पटियाला में कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को फिल्म की रिलीज के दिन सिख संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के चलते शहर के दो प्रमुख सिनेमा हॉल में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। गांव चौरा स्थित पीवीआर मॉल के बाहर बड़ी संख्या में सिख संगठनों के सदस्य एकत्र हुए और फिल्म के प्रदर्शन का विरोध किया। इसी तरह ओमेक्स मॉल स्थित सिनेमा हॉल पर भी प्रदर्शनकारियों ने धरना दिया। दोनों सिनेमा हॉल के प्रबंधकों को सुरक्षा कारणों से फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण काल को दर्शाती है, जिसमें कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आ रही हैं। हालांकि, स्थानीय सिख संगठनों ने फिल्म के कुछ दृश्यों और प्रस्तुतिकरण पर आपत्ति जताई है। पटियाला में कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार को फिल्म की रिलीज के दिन सिख संगठनों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के चलते शहर के दो प्रमुख सिनेमा हॉल में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। गांव चौरा स्थित पीवीआर मॉल के बाहर बड़ी संख्या में सिख संगठनों के सदस्य एकत्र हुए और फिल्म के प्रदर्शन का विरोध किया। इसी तरह ओमेक्स मॉल स्थित सिनेमा हॉल पर भी प्रदर्शनकारियों ने धरना दिया। दोनों सिनेमा हॉल के प्रबंधकों को सुरक्षा कारणों से फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द करनी पड़ी। फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारत के इतिहास के एक महत्वपूर्ण काल को दर्शाती है, जिसमें कंगना रनौत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आ रही हैं। हालांकि, स्थानीय सिख संगठनों ने फिल्म के कुछ दृश्यों और प्रस्तुतिकरण पर आपत्ति जताई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जूनियर एसोसिएट के 13 हजार पदों पर होगी भर्ती, ग्रेजुएट उम्मीदवार 7 जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन भास्कर न्यूज | लुधियाना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया(एसबीआई) द्वारा जूनियर एसोसिएट कस्टमर सपोर्ट और सेल्स के पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके तहत 13735 पद भरे जोंगे। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया की शुरुआत की जा चुकी है और 7 जनवरी, 2025 तक आवेदन किया जा सकता है। इस भर्ती प्रक्रिया में चुनाव लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। प्रीलिमनरी एग्जाम फरवरी, 2025 में किया जाएगा। जबकि मेन परीक्षा का आयोजन मार्च-अप्रैल 2025 में किया जाएगा। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को https://sbi.co.in/ पर विजिट करना होगा। इन 13 हजार पदों में 569 पद पंजाब के लिए भरे जाएंगे। इस पदों के लिए एसबीआई में काम कर रहे उम्मीदवार आवेदन के योग्य नहीं होंगे। वहीं, जो उम्मीदवार पहले काम कर चुके हैं और अब रिजाइन कर चुके हैं वो भी इन पदों पर आवेदन के योग्य नहीं होगे। इन पदों के लिए आवेदन की उम्र सीमा न्यूनतम उम्र सीमा 20 साल और अधिकतम उम्र सीमा 28 साल तय की गई है। हालांकि नियमों के तहत उम्र सीमा में रिजर्व्ड श्रेणी के उम्मीदवारों को राहत मिलेगी। इसके साथ ही एसबीआई के ट्रेन्ड अप्रेंटिस को भी नियमों के तहत उम्र सीमा में राहत मिलेगी। इसमें जिन उम्मीदवारों ने 30 नवंबर तक या इससे पहले अप्रेंटिसशिप हासिल हो उन्हें अधिकतम उम्र सीमा में छूट मिलेगी। उन्हें अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के साथ ही स्किल इवैल्यूेशन टेस्ट और जॉइंट नेसनल अप्रेंटिस सर्टिफिकेट होना जरुरी है। इन पदों के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएट उम्मीदवार आवेदन के योग्य होंगे। इसके लिए प्रीलिमनरी एग्जाम में 100 अंकों का पेपर होगा। जिसमें इंग्लिश, न्यूमेरिकल एबिलिटी और रीजनिंग एबिलिटी से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा एक घंटे की होगी। नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान होगा। इसे पास करने वालों को मेन परीक्षा में अपीयर होना होगा। इसमें जनरल फाइनेंशियल अवेयनरेस, जनरल इंग्लिश, क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड और रीजनिंग एबिलिटी और कंप्यूटर एप्टीट्यूड के सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा 200 अंकों को होगी। इसमें भी नेगेटिव मार्किंग होगी। मैरिट लिस्ट स्टेट के अनुसार, श्रेणी के अनुसार तैयार की जाएगी। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को जनरल, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस के लिए 750 रुपये की फीस रखी गई है। एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी श्रेणी के िलए फीस से राहत होगी। आवेदन की शर्तों और अन्य जानकारी के संबंध में एसबीआई की वेबसाइट पर विजिट किया जा सकता है।
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तलवंडी साबो के हलका प्रभारी बने रविप्रीत सिंह:शिरोमणि अकाली दल ने दी जिम्मेदारी, श्री दमदमा साहिब पहुंचकर टेका माथा शिरोमणि अकाली दल बादल ने रविप्रीत सिंह सिद्धू को तलवंडी साबो हलके का हलका प्रभारी नियुक्त किया है। इस नियुक्त के चलते रविप्रीत सिंह सिद्धू द्वारा तख्त श्री दमदमा साहिब में नतमस्तक होकर बाबा बीर सिंह, बाबा धीर सिंह में श्री अखंड पाठ साहिब का भी प्रकाश करवाया गया। 13 जून को श्री अखंड पाठ साहब के भोग डाले जाएंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में तख्त श्री दमदमा साहिब अकाली नेता और कार्यकर्ता पहुंचे। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सांसद हरसिमरत कौर बादल और पूरे नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह हलके के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ अकाली दल को मजबूत करने के लिए दिन-रात काम करेंगे। मिलकर काम करेंगे सभी कार्यकर्ता : रविप्रीत सिंह रविप्रीत सिंह सिद्धू कहा कि तलवंडी साबो हलके में कोई गुट या गुटबाजी नहीं है। सभी अकाली दल के बैनर तले मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि अकाली दल को मजबूत किया जा सके। आने वाले चुनाव में उम्मीदवारों को जिताने के लिए दिन-रात मेहनत की जाएगी।
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कनाडा में हिंदु सभा मंदिर में हुई हिंसा का मामला:अध्यक्ष बोले-हिंसा में शामिल होने की अनुमति नहीं थी, इसलिए पुजारी निलंबित किया कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर दिया था। इसे लेकर हिंदु सभा मंदिर के पुजारी राजिंदर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया था। अब हिंदु सभा मंदिर द्वारा दोबारा राजिंदर प्रसाद के निलंबन को लेकर बयान जारी किया गया है। हिंदू सभा मंदिर के अध्यक्ष मधुसूदन लामा ने कहा- पुजारी राजिंदर प्रसाद को हाल ही में हुई गतिविधियों में शामिल होने के लिए अधिकृत या अनुमति नहीं दी थी। हिंदू सभा को इन गतिविधियों में उनकी भागीदारी के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी। प्रारंभिक इनपुट के आधार पर पुजारी राजिंदर प्रसाद को निलंबित किया गया था। आगे की समीक्षा के परिणामस्वरूप हमने अब पुजारी राजिंदर प्रसाद को हिंदू सभा में उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर बहाल कर दिया है। हिंदू सभा हमारे विविध कनाडाई समाज के भीतर एकता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हिंदु सभा मंदिर द्वारा जारी किया गया दूसरा लेटर… कनाडा में पहले भी हिंदू मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकतीं। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने छह राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।