कानपुर में बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट:100 एकड़ में बनाया जाएगा कारगो एयरपोर्ट; नए बने एयरपोर्ट का होगा विस्तार

कानपुर में बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट:100 एकड़ में बनाया जाएगा कारगो एयरपोर्ट; नए बने एयरपोर्ट का होगा विस्तार

कानपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी प्रस्तावित किया गया है। इसका प्रस्ताव कानपुर महानगर योजना के साथ ही कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (क्रीडा) में इसका प्रस्ताव किया गया है। कानपुर महानगर योजना में प्रस्ताव पास होने के बाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। इसके अलावा कार्गो एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। मंडलायुक्त के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रस्तावित किया गया है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से कानपुर को लाभ
कानपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से कानपुर से जुड़े आसपास के 18 जिलों को इसका सीधा लाभ मिल सकता है। लेकिन इसमें एक पेंच भी फंस रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक 80 किमी के दायरे में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बन सकता है। ऐसे में अधिकारी इसके निर्माण को लेकर भी नई संभावनाएं तलाशने पर भी काम कर रहे हैं। नए बने एयरपोर्ट का किया जा रहा विस्तार
कानपुर में नए बनकर तैयार हुए चकेरी एयरपोर्ट का विस्तार करने और यहां से देश के दूसरे महानगरों के लिए कारगो उड़ान सेवा का संचालन करने के लिए एयरपोर्ट के बगल स्थित मवइया गांव की 20.266 हेक्टेयर (50 एकड़) जमीन खरीदी गई है। वर्तमान में एयरपोर्ट 50 एकड़ में फैला है, आगे इसका कुल क्षेत्रफल दो गुना करने की तैयारी है। इस तरह यह 100 एकड़ में फैल जाएगा। नाइट लैंडिंग सिस्टम लगाने की जरूरत
वर्तमान में चकेरी एयरपोर्ट में एक साथ तीन फ्लाइटें उतर सकती हैं। नाइट लैंडिंग सिस्टम भी है। पूरा सिस्टम अधिक प्रभावी न होने से खराब मौसम या अंधेरा होने पर फ्लाइटें आ जा नहीं पाती हैं। इसलिए नाइट लैंडिंग सिस्टम को अधिक मजबूत करने के लिए और लाइटों को लगाया जाना है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मवइया, पैबंदी और शेषपुर गांव की ओर 600 मीटर जगह नाइट लैंडिंग को मजबूत करने के लिए मांगी है, ताकि लाइटों को लगाकर रात में फ्लाइट्स को आसानी से उतारा जा सके। टर्मिनल परिसर के लिए चाहिए जमीन
इसी तरह से एयरपोर्ट टर्मिनल परिसर का विस्तार करने के लिए 120 मीटर लंबी और 360 मीटर चौड़ी जगह की जरूरत है। यह जगह मवइया की तरफ चाहिए। अब तहसील प्रशासन जरूरत के मुताबिक जगह को मुहैया कराने की कवायद में जुट गया है। फिलहाल एयरपोर्ट अथॉरिटी से उनका नक्शा मांगा गया है, जिससे आगे की रूपरेखा को तैयार किया जा सके। कानपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी प्रस्तावित किया गया है। इसका प्रस्ताव कानपुर महानगर योजना के साथ ही कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (क्रीडा) में इसका प्रस्ताव किया गया है। कानपुर महानगर योजना में प्रस्ताव पास होने के बाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की संभावनाओं को तलाशा जाएगा। इसके अलावा कार्गो एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। मंडलायुक्त के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रस्तावित किया गया है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से कानपुर को लाभ
कानपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने से कानपुर से जुड़े आसपास के 18 जिलों को इसका सीधा लाभ मिल सकता है। लेकिन इसमें एक पेंच भी फंस रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक 80 किमी के दायरे में दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बन सकता है। ऐसे में अधिकारी इसके निर्माण को लेकर भी नई संभावनाएं तलाशने पर भी काम कर रहे हैं। नए बने एयरपोर्ट का किया जा रहा विस्तार
कानपुर में नए बनकर तैयार हुए चकेरी एयरपोर्ट का विस्तार करने और यहां से देश के दूसरे महानगरों के लिए कारगो उड़ान सेवा का संचालन करने के लिए एयरपोर्ट के बगल स्थित मवइया गांव की 20.266 हेक्टेयर (50 एकड़) जमीन खरीदी गई है। वर्तमान में एयरपोर्ट 50 एकड़ में फैला है, आगे इसका कुल क्षेत्रफल दो गुना करने की तैयारी है। इस तरह यह 100 एकड़ में फैल जाएगा। नाइट लैंडिंग सिस्टम लगाने की जरूरत
वर्तमान में चकेरी एयरपोर्ट में एक साथ तीन फ्लाइटें उतर सकती हैं। नाइट लैंडिंग सिस्टम भी है। पूरा सिस्टम अधिक प्रभावी न होने से खराब मौसम या अंधेरा होने पर फ्लाइटें आ जा नहीं पाती हैं। इसलिए नाइट लैंडिंग सिस्टम को अधिक मजबूत करने के लिए और लाइटों को लगाया जाना है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मवइया, पैबंदी और शेषपुर गांव की ओर 600 मीटर जगह नाइट लैंडिंग को मजबूत करने के लिए मांगी है, ताकि लाइटों को लगाकर रात में फ्लाइट्स को आसानी से उतारा जा सके। टर्मिनल परिसर के लिए चाहिए जमीन
इसी तरह से एयरपोर्ट टर्मिनल परिसर का विस्तार करने के लिए 120 मीटर लंबी और 360 मीटर चौड़ी जगह की जरूरत है। यह जगह मवइया की तरफ चाहिए। अब तहसील प्रशासन जरूरत के मुताबिक जगह को मुहैया कराने की कवायद में जुट गया है। फिलहाल एयरपोर्ट अथॉरिटी से उनका नक्शा मांगा गया है, जिससे आगे की रूपरेखा को तैयार किया जा सके।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर