हरियाणा में करनाल में ओवरस्पीड वाहन ने बाइक को साइड से टक्कर मार दी। जिसके बाद बेकाबू होने से बाइक पेड़ से टकरा गई। हादसे में 16 वर्षीय युवक की मौत हो गई। जो अपने पिता के लिए खाना लेकर जा रहा था। हादसा बीते कल देर शाम गोविंदगढ़ गांव के पास हुआ है। मृतक की पहचान सुनील निवासी पखाना के नाम से हुई है। पिता धर्मपाल ने बताया कि वह मजदूरी का काम करता है। उसका बेटा सुनील 11वीं कक्षा छात्र था, जो गांव के स्कूल में ही पढ़ता था। पिता ने बताया कि सुनील कल देर शाम बाइक से खाना लेकर मेरे पास आ रहा था। जैसे ही वह गोविंदगढ़ गामड़ी के निकट पहुंचा, तभी एक अज्ञात वाहन ड्राइवर ने लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उसे साइड से टक्कर मार दी। इस टक्कर से उसका संतुलन बिगड़ गया और बाइक सड़क किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई। पेड़ से टकराने के बाद लगी गंभीर चोटों ने मौके पर ही सुनील की मौत हो गई। परिवार में छाया मातम परिजनों ने कहा कि सुनील कुमार की असमय मौत से उसके परिवार और गांव में गम का माहौल है। सुनील एक होनहार और खुशमिजाज लड़का था, जो हर किसी के दिल में बसता था। पिता की आंखों में आंसू हैं और मां बेसुध है। मामले की जांच कर रही पुलिस धर्मपाल की शिकायत के आधार पर तरावड़ी थाना पुलिस ने अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एसआई प्रवीण कुमार ने बताया कि पुलिस ने CHC तरावड़ी से प्राप्त मृतक की मेडिकल रिपोर्ट और रुक्का के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा में करनाल में ओवरस्पीड वाहन ने बाइक को साइड से टक्कर मार दी। जिसके बाद बेकाबू होने से बाइक पेड़ से टकरा गई। हादसे में 16 वर्षीय युवक की मौत हो गई। जो अपने पिता के लिए खाना लेकर जा रहा था। हादसा बीते कल देर शाम गोविंदगढ़ गांव के पास हुआ है। मृतक की पहचान सुनील निवासी पखाना के नाम से हुई है। पिता धर्मपाल ने बताया कि वह मजदूरी का काम करता है। उसका बेटा सुनील 11वीं कक्षा छात्र था, जो गांव के स्कूल में ही पढ़ता था। पिता ने बताया कि सुनील कल देर शाम बाइक से खाना लेकर मेरे पास आ रहा था। जैसे ही वह गोविंदगढ़ गामड़ी के निकट पहुंचा, तभी एक अज्ञात वाहन ड्राइवर ने लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उसे साइड से टक्कर मार दी। इस टक्कर से उसका संतुलन बिगड़ गया और बाइक सड़क किनारे खड़े पेड़ से जा टकराई। पेड़ से टकराने के बाद लगी गंभीर चोटों ने मौके पर ही सुनील की मौत हो गई। परिवार में छाया मातम परिजनों ने कहा कि सुनील कुमार की असमय मौत से उसके परिवार और गांव में गम का माहौल है। सुनील एक होनहार और खुशमिजाज लड़का था, जो हर किसी के दिल में बसता था। पिता की आंखों में आंसू हैं और मां बेसुध है। मामले की जांच कर रही पुलिस धर्मपाल की शिकायत के आधार पर तरावड़ी थाना पुलिस ने अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एसआई प्रवीण कुमार ने बताया कि पुलिस ने CHC तरावड़ी से प्राप्त मृतक की मेडिकल रिपोर्ट और रुक्का के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में 20 लाख लेकर नौकर लापता:मालिक ने बैग में डालकर दिल्ली में दोस्त को भेजा था, रास्ते में फोन बंद हरियाणा के रेवाड़ी शहर में एक फैक्ट्री मालिक का नौकर 20 लाख रुपये लेकर फरार हो गया। उसने पैसे एक बैग में डालकर दिल्ली में अपने दोस्त के पास भेज दिए थे। लेकिन कुछ देर बाद उसका फोन बंद हो गया। बस स्टैंड थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवाड़ी शहर