सीवन में चोर एक मकान से लाखों रुपए के गहने चोरी कर ले गए। इस दौरान मकान का मालिक अपने काम पर गया हुआ था और उसकी माता पड़ोस में एक शादी में गई हुई थी। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सीवन निवासी बलजिंदर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 16 जनवरी को वह अपने घर से अपने काम पर गया हुआ था। रात के करीब 9 बजे उसकी माता पड़ोस में शादी में गई हुई थी। घर पर कोई नहीं था। घर के दरवाजे खुले हुए मिले जब उसकी माता राज रानी घर पर आई तो घर के दरवाजे खुले हुए थे और सारा सामान बिखरा हुआ था। संदूक के ताले भी टूटे हुए थे। सामान चैक किया तो पाया कि अज्ञात आरोपी उनके घर से एक सोने की नथ, दो सोने की अंगूठी, चार सोने की बालियां, एक चांदी का सेट, दो जोड़ी पाजेब व दो कड़े चांदी के चोरी कर ले गए। उसकी माता ने घर की छत की तरफ देखा तो एक लड़का वहां से भाग रहा था। पड़ोस के ही युवक पर शक शिकायतकर्ता ने शक जताया कि यह लड़का उनके पड़ोस का ही है और इस लड़के का पहले भी कई चोरी करने में नाम है। सीवन थाना के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने फिलहाल मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही चोर का पता लगाकर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। सीवन में चोर एक मकान से लाखों रुपए के गहने चोरी कर ले गए। इस दौरान मकान का मालिक अपने काम पर गया हुआ था और उसकी माता पड़ोस में एक शादी में गई हुई थी। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सीवन निवासी बलजिंदर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 16 जनवरी को वह अपने घर से अपने काम पर गया हुआ था। रात के करीब 9 बजे उसकी माता पड़ोस में शादी में गई हुई थी। घर पर कोई नहीं था। घर के दरवाजे खुले हुए मिले जब उसकी माता राज रानी घर पर आई तो घर के दरवाजे खुले हुए थे और सारा सामान बिखरा हुआ था। संदूक के ताले भी टूटे हुए थे। सामान चैक किया तो पाया कि अज्ञात आरोपी उनके घर से एक सोने की नथ, दो सोने की अंगूठी, चार सोने की बालियां, एक चांदी का सेट, दो जोड़ी पाजेब व दो कड़े चांदी के चोरी कर ले गए। उसकी माता ने घर की छत की तरफ देखा तो एक लड़का वहां से भाग रहा था। पड़ोस के ही युवक पर शक शिकायतकर्ता ने शक जताया कि यह लड़का उनके पड़ोस का ही है और इस लड़के का पहले भी कई चोरी करने में नाम है। सीवन थाना के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने फिलहाल मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही चोर का पता लगाकर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान की मौत:10 महीने से आंदोलन में शामिल था; BJP प्रधान बोले-MSP कानून से हरियाणा-पंजाब को नुकसान
खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान की मौत:10 महीने से आंदोलन में शामिल था; BJP प्रधान बोले-MSP कानून से हरियाणा-पंजाब को नुकसान हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 48वें दिन भी जारी है। रविवार को खनौरी बॉर्डर पर 10 महीने से अनशन कर रहे किसान की मौत हो गई। उन्होंने पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतक किसान की पहचान फरीदकोट जग्गा सिंह (80) के रूप में हुई है। इनके 5 बेटे और एक बेटी है। आज खनौरी बॉर्डर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव गोदारा में होगा। उधर, पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने एक चैनल से बातचीत में कहा- ‘फसलों की MSP की कानूनी गारंटी पंजाब के किसानों के लिए नुकसानदायक है। पंजाब और हरियाणा के किसानों को गेहूं और धान की खरीद पर केंद्र की ओर से MSP दी जाती है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर MSP लागू होने से किसानों को मौजूदा व्यवस्था के तहत मिलने वाले लाभ से हाथ धोना पड़ेगा। MSP कानून की गारंटी पूरे देश में लागू हो गई तो पंजाब भी अन्य राज्यों की तरह केंद्र की ओर से प्रति एकड़ खरीद नियम के तहत आ जाएगा।’ 