हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) ने अपने “नशा मुक्त नायाब जीवन अभियान” को एक नया आयाम देते हुए हरियाणवी गायकों को नशा और हिंसा के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति स्पष्ट करने की चुनौती दी है। यह अभियान न केवल लोगों को नशा मुक्त जीवन के लिए प्रेरित कर रहा है, बल्कि उन सांस्कृतिक प्रभावों को भी संबोधित कर रहा है, जो गानों के जरिए हानिकारक व्यवहार को बढ़ावा देते हैं। नशा मुक्त नायाब जीवन अभियान के बारे में हरियाणा पुलिस के डीजी और एचएसएनसीबी के प्रमुख वरिष्ठ आईपीएस अफसर ओ.पी. सिंह ने कहा, “गानों और लोकप्रिय संस्कृति का युवाओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि, गाने मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन वे अक्सर अनजाने में गलत संदेश देते हैं। इस चुनौती के माध्यम से, हम कलाकारों को अपने कला और व्यक्तिगत मूल्यों के बीच अंतर को स्पष्ट करने का अवसर दे रहे हैं। अनिल कौशिक और मासूम शर्मा जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों का इस पहल में शामिल होना इसे और प्रभावी बना रहा है।” ब्यूरो ने उन हरियाणवी गायकों को इस चुनौती में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, जिनके गानों को अक्सर नशा, हिंसा और “गन कल्चर” को बढ़ावा देने वाला माना जाता है। इस पहल का उद्देश्य गायकों को अपनी कला और वास्तविक जीवन के मूल्यों के बीच अंतर स्पष्ट करने का अवसर देना है। नशा मुक्त जीवन का लिया संकल्प इस कड़ी में पहला नाम हरियाणवी पॉप गायक मासूम शर्मा का है, जो “गोली चल जावेगी,” “कसोटे 2,” और “बम लेहरी” जैसे गानों के लिए जाने जाते हैं। इन गानों पर हिंसा और नशे को महिमामंडित करने के आरोप लगते रहे हैं। मासूम शर्मा ने चुनौती स्वीकार करते हुए गंदे पानी की बाल्टी खाली की और “नशा मुक्त जीवन, नायाब जीवन” लिखते हुए नशा मुक्त जीवन का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “मेरे गाने केवल मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं और यह दर्शकों की पसंद और व्यवसायिक मांगों पर आधारित होते हैं। इनका उद्देश्य नशा या हिंसा को बढ़ावा देना नहीं है। वास्तविक जीवन में, मैं नशे और हिंसा के पूरी तरह खिलाफ हूं और सभी से दूर रहने का आग्रह करता हूं।“ नारनौल के प्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल कौशिक भी साथ आए एचएसएनसीबी के इस अभियान को और व्यापक बनाने के लिए सांस्कृतिक हस्तियों को भी शामिल किया है। नारनौल के प्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल कौशिक ने इस चुनौती का समर्थन करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण और समय पर की गई पहल बताया, जो गानों और लोकप्रिय मीडिया के माध्यम से बढ़ते नकारात्मक प्रभाव को रोकने में मदद करेगी। कौशिक ने कहा, “कला और संस्कृति में समाज को बदलने की शक्ति होती है। यह चुनौती केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह हर व्यक्ति को नशा और हिंसा को नकारने के लिए प्रेरित करती है। मैं सभी कलाकारों से अपील करता हूं कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बनें और अपने प्रभाव का उपयोग समाज के भले के लिए करें।” NCB जमीनी स्तर पर चला रही अभियान एचएसएनसीबी की योजना अधिक से अधिक लोगों को नशे के खिलाफ इस अभियान से जोड़ने की है। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। भविष्य में, गायकों के अलावा और अधिक प्रभावशाली हस्तियों को इस अभियान में शामिल करने की योजना है। इस अभियान में प्रतिभागियों को गंदे पानी की एक बाल्टी खाली करनी होती है, जो नशे और उसके दुष्प्रभावों का प्रतीक है। इसके बाद, उन्हें “नशा मुक्त जीवन, नायाब जीवन” जैसा एक संदेश लिखकर नशा मुक्त जीवन की शपथ लेनी होती है और तीन अन्य लोगों को इस चुनौती में भाग लेने के लिए नामांकित करना होता है। इस रचनात्मक पहल में हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नशा और हिंसा के प्रचार को रोकने के लिए सांस्कृतिक हस्तियों और गायकों को शामिल कर रहा है। यह पहल न केवल जागरूकता फैलाने में मदद कर रही है, बल्कि कलाकारों