के सेक्टर-4 निवासी वीरेंद्र कुमार ने राजीव नगर में लक्ष्मी ट्रेडिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग के नाम से फैक्ट्री लगा रखी है। कंपनी तांबे और बर्तनों का काम करती है। वीरेंद्र कुमार के अनुसार गांव रसूली निवासी नीरज पिछले 10 साल से उनके पास नौकर के तौर पर काम कर रहा है। बैग में भरकर भेजे थे 20 लाख रुपये वीरेंद्र कुमार ने बताया कि उनका एक दोस्त इमरत दिल्ली के करोल बाग में रहता है। चूंकि इमरत दिल्ली में सारा काम देखता है, इसलिए उसका नौकर नीरज अक्सर उसके पास आता था। पिछले दिन वीरेंद्र कुमार ने नीरज को बिजनेस के सिलसिले में बैग में भरकर 20 लाख रुपये कैश देकर दिल्ली भेजा था। मालिक ने खुद उसे बस स्टैंड पर छोड़ा वीरेंद्र ने उसे अपनी कार से बस स्टैंड पर छोड़ा भी। बस स्टैंड पर पहुंचने के बाद उसे दिल्ली जाने वाली कोई बस नहीं मिली। नीरज ने मालिक वीरेंद्र से कहा कि जैसे ही उसे बस मिलेगी, वह चला जाएगा। इसके बाद वीरेंद्र बस स्टैंड से चला गया। कुछ देर बाद नीरज ने वीरेंद्र को फोन करके बताया कि उसे गुरुग्राम के लिए बस मिल गई है और वह गुरुग्राम पहुंचकर दिल्ली के लिए बस पकड़ लेगा। पैसे लेकर दोस्त के पास नहीं पहुंचा लेकिन इस बीच नीरज का फोन बंद हो गया। वीरेंद्र काफी देर तक नीरज को फोन करने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब बात नहीं हो पाई तो उसने अपने दोस्त इमरत से नीरज के बारे में पूछताछ की, लेकिन नीरज करोल बाग में इमरत के पास भी नहीं पहुंचा। परेशान होकर वीरेंद्र ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। बस स्टैंड थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस नीरज की तलाश कर रही है।
हरियाणा की राज्यसभा सीट नया दांव खेलेगी BJP:SC चेहरे में बंतो-सुनीता दुग्गल फ्रंटरनर; किरण चौधरी बड़ा जाट चेहरा
हरियाणा की राज्यसभा सीट नया दांव खेलेगी BJP:SC चेहरे में बंतो-सुनीता दुग्गल फ्रंटरनर; किरण चौधरी बड़ा जाट चेहरा हरियाणा में खाली हुई राज्यसभा सीट पर BJP महिला चेहरे पर दांव खेल सकती है। अगर भाजपा 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए जातीय संतुलन साधने निकली तो फिर यह महिला SC वर्ग से हो सकती है। भाजपा में फिलहाल 3 महिला नेता राज्यसभा सीट की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। इनमें एक जाट चेहरा और 2 SC वर्ग से हैं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक फिलहाल इन चेहरों में सबसे टॉप पर बंतो कटारिया का नाम चल रहा है। बंतो कटारिया अंबाला के सांसद रहे रतन लाल कटारिया की पत्नी हैं। दूसरे नंबर पर सुनीता दुग्गल हैं। सुनीता सिरसा से सांसद रह चुकी हैं। तीसरे नंबर पर कांग्रेस से भाजपा में आईं भिवानी के तोशाम की विधायक किरण चौधरी हैं। किसका दावा क्यों मजबूत… बंतो कटारिया: बंतो कटारिया एससी चेहरा हैं। उनके पति रतन लाल कटारिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्त रह चुके हैं। इसी वजह से उन्हें इस लोकसभा चुनाव में अंबाला रिजर्व सीट से टिकट भी मिला। हालांकि वे कांग्रेस के विधायक वरूण मुलाना से चुनाव हार गईं। पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर भी बंतो कटारिया को राज्यसभा भेजे जाने के हक में बताए जा रहे हैं। खासकर भाजपा जिस तरह से 30 सीटों वाले जीटी रोड बेल्ट को साधने में जुटी है, उसमें इसी बेल्ट में आते जिले अंबाला की बंतो कटारिया फिट बैठती हैं। सुनीता दुग्गल: सुनीता सिरसा से सांसद थी। इसके बावजूद BJP ने उनकी टिकट काटकर AAP से आए पूर्व कांग्रेसी अशोक तंवर को टिकट दे दी। हालांकि वह कुमारी सैलजा के खिलाफ हार गए। हालांकि दुग्गल ने इस दौरान कोई बगावती तेवर नहीं दिखाए। सुनीता को इसका फायदा मिल सकता है। हालांकि उनकी दावेदारी में कुछ पेंच भी हैं। जिनमें सिरसा-फतेहाबाद एरिया से पहले ही जाट चेहरे सुभाष बराला को राज्यसभा भेजा गया है। खट्टर से भी उनके सियासी रिश्ते ठीक नहीं बताए जाते। इतना जरूर है कि बंतो कटारिया के बजाय कोई दूसरी महिला एससी चेहरे की जरूरत हो तो सुनीता दुग्गल को फायदा मिल सकता है। किरण चौधरी: किरण पूर्व सीएम चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू हैं। उन्हें भी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन की। हालांकि इसके बदले उन्हें BJP से अभी कुछ मिला नहीं है। ऐसे में अगर जाट महिला चेहरे को राज्यसभा भेजना हो तो किरण हो सकती हैं। हालांकि अगर किरण विधानसभा लड़ेंगी तो उनकी बेटी श्रुति चौधरी भी इसकी दावेदार हैं। किरण चौधरी का एक प्लस पॉइंट यह भी है कि वे भिवानी एरिया से आती हैं। इस एरिया में बीजेपी की तरफ से अभी तक कोई बड़ी नियुक्ति नहीं दी गई हैं। किरण चौधरी के जरिए भाजपा भिवानी के साथ लगते दक्षिणी हरियाणा को भी साध सकती है। राज्यसभा में BJP की जीत पक्की, विधायकों की संख्या से समझें… राज्यसभा सीट के दावेदारों में ये भी
रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद हरियाणा में यह 5वीं राज्यसभा सीट खाली हुई है। इसके लिए कई और नेता भी लॉबिंग में जुटे हैं। जिसमें सबसे बड़ा नाम पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई का है। जिन्हें न तो भाजपा ने हिसार से लोकसभा टिकट दी और न ही उनके विधायक बेटे भव्य बिश्नोई को मंत्री बनाया। हालांकि हिसार से वह भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को नहीं जिता पाए। इससे उनका दावा कमजोर है। भाजपा के पुराने नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की भी दावेदारी मानी जा रही है। राज्यसभा सीट के लिए SC या जाट चेहरा पसंद क्यों?
इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 10 में से 5 सीटों पर हार मिली। 2019 के चुनाव में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीटें जीती थी। इसकी समीक्षा हुई तो पता चला कि भाजपा की गैर जाट पॉलिटिक्स की वजह से जाट पहले ही नाराज थे। इस लोकसभा चुनाव में SC वर्ग भी भाजपा के खिलाफ गया। यही वजह है कि भाजपा को अंबाला और सिरसा, दोनों रिजर्व सीट पर हार मिली। भाजपा ने डॉ. सतीश पुनिया को प्रदेश प्रभारी बना जाटों को साध लिया। CM नायब सैनी के जरिए OBC और अब मोहन बड़ौली को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर ब्राह्मण वोटरों को साधने की कोशिश की है। हालांकि SC वर्ग से फौरी तौर पर कोई बड़ा चेहरा नहीं है। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले एससी पर दांव खेलना भाजपा की जरूरत से ज्यादा मजबूरी मानी जा रही है।
हरियाणा में दूसरी लिस्ट के बाद BJP में बगावत:पूर्व मंत्री बागी; नूंह में मुस्लिम नेता ने झंडे हटाए, जिलेराम और 2 नेताओं का इस्तीफा
हरियाणा में दूसरी लिस्ट के बाद BJP में बगावत:पूर्व मंत्री बागी; नूंह में मुस्लिम नेता ने झंडे हटाए, जिलेराम और 2 नेताओं का इस्तीफा हरियाणा में मंगलवार को भाजपा की दूसरी लिस्ट आने के साथ ही नेताओं की बगावत शुरू हो गई है। यहां पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने 2 लिस्टों में भी टिकट का ऐलान न होने के बाद सीधे नॉमिनेशन करने का ऐलान कर दिया है। वहीं, 2 नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन दो नेताओं में नारनौल से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिव कुमार महता और बड़खल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेता राजन मुथरेजा शामिल हैं। राजन ने भाजपा कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। वहीं, दूसरी लिस्ट में भाजपा की टिकट न मिलने पर 2019 में नूंह से उम्मीदवार रहे जाकिर हुसैन ने अपने घर से भाजपा के झंडे उतार दिए हैं। साथ ही उनके बेटे ताहिर हुसैन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया। हालांकि, इस पर जाकिर हुसैन का कहना है कि यह उनके बेटे ताहिर हुसैन का निर्णय है। इसमें उनका कोई हाथ नहीं। इसके बाद ताहिर हुसैन ने इनेलो जॉइन कर ली है। तीनों नेताओं के रिजाइन की कॉपी… ये नेता भी छोड़कर गए
हरियाणा की असंध विधानसभा में भाजपा नेता जिलेराम शर्मा का भी टिकट कट गया है। पार्टी ने यहां से जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा को टिकट दिया है। इससे नाराज जिलेराम शर्मा ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। साथ ही अपने कार्यालय से भाजपा के झंडे हटा दिए हैं। इसके अलावा नारनौल में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसका कारण पार्टी में पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होना बताया है। वहीं, जुलाना से BJP नेता सुरेंद्र लाठर भी इनेलो में शामिल हो गए हैं। वह जुालाना से टिकट के दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने यहां से कैप्टन योगेश बैरागी को अपना उम्मीदवार बनाया है। लाठर एक्साइज एवं टैक्सेशन विभाग के पूर्व डिप्टी कमिश्नर हैं। VRS लेकर वह भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी छोड़ जेजेपी में शामिल हुए नेता
हरियाणा सरकार में दो बार चेयरमैन रहे और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनाथ कश्यप, भाजपा ओबीसी पानीपत जिला प्रधान गंगाराम स्वामी, पांचाल समाज के जिला प्रधान और ओबीसी मोर्चा बापौली मंडल अध्यक्ष विपिन पांचाल, किसान मोर्चा सनौली मंडल अध्यक्ष राजेंद्र फोर, ओबीसी मोर्चा मंडल बापौली अध्यक्ष नारायण बैरागी, सनौली मंडल सचिव अभितोष शर्मा BJP छोड़कर जेजेपी में शामिल हो गए। सोनीपत में राजीव-कविता जैन का अल्टीमेटम का समय खत्म
वहीं, सोनीपत में कांग्रेस से आए निखिल मदान को भाजपा से टिकट देने के विरोध में राजीव जैन और कविता जैन ने पार्टी को अल्टीमेटम दिया था। उसका आज समय पूरा हो गया। राजीव जैन ने कहा है कि फैसले के लिए वह शाम तक भाजपा आलाकमान के मैसेज का इंतजार करेंगे। इसके बाद रात को कमेटी की मीटिंग होगी। मीटिंग में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसकी जानकारी वर्करों को देकर निर्णय लेंगे। गन्नौर में माहौल गर्म
उधर, गन्नौर में भाजपा की टिकट न मिलने से युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान के इस्तीफे के बाद हलके में माहौल गर्म है। देवेंद्र कौशिक को टिकट मिलने के बाद मंगलवार को गन्नौर के गांव बजाना कलां में 12 गांवों की पंचायत हुई। इसमें भाजपा उम्मीदवार की बजाय देवेंद्र कादियान का साथ देने का ऐलान किया गया। महेंद्रगढ़ सीट का टिकट अब भी होल्ड