2 दिन पहले शंभू बॉर्डर पर किसान ने सुसाइड किया इससे पहले 9 जनवरी को शंभू बॉर्डर पर किसान ने सल्फास निगलकर सुसाइड कर लिया था। मृतक की पहचान तरनतारन जिले के पहूविंड गांव में रहने वाले रेशम सिंह (55) के रूप में हुई थी। उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। रेशम सिंह ने सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा- ‘मैं रेशम सिंह पुत्र जगतार सिंह गांव तरनतारन का रहने वाला हूं। मैं किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का मेंबर हूं। मैं समझता हूं कि मोदी सरकार व पंजाब सरकार को जगाने के लिए जानें देने की जरूरत है। इसलिए सबसे पहले मैं अपनी जान देने की कोशिश करता हूं। जितने भी मुझे जन्म मिलेंगे, मैं इस कमेटी का मेंबर रहूंगा। डल्लेवाल साहब को देखते हुए मैं अपनी जान की कुर्बानी देता हूं।’ खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग बुलाने का आग्रह किया संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने कल (11 जनवरी) एक साझा पत्र जारी किया। जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर पहुंचने का धन्यवाद किया गया। साथ ही कहा कि वे MSP गारंटी कानून और 13 अन्य मांगों के लिए चल रहे आंदोलन को और व्यापक और मजबूत बनाने में सहयोग करेंगे। इस पत्र में आगे लिखा गया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की नाजुक स्थिति को देखते हुए हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि आपसी मीटिंग को कल या परसों खनौरी मोर्चे पर कर लिया जाए, क्योंकि उनकी हालत के मद्देनजर हर पल कीमती है और हम मोर्चा छोड़कर बाहर जाने की स्थिति में नहीं हैं। हमें उम्मीद है कि आप हमारे निवेदन को स्वीकार करेंगे। पूर्व क्रिकेटर बोले -बातचीत से होता है हर मुद्दे का समाधान भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज एवं राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने डल्लेवाल की सेहत को लेकर चिंता जताई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- ‘किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मैं उन सभी से अनुरोध करता हूं, जो इस मुद्दे को हल कर सकते हैं, क्योंकि हर मुद्दे का बातचीत से समाधान किया जा सकता है। किसान और किसानी को बचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए l’ डल्लेवाल मामले की सुप्रीम कोर्ट में 8 सुनवाई, अब तक क्या-क्या हुआ… 1. 13 दिसंबर- तत्काल डॉक्टरी मदद दें
डल्लेवाल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे। 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में आमरण अनशन को लेकर सुनवाई हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार से कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी पहुंच डल्लेवाल से मुलाकात की। 2. 18 दिसंबर- पंजाब सरकार को कुछ करना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे। 3. 19 दिसंबर- बिना टेस्ट 70 साल के आदमी को कौन ठीक बता रहा
पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई। 4. 20 दिसंबर- अधिकारी अस्पताल में भर्ती करने पर फैसला लें
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो अधिकारी निर्णय लें। 5. 28 दिसंबर- केंद्र की मदद से अस्पताल में शिफ्ट करें
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के 20 दिसंबर के आदेश को लागू न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका पर हुई। इसमें कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। 6. 31 दिसंबर को पंजाब सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली
पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था, जिस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार पहल करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया। 7. 2 जनवरी- हमने अनशन तोड़ने को नहीं कहा
कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते। हमने कमेटी बनाई है। किसानों से उसी कमेटी के जरिए बात करेंगे।” 8. 6 जनवरी- किसान मुलाकात के लिए तैयार
पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन पर चल रहे किसान हाई पावर कमेटी से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी तय की थी। इसके बाद कमेटी ने डल्लेवाल से मुलाकात की। हालांकि, 10 जनवरी को केस की सुनवाई नहीं हुई। ************************ किसान आंदोलन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… डल्लेवाल बोले- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार (10 जनवरी) को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है।’ पूरी खबर पढ़ें…

करनाल में AICC मेंबर तीन नेताओं पर गुस्सा:दलीप शर्मा ने राठौर को हराने में तीन नेताओं पर लगाए आरोप, बोले, BJP प्रत्याशी के बांटे पैसे और दारू
करनाल में AICC मेंबर तीन नेताओं पर गुस्सा:दलीप शर्मा ने राठौर को हराने में तीन नेताओं पर लगाए आरोप, बोले, BJP प्रत्याशी के बांटे पैसे और दारू हरियाणा में कांग्रेस हारी हारते ही गुटबाजी और फूट सबके सामने आ गई। घरौंडा में कांग्रेस के प्रत्याशी वीरेंद्र राठौर के बाद बयानों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मेंबर दलीप शर्मा ने भी दोहरा दिया। शर्मा का भी गुस्सा घरौंडा के तीन नेताओं नरेंद्र सांगवान, भुप्पी लाठर और रघबीर संधू पर फुटा। शर्मा ने आरोप लगाया कि तीनों नेताओं ने घरौंडा की जनता के साथ धोखा किया है और कांग्रेस के साथ धोखा किया है। हम 75 प्रतिशत पर थे, जाट वोटर्स कांग्रेस की तरफ आ रहा था। लेकिन इन तीनों नेताओं ने वाट काटने का काम किया। कार्यकर्ता मीटिंग में ये बाते आई सामने शर्मा ने बताया कि इन लोगों ने घरौंडा में घूम घूम कर यह कहा कि हरियाणा में सीएम तो अपना बन रहा है और घरौंडा हरा दोगे तो क्या हो जाएगा। इन लोगों ने भाजपा के कैंडिडेट कल्याण से मिलकर उसके पैसे बांटे और उसकी दारू बांटने का काम किया। घरौंडा में हार हमारे ही घरौंडा के नेताओं द्वारा करवाई गई हार है। हमारे ही लोग ऐसा करेंगे, तो आगे कैसे चलेगा, इन लोगों ने जीता हुआ इलेक्शन हरवा दिया। इसकी रिपोर्ट एआईसीसी को की जाएगी। गुजरात के मैसेज का भी किया जिक्र दलीप शर्मा ने गुजरात वाले मैसेज का भी जिक्र किया। जिसमें उन्होंने कहा कि जिस दिन मतगणना थी, उस दिन गुजरात से एक मैसेज चला, उसमें लिखा था कि भाजपा लगभग 49 सीट लेकर आ रही है। कांग्रेस पार्टी 29 से 36 सीटे लेकर आ रही है और यह लोक नहीं बल्कि तंत्र द्वारा किया गया खेल है।उन्होंने कहा कि मैं घरौंडा क्षेत्र के पूरे इलेक्शन में इन्वॉल्व था और इलेक्शन को संभाल रहा था। मुझे इनपुट मिले कि लाठर, सांगवान और संधू गांव गांव में भाजपा के लिए प्रचार कर रहे है। इन लोगों की वजह से जीता हुआ चुनाव हाथ से चला गया। मॉक पोल के दौरान कर देते है सेटिंग उन्होंने कहा कि जिस हरियाणा में कर्मचारी विरोध में है, नौजवान विरोध में है, किसान विरोध में है, उसके बावजूद भी इतनी सीटे लेकर जा रहे है। लोग सरकार से खुश नहीं थे, लेकिन भाजपा ने ईवीएम से खुश कर रखा है। हमारे साथ जनता का वोट है लेकिन इनके साथ ईवीएम का वोट है। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले बड़ा गेम करते है। मॉक पोल के टाइम पर ये लोग पूरे सिस्टम के साथ मिलकर बोगस पोल करवाते है। इसके अलावा ईवीएम में बैटरी भी 99 प्रतिशत थी। ऐसे में धांधली हुई है। इसलिए या तो वीवीपैट की पर्चियों का मिलान करवाया जाए, या फिर बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाए। तीनों ने दिया हुड्डा को भी धोखा दलीप शर्मा का कहना है कि इन तीनों नेताओं ने भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा को भी धोखा दिया है, जब भी मंच पर होते थे वहां तो खड़े हो जाते थे, वहां भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा भी यही बात कहते थे कि ये लोग साथ देंगे, लेकिन मंच से उतरने के बाद फिर से वे ही हालात। इन लोगों ने पार्टी को धोखा दिया है, ये लोग गद्दार है। इन लोगों ने सोचा कि अगर राठौर यहां से विधायक बन गया तो हमारा क्या होगा। इसलिए ये भाजपा से मिले और पैसे लिए और गांव-गांव जाकर वोट काटे।