को अपने प्रभाव का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) ने अपने “नशा मुक्त नायाब जीवन अभियान” को एक नया आयाम देते हुए हरियाणवी गायकों को नशा और हिंसा के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति स्पष्ट करने की चुनौती दी है। यह अभियान न केवल लोगों को नशा मुक्त जीवन के लिए प्रेरित कर रहा है, बल्कि उन सांस्कृतिक प्रभावों को भी संबोधित कर रहा है, जो गानों के जरिए हानिकारक व्यवहार को बढ़ावा देते हैं। नशा मुक्त नायाब जीवन अभियान के बारे में हरियाणा पुलिस के डीजी और एचएसएनसीबी के प्रमुख वरिष्ठ आईपीएस अफसर ओ.पी. सिंह ने कहा, “गानों और लोकप्रिय संस्कृति का युवाओं पर गहरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि, गाने मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन वे अक्सर अनजाने में गलत संदेश देते हैं। इस चुनौती के माध्यम से, हम कलाकारों को अपने कला और व्यक्तिगत मूल्यों के बीच अंतर को स्पष्ट करने का अवसर दे रहे हैं। अनिल कौशिक और मासूम शर्मा जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों का इस पहल में शामिल होना इसे और प्रभावी बना रहा है।” ब्यूरो ने उन हरियाणवी गायकों को इस चुनौती में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है, जिनके गानों को अक्सर नशा, हिंसा और “गन कल्चर” को बढ़ावा देने वाला माना जाता है। इस पहल का उद्देश्य गायकों को अपनी कला और वास्तविक जीवन के मूल्यों के बीच अंतर स्पष्ट करने का अवसर देना है। नशा मुक्त जीवन का लिया संकल्प इस कड़ी में पहला नाम हरियाणवी पॉप गायक मासूम शर्मा का है, जो “गोली चल जावेगी,” “कसोटे 2,” और “बम लेहरी” जैसे गानों के लिए जाने जाते हैं। इन गानों पर हिंसा और नशे को महिमामंडित करने के आरोप लगते रहे हैं। मासूम शर्मा ने चुनौती स्वीकार करते हुए गंदे पानी की बाल्टी खाली की और “नशा मुक्त जीवन, नायाब जीवन” लिखते हुए नशा मुक्त जीवन का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “मेरे गाने केवल मनोरंजन के लिए बनाए जाते हैं और यह दर्शकों की पसंद और व्यवसायिक मांगों पर आधारित होते हैं। इनका उद्देश्य नशा या हिंसा को बढ़ावा देना नहीं है। वास्तविक जीवन में, मैं नशे और हिंसा के पूरी तरह खिलाफ हूं और सभी से दूर रहने का आग्रह करता हूं।“ नारनौल के प्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल कौशिक भी साथ आए एचएसएनसीबी के इस अभियान को और व्यापक बनाने के लिए सांस्कृतिक हस्तियों को भी शामिल किया है। नारनौल के प्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल कौशिक ने इस चुनौती का समर्थन करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण और समय पर की गई पहल बताया, जो गानों और लोकप्रिय मीडिया के माध्यम से बढ़ते नकारात्मक प्रभाव को रोकने में मदद करेगी। कौशिक ने कहा, “कला और संस्कृति में समाज को बदलने की शक्ति होती है। यह चुनौती केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह हर व्यक्ति को नशा और हिंसा को नकारने के लिए प्रेरित करती है। मैं सभी कलाकारों से अपील करता हूं कि वे इस आंदोलन का हिस्सा बनें और अपने प्रभाव का उपयोग समाज के भले के लिए करें।” NCB जमीनी स्तर पर चला रही अभियान एचएसएनसीबी की योजना अधिक से अधिक लोगों को नशे के खिलाफ इस अभियान से जोड़ने की है। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। भविष्य में, गायकों के अलावा और अधिक प्रभावशाली हस्तियों को इस अभियान में शामिल करने की योजना है। इस अभियान में प्रतिभागियों को गंदे पानी की एक बाल्टी खाली करनी होती है, जो नशे और उसके दुष्प्रभावों का प्रतीक है। इसके बाद, उन्हें “नशा मुक्त जीवन, नायाब जीवन” जैसा एक संदेश लिखकर नशा मुक्त जीवन की शपथ लेनी होती है और तीन अन्य लोगों को इस चुनौती में भाग लेने के लिए नामांकित करना होता है। इस रचनात्मक पहल में हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नशा और हिंसा के प्रचार को रोकने के लिए सांस्कृतिक हस्तियों और गायकों को शामिल कर रहा है। यह पहल न केवल जागरूकता फैलाने में मदद कर रही है, बल्कि कलाकारों को अपने प्रभाव का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में मंत्री ने 3 अधिकारी सस्पेंड किए; पंजाब में दंपती ने बेटी समेत सुसाइड किया
भास्कर अपडेट्स:हरियाणा में मंत्री ने 3 अधिकारी सस्पेंड किए; पंजाब में दंपती ने बेटी समेत सुसाइड किया पंजाब के नवांशहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मल्लपुर अड़का गांव में एक ही परिवार के 3 सदस्यों ने जहरीली वस्तु का सेवन कर जीवन लीला समाप्त कर ली। लोगों के मुताबिक घरेलू कलेश के चलते अवतार सिंह, उनकी पत्नी सोनिया और उनकी बेटी मनप्रीत ने ये कदम उठाया। तीनों ने एक साथ खाना खाया था। पुलिस ने तीनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल नवांशहर भेज दिया है। वहीं इसकी जानकारी मिलते ही परिजनों और रिश्तेदारों में शोक की लहर है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा के मंत्री सुभाष सुधा ने 3 अधिकारी सस्पेंड किए हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्रालय में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन शुरू हो गया हैं। बुधवार को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा ने 3 अलग-अलग जिलों के अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया हैं। तीनों के खिलाफ मंत्री को भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई हैं। मंत्री सुभाष सुधा ने बताया कि फतेहाबाद जिले की भूना नगर पालिका में कार्यरत अकाउंटेंट सुरेश शर्मा के खिलाफ लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही थी। सुरेश शर्मा सरकारी पैसों का गबन कर अपने खातों में ट्रांसफर कर रहा था। जब उनके पास शिकायत पहुंची तो तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया गया है। इसी तरह सिरसा जिले में रानिया नगर पालिका के सेक्रेटरी के खिलाफ भी भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थी। उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा हरियाणा और पंजाब के बीच शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा। किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा सरकार ने यहां बैरिकेडिंग कर इसे बंद कर रखा है। बॉर्डर खोलने को लेकर हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। बुधवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर यथास्थिति बनाए रखी जाए, जहां किसान 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं। कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकार से शंभू सीमा पर चरणबद्ध तरीके से बैरिकेड्स हटाने के लिए कदम उठाने को कहा है, ताकि जनता को कोई असुविधा न हो। सुप्रीम कोर्ट ने एक निष्पक्ष कमेटी गठित करने का प्रस्ताव किया, जिसमें प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होंगे जो किसानों और अन्य हितधारकों से संपर्क कर उनकी मांगों का ऐसा व्यावहारिक समाधान खोज सकेंगे जो सभी के हित में हो। (पूरी खबर पढ़ें) केंद्रीय वित्त मंत्री की सफाई- बजट में हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता केंद्रीय वित्तमंत्री ने निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा कि बजट भाषण में कुछ राज्यों के नाम नहीं लिए। इसमें हरियाणा और पंजाब भी शामिल है। इसको लेकर बुधवार यानी आज राज्यसभा में विपक्ष ने बजट में भेदभाव का विरोध किया। जिसके जवाब में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, हर बजट में, आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडावन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था, लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम नहीं लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने झूठ फैलाया है कि हमारे राज्यों को कुछ नहीं दिया गया। यह अपमानजनक आरोप है। हालांकि इसके बाद विपक्ष के नेता सदन से बाहर चले गए। इससे पहले बजट पेश होने के बाद हरियाणा में रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वित्त मंत्री ने हरियाणा का नाम तक नहीं लिया। अब 3 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में हरियाणा के लोग कमल (BJP का चुनाव चिन्ह) को साफ कर देंगे। वहीं पंजाब कांग्रेस प्रधान सांसद अमरिंदर राजा वड़िंग ने कहा कि पंजाब को कुछ नहीं मिला। पंजाब को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया गया है। इसमें सिर्फ बिहार और आंध्र प्रदेश को बजट दिया गया है। रेवाड़ी में ठेकेदार किडनैप, पिस्टल की नोक पर बोलेरो में गुरुग्राम ले गए, लोहे की रॉड से दोनों पैर तोड़े हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कुछ युवकों ने एक निजी कंपनी के ठेकेदार को बंदूक की नोक पर अगवा कर लिया। आरोपी उसे जबरन कार में डालकर गुरुग्राम में सुनसान जगह पर ले गए। वहां आरोपियों ने लोहे की रॉड से उस पर हमला कर उसके दोनों पैर तोड़ दिए। हमले के बाद आरोपी उसे मौके पर छोड़कर फरार हो गए। पीड़ित ने राहगीर की मदद से अपने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। धारूहेड़ा थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। रेवाड़ी के गांव लाधुवास निवासी सतबीर सिंह ने बताया कि उसने गांव खिजूरी स्थित फ्लिपकार्ट कंपनी में गाड़ियां उतारने का ठेका ले रखा है। उसके गांव लाधुवास निवासी अनिल और बिस्सर निवासी दीपक व सोनू यही ठेका लेना चाहते थे। करीब डेढ़ महीने पहले आरोपियों ने उसे धमकी दी थी कि वह यह ठेका छोड़ दे वरना अंजाम बुरा होगा (पूरी खबर पढ़ें) हिसार में तहसीलदार को रिटायर्ड टीचर की धमकी, कहा- तुम्हें सुधारने आया हूं, छोड़ूंगा नहीं हरियाणा में हिसार जिले के नारनौंद में तहसीलदार तरुण प्रकाश को रिटायर्ड टीचर द्वारा धमकी देने का मामला सामने आया है। तहसीलदार तरुण प्रकाश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 11 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे न्यायालय सहायक कलेक्टर द्वितीय श्रेणी में बैठकर राजस्व कार्य का निपटारा कर रहे थे। इसी दौरान नारनौंद निवासी मास्टर सतबीर लोहान ऊंची-ऊंची आवाज में तहसीलदार से मिलना है कहते हुए न्यायालय में दाखिल हुआ। जब उसको कहा गया कि न्यायालय में तेज आवाज में बोलना गलत है। उसने कहा कि वह आज तुम्हें सुधारने के लिए आया है। तुमने सर्टिफिकेट के 100 रुपए किस बात के लिए (पूरी खबर पढ़ें) अकाल तख्त में पेश होंगे सुखबीर बादल पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल आज बुधवार को अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब में पेश हो सकते हैं। अकाली दल के बागी ग्रुप ने कुछ दिन पहले अकाल तख्त में माफीनामा दिया था। जिसमें सुखबीर बादल को डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी और बेअदबी के केसों में कार्रवाई न कर पाने का जिम्मेदार ठहराया था। जिसके बाद अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने 15 दिन में सुखबीर बादल को पेश होकर जवाब देने को कहा था। कल ही सुखबीर बादल ने अकाली दल की कोर कमेटी भंग कर दी थी। जिसमें उनके खिलाफ बगावत करने वाले 8 नेता भी शामिल थे।
हरियाणा में साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट चिन्हित होंगे:SCB देखेगी 5-10 करोड़ के फ्रॉड केस, DGP ने मीटिंग कर 11 मामलों पर रिपोर्ट मांगी
हरियाणा में साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट चिन्हित होंगे:SCB देखेगी 5-10 करोड़ के फ्रॉड केस, DGP ने मीटिंग कर 11 मामलों पर रिपोर्ट मांगी हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने अपराध नियंत्रण को लेकर राज्य अपराध शाखा द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की तथा मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में कपूर ने राज्य अपराध शाखा में लंबित 11 बड़े मामलों पर अब तक की गई कार्रवाई के बारे में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की। उन्होंने राज्य अपराध शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश में 5 या 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी के मामलों को अपने अधीन लेकर उनकी जांच करें। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कपूर ने कहा कि राज्य अपराध शाखा हरियाणा पुलिस की एक सशक्त एवं महत्वपूर्ण इकाई है, ऐसे में किसी भी मामले की गहनता से जांच करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य अपराध शाखा की टीम मामलों के सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करें ताकि दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। साइबर क्राइम की 1300 शिकायतें बढ़ी पुलिस महानिदेशक ने बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि 1 जुलाई से देश भर में 3 नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं, ऐसे में जरूरी है कि नए कानूनों के अनुरूप कार्य किया जाए। बैठक में एसपी साइबर अमित दहिया ने बताया कि वर्ष 2023 में साइबर हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना लगभग 1500 शिकायतें प्राप्त होती थी, जिनकी संख्या अब बढ़कर 2500 से 2800 के बीच हो गई है। ऐसे में जरूरी है कि हेल्पलाइन नंबर पर तैनातकर्मियों की संख्या को बढ़ाया जाए। इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक ने साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर तैनात कर्मियों की संख्या को बढ़ाने के भी आदेश दिए। साइबर क्राइम के हॉट स्पॉट चिह्नित होंगे बैठक में राज्य अपराध शाखा (SCB) की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह ने बताया कि साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। हरियाणा में साइबर अपराध से संबंधित हॉटस्पॉट क्षेत्रो की पहचान की जा रही है जहां से साइबर अपराध के मामले अपेक्षाकृत अधिक रिपोर्ट होते हैं। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी पुलिस के रडार पर हैं और साइबर अपराध नियंत्रण को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। इस बैठक में राज्य अपराध शाखा के कई अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरियाणा में बाप-बेटी की मौत:स्कूटी को टक्कर मारकर गड्ढे में पलटी कार; 15 दिन पहले ही हुआ था बेटा
हरियाणा में बाप-बेटी की मौत:स्कूटी को टक्कर मारकर गड्ढे में पलटी कार; 15 दिन पहले ही हुआ था बेटा हरियाणा के कैथल में रविवार (3 नवंबर) शाम को पाई गांव के पास कार और स्कूटी की टक्कर में बाप-बेटी की मौत हो गई। हादसे में कार सवार 4 अन्य लोग भी घायल हुए हैं। मृतकों की पहचान बलिंद्र (25) और हिमांशी (2) के रूप में हुई है। रात को दोनों को रोहतक PGI से चंडीगढ़ PGI के लिए रेफर किया गया था। रास्ते में हिमांशी की मौत हो गई, जबकि उसके पिता बलिंद्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुंडरी पुलिस मामले की जांच कर रही है। 15 दिन पहले हुआ था बेटे का जन्म
दविंदर ने बताया कि बलिंद्र गन्नौर स्थित एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वह दीपावली को लेकर अपने घर आया हुआ था। 15 दिन पहले ही बलिंद्र के घर बेटे का जन्म हुआ था। अब उसके पीछे परिवार में उसकी पत्नी व बेटी के अलावा एक 15 दिन का बेटा रह गया है। स्पीड तेज होने के चलते कंट्रोल से बाहर हुई कार रविवार शाम वह अपनी 2 साल की बेटी हिमांशी के साथ खेत में गया हुआ था, वापस आते समय बलिंद्र ने अपनी स्कूटी के आगे अपनी बेटी को खड़ा किया था और पीछे घास की गठरी रखी थी। जब वह अपने गांव में पहुंचा तो तभी एक कार राजौंद से पाई की ओर आ रही थी। जैसे ही उनकी कार धर्मकांटा के निकट पहुंची तो धर्मकांटा से निकलकर एक ट्रैक्टर सड़क पर आ गया। कार की स्पीड अधिक होने के कारण चालक कार को नियंत्रित नहीं कर पाया और कार सामने साइड में खड़ी स्कूटी से टकराते हुए सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। टक्कर लगने के बाद बलिंद्र और हिमांशी गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने परिवार को घटना की सूचना दी। पहले उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रोहतक रेफर कर दिया। पुलिस बोली- रॉन्ग साइड पर ले गया ड्राइवर पुंडरी थाना के SI दीपक सिंह ने बताया कि कार सवार भाई दूज पर धोक मारकर अपने घर लौट रहे थे। कार में सवार 4 लोगों को भी चोटें आई हैं। ट्रैक्टर सामने आने के कारण ड्राइवर ने कार को रॉन्ग साइड पर कर लिया था। तभी अचानक स्कूटी से टक्कर हो गई। पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों के हवाले कर दिए हैं। शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।