महाकुंभ में तैरता पत्थर देखने आ रहे श्रद्धालु:जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बोले-नल और नील ने रामसेतु में किया था इस्तेमाल

महाकुंभ में तैरता पत्थर देखने आ रहे श्रद्धालु:जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बोले-नल और नील ने रामसेतु में किया था इस्तेमाल

अध्यात्म, आस्था और विश्वास से भरी महाकुंभ की पवित्र नगरी इन दिनों साधु-संतों और श्रद्धालुओं से गुंजायमान है। जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। महाराज बताते हैं कि- यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील ने समुद्र में रामेश्वरम सेतु बनाने के लिए किया था। इस पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में यह पत्थर श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पत्थर के दर्शन के लिए आ रहे हैं। दर्शन कर श्रद्धालु न केवल सिर झुकाते हैं, बल्कि अपनी सामर्थ्य अनुसार दान भी करते हैं। देखें वीडियो…. अध्यात्म, आस्था और विश्वास से भरी महाकुंभ की पवित्र नगरी इन दिनों साधु-संतों और श्रद्धालुओं से गुंजायमान है। जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। महाराज बताते हैं कि- यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील ने समुद्र में रामेश्वरम सेतु बनाने के लिए किया था। इस पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में यह पत्थर श्रद्धालुओं के आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। हर दिन हजारों श्रद्धालु इस पत्थर के दर्शन के लिए आ रहे हैं। दर्शन कर श्रद्धालु न केवल सिर झुकाते हैं, बल्कि अपनी सामर्थ्य अनुसार दान भी करते हैं। देखें वीडियो….   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर