लखनऊ में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत 2 चरणों में कुल 2 लाख 28 हजार 37 बच्चों ने आवेदन किया है। पहले चरण में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से 71 हजार 381 बच्चों को मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा सीट आवंटित की गई है। 71 हजार बच्चों को मिली सीट पहले चरण में 1 लाख 32 हजार 446 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 1 लाख 2 हजार 58 आवेदनों को स्वीकृत किया गया। 71 हजार 381 बच्चों को निजी विद्यालयों में मुफ्त शिक्षा के लिए सीट आवंटित की गई। दूसरे चरण में 95 हजार से अधिक आवेदन, सूची 27 जनवरी को होगी जारी दूसरे चरण में आवेदन की अंतिम तिथि 19 जनवरी थी, जिसके तहत कुल 95 हजार 591 आवेदन प्राप्त हुए। अब इन आवेदनों की जांच की जा रही है। 24 जनवरी को लॉटरी के माध्यम से सीट आवंटन कर 27 जनवरी तक चयनित बच्चों की सूची जारी कर प्रवेश कराया जाएगा। लखनऊ में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत 2 चरणों में कुल 2 लाख 28 हजार 37 बच्चों ने आवेदन किया है। पहले चरण में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से 71 हजार 381 बच्चों को मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा सीट आवंटित की गई है। 71 हजार बच्चों को मिली सीट पहले चरण में 1 लाख 32 हजार 446 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 1 लाख 2 हजार 58 आवेदनों को स्वीकृत किया गया। 71 हजार 381 बच्चों को निजी विद्यालयों में मुफ्त शिक्षा के लिए सीट आवंटित की गई। दूसरे चरण में 95 हजार से अधिक आवेदन, सूची 27 जनवरी को होगी जारी दूसरे चरण में आवेदन की अंतिम तिथि 19 जनवरी थी, जिसके तहत कुल 95 हजार 591 आवेदन प्राप्त हुए। अब इन आवेदनों की जांच की जा रही है। 24 जनवरी को लॉटरी के माध्यम से सीट आवंटन कर 27 जनवरी तक चयनित बच्चों की सूची जारी कर प्रवेश कराया जाएगा। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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केंद्र व पंजाब सरकार आज देगी जवाब:अमृतपाल सिंह के साथी दलजीत सिंह पर दोबारा NSA लगाने का मामला, डिब्रूगढ़ जेल में है बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह के सहयोगी व अभिनेता सरबजीत सिंह उर्फ दलजीत कलसी ने उन पर दोबारा लगाए गए नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। आज (मंगलवार) को इस मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र सरकार, डिब्रूगढ़ जेल व पंजाब सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाएगा। गत सुनवाई पर तीनों को नोटिस जारी हुआ था। डिब्रूगढ़ जेल में बंद कलसी ने अपने वकील के माध्यम से याचिका दायर करते हुए कहा है कि उन पर एक्ट लगाना ही गलत है। अजनाला मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि सरकारी वकील ने कई दलीले सुनवाई के दौरान रखी थी। सरकार ने इन दलीलों को सहारे लगाया NSA
वकील ने बताया कि दलजीत सिंह कलसी पर NSA लगाते समय सरकार की तरफ से दलील दी गई है कि यह पंजाब की पीस व हार्मेनी के लिए खतरा है। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वकीलों ने कहा कि NSA की अवधि को 3-3 महीने बढ़ाया जाना चाहिए। जबकि, सरकार ने सीधे एक साल के लिए बढ़ाया दिया है। यह पूरी तरह से गलत है। इसके साथ ही सरकार ने NSA लगाते हुए तर्क यह भी दिया है कि सोशल मीडिया पर इसके बारे में कई पोस्ट हैं। कई लोगों के नाम बताए गए जो इनके साथ खड़े होने का दावा कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि माहौल खराब होगा। कलसी के वकीलों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कलसी जेल के अंदर है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंधी उचित दस्तावेज पेश किए। अदालत में सरकार की तरफ से जवाब देने के लिए 5 हफ्ते का समय मांगा। जबकि, कलसी के वकीलों ने इसका भी विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि कलसी डेढ़ साल से जेल में है। ऐसे में यह अवधि कम की जानी चाहिए। इसके बाद अदालत ने केंद्र व पंजाब सरकार को 3 हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है। कलसी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथ करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय में डिब्रूगढ़ जेल में बंद दलजीत सिंह कलसी भी चुनाव लड़ने का इच्छुक है। कुछ समय पहले इसे लेकर भी चर्चा हुई थी। कलसी ने सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट डेरा बाबा नानक से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। जबकि, कुलवंत सिंह राउके पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद बनने के बाद खाली हुई बरनाला सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। जल्दी ही इन सीटों पर विधानसभा के उप चुनाव तय हैं। कलसी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा है।
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हिमाचल में धूमल परिवार को सियासी झटका:5 बार के सांसद की इंटरनल रिपोर्ट ख़राब, मोदी कैबिनेट से बाहर होने की वजह आई सामने हिमाचल के दिग्गज नेता अनुराग ठाकुर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। हमीरपुर लोकसभा सीट से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतने वाले अनुराग को मंत्रिमंडल से बाहर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झटका दिया है। दो दिन पहले तक पूर्व केंद्रीय मंत्री का फिर से मंत्री बनना तय माना जा रहा था। लेकिन पीएम मोदी ने हिमाचल कोटे से अनुराग की जगह जगत प्रकाश नड्डा को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। भाजपा के इस कदम को पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के परिवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वर्ष 2010 में जेपी नड्डा ने धूमल से मतभेदों के चलते प्रदेश सरकार में वन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। आज नड्डा की वजह से धूमल के बेटे अनुराग ठाकुर को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई है। हिमाचल छोटा राज्य, इसलिए दो मंत्री नहीं हिमाचल छोटा राज्य है। यहां कुल चार लोकसभा सीटें है। ऐसे में यहां से दो मंत्री बनाया जाना कम संभव है। खासकर जब केंद्र में गठबंधन की सरकार बनी है और सहयोगियों का ध्यान रखना पड़ रहा है। पूर्व सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे अनुराग ठाकुर एनडीए-2 सरकार में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और एनडीए-1 सरकार में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री रह चुके हैं। मगर एनडीए-3 सरकार में जगह नहीं मिल पाई। संभव है कि अनुराग ठाकुर को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। अनुराग को राष्ट्रीय महामंत्री बनाए जाने की चर्चा है। अनुराग को ड्रॉप करने की वजह अनुराग ठाकुर की खास बातें क्रिकेटर से राजनेता बने अनुराग ठाकुर भाजपा में बड़ा चेहरा बन गए है। अनुराग को 20 जनवरी 2019 को संसद रत्न अवार्ड विजेता के साथ साथ 2016 में प्रादेशिक सेना में कमीशंड अधिकारी बने। ऐसा करने वाले वह पहले BJP सांसद हैं। राजनीति में आने से पहले अनुराग ठाकुर पंजाब और नॉर्थ जोन की क्रिकेट टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। नवंबर 2000 में रणजी ट्रॉफी में जेएंडके के सामने हिमाचल क्रिकेट टीम के कप्तान रहे और सिर्फ 25 साल की उम्र में वर्ष 2000 में हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने। यही नहीं अनुराग ठाकुर 22 मई 2016 को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के जॉइंट सेक्रेटरी बने। शाह ने दिए थे अनुराग को मंत्री बनाने के संकेत हिमाचल के ऊना जिला के अंब में चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने अनुराग ठाकुर को फिर से मंत्री बनाने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि वह जहां भी जाते हैं, लोग कहते हैं कि हमारे सांसद को मंत्री बना देना। प्रधानमंत्री मोदी ने हमीरपुर वालों को बना बनाया मंत्री प्रत्याशी दिया है।
लुधियाना में नशा तस्करी का भंडाफोड़:एक तस्कर गिरफ्तार; 5 किलो हेरोइन और ड्रग मनी बरामद, सप्लाई करने जा रहा था
लुधियाना में नशा तस्करी का भंडाफोड़:एक तस्कर गिरफ्तार; 5 किलो हेरोइन और ड्रग मनी बरामद, सप्लाई करने जा रहा था पंजाब के लुधियाना में पुलिस ने नशा तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में एक नशा तस्कर को हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। इस मामले को लेकर आज लुधियाना पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले की जानकारी देगी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सीमावर्ती इलाके से हेरोइन लाकर शहर में सप्लाई की जा रही थी। दरअसल, पुलिस टीम ने एक नशा तस्कर को चैकिंग दौरान गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से 5 किलो 10 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी इलाके में नशा तस्करी का काम करता है। CIA-1 के इंस्पेक्टर सोहन लाल ने चैकिंग दौरान आरोपी कुंवरपाल निवासी अशोक नगर, खंजूर चौक सलेम टाबरी को रोका तो आरोपी से 5 किलो 10 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। नशा तस्कर से पूछताछ कर रही पुलिस पुलिस को नशा तस्कर से 10 हजार 400 रुपए ड्रग मनी भी मिली है। आरोपी के खिलाफ थाना सलेम टाबरी की पुलिस कार्रवाई कर रही है। फिलहाल पुलिस नशा तस्कर से पूछताछ में जुटी है कि उसने इतनी भारी मात्रा में हेरोइन कहां से मंगवाई है और आगे किन-किन लोगों को उसने सप्लाई करना था।