हालांकि, भाजपा ने अब तक महेंद्रगढ़ सीट से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इसी सीट से रामबिलास शर्मा पिछला विधानसभा चुनाव लड़े थे। इस सीट पर एक और दिलचस्प किस्सा यह है कि RSS से जुड़े रिटायर्ड सरकारी टीचर कैलाश चंद्र पाली 3 दिन पहले भाजपा कैंडिडेट के तौर पर नामांकन कर चुके हैं। पार्टी ने हरियाणा की 90 में से 87 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। अब सिर्फ सिरसा, फरीदाबाद NIT और महेंद्रगढ़ सीट ही बची हैं। वहीं, 12 सितंबर को हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। रामबिलास को शुरू से ही टिकट कटने का अंदेशा था, इसलिए 6 सितंबर को उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाकर हुंकार भरी थी। शीर्ष नेतृत्व की तारीफ की
शीर्ष नेतृत्व की तो रामबिलास शर्मा ने इस सम्मेलन में खूब तारीफ की, लेकिन इशारों ही इशारों में टिकट कटने पर बगावत का भी संदेश दे दिया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि दूसरी सूची में रामबिलास शर्मा का नाम फाइनल हो सकता हैं, लेकिन मंगलवार को आई लिस्ट ने फिर से सभी को चौंका दिया। रामबिलास के पुराने जमाने के साथी पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज को पार्टी पहली ही लिस्ट में अंबाला कैंट से चुनावी मैदान में उतार चुकी है। रामबिलास शर्मा से जुड़े कार्यकर्ता राजेश शर्मा के मुताबिक, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा 11 सितंबर दोपहर 1:15 पर सिविल सचिवालय महेंद्रगढ़ में नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले सुबह 10 बजे जय राम सदन महेंद्रगढ़ में सभी कार्यकर्ता इकट्ठे होंगे। यहां रामबिलास शर्मा कार्यकर्ता को संबोधित भी करेंगे। कैलाश चंद्र का दावा- RSS के कहने पर पर्चा भरा
महेंद्रगढ़ सीट से पर्चा भरने के बाद रिटायर्ड टीचर कैलाश चंद्र ने दावा किया था कि उन्हें RSS ने नामांकन भरने के लिए कहा। यहां से टिकट उन्हें ही मिलेगी। उनका परिवार कराची (पाकिस्तान) से ही भाजपा से जुड़ा हुआ है। हालांकि, नामांकन पत्र के साथ उन्होंने चुनाव आयोग को भाजपा की तरफ से कैंडिडेट होने का आधिकारिक पत्र जमा नहीं कराया है। इसके बाद रामबिलास शर्मा को एक तरह से झटका लगा था। हालांकि, टिकट कटने के शक में उन्होंने समर्थकों की भीड़ जुटाकर चुनौती देते हुए कहा था कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता। 2019 का चुनाव हार गए थे शर्मा
2014 में रामबिलास शर्मा के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए उनकी अगुआई में ही BJP ने विधानसभा का चुनाव लड़ा था। हरियाणा के इतिहास में पहली बार भाजपा ने पूर्व बहुमत की सरकार बनाई थी। उस समय रामबिलास शर्मा CM पद के भी दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। इस दौरान शर्मा को शिक्षा मंत्री बनाया गया। 2019 के चुनाव में पार्टी ने फिर से टिकट दी, लेकिन इस बार वह कांग्रेस के राव दान सिंह से हार गए। इस बार भी रामबिलास महेंद्रगढ़ सीट पर सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। BJP सूत्रों के अनुसार, इस बार पार्टी सर्वे और RSS की तरफ से मिलने वाले फीडबैक में रिपोर्ट ठीक नहीं मिली। फीडबैक ठीक न मिलने से खतरा मंडरा रहा
एक तरफ 10 साल की एंटी इनकंबैंसी, दूसरी तरफ फीडबैक और सर्वे रिपोर्ट पॉजिटिव न मिलने की वजह से उनकी टिकट पर खतरा मंडरा रहा है। रामबिलास शर्मा इसी सीट से 5 बार विधायक बन चुके हैं। वह 2 बार पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अनिल विज के बाद इस समय रामबिलास ही सबसे पुराने नेताओं में से एक हैं। बीजेपी ने पिछली बार चुनाव हारने वाले 2 मंत्रियों कैप्टन अभिमन्यु और ओमप्रकाश धनखड़ को दोबारा टिकट दी है।