंत गोताखोरों को बुलाया गया। पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोरों ने कुछ दूरी पर नहर से मजदूर का शव बरामद कर लिया। गांव सग्गा का रहने वाला था जोगिंदर मृतक मजदूर की पहचान जोगिंद्र के रूप में हुई है, जो सग्गा गांव का रहने वाला था और लगभग 35 वर्ष का था। गोताखोर कर्ण ने बताया कि उन्होंने नहर में काफी खोजबीन की, लेकिन पानी का बहाव कम होने के बावजूद शुरुआत में मजदूर का कोई सुराग नहीं मिला। गोताखोरों की तत्परता से मजदूर का शव अंततः बरामद कर लिया गया। प्रशासन पर लापरवाही के आरोप घटना के बाद मनरेगा मजदूरों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नहर की सफाई के काम के दौरान मजदूरों के पास कोई सेफ्टी उपकरण नहीं थे, न ही कोई लाइफ जैकेट मुहैया करवाई गई थी। मजदूरों ने इसे प्रशासन की लापरवाही बताया और कहा कि सरकार को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए। बिना सुरक्षा उपकरणों के की जा रही थी सफाई उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नहर की सफाई मेट के अधीन होती है और मजदूरों की सुरक्षा का ख्याल रखना मेट की जिम्मेदारी होती है। मजदूरों का कहना है कि सफाई कार्य के लिए बजट से दो लाख रुपए आवंटित किए जाते हैं, लेकिन मजदूरों को सिर्फ 50 हजार रुपए दिए जाते हैं, बाकी रकम का गबन कर लिया जाता है। मजदूरों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। इस हादसे ने एक बार फिर से मनरेगा मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूरों का कहना है कि जब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाएगी, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। प्रशासन को मजदूरों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। क्या कहती है पुलिस हादसे के बाद मौके पर पहुंचे जांच अधिकारी रामपाल ने बताया कि जोगिंद्र मनरेगा के तहत काम कर रहा था और नहर के किनारे सफाई कर रहा था। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और आखिरकार शव को बरामद कर लिया गया। रामपाल ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है और मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोपों की भी जांच की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
गुरुग्राम में हुड्डा-सैलजा गुट में शह-मात का खेल:सैलजा कैंप लगातार 2 चुनाव हारने वालों को टिकट न देने के पक्ष में, पूर्व सीएम खेमे में बेचैनी
गुरुग्राम में हुड्डा-सैलजा गुट में शह-मात का खेल:सैलजा कैंप लगातार 2 चुनाव हारने वालों को टिकट न देने के पक्ष में, पूर्व सीएम खेमे में बेचैनी हरियाणा प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी लगातार तेज होते जा रही है। कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर रणनीति बनाने का दौर जारी है। इसके साथ ही गुरुग्राम जिले की चारों विधानसभा सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनकी धुरविरोधी कुमारी सैलजा के ग्रुप में अंदरखाने शह-मात का खेल भी स्टार्ट हो गया है। विरोधी धड़े को कमजोर कर अपना कद बढ़ाने के लिए दोनों गुटों के नेता लगातार हाथ-पैर मार रहे है। कुमारी सैलजा और उनके साथी रणदीप सिंह सुरजेवाला का ग्रुप इस कोशिश में है कि लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को इस बार टिकट ना मिल पाए। इसके लिए फील्डिंग जमाई जा रही है। यह धड़ा हाईकमान को इस बात के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है कि इस बार ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों पर दांव लगाया जाए ताकि पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बना सके। अगर सैलजा खेमे की यह प्लानिंग सिरे चढ़ गई तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान हुड्डा खेमे से जुड़े नेताओं को होगा। इसकी वजह से इस धड़े के नेताओं में थोड़ी बेचैनी दिख रही है। इन नेताओं की जगह अगर नए चेहरों को टिकट मिला और पार्टी सत्ता में आई तो सीएम चेहरे को लेकर भी सैलजा खेमे की दावेदारी मजबूत होगी। लोकसभा चुनाव नतीजों से उत्साह का माहौल लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 में से 5 सीट जीतने के बाद कांग्रेसी वर्करों और नेताओं में उत्साह का माहौल है। यही कारण है कि ज्यादा नेता पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इसके साथ ही पार्टी में हुड्डा और सैलजा कैंप के बीच आपसी खींचतानी भी बढ़ने लगी है। हालांकि हाईकमान ने दोनों गुटों को सार्वजनिक तौर पर एकजुटता दिखाने का सख्त संदेश दे रखा है लेकिन अंदरखाने दोनों ही गुट एक-दूसरे की जड़ खोदने में जुटे नजर आ रहे हैं। सैलजा-रणदीप गुट की कोशिश है कि 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में हारने वाले नेताओं को इस बार किसी सूरत में टिकट न मिलने पाए। ऐसे नेताओं में ज्यादातर हुड्डा कैंप से आते हैं। लगातार दो चुनाव हारने वाले ज्यादातर नेता हुड्डा कैंप से अगर सैलजा-रणदीप गुट की चली और लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को टिकट देने से पार्टी ने परहेज किया तो इसका सबसे अधिक नुकसान हुड्डा खेमे को होगा। हुड्डा गुट से जुड़े ऐसे नेताओं की लिस्ट बहुत लंबी हैं जो 2014 और 2019 में पार्टी का टिकट मिलने के बावजूद जीत पाने में नाकाम रहे। सैलजा-रणदीप चाहते हैं कि कांग्रेस हाईकमान जनता की ओर से खारिज किए जा चुके इन नेताओं की जगह नए चेहरों पर दांव लगाए ताकि जनता और पार्टी कैडर को यह संदेश दिया जा सके कि कांग्रेस में चेहरों से ज्यादा काबिलियत मायने रखती है। इसके लिए दोनों नेता दिल्ली में लगातार प्रयास कर रहे हैं। ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा फायदे में सैलजा कैंप ही रहेगा। सीएम चेहरे पर दावा ठोकने की तैयारी कांग्रेस हाईकमान को लगता है कि हरियाणा में इस बार लोगों का झुकाव कांग्रेस की ओर है तथा वह राज्य में 10 साल से सत्ता में बैठी भाजपा से नाराज है। लोकसभा चुनाव नतीजों ने उसकी इस थ्योरी को और मजबूती दी है। ऐसे में हाईकमान को लगता है कि पार्टी के पास भाजपा से सत्ता से बाहर करने का इस बार सुनहरा मौका है। पार्टी नेतृत्व इस मौके को गंवाना नहीं चाहता इसलिए हर कदम सोच-समझकर उठाया जा रहा है। पार्टी में किसी तरह की नाराजगी से बचने के लिए राज्य में संगठन बनाने का काम भी होल्ड पर डाल दिया गया है। कांग्रेस के दिग्गज भी हालात को भांप चुके हैं इसलिए उनमें अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाने की होड़ नजर आने लगी है। इन नेताओं को लगता है कि अगर पार्टी को बहुमत मिला तो चुनाव नतीजों के बाद संख्या बल के आधार पर सीएम पद पर मजबूती से दावा ठोका जा सके। कमलबीर की राहुल गांधी के यहां सीधी एंट्री कांग्रेस हरियाणा में दलित चेहरे के रूप में सैलजा को आगे करके ओबीसी और दूसरे वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रही है। यदि दो बार चुनाव हारने वालों के टिकट कटे तो हुड्डा खेमा बैकफुट पर होगाा और एडवांटेज सैलजा कैंप के पास होगा। कांग्रेस में हुड्डा विरोधी कैंप की अगुवाई कर रही सैलजा के साथ पहले रणदीप सुरजेवाला के साथ किरण चौधरी भी थी लेकिन अब वह बीजेपी में जा चुकी हैं। ऐसे में सैलजा कैंप में किरण चौधरी की जगह लेने का दावा जनता दल के दिग्गज नेता रहे स्व. शरद यादव के समधी कमलबीर कर रहे हैं। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी की शादी कमलबीर के बेटे राजकमल से हुई है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सुभाषिनी को अपनी बहन मानते हैं। इस नाते राव कमलबीर सिंह की राहुल गांधी के यहां सीधी एंट्री है। जातिगत रूप से देखा जाए तो इस समय सैलजा कैंप में एक दलित, एक जाट और एक यादव नेता हो जाते हैं।